डिजिटल डेस्क : गुरुवार दोपहर 1 बजकर 5 मिनट पर वाराणसी के लालबहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक सूचना प्रसारित होती है कि एक प्लेन को आतंकियों ने हाईजैक कर लिया। तुरंत ATC (एयर ट्रैफिक कंट्रोलर) इमरजेंसी की सूचना देते हुए अन्य सभी एजेंसियों को एक्टिव कर देते हैं। सूचना मिलते ही मौके पर सुरक्षा बलों के जवान और NSG कमांड मोर्चा संभाल लेते हैं। आतंकियों ने प्लेन में बैठे यात्रियों को भी अपना निशाना बना लिया था। मगर, उनकी हर चाल को नाकामयाब कर दिया जाता है। कमांडो पायलट से संपर्क कर सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लेते हैं। 30 मिनट तक लोगों की सांसें अटकी रहीं। हर कोई डरा हुआ था। मगर, बाद में पता चला कि यह कोई सच में हुई आतंकी घटना नहीं, बल्कि मॉकड्रिल था।
बाबतपुर एयरपोर्ट पर वायरलेस सेट पर विमान हाईजैक की सूचना प्रसारित होते ही एयरपोर्ट पर मौजूद सुरक्षा एजेंसियों में अफरा-तफरी मच गई। दरअसल, सूचना प्रसारित हुई कि लालबहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर दोपहर करीब 1.05 बजे वाराणसी आ रहे एक विमान को हाईजैक कर लिया गया है। विमान हाईजैकिंग की सूचना मिलते ही ATC एयर ट्रैफिक कंट्रोलर द्वारा तत्काल आपातकाल की सूचना देते हुए अन्य सभी एजेंसियों को सक्रिय कर दिया गया।
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सीआईएसएफ जवानो ने विमान को घेरा
प्लेन को एप्रन बेडी पर पहुंचाया गया विमान को रनवे पर सुरक्षित करते हुए सुरक्षा सम्बंधित उतरने के बाद हवाई अड्डे पर आपातकालीन स्थिति में निपटने के लिए बनाए गए एप्रन बेडी पर पहुंचाया गया, जहाँ सीआईएसएफ के सशत्र सुरक्षा जवानो द्वारा विमान को चारों तरफ से घेर लिया गया। थोड़ी देर बाद एनएसजी की टीम भी मौके पर पहुंच गई। NSG के कमांडो ने सुरक्षा को देखते हुए मोर्चा संभाल लिया। विमान में आतंकवादियों द्वारा यात्रियों को भी अपना निशाना बनाया गया था।
एनएसजी कमांडो द्वारा विमान के पायलट से संपर्क कर विमान के अंदर की स्थिति की जानकारी प्राप्त करने के बाद आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने की प्रक्रिया शुरू की। निदेशक अर्यमा सान्याल ने बताया कि विमान हाईजैकिंग की परिस्थितियों से यात्रियों सहित विमान को सुरक्षित करने के लिए बुधवार को यह एंटीक हाईजैकिंग का पूर्वाभ्यास किया गया था।