Coronavirus South Africa Strain Kyun Hai Ghatak,corona virus new south africa strain hindi samachar, corona virus new south strain news in hindi,corona new strain south africa
दुनिया भर के अलग-अलग देशों में मिल रहे कोरोना वायरस के नए-नए स्ट्रेन ने दुनियाभर के वैज्ञानिकों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में मिले स्ट्रेन को बहुत खतरनाक और संक्रामक बताया जा रहा है। Coronavirus South Africa Strain
इनसे अब तक कई लोग संक्रमित भी हो चुके हैं। अब कोरोना के दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन को लेकर वैज्ञानिकों ने एक डराने वाली चेतावनी दी है। उनका कहना है कि एक नए शोध से पता चला है कि यह अफ्रीकी स्ट्रेन न सिर्फ एंटीबॉडी को धोखा देने में, बल्कि ये प्रतिरक्षा तंत्र को भी ‘धोखा’ देकर बच निकलने में सक्षम है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, कोरोना वायरस का दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन उन आधे से अधिक लोगों को दोबारा संक्रमित करने में सक्षम हो सकता है जो कोविड-19 से पहले ही बीमार होकर ठीक भी हो चुके हैं। दरअसल, वायरस के बाहरी स्पाइक प्रोटीन के एक विशिष्ट भाग पर उत्परिवर्तन (म्यूटेशन), इसे ‘एंटीबॉडी’ से बचने में सक्षम बनाते हैं। Coronavirus South Africa Strain
नेशनल डेली रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण अफ्रीका के शोधकर्ताओं का कहना है किकोरोना के इस नए स्ट्रेन से संक्रमित हुए 48 फीसदी लोग पहले भी कोरोना से संक्रमित हो चुके थे, लेकिन पुराने कोरोना वायरस के मुकाबले नए स्ट्रेन का असर उनपर ज्यादा देखने को मिला। इसमें हैरान कर देने वाली बात ये थी कि संक्रमण से ठीक हो चुके लोगों के शरीर में बनी एंटीबॉडी भी नए स्ट्रेन के संक्रमण को रोकने में नाकाम रही।
प्रोफेसर पेनी मूर के मुताबिक, जो लोग पहली बार कोविड-19 की वजह से गंभीर रूप से बीमार हुए थे, उनके इस नए कोरोना वायरस के स्ट्रेन से दोबारा संक्रमित होने की संभावना कम हो सकती है, क्योंकि उनके पास वायरस के खिलाफ पहले से ही एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया मौजूद है। Coronavirus South Africa Strain
शोधकर्ताओं के मुताबिक, एंटीबॉडी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया होती है जो कोरोना वायरस के टीकों द्वारा विकसित होती है। इसलिए,अगर वायरस लगातार विकसित होता है और एंटीबॉडी के लिए प्रतिरोधी बन जाता है, तो इसका अर्थ यह भी हो सकता है कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए विकसित वर्तमान टीके निरर्थक हो सकते हैं और इसे फिर से डिजाइन करने की आवश्यकता भी पड़ सकती है। हालांकि वैज्ञानिकों का ऐसा मानना है कि कोरोना के मौजूदा टीके नए स्ट्रेन के खिलाफ भी कारगर साबित होंगे।
Related Post
Coronavirus South Africa Strain
India Me Corona Vaccine Par Kahan Aur Kitni Jagah Kaam Chal Rha Hai ,Padhein Poori Jaankari
Britain Me Aa Gayi Corona Ki Vaccine Bharat Me pahunchna Hai Mushkil Jaanein Kyun
Vaccine Covishield Ko Manzoori Is Date se Hoga Teekakaran
Mohan Bhagwat Paschim Bangal Pahunche Chunav Se Pehle Pakad Mazboot Krne Me Laga Sangh