एस्ट्रो डेस्क : अन्य पर्वतों की तरह राहु पर्वत भी हाथ में बहुत खास माना जाता है। समुद्रशास्त्र के अनुसार हाथ में राहु पर्वत की स्थिति हथेली के मध्य में, मस्तक रेखा के नीचे और मंगल और शुक्र पर्वत के पास मानी जाती है। तालु में भाग्य रेखा भी राहु पर्वत को पार करके शनि पर्वत पर जाती है। यदि राहु पर्वत बहुत कठोर हो और तालु तक आगे बढ़े तो ऐसा व्यक्ति भी बहुत भाग्यशाली होता है। राहु पर्वत से भाग्य रेखा स्पष्ट और गहरी हो जाती है और शनि पर्वत की ओर बढ़ती है, तो ऐसा व्यक्ति जीवन में दयालु, धार्मिक और प्रतिभाशाली होता है। ऐसे लोग अपने जीवन में हर तरह की खुशियों का आनंद लेते हैं। हालांकि भाग्य रेखा के टूटने और राहु पर्वत के विकसित होने पर जातक आर्थिक रूप से समृद्ध हो जाता है, लेकिन किसी कारणवश व्यक्ति की स्थिति फिर से ढलान पर आ जाती है।
ऐसे लोगों के लिए फायदे की कोई कमी नहीं है, जानिए क्या कह रहा है ये हस्तरेखा?
यदि किसी व्यक्ति के हाथ में राहु पर्वत अपनी स्थिर स्थिति से हटकर हथेली के मध्य में चला जाता है, तो उसे युवावस्था में बहुत बुरे दौर से गुजरना पड़ सकता है। यदि किसी व्यक्ति की हथेली का मध्य भाग गहरा हो और भाग्य रेखा टूटी हो तो वह युवावस्था में बहुत कठिन आर्थिक स्थिति में अपना जीवन व्यतीत करता है। यदि राहु पर्वत कम प्रवाहित हो तो ऐसा जातक बेचैन स्वभाव का होता है। हालांकि, ऐसे लोग अपने परिवार या अपनी अर्जित संपत्ति को नष्ट कर देते हैं।