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राजधानी भोपाल समेत पूरे मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्पीड अपने न्यूनतम लेवल पर है। सरकारी तथा प्राइवेट हॉस्पिटलों में कोविड के मरीज नहीं हैं, परंतु स्वास्थ्य संचालनालय की आईडीएसपी शाखा प्रदेश में प्रतिदिन औसतन 25 संक्रमितों की मौत बता रही है। जो नए संक्रमितों की तुलना में लगभग 26 प्रतिशत है।
यह स्वास्थ्य संचालनालय के अधिकारियों की तरफ से कोरोना संक्रमितों की डेथ का डेटा मैनेजमेंट करने की वजह से हो रहा है। हालत ये है कि राजगढ़ में बीते 2 हफ्ते में कोविड के एक भी संक्रमित की डेथ नहीं हुई है, किंतु हेल्थ बुलेटिन में 29 संक्रमितों की डेथ रिकॉर्ड है।
इसका खुलासा जून महीने में कोरोना से हुई डेथ के सरकारी रिकाॅर्ड की जाँच में हुआ है। खास बात ये है कि जिन जिलों में डेथ बताई जा रही हैं, उनमें से कई स्थान बीते 15 दिनों से कोविड के कारण किसी की भी डेथ नहीं हुई है। साथ ही जो डेथ बताई जा रही हैं, वह अप्रैल तथा मई माह के बीच की हैं, जिस समय रोजाना संक्रमित 3,000 से अधिक बढ़ रहे थे।
बुलेटिन में एक जून से 22 जून तक राज्य में कोविड से 694 डेथ होना बताया गया हैं, जबकि इस दौर में संक्रमित लोगों के आंकड़ों में तेजी से कमी आई है। जानकारी के मुताबिक नई डेथ नहीं हो रही हैं। जो डेथ पहले बुलेटिन में नहीं जुड़ पायी थीं उनको अब जोड़ा जा रहा है, इसी कारण से डेथ बढ़ी हुई आ रही हैं। अगर बड़े शहरों को छोड़ दें तो सारे छोटे शहरों में यही हालत है।
16 माह में 378 गैस पीड़ितों की डेथ, 88 के न तो एड्रेस सही न ही मोबाइल नंबर
कोविड से 16 माह में सरकारी आंकड़ों में 972 डेथ हो चुकी हैं। जिसमें से 378 गैस से पीड़ित लोगों की हैं। जान गवाने वालों में 40 से 60 वर्ष के लोग थे। जिसमें दस मौतें हॉस्पिटल पहुंचने से पहले हुईं। 16 लोगों की इलाज के 24 घंटे के अंदर तथा 20 की डेथ एडमिट होने के दो से पांच दिन के अंदर हो गई।
ये सच्चाई गैस पीड़ित संगठनों के द्वारा तैयार की गई डेथ एनालिसिस रिपोर्ट में पता चली है। हैरान करने वाली बात यह है कि मरने वालों में 88 गैस पीड़ित ऐसे हैं जिनका न तो एड्रेस सही हैं और न ही फ़ोन नंबर ही सही हैं।
अधिकारियों का कहना – राजगढ़-बैतूल में नही हो रही नई मौतें , पुरानी जोड़ी जा रही हैं
राजगढ़ के जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी डॉक्टर महेंद्र सिंह के मुताबिक 2 सप्ताह से जिले में कोविड से डेथ नहीं हुई है। ये पुरानी मौतें हैं जो बीते माह की है। कुछ मरीज झालावाड़, इंदौर, भोपाल में इलाज कराने के लिए गए थे तथा वहीं पर उनकी डेथ हुई। उनकी डेथ ऑडिट रिपोर्ट आने में टाइम लगा।
इसी तरह बैतूल के सीएमएचओ डॉक्टर एके तिवारी के मुताबिक जिले में कुछ दिनों से कोविड से डेथ नहीं हुई है। पुरानी डेथ अब जुड़कर सामने आ रही है। यहां हर दिन संक्रमित 3-4 ही आ रहे हैं। उन्होंने बोला कि जो मौतें पहले नहीं जुड़ी थीं, वह अब जुड़ रही हैं।
Written By : Aarti Vishwakarma
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