Homeधर्मअकूत धन-दौलत छोड़ सन्यासी हो जाते हैं ऐसे लोग

अकूत धन-दौलत छोड़ सन्यासी हो जाते हैं ऐसे लोग

हाथ में रेखाओं के साथ वलय भी पाए जाते हैं। वलय का मतलब घेरे से है। इनमें से एक होता है गुरु वलय। यह वलय गुरु पर्वत को घेरे हुए होता है। गुरु पर्वत को घेरते हुए या बांधते हुई जो रेखा होती है, गुरु वलय कहलाती है। यदि किसी व्यक्ति के हाथ में गुरु वलय है तो वह आध्यात्मिक प्रवृत्ति का होता है। वह अपने धर्म का प्रबल समर्थक और ईश्वर की उपस्थिति को मानने वाला होता है। यदि गुरु पर्वत भी अच्छी स्थिति में है और साथ में गुरु वलय भी है तो यह व्यक्ति को आध्यात्मिकता में ऊंचाइयों पर ले जाता है। ऐसे लोगों को आध्यात्म में सौ फीसदी सफलता मिलती है। कई व्यक्ति के हाथ में दो वलय बनते हैं तो ऐसा व्यक्ति ईश्वर की उपस्थिति को मानता है। इस तरह के व्यक्ति सन्यासी हो सकते हैं। गुरु वलय प्रचुर धन की सूचना भी देता है।

यदि गुरु पर्वत से कोई रेखा शुक्र पर्वत तक खड़ी हो तो ऐसा व्यक्ति धन-दौलत तो खूब कमाता है, लेकिन आखिर में सब मोह-माया छोड़कर सन्यासी हो जाता है। यदि शनि पर्वत पर त्रिभुज भी मिलता है तो व्यक्ति सिद्धि की ओर जाता है। गुरु पर्वत पर वलय वाले व्यक्ति उच्च पद पाने वाले होते हैं। ये समाज सेवा भी बढ़कर करते हैं। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार ईमानदार लोगों के हाथों में ही यह वलय मिलता है। यदि व्यक्ति के हाथ में टूटा हुआ अथवा अधूरा वलय बनता है तो ऐसे व्यक्ति को धन एकत्र करने में बहुत संघर्ष करना पड़ता है। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार यदि जीवन रेखा अथवा मस्तिष्क रेखा से निकलकर कोई रेखा गुरु वलय को काटे तो ऐसे व्यक्ति को जीवन में कोई जहरीला जीव काटता है। इस तरह के लोगों के जीवन में जहरीले जीव का दंश होने का खतरा रहता है।

Read More : भाजपा घोषणापत्र: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जारी किया भाजपा का घोषणापत्र

- Advertisment -

Recent Comments

Exit mobile version