त्रिपुरा : त्रिपुरा में तृणमूल को लेकर एक बार फिर राजनीति गरमा गयी है। आज त्रिपुरा में तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बंद्योपाध्याय की सभा होने वाली है। सभा के एक दिन पहले ही जगह बदल दी गयी जिसे लेकर अच्छा-खासा बवाल मच गया है। इतना ही नहीं बिप्लव देव की सरकार ने निर्देश दिया है कि कोविड की स्थिति को देखते हुए त्रिपुरा में अगर कोई दूसरे राज्य का आता है तो उसे 48 घंटे पहले आरटीपीसीआर टेस्ट करवाना अनिवार्य है। त्रिपुरा सरकार के इन फरमानों को लेकर तृणमूल के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि प्रतिहिंसा की राजनीति कर रही है भाजपा। तृणमूल नेताओं का कहना है कि इस तरह हमारे काम में बार-बार बाधा देकर भाजपा की सरकार ने साबित कर दिया है कि वह तृणमूल से डर गयी है।
जानकारी के अनुसार काफी दिनों की जद्दोजहद के बाद अगरतल्ला के रवींद्र भवन के सामने सभा करने की अनुमति मिली थी। इसके एक घंटे के बाद ही त्रिपुरा सरकार ने जगह बदलने का फरमान सुना दिया जिसके तहत अस्तबल माठ में सभा करने को कहा गया। तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने त्रिपुरा सरकार के इस रवैये की तीखी अलोचना करते हुए कहा कि हमारी तरफ से सभामंच तैयार करनी का काम तेजी से किया जा रहा था, अचानक उसे रोकने और मंच दूसरी जगह बनाने का फरमान दिया गया। इस तरह रात भर में सभामंच कैसे तैयार किया जाएगा। उन्होंने कटाक्ष किया कि त्रिपुरा में जंगलराज चल रहा है।
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