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ये किस तरह का जिहाद? इस्लामिक स्टेट ने दी मुसलमानों को जान से मारने की धमकी

 डिजिटल डेस्क: ‘काफिरों’ या ‘काफिरों’ के खिलाफ जिहाद के बाद इस बार इस्लामिक स्टेट ने खुद मुसलमानों के खिलाफ युद्ध की घोषणा की। हाल ही में एक बयान में, सुन्नी आतंकवादी समूह ने शिया मुसलमानों को मारने की धमकी दी।

खामा न्यूज के मुताबिक इस्लामिक स्टेट ने अपने साप्ताहिक मुखपत्र अल-नबा में शिया मुसलमानों को धमकी दी है। इसमें कहा गया है, “शिया मुसलमान भयानक हैं। बगदाद से लेकर खुरासान तक उन्हें पूरी दुनिया में निशाना बनाया जाएगा।” विश्लेषकों के अनुसार, सुन्नी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) ने इराक से अफगानिस्तान तक सत्ता हासिल करना शुरू कर दिया है। इराक और सीरिया में अंतरराष्ट्रीय ताकतों से हारने के बावजूद, आईएस एक बार फिर दुनिया भर में खिलाफत स्थापित करने के लिए लड़ रहा है। और इस बार उन्होंने शिया मुसलमानों पर हमले की साजिश रची है।

इस्लामिक स्टेट ने हाल के दिनों में अफगानिस्तान में कई शिया मस्जिदों पर हमला किया है। हाल ही में आईएस ने कंधार की एक शिया मस्जिद में आत्मघाती हमला किया था। हमले में कम से कम 30 लोग मारे गए थे। विश्लेषकों के मुताबिक सुन्नी उग्रवादी शियाओं को मुसलमान नहीं मानते। नतीजतन, अफगानिस्तान में हजारों लोगों पर तालिबान और आईएस द्वारा हमला किया गया है।

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इस बीच तालिबान के लिए आईएसआई का खतरा सिरदर्द बन सकता है। क्योंकि अफगानिस्तान में दोनों पक्षों के बीच युद्ध चल रहा है। तालिबान और आईएस दोनों सुन्नी जिहादी संगठन हैं। हालाँकि, इस्लाम की व्याख्या और सिद्धांत को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद समाप्त हो गया। आईएस का दावा है कि तालिबान अमेरिका के ‘मुल्ला ब्रैडली’ प्रोजेक्ट का हिस्सा है। कट्टरपंथियों के अनुसार अमेरिका ने जिहादी गुटों को आकर्षित कर उन्हें कमजोर किया। खासतौर पर 2015 में अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत में आईएस की खुरासान शाखा बनने के बाद से संघर्ष तेज हो गया। समय-समय पर दोनों पक्षों के अलग-अलग गुट आपस में भिड़ गए।

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