लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजनीति में हाल ही में एक संदेश दिया गया है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक के साथ दिल्ली पहुंचे हुए थे. वहां उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की. इस बीच वे पार्टी के शीर्ष नेताओं से भी शिष्टाचार भेंट करने पहुंचे थे. यूं तो यह सिर्फ एक औपचारिक भेंट थी. मगर राजधानी की सियासी गलियों में इसे लेकर कई तरह की चर्चाओं का दौर है.
दरअसल, मात्र दो दिन पहले दिल्ली में भाजपा की एक हाइलेवल मीटिंग हुई थी. उसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्याथ का कद बढ़ाने की बात कही गई थी. उन्हें संसदीय बोर्ड में शमिल करने की भी चर्चा थी. हालांकि, इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई. इस महाबैठक में उनके साथ यूपी के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी मौजूद रहे. इसमें एक संदेश छुपा था. पार्टी ने मीडिया में जो तस्वीरें जारी करवाईं, उसके अपने ही निहितार्थ हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दूसरे उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की. उसके बाद इन तीनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. आखिर में वे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करने पहुंचे थे.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री @myogiadityanath जी एवं उप मुख्यमंत्री @kpmaurya1 जी और @brajeshpathakup जी से भेंट हुई। इस दौरान इनसे राज्य की प्रगति को लेकर अनेक विषयों पर चर्चा हुई। जनहित और देशहित के प्रति इनकी दृढ़ इच्छाशक्ति राज्य के विकास को एक नया आयाम देगी। pic.twitter.com/GwNTz7fRCP
— Narendra Modi (@narendramodi) April 11, 2022
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पीएम नरेंद्र मोदी ने क्या दिया संदेश?
इस संबंध में पीएम नरेंद्र मोदी के आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट से एक ट्वीट कर जानकारी दी गई थी, ‘उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक से भेंट हुई. इस दौरान इनसे राज्य की प्रगति को लेकर अनेक विषयों पर चर्चा हुई. जनहित और देशहित के प्रति इनकी दृढ़ इच्छाशक्ति राज्य के विकास को एक नया आयाम देगी.’ यानी यह कोई साधारण मुलाकात नहीं बल्कि टीम वर्क करने का संदेश था.