गुलशन सिद्दीकी-अयोध्या : कोतवाली बीकापुर में बदमाशों के हौसले सातवें आसमान पर हैं। भले ही स्थानीय पुलिस अपराध नियंत्रण की दिशा में बड़े-बड़े दावे कर रही हो मगर जमीन पर तो पुलिस अपराधियों को संरक्षण देती दिखाई पड़ रही है। शनिवार की रात करीब 8:00 बजे जलालपुर तिराहे के पास बाइक सवार युवक से चार हथियारबंद बदमाशों द्वारा लूट की घटना के बाद भले ही पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर कुछ घंटे के भीतर ही अपराधियों को हिरासत में ले लिया था मगर इस दौरान पुलिस लूट का शिकार हुए युवक मुकेश यादव पर ही रौव गाबिल करती हुई दिखाई दी।
अपराधियों को शांति भंग की आशंका में चालान करके सोमवार को पुलिस ने अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली। जबकि पीड़ित नासिपुर मूसी के युवक मुकेश यादव ने यह गुहार लगाई है कि पुलिस ने न केवल उसका मानसिक उत्पीड़न किया बल्कि कतिपय कारणों के चलते पुलिस ने लूट की घटना में संलिप्त बदमाशों को गिरफ्तार करने के बाद भी उन्हें संरक्षण देने का कार्य किया है।
पीड़ित युवक ने यह भी आरोप लगाया|
पीड़ित युवक ने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस ने उससे छीने गए करीब ₹47000 बरामद करने के बजाए हत्थे चढ़े बदमाशों को शांति भंग की धाराओं में चालान कर एक तरह से उन्हें संरक्षण प्रदान किया है। बताते चलें कि बीकापुर के पातेपुर गांव में एक वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल हुए नासिर पुर मूसी के युवक उस समय लूट व चुनौती का शिकार हो गया
जब वह कार्यक्रम से वापिस फैजाबाद की ओर पैसा देने के लिए जा रहा था युवक ने यह भी बताया है कि जलालपुर चौराहे के पास पहुंचने के बाद हथियारबंद चार बदमाशों ने असलहे की नोक के दम पर उसके पास मौजूद ₹47000 की लूट की तथा उसके साथ मारपीट भी की सनसनीखेज वारदात की सूचना पाकर स्थानीय पुलिस हरकत में आई और उसने लूट के चंद घंटों के भीतर ही तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया मगर 2 दिन तक कोतवाली में पंचायत करने के बाद आखिरकार सोमवार को पकड़े गए बदमाशों को सीआरपीसी की धारा 151 में चालान कर पूरे मामले का अल्पीकरण कर दिया गया।
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