बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली के सिरौली थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव की एक युवती की शादी आंवला के गांव लक्ष्मीपुर के एक युवक से काफी पहले तय हुई थी. शादी से पहले 20 अप्रैल को सगाई की रस्म धूमधाम के साथ संपन्न हुई. इसके बाद बारात आई. बेरंग गांव में बारात आने के बाद बारातियों से लेकर दुल्हन और उसके परिवार वाले भी काफी खुश थे. शादी की रस्में खुशी-खुशी चल रही थी. मगर, दुल्हन की पहली नजर वरमाला के समय दूल्हे पर पड़ गई.इसके बाद दुल्हन ने दूल्हे से शादी से इंकार कर दिया.
वह वरमाला डालने को तैयार नहीं हुई, लेकिन बारातियों और घर वालों ने जबरदस्ती वरमाला डाल दी. इसके बाद फेरों से पहले ही मंच से उतर गई. बोली, मुझे दूल्हा पसंद नहीं है. इससे बिल्कुल भी शादी नहीं कर सकती. दूल्हे के घर और रिश्तेदारों के साथ ही दुल्हन के घर वालों और रिश्तेदारों ने भी समझाने की काफी कोशिश की. कई घंटे तक कोशिश चलती रही, लेकिन दुल्हन ने अपना फैसला नहीं बदला. इससे दूल्हे के साथ ही बाराती भी परेशान हो गए.
आधी रात को आई पुलिस
बारात में आएं किसी बाराती ने दुल्हन के शादी के फेरे न लेने के कारण बवाल की सूचना पुलिस को दे दी.कुछ ही देर में 112 पुलिस पहुँच गई.पुलिस ने भी युवती को समझाया.मगर, वह फेरों के लिए तैयार नहीं हुई.
पुलिस की मौजूदगी में खर्च का हुआ हिसाब
रात से लेकर सुबह हो गई.मगर, दुल्हन के तेवर ठंडे नहीं हुए. जिसके चलते पुलिस ने दोनों पक्षों से मामला सुलझाने की बात कही. इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में दोनों पक्षों ने अपने-अपने खर्च का हिसाब-किताब किया. इसके बाद लिखित समझौते हो गया.
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खाली हाथ लौटी बारात
महीनों से शादी की तैयारियां चल रही थीं.मगर, दुल्हन के फेरों से इनकार के बाद दूल्हे और बारात को बिना दुल्हन के ही खाली हाथ लौटना पड़ा.