प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वक्फ बिल पर नया कानून बनने के बाद पहली बार सार्वजनिक मंच के दिए बयान में कहा कि इस नए कानून से वक्फ की पवित्र भावना की रक्षा होगी। उन्होंने कहा कि इससे गरीब मुसलमानों को लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राइजिंग इंजिया समिट 2025 के मंच से अपनी पहली प्रतिक्रिया दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए वक्फ कानून को सामाजिक न्याय की दिशा में बड़ा कदम बताया और कहा कि यह कानून गरीब पसमांदा मुसलमानों, महिलाओं और बच्चों के अधिकारों को सुनिश्चित करेगा। पीएम मोदी ने कहा कि इससे वक्फ की पवित्र भावना की रक्षा भी होगी।
संसदीय इतिहास की दूसरी सबसे लंबी बहस वक्फ पर हुई
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वक्फ विधेयक पर बहस देश के संसदीय इतिहास में दूसरी सबसे लंबी बहस है। उन्होंने कहा, “दोनों सदनों में विधेयक पर 16 घंटे चर्चा हुई और साथ ही संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की 38 बैठकें हुईं। कुल 128 घंटे विचार-विमर्श हुआ। इसके अलावा देश भर के नागरिकों से लगभग 1 करोड़ ऑनलाइन सुझाव मिले। यह इस बात को रेखांकित करता है कि लोकतंत्र संसद की दीवारों तक सीमित नहीं है। इसे सक्रिय जनभागीदारी के माध्यम से समृद्ध और मजबूत किया जा रहा है।
तुष्टिकरण की राजनीति का खामियाजा भुगतना पड़ा – पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश अब तक तुष्टिकरण की राजनीति से चलता आया और उसका हमें खामियाजा भुगतना पड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा भारत कई देशों के साथ आजाद हुआ लेकिन किसकी स्वतंत्रता की शर्त विभाजन थी ? भारत के साथ ही ऐसा क्यों हुआ ? इसलिए कि उस समय राष्ट्र हित से ऊपर सत्ता का मोह हो गया। विभाजन सभी मुस्लिमों का काम नहीं था बल्कि कांग्रेस समर्थित कट्टरपंथियों का काम था।
2013 के संशोधन पर उठाए सवाल – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2013 में वक्फ बोर्ड में किया गया संशोधन भी कंट्टरपंथियों और भूमाफियाओं को खुश करने का कानून था। इसका नतीजा ये हुआ कि भूमाफियाओं के हौसले बुलंद हो गए। बता दें कि हाल ही में संसद के दोनों सदनों से वक्फ बिल को बहुमत के साथ पारित कराया गया है। राष्ट्रपति का हस्ताक्षर होते ही यह नया कानून अस्तित्व में आ गया है।
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