Homeदेशशिक्षक भर्ती स्कैम में पार्थ और अर्पिता की मिलीभगत ?

शिक्षक भर्ती स्कैम में पार्थ और अर्पिता की मिलीभगत ?

पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती स्कैम केस में बुधवार (तीन अगस्त, 2022) को नई जानकारियां सामने आईं। ईडी ने बुधवार को अदालत में बताया कि अर्पिता मुखर्जी के नाम पर 31 जीवन बीमा पॉलिसियां हैं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक इन पॉलिसियों में पार्थ चटर्जी को नॉमिनी बनाया गया है। केंद्रीय जांच एजेंसी के मुताबिक उन्हें एक पार्टनरशिप फर्म के दस्तावेज भी मिले हैं।

बता दें कि ईडी की रिमांड की मांग वाली कॉपी में बताया गया कि पार्थ चटर्जी और अर्पिता किस प्रकार की मिलीभगत के साथ काम कर रहे थे। हालांकि शिक्षक भर्ती स्कैम केस में यह पहली बार था जब केंद्रीय एजेंसी ने अदालत के समक्ष दोनों के बीच सीधा संबंध दिखाया।कोलकाता के स्पेशल कोर्ट ने चटर्जी और मुखर्जी को पांच अगस्त तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है। इस बीच, कोलकाता में इस घोटाले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेन्दु अधिकारी ने कहा- ये सारा पैसा टीएमसी और ममता बनर्जी का है। पार्थ चटर्जी संरक्षक थे। इसलिए इसकी सरगना ममता बनर्जी है, उन्होंने ममता बनर्जी सरकार से इस्तीफे की भी मांग की है। बता दें कि पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में पार्थ चटर्जी का नाम आने के बाद से ममता सरकार ने उन्हें मंत्री पद से हटा दिया है।

ईडी की रिपोर्ट

ईडी की रिपोर्ट में बोलपुर में एक संयुक्त संपत्ति के हस्तांतरण का जिक्र है जो अर्पिता और पार्थ के रिश्तेदारों से जुड़े थे। जिसका कार्यालय बेलघरिया में क्लब टाउन हाइट्स के फ्लैट में पंजीकृत पाया गया। ईडी ने यहां से 27.9 करोड़ रुपये जब्त किए हैं। ईडी के सूत्रों ने कहा कि अब तक अर्पिता के दो फ्लैटों से 49.8 करोड़ रुपये नकद और आभूषण जब्त किए हैं। ये दोनों फ्लैट, एक टॉलीगंज के पास डायमंड सिटी साउथ में और दूसरा बेलघरिया में क्लब टाउन हाइट्स में हैं। दोनों अर्पिता मुखर्जी के नाम पर पंजीकृत थे।

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