नई दिल्ली : देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हो गया। इस हादसे ने उन घटनाओं की यादें ताजा कर दीं, जिनमें कई बड़ी हस्तियों को जान गंवानी पड़ी थी। देश में कई बड़े नेताओं ने इसी तरह के हादसों में अपनी जान गंवाई थी। इनमें वाई एस राजशेखर रेड्डी, संजय गांधी, माधव राव सिंधिया, जीएमसी बाल योगी, एस मोहन कुमारमंगलम जैसे लोग शामिल थे।
पार्कर पेन से पहचान मिली मोहन कुमार मंगलम : 31 मई 1973 को कांग्रेस नेता मोहन कुमार मंगलम की मौत भी विमान हादसे में हुई थी। वह इंडियन एयरलाइंस 440 नाम के विमान पर सवार थे। उनके मृत शरीर को उनके पार्कर पेन से पहचाना गया था।
संजय गांधी की असमय मौत : 23 जून 1980 को भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी की मौत भी प्लेन क्रैश में हुई थी। उनकी मौत नई दिल्ली स्थित सफदरजंग एयरपोर्ट के करीब हुई थी। इस दौरान वह अपना प्राइवेट विमान खुद उड़ा रहे थे। वह एक अच्छे पायलट थे।
माधवराव सिंधिया की हेलीकॉप्टर क्रैश में गई जान : 30 सितंबर 2001 को उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में कांग्रेस नेता माधवराव सिंधिया की मौत भी हेलीकॉप्टर हादसे में हुई थी। वह अपने 10 सीटर निजी विमान में सवार थे। इसमें चार पत्रकार भी शामिल थे। भारी बारिश की वजह से प्लेन क्रैश होकर मोटा गांव में एक धान के खेत में गिर गया था।
जीएमसी बालयोगी का हेलीकॉप्टर हुआ था क्रैश : 3 मार्च 2002 को लोकसभा स्पीकर तेलुगू देशम पार्टी लीडर जीएमसी बालयोगी की मौत आंध्र प्रदेश में हेलीकॉप्टर क्रैश में हुई थी। बालयोगी बेल 206 नाम के हेलिकॉप्टर में सवार थे। घटना की वजह खराब दृश्यता थी। गलती से पायलट ने हेलीकॉप्टर को एक तालाब के ऊपर लैंड करवा दिया था।
सी संगमा की मौत भी हेलीकॉप्टर क्रैश में : 6 सितंबर 2004 को केंद्रीय मंत्री और मेघालय के कम्युनिटी डेवलपमेंट मिनिस्टर सी संगमा की मौत भी हेलीकॉप्टर क्रैश में ही हुई थी। पवन हंस हेलीकॉप्टर पर सवार होकर संगमा गुवाहाटी से शिलांग की तरफ जा रहे थे।
ओपी जिंदल का विमान हुआ था हादसे का शिकार : 31 मार्च 2005 को हरियाणा के बिजली मंत्री ओ पी जिंदल की मौत भी विमान हादसे में हुई थी। तकनीकी खराबी की वजह से विमान उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में क्रैश हो गया था।
वाईआरएस रेड्डी का शव 27 घंटे बाद मिला था : 3 सितंबर 2009 को आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की मौत की वजह भी हेलीकॉप्टर क्रैश बनी। जिस हेलीकॉप्टर में वह सवार थे, वह चित्तूर जिले के जंगल में क्रैश हो गया था। यह अमेरिकी टेक्नोलॉजी पर आधारित डबल इंजन वाला बेल 430 चॉपर था। उनका शव 27 घंटे बाद मिला था।
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