स्टेट हेड – सादिक़ अली, डूंगरपुर। प्रदेश मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की दूरदर्शी सोच जल है तो कल है, को चरितार्थ करते हुए डूंगरपुर जिले ने भी वागड़ की परंपरा को जीवित रखते हुए पानी नो राको मान तो मेह बाबा राके आपड़ों ध्यान के संकल्प को वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान पखवाड़े में पूर्ण कर दिखाया है। जिला कलक्टर डूंगरपुर अंकित कुमार सिंह की पहल पर पूर्व से ही इस दिशा में नवाचार करते हुए जिले के 10 ब्लॉक में से प्रत्येक ब्लॉक में 10 बड़े तालाब का चयन करते हुए। मानसून पूर्व सौ तालाबों की साफ सफाई का बीड़ा उठाया गया। इसके साथ ही 5 जून से शुरू हुए वंदे गंगाजल जल संरक्षण ने इसे जन अभियाना बना दिया।
जिला कलक्टर सिंह ने बताया कि 5 जून से 20 जून तक जिले भर में कुल 13006 जल संरक्षण से जुड़ी हुई विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न संगठनों सहित जन सहभागिता से जल संरक्षण के कार्य किए गए।
कर्मभूमि से मातृभूमि में 252 रिचार्ज स्ट्रक्चर बने
अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल पहाडि़या ने विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि इसके अंतर्गत ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 200 बड़े तालाबों तथा शहरी क्षेत्रों में नगरीय निकायों के द्वारा कुल 07 तालाबों का गहराईकरण, साफ सफाई, झाडि़यां की कटाई,आवक मार्गों की साफ सफाई का कार्य किया गया। वहीं जिले भर में अब तक 3310 श्रमदान गतिविधियों का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि कर्मभूमि से मातृभूमि योजना के अंतर्गत जिले में कुल 252 रिचार्ज स्ट्रक्चर बनाए गए।
वंदे गंगा जल संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले के निवासियों ने जन सहयोग के रूप में भी भरपूर सहयोग प्रदान किया है। सीएसआर मद में लगभग 04 लाख 19 हजार तीन सौ रुपए नगद राशि का आर्थिक सहयोग कर जल संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया है। इसके अलावा अनेक संगठनों एवं उद्यमियों ने संसाधनों की उपलब्धता करते हुए सहयोग प्रदान किया। इसमें गेप सागर में भारतीय जैन संगठन द्वारा डिसल्टिंग का कार्य करते हुए सात हजार ट्रैक्टर गाद निकाली। इस कार्य में शहर के प्रतिष्ठित उद्यमी एटएएल रियल स्टेट के ओनर हुसैन अली लोखंडवाल, बालाजी कंस्ट्रक्शन कंपनी के ओनर जगदीश चौधरी द्वारा भी सहयोग प्राप्त हुआ।
वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के अन्तर्गत हुआ….
वहीं वाटर शेड आर्गेनाइजेशन ट्रस्ट, एचडीएफसी परिवर्तन के समग्र ग्रामीण विकास कार्यक्रम वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के अन्तर्गत पंचायत समिति बिछीवाडा की ग्राम पंचायत वेड एवं नारेली में तालाब गहरीकरण, कोडिया गुण में अर्द्धन डेम निर्माण एवं वीरपूर में एनिकट मरम्मत कार्य सीएसआर के अन्तर्गत करवाया गया। ग्राम पंचायत खेडा के रण सागर में भी पीएचईडी सीएसआर जन सहभागिता के अन्तर्गत एल एण्ड टी कंपनी के द्वारा तालाब से गाद निकालने और गहराई करण का कार्य किया गया।
एमजेएसए में 6023 कार्य पूर्ण
अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल पहाडि़या ने बताया कि बताया कि एमजेएसए 2.0 के अंतर्गत सभी विभागों के कुल 7738 कार्य लिए गए थे। जिसमें से 6023 कार्य पूर्ण हो चुके हैं, जिसमें से ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के 955 में से 953 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। शेष कार्य वाटरशेड एवं वन विभाग के है जो अति शीघ्र पूर्ण कर लिए जाएंगे।
इन विभागों की रही सहभागिता
इसमें ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग, वन विभाग, जल ग्रहण विकास एवं भू-जल संरक्षण विभाग, पीएचईडी, एवीएनएल, भू-जल विभाग, नगर निकाय, शिक्षा विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, उद्योग विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, पीडब्ल्यूडी आदि विभागों के माध्यम से विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया।
आयोजित हुई यह गतिविधियां
इसके अंतर्गत जागरूकता कार्यक्रम यथा प्रभात फेरी, रैलियां, निबंध, पेंटिंग, ग्राम स्तरों पर सामूहिक गोष्ठियां, मीडिया विजिट, प्रेस वार्ता, किसान गोष्ठियां, गौशालाओं की साफ सफाई एवं जल संरक्षण, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की साफ सफाई एवं बरसात के पानी का संरक्षण करने, ट्रांसफार्मर को साफ करने, रिचार्ज स्ट्रक्चर निर्माण, तालाबों का डिसिल्टिंग, एनिकट, ट्रेंच निर्माण-मरम्मत, जल स्रोतों की साफ सफाई आदि के साथ-साथ ही जल को बचाने, जल के महत्व को समझाने, ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक बावडि़यों एवं जल स्रोतों की साफ सफाई आदि अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन किया गया।
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