महाराष्ट्र के सतारा जिले में स्थित कोलेवाड़ी ग्राम सभा ने भविष्य में होने वाले चुनावों को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम के बजाय पारंपरिक मतपत्रों के जरिए कराने का प्रस्ताव पारित किया है। यह गांव महाराष्ट्र में ईवीएम के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने वाला दूसरा गांव बन गया है। कोलेवाड़ी गांव कराड (दक्षिण) विधानसभा क्षेत्र के तहत आता है, जिसका प्रतिनिधित्व पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण करते थे। हालांकि उन्हें नवंबर 2024 में हुए चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार अतुल भोसले से 39,355 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था।
महाराष्ट्र का ये दूसरा गांव बना
ग्राम सभा ने यह प्रस्ताव तब पारित किया, जब कोलेवाड़ी के निवासियों ने ईवीएम के जरिए डाले गए वोटों पर संदेह जताया। उनकी मांग है कि चुनावों में पारंपरिक मतपत्रों का इस्तेमाल किया जाए, ताकि चुनाव की प्रक्रिया पर विश्वास दोबारा स्थापित किया जा सके। इससे पहले सोलापुर के मालशिरस निर्वाचन क्षेत्र के मरकडवाड़ी गांव में भी कुछ लोगों ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए थे और मतपत्रों के जरिए पुनर्मतदान कराने की कोशिश की थी। लेकिन प्रशासन और पुलिस ने इसे विफल कर दिया और इस मामले में कार्रवाई की।
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जिला कलेक्टर ने कहा…….
सतारा जिले के कलेक्टर जितेंद्र दूदी ने इस प्रस्ताव को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनके कार्यालय को अभी तक ग्राम पंचायत से कोई प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है। उन्होंने कहा जब हमें प्रस्ताव मिलेगा, तो हम इसे लेकर आवश्यक कदम उठाएंगे।
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