डिजिटल डेस्क : अगर सुप्रीम कोर्ट का आदेश जारी होता है तो 800 से ज्यादा बुजुर्ग कैदियों की रिहाई नैनी जेल से ही संभव होगी. सालों से जेल में बंद बंदियों को राहत मिलेगी। जेल प्रशासन की निगाहें सुप्रीम के अगले आदेश पर टिकी हैं। जेल प्रशासन जेल में बंद वृद्धों की कुंडली तैयार कर रहा है। आदेश मिलने के बाद उन्हें जमानत पर रिहा किया जा सकता है।
यूपी में सात हजार से ज्यादा ऐसे कैदी हैं जो दस साल से ज्यादा समय से जेलों में बंद हैं। एक मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि 14 साल की सजा पूरी कर चुके कैदी और 10 साल से ज्यादा जेल में बंद बुजुर्ग उन कैदियों की सूची तैयार करें. साथ ही उनका मामला राज्य कारागार विमोचन समिति को भी शीघ्र रिहाई के लिए भेजें। इस आदेश के बाद अब यूपी की जेलों में बंद बुजुर्ग कैदियों की सूची तैयार की जाने लगी है. बताया जा रहा है कि नैनी जेल में सैकड़ों ऐसे कैदी हैं, जिन्होंने अपनी 14 साल की सजा पूरी कर ली है. इसके अलावा 10 साल से बंद बंदियों की संख्या भी सैकड़ों में है। जेल प्रशासन सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगा.
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