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सूडान: सोने की खदान के गिरने से कम से कम 37 लोगों की मौत

डिजिटल डेस्क : सूडान के पश्चिमी कॉर्डोफन प्रांत में मंगलवार को एक सोने की खदान के गिरने से कम से कम 37 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। सूडानी राज्य खनन कंपनी ने एक बयान में कहा कि दुर्घटना राजधानी खार्तूम से 600 किलोमीटर दक्षिण में फुजा गांव में एक बंद खदान में हुई। हादसे में कई लोगों के घायल होने की भी खबर है। खनन कंपनी ने फेसबुक पर कुछ तस्वीरें पोस्ट कीं जिसमें ग्रामीणों को वहां इकट्ठा होते दिखाया गया है।

फोटो में दिखाया गया है कि कम से कम दो ड्रेजर जीवित बचे लोगों और शवों को खोजने के लिए काम कर रहे हैं। अन्य तस्वीरों में लोग मृतकों को दफनाने के लिए कब्रें तैयार करते दिख रहे हैं। कंपनी ने एक बयान में कहा कि खदान काम नहीं कर रही थी, लेकिन स्थानीय खनिक काम पर लौट आए थे। दरअसल यहां से जब माइन गार्ड्स लौटे तो लोगों ने इसे सोना इकट्ठा करने के मौके के तौर पर देखा. इसके बाद यहां खुदाई के लिए पहुंचें। हालांकि, यह कदम उठाने के लिए उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी। कंपनी ने यह नहीं बताया कि खदान ने कब काम करना बंद किया।

सूडान में खदानें असुरक्षित क्यों हैं?
दरअसल, एक दशक पहले दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक सूडान में महंगाई अपने चरम पर थी। फिर यहां सोने का खनन शुरू हुआ और लोग खनन के जरिए पैसा कमाने लगे। देश भर में लगभग 2 मिलियन लोग सोने की तलाश में पारंपरिक खनिक के रूप में काम करते हैं। वे अक्सर सूडान में अर्ध-कानूनी खदानों में काम करते हैं। जहां स्थिति बेहद असुरक्षित है और इंफ्रास्ट्रक्चर बेहद जर्जर है। इस अनिश्चित स्थिति के बावजूद, आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सूडान से निकाले गए सोने का 80 प्रतिशत इन श्रमिकों द्वारा उत्पादित किया जाता है।

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आंकड़ों के मुताबिक, 2020 में पूर्वी अफ्रीका में स्थित सूडान में 36.6 टन सोने का खनन किया गया था। यह पूरे महाद्वीप में किसी भी देश का दूसरा सबसे बड़ा सोने का निष्कर्षण था। उसी समय, पिछले दो वर्षों में, सूडानी सरकार ने खनन उद्योग को विनियमित करना शुरू कर दिया है। देश से सोने की तस्करी की आशंका होने पर ऐसा किया जा रहा है। लेकिन 25 अक्टूबर के तख्तापलट के बाद से, देश एक राजनीतिक संकट में फंस गया है जिसके कारण बड़े पैमाने पर हिंसा हुई है। अफ्रीकी देशों में खनन आम है। इसी तरह की घटनाएं पड़ोसी देश कांगो में हो रही हैं।

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