डिजिटल डेस्क : समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा विपक्ष के लिए इस्तेमाल की जाने वाली भाषा पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग की। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा विपक्ष के प्रति जिस भाषा का इस्तेमाल किया गया है, वह नरमपंथी, संयमित और विनम्र भाषा की श्रेणी में नहीं आती. लोकतंत्र में ऐसी भाषा में कोई तर्क नहीं है।
Samajwadi Party writes to Election Commission of India, requesting it to issue instructions to CM Yogi Adityanath to use the "language in accordance of the Model Code of Conduct." pic.twitter.com/eJ3Ttu9Yao
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 3, 2022
हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धमकी दी है कि ’10 मार्च के बाद चलेंगे बुलडोजर’. इसके अलावा वे लगातार सपा नेतृत्व को गुंडा, ठग, माफिया बता रहे हैं। मुख्यमंत्री ने 1 फरवरी, 2022 को मेरठ में शिवाखास और किठौर के बीच हुई बैठक में कहा था कि ‘लाल टोपी यानी दंगों का इतिहास’. यह सब शांत हो जाएगा।”” गर्मी कितनी ठंडी होगी मुझे पता है कि कैसे अलोकतांत्रिक भाषा का इस्तेमाल किया गया है। लगातार धमकी देने की बात कर रहे हैं।
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