त्रिपुरा : मौका था त्रिपुरा में तृणमूल के चुनावी प्रचार का और गाना बज गया एई तृणमूल आर नोय…। इससे भी बड़ी विडंबना यह रही कि चुनाव प्रचार करने वाले कोई और नहीं बल्कि भाजपा से तृणमूल में आये बाबुल सुप्रियो थे और बजने वाला गाना भी बाबुल का ही गाया हुआ था। फर्क इतना है कि यह गाना बाबुल ने भाजपा में रहते हुए तृणमूल के खिलाफ गाया था। उस वक्त बाबुल को क्या पता था कि उनका यह गाना उन्हीं के लिए परेशानी का सबब बनेगा। गाने को सुनते ही बाबुल ने अपने संबोधन में कहा कि इन नेताओं की सोच कितनी ओछी है यह देखने वाली बात है। इनके नेता बहुत अहंकारी हैं और छोटे नेताओं के साथ ऐसा दुर्व्यवहार करते हैं कि जिसने इस गाने को लिखा था, गाया था वह खुद पार्टी बदलकर आज दीदी का हाथ पकड़कर तृणमूल में शामिल हो गया। बाबुल ने कहा कि ये गाना मैं नहीं सुन रहा। जो मुझे ठीक लगता है मैं वह करता हूं। तृणमूल के लिए मैं और बेहतर गाना लिखूंगा।
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त्रिपुरा में निकाय चुनाव होने जा रहे हैं जिसमें तृणमूल द्वारा भी उम्मीदवार उतारे गये हैं, इन्हीं के प्रचार के लिए बाबुल सभा को संबोधित कर रहे थे। जानकारी के अनुसार उसी दौरान सभा मंच के करीब ही बाबुल का गाया यह गाना बजने लगा, जिसे सुनकर बाबुल भी अचंभित रह गये। सभा में बाबुल के साथ तृणमूल युवा कांग्रेस की अध्यक्ष सायोनी घोष भी थीं। बताया जा रहा है कि वहीं से एक मेटाडाेर गुजरा जिसमें यह गाना बजाया जा रहा था।