कानपुर : बहुचर्चित बिकरू कांड के बाद एनकाउंटर में मारे गए हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके रिश्तेदारों की 67 करोड़ की संपत्तियां जब्त कर ली गई हैं। दुबे को यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। इसके बाद कानपुर आउटर के एसपी अजीत सिन्हा की रिपोर्ट पर डीएम कोर्ट ने उसकी संपत्ति को अटैच करने का आदेश दिया।
इन जब्त हुई संपत्तियों में विकास दुबे की पत्नी की संपत्ति, मां की संपत्ति और दोनों बेटों की संपत्ति शामिल है। प्रशासन द्वारा अटैच की गई संपत्तियों में बिकरू, चौबेपुर, कानपुर देहात और लखनऊ में स्थित 13 अचल और 10 चल संपत्तियां शामिल हैं।अब इन संपत्तियों पर तहसीलदार स्तर का अधिकारी बतौर रिसीवर तैनात होगा। इसके अलावा कानपुर देहात और लखनऊ डीएम को रिसीवर बैठाने के लिए पत्र भेजा जाएगा।
विकास दुबे के करीबी रिश्तेदारों की संपत्ति अटैच
पुलिस की रिपोर्ट के बाद डीएम कोर्ट ने विकास दुबे और उसके करीबी रिश्तेदारों की संपत्ति को अटैच कर लिया है. ये संपत्तियां विकास दुबे की मां सरला दुबे, छोटे भाई दीपू दुबे और बेटे आकाश और शानू के नाम पर हैं. तमाम कयासों से परे विकास दुबे करोड़ों की संपत्ति का मालिक निकला. विकास दुबे का नाम उस वक्त सुर्खियों में आ गया था जब 2 जुलाई 2020 को बिकरु कांड को अंजाम दिया था.
इसके बाद से ही शासन और प्रशासन विकास दुबे और उसके रिश्तेदारों की संपत्तियों पर कार्रवाई करने की कवायद कर रहा था. तब से लगातार विकास दुबे की संपत्तियों को चिन्हित किया जा रहा था. जिसके बाद लखनऊ और कानपुर देहात प्रशासन से रिपोर्ट मांगी गई थी. इस रिपोर्ट के आधार पर ये कार्रवाई की गई है.
मकान-दुकान को किया गया जब्त
विकास दुबे की 4 गाड़ियां, दो ट्रैक्टर ट्राली समेत 10 चल संपत्तियां हैं. इसी तरह से बिकरू गांव स्थित पैतृक मकान, लखनऊ का मकान, गांव की 12 बीघा जमीन, सकरवा की 13 बीघा जमीन, शिवली गांव के मकान और दुकानों को भी जब्त किया गया है. इसके अलावा विकास दुबे के फंड मैनेजर जय वाजपेई की 2.97 करोड़ रुपए की अचल संपत्तियों को पहले ही कुर्क किया जा चुका है.
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