कोलकाताः घर में रखना तो दूर की बात है, अगर वे घर के बाहर भी दिख जाते थे तो उन्हें दूर-दूर, मार-मार कर भगा दिया जाता था। हालांकि, सिंथी के रामलीला बागान के बस्ती क्षेत्र के एक घर में ऐसा नहीं था। इसलिए तो एक मां ने अपने सात नवजात बच्चों के साथ खपरैल घर के सामने शरण ली थी। लेकिन उसका यह शरण और उसके सातों बच्चें एक ही पल में उससे हमेशा के लिये दूर हो गये। दरअसल, सिंथी में अचानक सोमवार सुबह आग लग गई और आग से बस्ती क्षेत्र का घर जल कर राख हो गया। मां बेसूध होकर मलबे में दबे बच्चों को ढूंढ रही है।
क्या है मामला?
हादसा सोमवार सुबह को हुआ। अचानक घर से काला धुआं निकलने लगा। एक पल में, टॉली चालक का घर धूं-धू कर जलकर राख हो गया। घटनास्थल पर मौजूद गैस सिलेंडर जैसे ज्वलनशील पदार्थ होने के कारण आग को फैलने में देर नहीं लगी। आग पास के एक घर के एक हिस्से में भी फैल गई। तभी स्थानीय लोगों ने आग देखी और उसे बुझाने के लिये दमकल विभाग को इसकी सूचना दी। कुछ देर बाद दमकल की दो गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। हालांकि, आग को काबू पाने में करीब एक घंटे का समय लग गया। लेकिन तब तक सब कुछ जल कर राख हो गया था। अग्निशामकों के प्रारंभिक अनुमानों में कहा गया है कि शॉर्ट सर्किट के कारण घर में आग लग गई।
Read More : यूपी चुनाव 2022: संतों ने भरी आवाज! संतों ने गिनाए योगी सरकार के फायदे
सब कुछ जलकर हो गया राख
स्थानीय लोगों का दावा है कि घर के फर्नीचर, कपड़े-सब कुछ जल कर राख हो गये हैं। ऐसे ही कुत्ते के सात छोटे बच्चे भी अग्नि की लपटों में जल गये। बेबस मां चारों और अपने बच्चों की खोज करने में जुटी है।