डिजिटल डेस्क : भारत में कोरोना ओमाइक्रोन का एक नया रूप भी पहुंच गया है। कर्नाटक में पहले दो मरीज मिले। इनमें से एक की उम्र 48 साल और दूसरे की 6 साल है। दोनों विदेशी बताए जाते हैं। वह 11 और 20 नवंबर को बेंगलुरु पहुंचे। उसके संपर्क में आने वाले सभी लोगों की पहचान कर ली गई है और उन पर नजर रखी जा रही है.
आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम वर्गीस ने कोरोना पर प्रेस वार्ता में बताया कि स्वास्थ्य विभाग की 37 लैब में संक्रमित लोगों की जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है. इनमें से कर्नाटक के दो नमूनों में ओमाइक्रोन की पुष्टि हुई है। हमें घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन जागरूकता बहुत जरूरी है।
सरकार ने जो अहम बात कही है…
कोरोना के नए रूप ओमाइक्रोन के तेजी से फैलने की आशंका जताई जा रही है। यह डेल्टा से 5 गुना अधिक संक्रामक हो सकता है।
29 देशों में अब तक ओमाइक्रोन के 373 मामले मिल चुके हैं। अब तक सभी मामलों में हल्के लक्षण सामने आए हैं।
देश और दुनिया में अभी तक ऐसे सभी मामलों में कोई गंभीर लक्षण नजर नहीं आया है। WHO इस पर शोध कर रहा है.
अभी लॉकडाउन करने की जरूरत नहीं है। हम इस नई चुनौती का सामना करेंगे। हमें डरना नहीं चाहिए। मास्क पहनना लोगों की जिम्मेदारी है।
Omicron की विशेषताएँ और प्रभाव अभी भी दुनिया भर में समझे जा रहे हैं। इसको लेकर कई जानकारियां सामने आने वाली हैं।
वैक्सीन की बूस्टर डोज का अध्ययन किया जा रहा है। अगर स्थिति बिगड़ती है तो उसी के आधार पर अगला फैसला लिया जाएगा।