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युवती के अपहरण और हत्या के मामले में इंस्पेक्टर समेत चार पुलिसकर्मी सस्पेंड

फतेहपुर. उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में युवती के अपहरण और हत्या के मामले में लापरवाही बरतने वाले एसएचओ पर कार्रवाई हुई है. कल्यानपुर थाना क्षेत्र के कंसपुर गुगौली गांव की घटना में एसआईटी की रिपोर्ट के बाद एसपी ने तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक समेत चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. इनमें दो को जनपद में होने के कारण तुरंत सस्पेंड किया गया, जबकि दो के गैर जनपद तैनाती के चलते पत्राचार किया गया है.

इधर, युवती के परिजनों ने शव की शिनाख्त का दावा किया है. पुलिस ने डीएनए सैंपल की कार्रवाई के बाद शिनाख्त की पुष्टि होने बात कही है. एसपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि थाना कल्यानपुर क्षेत्र में फरवरी 2021 में एक युवती की अपहरण की सूचना थाने में प्राप्त हुई थी, लेकिन थानाध्यक्ष और तीन सब इंस्पेक्टरों के द्वारा शिकयात की सही जांच नहीं की. परिजनों द्वारा इस मामले में बार-बार एप्लिकेशन भी दी गई, मगर पुलिस ने मामले में अलग बिंदु पर जांच की जिससे पीड़ित का केस नहीं दर्ज हो सका था.

हैवियस कार्पस किया फाइल

इसके बाद युवती के परिजनों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में हैवियस कार्पस फाइल किया, तब जाकर हाईकोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ है. आईजी रेंज प्रयागराज की तरफ से इसमें एसआईटी का गठन किया गया है. शुरुआती जांच में लापरवाही बरतने वाले तत्कालीन थानाध्यक्ष केशव वर्मा व सब इंस्पेक्टर संजीव सिंह, यशकरण और महेंद्र वर्मा के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जा रही है. पूरे मामले की जांच की जा रही है.

बताया गया है कि युवती की अपहरण के बाद हत्या के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी, जिस मामले में हाईकोर्ट ने हैवियस कार्पस का आदेश किया है. हाइकोर्ट के आदेश पर कल्यानपुर पुलिस ने हैप्पी सिंह, राही सिंह, संजय सिंह पर युवती के अपहरण, एससी-एसटी समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तीनों को जेल भेज दिया. इस मामले की विवेचना बिंदकी सीओ योगेंद्र सिंह मलिक को मिली थी. मामले में कोई प्रगति न होने पर हाईकोर्ट ने एसपी के बाद 13 अप्रैल को प्रयागराज रेंज आईजी डा. राकेश सिंह को तलब किया है.

आईजी पहुंचे पुलिस लाइन

इस मामले को लेकर आईजी डॉ. राकेश सिंह रविवार की शाम फ़तेहपुर पुलिस लाइन पहुंचे. आईजी ने एसपी, एएसपी, एसआईटी प्रभारी व टीम के साथ पूरे प्रकरण की रिपोर्ट तैयार की है. एसआईटी टीम प्रभारी व सीओ जाफरगंज अनिल कुमार की रिपोर्ट में सामने आया कि कल्यानपुर क्षेत्र के एक गांव की युवती 23 फरवरी को 2021 को लापता हुई थी. गांव का हैप्पी सिंह युवती को लेकर गया था. गुजरात के सूरत में युवती ने हैप्पी पर शादी का दबाव बनाया. शादी नहीं करने पर युवती कुछ दिन बाद सूरत से गायब हो गई थी.

इस मामले में तीन अप्रैल 2021 को कल्यानपुर थाने में गुमशुदगी दर्ज की गई. आरोप है कि जांच के दौरान विवेचक एसआई महेंद्र वर्मा, यशकरन सिंह, संजीव कुमार ने युवती को खोजने के सार्थक प्रयास नहीं किए. वहीं आरोपी हैप्पी सिंह पर रंजिश के चलते आरोप लगाने की बात कही गई थी. इस दौरान कल्यानपुर के कंसपुर गुगौली रेलवे क्रासिंग के पास एक युवती का अधजला शव मिला था. उसका एक हाथ भी काटा गया था. परिजनों ने शव लापता बेटी का होने की आशंका जताई और एक प्रार्थना पत्र भी पुलिस को दिया. इसके बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर हाईकोर्ट में युवती के पिता ने याचिका दाखिल की थी.

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सीओ योगेंद्र सिंह मलिक पर प्रारंभिक जांच

एसआईटी जांच रिपोर्ट के आधार पर आईजी के निर्देश पर एसपी राजेश सिंह ने विवेचना में लापरवाही बरतने के मामले में सीओ योगेंद्र सिंह मलिक पर प्रारंभिक जांच बैठाई है. सही समय पर मुकदमा दर्ज नहीं करने पर एसआई यशकरन सिंह, संजीव कुमार को निलंबित किया गया है. इसके साथ ही एएसपी को विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं. तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक केशव दास वर्मा वर्तमान तैनाती प्रयागराज के हंडिया थाना प्रभारी निरीक्षक और महोबा स्थानांतरित एसआई महेंद्र वर्मा को निलंबित किए जाने के लिए पत्राचार किया गया है.

 

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