कानून और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का हवाला
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि राहुल गांधी की मांगें 1950 और 1951 के जन प्रतिनिधित्व अधिनियम और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के खिलाफ हैं। आयोग ने यह भी कहा कि वह कानून और संविधान के अनुसार ही काम कर रहा है और मतदाताओं की सुरक्षा व चुनाव की निष्पक्षता को बनाए रखना। उसकी प्राथमिकता है।
गोपनीयता और सुरक्षा जरूरी – चुनाव आयोग
वही राहुल गांधी के आरोपों पर चुनाव आयोग ने जवाब दिया है। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि मतदान केंद्रों की वेबकास्टिंग फुटेज को सार्वजनिक करना, मतदाताओं की गोपनीयता और सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है। चुनाव आयोग के अनुसार इस तरह की मांगें दिखने में तो जनहित और लोकतांत्रिक ईमानदारी के समर्थन में लगती हैं। लेकिन वास्तव में इनका उद्देश्य इसके विपरीत होता है।
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