अमेठी : राजेश सोनी : उत्तर प्रदेश सरकार के चुनावी वादे की निकल रही हैं हवा चुनाव के समय ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे तो तहसील क्षेत्र में 22 तथा जनपद मुख्यालय पर 24 घंटे बिजली देने का किया था वादा पूरी तरह ध्वस्त,सरकार बनने से पहले बिजली बिल हाफ करने का जनता से किया गया था वादा बना चुनावी जुमला योजना का लाभ जनता को अभी तक नहीं मिला
लेकिन बिजली हुई आधी,18 घंटे की जगह महज 8 घंटे ही मिलती हैं सप्लाई,अमेठी में बिजली व्यवस्था पूरी तरह से हुई ध्वस्त,18 घंटे की जगह महज 8 से 10 घंटे ही जनता को मिल पा रही है बिजली सप्लाई बिजली कटौती का समय नहीं है निर्धारित दिन रात के बीच हो रही है अंधाधुंध कटौती जनता के ऊपर दोहरी मार एक तो बिजली अधिकाशतः रहती है गायब,दूसरी तरफ बिजली का बकाया बिल वसूलने को लेकर बिजलेंस सहित पावरहाउस की टीमें कर रही है छापेमारी.
गांव के लोगों को मिलेगी सहूलियत
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार सीएम योगी आदित्यनाथ 25 दिसंबर को अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की जयंती के दिन इसकी शुरुआत कर सकते हैं. मुख्यमंत्री के द्वारा ही बिजली सप्लाई का उद्धाटन किया जाएगा. गौरतलब है कि पहली बार होगा जब पूरे प्रदेश में 24 घंटे बिजली दी जाएगी. वर्तमान के समय में गांव में 18 घंटे ही बिजली की सप्लाई हो रही थी, वहीं तहसील इलाकों में 20-22 घंटे ही बिजली दी जा रही है. जबकि राज्य के जिला, मंडल और महानगर में पहले से ही 24 घंटे बिजली की सप्लाई होती है. सरकार का यह फैसला गांव के लोगों को सुविधा देने के लिहाज से लिया गया है.
प्रदेश के पास मांग से अधिक है बिजली
जानकारी के अनुसार मौजूदा समय में बिजली की मांग से कहीं अधिक बिजली का उत्पादन हो रहा है. प्रदेश में इस समय बिजली की औसतन अधिकतम मांग 15,000 मेगावाट चल रही है. जबकि उत्पादन क्षमता 27,240 मेगावाट है. यह उपलब्धता अब तक की सबसे अधिकतम मांग 25,032 मेगावाट से भी अधिक है. इस वजह से ऊर्जा विभाग को इस योजना को हकीकत में बदलने में कोई दिक्कत नहीं होगी. राज्य सरकार उत्पादन निगम की इकाइयों की क्षमता बढ़ाने के लिए काम कर रही है.
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