डिजिटल डेस्क : यह काफी कुछ हवाई जहाज जैसा दिखता है। लेकिन साधारण विमान थोड़े कम होते हैं। विमान से कई गुना ज्यादा ताकतवर। इसका नाम एक्रोनोप्लान है। रूसी नौसेना का विमान।
इक्रानोप्लान एक रूसी शब्द है। इसका मतलब है ‘ग्राउंड इफेक्ट व्हीकल’। कैस्पियन सागर के तट पर इस विशाल विमान को देखकर कोई भी हैरान रह सकता है।इसका दूसरा नाम ‘कैस्पियन सी मॉन्स्टर’ है। इस ‘विशाल’ विमान ने एक बार कैस्पियन सागर की गोद से उड़ान भरी थी। इसलिए ऐसा नामकरण।
1968 में सोवियत संघ ने इक्रानोप्लान विकसित किया। विमान का इस्तेमाल सोवियत और रूसी नौसेनाओं द्वारा 198 से 1990 तक किया गया था।यह पानी में तैरते हुए भी आसानी से उड़ सकता है। लेकिन नौसेना ने लंबे समय से इस विमान का इस्तेमाल नहीं किया है।
यह तीन साल बाद 1990 में सेवानिवृत्त हुआ। तब से 2020 तक, कैस्पियन के तट पर अकेला वर्ग एक्रोनोप्लान को छोड़ दिया गया था। एकांत समुद्र तट पर ऐसे विमान को देखकर कोई भी दंग रह जाएगा।यह लून क्लास एक्रानोप्लान 240 फीट लंबा है। यह 75 फीट ऊंचा और 144 फीट चौड़ा है जिसके दोनों ओर दो पंख हैं।उस समय इस वर्ग का एकमात्र वाहन सोवियत संघ के लिए बनाया गया था।
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रखरखाव के अभाव और तट पर लंबे समय तक रहने के कारण इसके कई हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इस ऐतिहासिक विमान की सुरक्षा के लिए हाल ही में फैंसी तरीके अपनाए गए हैं।इसे तट से हटा दिया गया और एक नए स्थान पर ले जाया गया। इसे डर्बेंट शहर के पास पर्यटकों के लिए एक पार्क में रखने का निर्णय लिया गया। पार्क अभी तक जनता के लिए खुला नहीं है।