लखीमपुर खीरी: नितिन गुप्ता : सरकार और सिस्टम दहेज प्रथा को खत्म करने की चाहे जितनी भी कोशिश कर ले लेकिन दहेज़ रूपी दानव किसी भी सरकार और सिस्टम को नहीं मानते है. वो तो बस मुंह खोल कर दहेज की डिमांड करते हैं. फिर चाहे किसी का घर बसे या ना बसे. किसी की जान तक भी चली जाए पर इन लोगो को कोई फर्क नहीं पड़ता है, ताज़ा मामला मैगलगंज कोतवाली क्षेत्र के चुरई पुरवा का सामने आया है.
आपको बताते चले पूरा मामला मैगलगंज कोतवाली क्षेत्र के गांव चुरई पुरवा का हैं जहां दहेज की मांग को लेकर मधुबाला उर्फ शिवानी पुत्री अनिल कुमार की लड़की की शादी पंकज कुमार पुत्र रामासारे बसबिरवा पोस्ट गुलौली मोहम्मदी क्षेत्र से तय थी लेकिन कार व ट्रैक्टर एवं साढे तीन लाख की नगदी ना मिलने को लेकर बरात घर पर नहीं पहुंची लड़की के पिता का आरोप है बारात आने की झांसा देते रहे कई बार फोन पर भी बात हुई तो जवाब मिलता रहा की बारात आ रही है
आ रही लेकिन पूरी रात और सुबह बीत गई लेकिन बरात घर पर नहीं पहुंची जिससे उनके काफी बेइइजती हुई और साथ ही लाखों का नुकसान हुआ है क्या सरकार के पास इन दहेज के लोभिओ की कोई नहीं ऐसा दहेज प्रथा में लड़कियां कब तक प्रताड़ित होती रहेंगी साथ समाज मे रहने वाला हर बेटी का पिता इस घटना को सुनकर सोचने कर परेशान भी होगा ।
करीब साढ़े 6 लाख की रिकवरी का हुआ समझौता
पति पत्नी के बीच आपसी तालमेल न होने के कारण विवाद हुआ। विवाद इतना बढ़ा की पत्नी अपने घर महाराष्ट्र लौट गई। 2011 में खाना खर्चे के लिए आदेश जारी हुआ। आदेश के बावजूद पति के द्वारा खर्चा नहीं दिया जा रहा था। करीब 10 साल बाद राशि 10 लाख करीब हुई। जिसके बाद आज कुटुम्ब न्यायालय में दोनों पक्षों में 6 लाख 30 हजार में समझौता हो गया। पक्षकार के द्वारा 6 लाख 30 हजार का चेक दिया गया। तलाक की प्रक्रिया विचाराधीन है।
Read More : सड़क पर नमाज पढ़ने पर दर्ज हुआ मुकदमा,150 लोगों के खिलाफ एफआईआ