श्रद्धा मर्डर केस में जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे हैरान करने वाले खुलासे हो रहे हैं। दिल्ली पुलिस के सामने आफताब ने कबूल किया है कि उसने श्रद्धा के कटे हुए सर को तीन दिनों तक फ्रिज के अंदर रखा और फिर उस कटे सर को जलाने की कोशिश की। लेकिन जमने की वजह से सर सही से जल नहीं पाया। इसके बाद आफताब ने श्रद्धा के कटे सर को मिट्टी में रगड़कर फेंक दिया ताकि उसे जानवर खा जाए। पूछताछ में आफताब ने ये भी बताया है कि उसे ये सब जानकारी इंटरनेट के जरिए मिली। हत्या के बाद लाश को कैसे ठिकाने लगाना चाहिए, ये सब उसने इंटरनेट पर सर्च करके पता लगाया। आफताब के महरौली फ्लैट का वाटर बिल 300 रुपए आया है। जबकि पड़ोसियों का बिल जीरो है। वजह यह कि दिल्ली में 20000 लीटर पानी मुफ्त है।
बिस्तर पर ही हुआ था कत्ल
पुलिस के मुताबिक अब तक की जांच के दौरान इतना तो साफ हो गया है कि श्रद्धा की हत्या बिस्तर पर ही हुई थी। आरोपी आफताब ने बिस्तर पर ही श्रद्धा का गला घोंटा और मरने के बाद शव को घसीट कर फर्स पर डाल दिया। वह पूरी रात शव के साथ उसी घर में रहा और अगले दिन बाजार से चाकू और फ्रीज खरीद कर लाया।
इसके बाद उसने अगले दो दिनों तक बाथरूम में शव के टुकड़े किए और फिर अगले दो महीने तक एक एक कर इन टुकड़ों को ठिकाने लगाते रहा। इस दौरान शव के टुकड़े उसने विधिवत धो पोंछ कर फ्रीज में रख दिए थे।
केमिकल ने धो दिए सारे निशान
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक आरोपी ने श्रद्धा की हत्या के बाद पूरे घर को केमिकल से कई बार धो दिया था। यहां तक कि बाथरूम और किचन की भी उसने केमिकल से धुलाई की थी। बताया जा रहा है कि धोया तो सिलेंडर के पास वाले स्थान को भी था। लेकिन यहां ठीक से केमिकल का छिड़काव नहीं होने की वजह से कुछ धब्बे रह गए थे।
ऑन लाइन मंगाए थे परफ्यूम और पॉलिथीन
मामले की जांच से जुड़े पुलिस अधिकारियों के मुताबिक आरोपी ने ठिकाने लगाए जाने तक शव की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए थे। बावजूद इसके एक सप्ताह के अंदर बदबू उठने लगी। ऐसे में उसने पालिथीन और परफ्यूम के लिए ऑनलाइन बुकिंग की। इसके बाद उसने अठारह पॉलिथीन में शव के पैंतीस टुकड़ों को लपेट कर रखा और फिर धीरे धीरे पालिथीन में से निकालकर वह इन टुकड़ों को ठिकाने लगाता रहा था।
जानकारी के मुताबिक आरोपी आफताब ने एक वैक्यूम क्लीनर भी ऑनलाइन मंगाया था। इसकी मदद से आरोपी ने घर में लगे खून के धब्बे मिटाने का प्रयास किया था। पुलिस के मुताबिक वैक्यूम क्लीनर से सफाई की वजह से ही बेंजीन टेस्ट के दौरान पुलिस को कहीं दाग धब्बे नहीं मिले।
सिवाय अंगूठे के सभी टुकड़े जंगल में फेंके
पुलिस ने जब आफताब से पूछा कि उसने ख़ून कैसे साफ किया तो उसने बताया कि लाश के टुकड़ो और खून को साफ करने के लिए उसने ब्लीच पाउडर का इस्तेमाल किया था। आफताब ने पुलिस को बताया कि उसने पहले उन टुकड़ों को फेंका जो जल्दी खराब हो सकते थे। जिसमें बदबू आ सकती थी। आफताब ने ये भी बताया कि उसने फर्श पर लगे ख़ून के धब्बों को साफ करने के लिए केमिकल का इस्तेमाल किया। आफताब ने श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए थे। उसने सभी टुकड़े जंगल में फेंके, लेकिन अंगूठा कहीं और फेंका।
घर आए दोस्तों को भी नहीं होने दिया शक
हत्या के बाद आफताब के दोस्त भी घर आए थे। लेकिन उस दौरान उसने श्रद्धा के बॉडी पार्ट्स को कहीं और छुपा दिया था। आफताब ने पुलिस से कहा कि वो वो रात भर श्रद्धा के शव के साथ था। ना तो उसे कोई डर था और ना ही पछतावा। वो बॉडी के साथ ही फ्लैट में सोया था। रात में उसने किचन में खाना गर्म करके भी खाया था।
त्रिलोकपुरी में मिले कटे सर से हो सकता है कनेक्शन
गौरतलब है कि जून के महीने में दिल्ली के त्रिलोकपुरी इलाके में पुलिस को एक कटा हुआ सर और कटे हुए हाथ मिले थे। ये श्रद्धा की मौत की तारीख के बाद पुलिस को मिले थे। अभी तक त्रिलोकपुरी में मिले बॉडी पार्ट्स को आइडेंटिफाई नहीं किया गया है। जो सर और हाथ मिले थे उनकी कंडीशन बहुत खराब थी। अब इनको डीएनए जांच के लिए भेजा गया है और फॉरेंसिक रिपोर्ट भी जल्द आने वाली है।
इस मामले में दोनों जिलों की पुलिस टीम लगातार संपर्क में है और त्रिलोकपुरी में मिले बॉडी पार्ट्स की जानकारी श्रद्धा मर्डर केस की जांच कर रही पुलिस टीम को सौंप दी गई है। पुलिस श्रद्धा के परिवार के डीएनए से मैच कराकर जांच करेगी कहीं ये शव श्रद्धा का तो नहीं था।
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