Homeलखनऊरिवर फ्रंट से युवती की मौत को लेकर प्रशासन पर उठ रहा...

रिवर फ्रंट से युवती की मौत को लेकर प्रशासन पर उठ रहा सवाल

लखनऊ : यूपी पुलिस…आपकी सेवा में हमेशा तैयार…यह सिर्फ एक नारा नहीं है, बल्कि इससे करोड़ों लोगों का भरोसा जुड़ा है। इस भरोसे को हमेशा बनाए रखने के लिए यूपी पुलिस के जवान और अधिकारी चौबीसों घंटे काम करते नजर आते है। लेकिन राजधानी लखनऊ के एक घटना ने योगी सरकार प्रशासन पर कोई सवाल खड़ा कर दिया है । घटना की बात करने से पहले आपको थोड़ा कुछ बात को याद दिलाते हैं। हिंदी सिनेमा जगत के सबसे लोकप्रिय फिल्म बोर्डर मुभि की वो घटना तो याद हैं जहां जैकिश्राप ने सुबह की किरण होने तक इंतेजार के बाद एक्शन देखने को मिला था।

लेकिन रात की घटना सबको मालुम है। ठीक उसी तरह से रामराज्य की पुलिस  इस  कारनामे को दोहराया है। दरअसल राजधानी के गोमतीनगर थाना क्षेत्र के बांग्ला बाजार निवासी शालिनी मौर्य ने मंगलवार देर रात गोमती नदी में छलांग लगा दी. युवती ने बहन का मोबाइल फोन पकड़कर छलांग लगा दी। घटना के वक्त उनके साथ एक और सहकर्मी काम कर रहा था। सूचना मिलने पर पुलिस रात भर उसके पानी में तलाश करती रही। एसडीआरएफ टीम की बड़ी लापरवाही साथ में नहीं लाई कोई भी लाइट की व्यवस्था । सुबह उजाला होने के बाद एसडीआरएफ की टीम उतरी गोमती नदी में।

ये है सवाल 

अब इस पर सवाल उठना लाजमि है क्योंकि प्रशासन हमेशा अपने आपको देश की सबसे कामयाब मानती है साथ ही ये भी कहती है कि उत्तर प्रदेश प्रशासन आपके सेवा में हमेशा तत्तपर है। लेकिन ये कितना तत्तर है इस घटना में साफ झलक रही है। सूचना मिलने पर पुलिस रातभर क्यों इंतजार करती रही ?सवाल ये भी है कि आखिर प्रशासन को सुबह होने तक क्यों इंतजार करना पड़ा ? क्या रात में गोताखरों के जरिए ये काम नहीं किया जा सकता था  ?

उसका शव बुधवार सुबह गोमती नदी में मिला। पुलिस सूत्रों के मुताबिक किसी से फोन पर बात करते हुए लड़की अचानक गोमती में कूद गई। घटना के पीछे किसी परिचित का विवाद सामने आ रहा है।रात भर पुलिस ने गोताखोरों की मदद से शव को खोजने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। उसका शव बुधवार सुबह नदी में मिला। आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है।परिजनों ने अभी तक कोई लिखित शिकायत या किसी प्रकार का आरोप नहीं लगाया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट व परिजनों के पत्र के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उधर, पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे परिजनों ने इस संबंध में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.

Read More : इस बार स्कूली पाठ्यक्रम में जोड़ा जा रहा है धार्मिक ग्रंथ

- Advertisment -

Recent Comments

Exit mobile version