कोलकाताः भारत में कोरोनावायरस की दूसरी लहर ने क्या कहर मचाया था, हम सभी को याद है। मामलों में लगातार वृद्धि के साथ जान से हाथ धोने वालों का भी आकड़ा चरम पर पहुंच गया था। इस दौरान लोगों के पास नेचुरल इम्यूनिटी बढ़ाने के अलावा और कोई चारा नहीं था। अब चूंकि , नए कोविड वैरिएंट ओमिक्रॉन की भारत में एंट्री हो चुकी है, तो डब्लयूएचओ ने लोगों को चेतावनी के साथ सुझाव भी दिए हैं। उसने कहा है कि दुनियाभर में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों की संख्या के साथ हो सकता है आने वाले त्योहार कुछ फीके पड़ जाएं। अगर आप लापरवाह होकर शादी-पार्टी के फंक्शन एन्जॉय कर रहे हैं, तो थोड़ा सर्तक हो जाएं। सभी निवारक उपाय करते रहें और कोशिश करें कि आपके करीबियों को टीका लग गया हो।
डब्लयूएचओ के प्रमुख डॉ टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा कि – दक्षिण अफ्रीका के उभरते हुए आंकड़े बताते हैं कि ओमिक्रॉन के साथ फिर से संक्रमित होने का खतरा बढ़ गया है। उन्हेंने लोगों को चेतावनी दी है कि अब किसी तरह के शादी-पार्टी के फंक्शन को अटैंड करना लोगों पर भारी पड़ सकता है। इसमें लोगों की जान तक जा सकती है। इसी के साथ डब्लयूएचओ के आपात निदेशक माइकल रयान ने कहा है कि मौजूदा डाटा से पता चलता है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले बहुत कुशलता के साथ संचारण कर रहा है।दो बार पॉजिटिव आने वालों को री-इंफेक्शन का खतरा ज्यादा
यह चिंताजनक बयान ऐसे समय आया है जब हर कोई फेस्टिव मूड में है। क्रिसमस और नए साल के नजदीक आने के साथ , लोगों ने कोरोना से संक्रमित होने की चिंता लगभग छोड़ दी थी। लेकिन ओमिक्रॉन वैरिएंट के साथ फिर से संक्रमित होने के बयान के बाद खासतौर से जो लोग पहले वायरस से संक्रमित हो चुके थे और ठीक भी हो गए थे, उनका डर फिर से बढ़ जाएगा।दक्षिण अफ्रीका में हुए एक अध्ययन की एक समीक्षा की गई। इसमें कोविड -19 के 2,796,982 मामलों की पृष्टि की गई है। ये सभी मामले 27 नवंबर से 90 दिन पहले के हैं। उन्होंने कहा जो भी व्यक्ति अपने पहले पॉजिटिव टेस्ट के 90 दिन बाद फिर से कोरोना पॉजिटिव हुआ है, उसके दोबारा संक्रमित होने का संदेह ज्यादा था।
फिलहाल वैक्सीन है सबसे सेफ
अगर आपको पहले कोविड हुआ है, तो यह जरूरी है कि आप किसी भी कीमत पर वैक्सीन लगवांए। विशेषज्ञों ने ठीक होने वाले रोगियों को वैक्सीन शॉट्स लेने के लिए निगेटिव टेस्ट के बाद कम से कम तीन महीने रिकवर करने की सलाह दी है। राहत की बात है कि वैक्सीनेशन न कराने वालों की तुलना में वैक्सीन लगवा चुके लोगों में अस्पताल में भर्ती होने की नौबत कम आ रही है। त्योहार और छुट्टियां एन्जॉय करने का मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि हम इसके प्रति गैरजिम्मेदार और लापरवाह हो जाएं। खासतौर से जब बात कोविड -19 की हो, तो हमें और ज्यादा सर्तक हो जाना चाहिए और सभी प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए।सबसे अच्छा और सुरक्षित तरीका है कि शादी-पार्टी के माहौल में भी मास्क पहने रखें। ऐसा करने से न केवल आप खुद वायरस से बच सकते हैं बल्कि अन्य व्यक्ति में भी वायरस को फैलने से रोक सकते हैं। फिर भले ही टीका लगा है या नहीं, मास्क पहने रखें। यह तब बहुत जरूरी है जब आप भीड़ भाड़ वाली जगह पर हों।
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