डिजिटल डेस्क : स्वीडिश पर्यावरण आंदोलन की कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग का कहना है कि जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र का सीओपी 26 शिखर सम्मेलन विफल हो गया है।उन्होंने कहा “कॉप 26 सम्मेलन विफल हो गया है, यह कोई रहस्य नहीं है,” ।दिन के उजाले की तरह यह भी सच है कि हम जिस तरह इस संकट में हैं, उसका किसी भी तरह से समाधान संभव नहीं है। कार्बन उत्सर्जन को पहले कभी नहीं देखे गए स्तरों तक कम करने की आवश्यकता है।’
ग्रेटा ने शुक्रवार (5 नवंबर) को ग्लासगो के जॉर्ज स्क्वायर में “फ्राइडे फॉर द फ्यूचर” बैनर तले एक रैली में यह टिप्पणी की। विरोध प्रदर्शन में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया।ग्रेटा थनबर्ग ने कहा, ‘सत्ता में रहने वाले खुद को कल्पना में डाल सकते हैं। जब उन्हें फंतासी से प्यार हो जाता है, तो दुनिया सचमुच जल रही होती है। विश्व के नेता सोच सकते हैं कि प्रौद्योगिकी सभी संकटों का समाधान कर देगी।
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संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन को “व्यावसायिक सम्मेलन” के रूप में संदर्भित करते हुए, ग्रेटा ने कहा: “संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित दो सप्ताह का सम्मेलन, दो सप्ताह का व्यावसायिक उत्सव था। यहां भी कारोबार को प्राथमिकता दी गई है। बचने का रास्ता उन्हीं के फायदे के लिए बनाया गया है।’