पटना में माफिया अतीक अहमद के समर्थन में नारे लगे हैं। पटना में जुमे की नमाज के बाद माफिया डॉन अतीक अहमद के समर्थन में जमकर नारे लगाए। इस दौरान नारे लगा रहे लोगों द्वारा अतीक अहमद को शहीद भी बताया गया। इन लोगों ने अतीक अहमद को अपना हीरो बताया। जानकारी के अनुसार, पटना जंक्शन के पास मस्जिद में जुमे की नमाज अता करने के बाद जब लोग निकल रहे थे, तब वहां कुछ यूट्यूबर्स ने यूपी के अतीक अहमद और अशरफ के शूटआउट प्रकरण पर राय मांगी।
इस दौरान कुछ लोग ‘अतीक अहमद अमर रहे’ के नारे लगाने लगे। इसके साथ ही, लोगों ने ‘मोदी-योगी मुर्दाबाद’ के नारे भी लगाए। आपको ता दें कि जुमे की नमाज को लेकर मस्जिदों के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त कर दी गई है। थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने कहा कि वरीय अधिकारियों से अनुमति लेकर सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने की चेष्टा करने के आरोप में यूट्यूबर्स पर भी प्राथमिकी की जाएगी। सीसीटीवी फुटेज निकाला जा रहा है।
5 अप्रैल को हुई अतीक अहमद और अशरफ की हत्या
माफिया सरगना अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अतीक और अशरफ को पुलिस अभिरक्षा में मेडिकल के अस्पताल लाया गया था। जीप से उतरने के बाद अतीक और अशरफ मीडियाकर्मियों और पुलिस से घिरे हुए थे। मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब देने के दौरान अचानक ताबडतोड़ फायरिंग शुरू हो गई। तीन हमलावरों ने अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी।
अतीक अहमद का बेटा एनकाउंटर में मारा गया, पत्नी अभी भी फरार
अतीक अहमद का बेटा असद 13 अप्रैल को झांसी में यूपी एसटीएफ के साथ एनकाउंटर में मारा गया। असद के साथ शूटर गुलाम को भी एसटीएफ ने ढेर कर दिया। इन दोनों की उमेश पाल मर्डर केस में तलाश थी। इसी साल 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज में उमेश पाल और उसके दो गनर की गोली और बम मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस को अतीक अहमद के बेटे असद और अतीक की बीवी शाइस्ता को तलाश रही थी। असद एनकाउंटर में मारा गया जबकि शाइस्ता अभी फरार है।
विजय सिन्हा की मामले पर प्रतिक्रिया
अतीक अहमद अमर रहे के नारे लगाए जाने पर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बिहार के अंदर आज जिस तरह से आतंकवादियों, उग्रवादगियों व अपराधियों का सरण स्थल बना रहा है। ये सरकार अपराधी और भ्रष्टाचारी को संरक्षित कर रहा है। आतंकवादी कभी शहीद नहीं हो सकता, शहीद वह है जो राष्ट्रहित और समाज हित मेंए काम कर के अपराधियों का शिकार लगा रहे हैं।
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