Homeउत्तर प्रदेशलेवाना होटल के मालिक राहुल अग्रवाल और रोहित अग्रवाल हुए गिरफ्तार

लेवाना होटल के मालिक राहुल अग्रवाल और रोहित अग्रवाल हुए गिरफ्तार

लखनऊ, होटल लेवाना सूईट में हुए अग्निकांड में मालिक राहुल अग्रवाल और रोहित अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। राहुल, रोहित और जनरल मैनेजर सागर श्रीवास्तव को पुलिस ने सीजेएम कोर्ट में पेश किया। इन सभी के खिलाफ सोमवार को लापरवाही और गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। मंगलवार को उन्हें गिरफ्तार कर मेडिकल के लिए ले जाया गया। जहां से कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। वहीं, हादसे के दूसरे दिन भारी संख्या में पुलिस बल यहां तैनात कर दिया गया है।

वही, सीलिंग के निर्देश के बाद एलडीए की कार्यवाही देखने कमिश्नर और एलडीए अध्यक्ष डॉ. रोशन जैकब खुद मौके पर पहुंची और सभी विधिक कार्यवाही तेजी से करने के निर्देश दिए। होटल लेवाना सूईट परिसर को पुलिस की मौजूदगी में एलडीए इंजीनियरों ने सील कर दिया है। एक दिन पहले आग लगने के बाद जो लोग अफरा तफरी में होटल लेवाना सूईट छोड़ कर चले गए थे | वह अपना सामान लेने मंगलवार को लेवाना पहुंचे। कल हुए हादसे का खौफ और बदहवासी उनके चेहरों पर साफ झलक रही थी।

तीन दिन चलेगा अभियान

होटल लेवाना सूईट में लगी आग से सबक लेते हुए राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों में होटलों, मॉल और स्‍कूलों की जांच का आदेश दिया है। अगले तीन दिन यूपी के सभी जिलों में अभियान चलाकर अग्निशमन सुरक्षा के मानकों के आधार पर होटल, स्कूल, अस्पताल, मॉल, औद्योगिक संयंत्र, आवासीय मल्टी स्टोरी अपार्टमेंट तथा व्यावसायिक कॉम्पलेक्स की जांच कराई जाएगी।

एलडीए की ‘सेवा’ से बन गया लेवाना होटल

हजरतगंज के मदन मोहन मालवीय मार्ग स्थित होटल लेवाना सूईट का एलडीए ने नक्शा पास नहीं किया था। हालांकि, इसके इंजीनियरों और अफसरों की भरपूर ‘सेवा’ के चलते यह होटल अवैध तरीके से बन गया। एलडीए के अधिकारियों के मुताबिक वर्ष 1996 में बंसल कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम से गुलमोहर अपार्टमेंट बनाने के लिए ग्रुप हाउसिंग का नक्शा पास कराया गया था। कंपनी ने अपार्टमेंट के पास खाली जमीन छोड़ी थी, जिस पर ऑफिस बनना था। ग्रुप हाउसिंग बनने के बाद इसका इस्तेमाल वापस आवासीय करना था | लेकिन एलडीए इंजीनियरों-अधिकारियों की सांठगांठ से वर्ष 2017 में इसकी जगह होटल लेवाना सूईट शुरू हो गया। इसे बनवाने में एलडीए के इलाकाई तत्कालीन अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता एवं अवर अभियंता की सरपरस्ती रही।

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