Homeधर्मआखिर क्यों माना जाता है खोरमास का महीना? जानिए क्या है सूर्य...

आखिर क्यों माना जाता है खोरमास का महीना? जानिए क्या है सूर्य देव से संबंध

मार्ग शीर्ष शुक्लपक्ष तेरहवां: गुरुवार, 16 दिसंबर, 2021 दोपहर 2:27 बजे ग्रहों पर राजा की उपाधि धारण करने वाले सूर्य देव की यात्रा मुख्य नक्षत्र और धनु राशि में शुरू होगी। इसके साथ ही 2021 का खरमास भी शुरू हो जाएगा। इस महीने में किसी भी तरह के शुभ कार्य करना वर्जित माना गया है।आपको बता दें कि सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करते ही खरमास का महीना शुरू हो जाता है। खरमास के महीने में विवाह, मुंडन, वास्तविक सुधार जैसे शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं।

सूर्य देव ब्रह्मांड की परिक्रमा करते हैं
शास्त्रों के अनुसार सूर्य देव ब्रह्मांड की परिक्रमा करते हैं और इस समय वे कहीं नहीं मिलते। यानी सूर्य देव प्रकृति के नियंत्रण में काम करते हैं। इसलिए सूर्य देव परिक्रमा करना बंद नहीं कर सकते, अगर वे रुक गए तो पूरा ब्रह्मांड रुक जाएगा।

पौराणिक कथा के अनुसार सूर्य देव के रथ के घोड़े लगातार चक्कर काटते-काटते थक गए। तो अपने घोड़ों को थका हुआ देखकर, सूर्यदेव को दया आती है और वह एक तालाब में चला जाता है, लेकिन फिर उसे अपनी परीक्षा याद आती है जिसे रोकना नहीं चाहिए। इस स्थिति में उसने अपने घोड़ों को झील के पास छोड़ दिया और खरके को रथ में बिठा लिया।

जब भूसे का ढेर धीमा हो जाता है, तो किसी तरह इस महीने के चक्र को समाप्त करना पड़ता है। ऐसे में वे घोड़ों के लिए बांध की परिक्रमा करते रहते हैं इसलिए इसे खरमास भी कहा जाता है।

मन को आध्यात्मिक कार्यों में समर्पित करना
जब भी सूर्य गुरु की राशि में आ जाए तो सांसारिक कार्यों से हटकर आध्यात्मिक गतिविधियों की ओर बढ़ना चाहिए। बृहस्पति और सूर्य मित्र ग्रह हैं। ऐसे में इस समय जितना हो सके पूजा करनी चाहिए।

मकर राशि से शुभ कार्यों की शुरुआत होगी
इस एक महीने में विवाह, गृह प्रवेश, सगाई, हजामत बनाने, नामकरण, संस्कार नहीं किए जाते। लेकिन मकर संक्रांति के साथ ही सभी शुभ कार्य फिर से शुरू हो जाते हैं।

जानिए किस महीने में होगी शादी का पल
जनवरी 16, 21, 22, 23, 24 और 25, 27

फरवरी – 5, 6, 7, 9, 10, 11, 12, 18, 19, 20 और 22

शादियों के लिए 4 और 9 मार्च का समय शुभ है। उसके बाद होलास्टॉक शुरू होगा

लग्न 14 अप्रैल से 27 अप्रैल तक

मई – अक्षय तृतीया के साथ-साथ विवाह के लिए अच्छा समय है।

सीडीएस नहीं सीओएससी के अध्यक्ष बने जनरल नरवणे………

- Advertisment -

Recent Comments

Exit mobile version