(राजेश सोनी ब्यूरो) उत्तर प्रदेश के अमेठी में बीते गुरुवार को दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई थी। यहां एक शिक्षक, उसकी पत्नी और उसके दो छोटे बच्चों यानी पूरे परिवार की घर में घुसकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद से ही पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी। अब खबर आई है कि अमेठी में परिवार की हत्या करने वाला मुख्य आरोपी चन्दन वर्मा गिरफ्तार हो गया है। यूपी एसटीएफ की टीम ने आरोपी को दबोचा है।
तो ऐसे हुआ आरोपी गिरफ्तार
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, यूपी एसटीएफ ने घेराबंदी करने के बाद अमेठी हत्याकांड के मुख्य आरोपी चन्दन वर्मा को गिरफ्तार किया है। यूपी एसटीएफ के लोग आसपास के सभी रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन पर तैनात थे। 4 जिलों के सहयोग के बाद आरोपी चन्दन वर्मा को लखनऊ -आगरा एक्सप्रेसवे के पास से गिरफ्तार किया है। एसटीएफ देर रात तक आरोपी को वापस अमेठी लेकर आ सकती है।
क्यों की परिवार की हत्या ?
जानकारी के मुताबिक, अमेठी में शिक्षक और उसके परिवार को घर में घुसकर मारने वाले आरोपी चन्दन वर्मा ने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। आरोपी ने बताया है कि उसने मृतक प्रेमिका से बिगड़े संबंधों के बाद इस वारदात को अंजाम दिया है। ताजा जानकारी के मुताबिक, यूपी एसटीएफ आरोपी को अमेठी लाएगी और जिला पुलिस को सौंप देगी।
सीएम योगी ने लिया था घटना का संज्ञान
यूपी के अमेठी के शिवरतनगंज थाना इलाके में गुरुवार की शाम घर में घुसकर एक ही परिवार के 4 लोगों को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। मृतक की पहचान सिंहपुर ब्लॉक के पनौहना कंपोजिट विद्यालय सहायक टीचर सुनील भारती के रूप में हुई थी। सुनील भारती की पत्नी और दो बच्चों समेत हत्या कर दी गई थी। एक के बाद एक 9 राउंड फायर कर के पूरे परिवार की हत्या कर दी गई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी घटना का संज्ञान लेते हुए शोक जताया था और मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की थी। उन्होंने यूपी पुलिस और एसटीएफ को कार्रवाई के आदेश भी दिए थे।
उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार अब कांग्रेस के लिए भी मॉडल बन रही है। ऐसा हम नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार के मंत्री कह रहे हैं। हाल ही में सुक्खू सरकार में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने यूपी के शिक्षा मॉडल की जमकर तारीफ की है। इसके साथ ही उन्होंने यूपी के शिक्षा मॉडल को हिमाचल प्रदेश में भी लाने की बात कही है। बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब कांग्रेस के किसी मंत्री ने यूपी के योगी मॉडल की तारीफ की है। इससे पहले ही सुक्खू सरकार के मंत्री विक्रमादित्य ने यूपी की तरह हिमाचल में भी रेहड़ी वालों के लिए नेम प्लेट अनिवार्य करने की बात कही थी। हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान का खंडन कर लिया था।
योगी सरकार के कामों से सीखने की जरूरत
दरअसल हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। यहां सुक्खू सरकार के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर भी योगी स्टाइल के मुरीद दिखे। रोहित ठाकुर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने विभाग की एक बैठक रखी है। जिसमें इस बात पर चर्चा हुई कि यूपी में शिक्षा के क्षेत्र में अच्छे काम हुए हैं। जिस तरह से यूपी में एजुकेशन आगे बढ़ रही है। ऐसे में वहां की जो बेस्ट प्रैक्टिसेस हैं, उन्हें हम अपने यहां भी लेकर आएं। उन्होंने कहा कि यूपी के कामों से हमें सीखने की जरूरत है।
पहले भी कर चुके है योगी सरकार की तारीफ
बता दें कि इससे पहले भी हिमाचल प्रदेश के एक मंत्री सीएम योगी की सरकार की तारीफ कर चुके हैं। कुछ दिन पहले ही लोकनिर्माण और शहरी विकास मंत्री सिंह विक्रमादित्य सिंह ने सीएम योगी सरकार की तारीफ करते कहा था। ‘‘हमने रेहड़ी-पटरी वालों के लिए रेहड़ी-पटरी समिति द्वारा जारी पहचान पत्र (आईडी कार्ड) प्रदर्शित करने को अनिवार्य बनाने का फैसला किया है। ऐसा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अपनाए गए प्रारूप की तर्ज पर किया गया है। जिसने इस विचार को आगे बढ़ाया था।’’ हालांकि उनके इस बयान के बाद कांग्रेस में ही उनकी काफी आलोचना हुई। जिसके बाद उन्हें अपने बयान का खंडन करना पड़ा था।
इजरायल सेना लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ जमीनी ऑपरेशन शुरू करने के दौरान अपने एक कमांडर समेत 8 सैनिकों की मौत से बौखला गई है। बीते 24 घंटे में इजरायल ने हिजबुल्लाह और हमास के कई कमांडरों को हवाई हमले में ढेर कर दिया है। ताजा हमले में आईडीएफ ने सटीक खुफिया सूचना के आधार पर बेरूत में 3 अक्टूबर को हिजबुल्लाह की संचार इकाई के कमांडर मोहम्मद राशिद सकाफ़ी को ढेर कर दिया है।
आईडीएफ ने बताया कि सकाफी एक वरिष्ठ हिजबुल्लाह आतंकवादी था, जो साल 2000 से संचार इकाई की जिम्मेदारी संभाल रहा था। सकाफी ने हिजबुल्लाह की सभी इकाइयों के बीच संचार क्षमताओं को विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किया था। ऐसे में उसका मारा जाना इजरायली सेना के लिए बड़ी सफलता है।
इजरायल कर रहा लेबनान पर ताबड़तोड़ हमले
ईरान की 180 मिसाइलों के हमले के जवाब में इजरायल हिजबुल्लाह और हमास पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है। बीते 24 घंटे में सकाफी से पहले इजरायल ने हमास प्रमुख जही यासर अब्द अल-रजेक औफी को भी मार गिराने का दावा किया। रॉयटर्स ने एक रिपोर्टर के हवाले से बताया कि इजरायल के हमले में वरिष्ठ हिजबुल्लाह अधिकारी हाशिम सफीदीन को भी निशाना बनाया गया।
इस बीच हिजबुल्लाह ने भी इजरायली सेना के 17 अधिकारियों और सैनिकों को मार गिराने का दावा किया है। इजरायली सेना ने शुक्रवार को बताया कि उसने पश्चिमी तट के तुलकरम पर हमला करके हमास नेटवर्क के प्रमुख को मार गिराया है। सेना ने एक बयान में हमास के आतंकवादी की पहचान जही यासर अब्द अल-रजेक औफी के रूप में की गई।
यूपी में भेड़िया, सियार और कुत्तों के हमले के कई मामले सामने आए हैं। जिसमें कई की मौत भी हुई है और बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए। लेकिन यूपी के मुजफ्फरनगर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवक ही नरभक्षी बन गया है और उसने कई लोगों को काट लिया है।
क्या है पूरा मामला ?
मुजफ्फरनगर में एक युवक के आतंक से लोगों के बीच डर का माहौल है। युवक ने महिला सहित एक बच्ची को भी काटा है। पीड़ित महिला और बच्ची को राहगीरों ने बड़ी मुश्किल से युवक के हमले से बचाया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इसने कुत्तों के पीछे भी दौड़ा था। इसके बाद युवक को रस्सी से बांधकर पुलिस को सौंपा गया है। मामला नगर कोतवाली क्षेत्र के नंबर दो चुंगी का है। गौरतलब है कि बहराइच में जहां भेड़िया ने 3 साल की बच्ची को नोचा, वहीं कुत्तों ने 80 साल के एक बुजुर्ग को नोचकर मार डाला था।
मामला मुज़फ्फरनगर के शहर कोतवाली क्षेत्र राम लीला टिल्ला का है। यहां बुधवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब एक युवक जंगली जानवरों की तरह हरकतें करते हुए बाजार में आने जाने वाले लोगों पर बंदरो की तरह झपट्टा मारकर हमला करने लगा। देखते ही देखते दर्जनों लोगो पर हमला कर दिया और दांतों से काटकर घायल कर दिया। ये शख्स दौड़-दौड़कर लोगों को पकड़ रहा था और उन्हें दांतों से काटकर भाग रहा था। इसकी अजीबो गरीब हरकत को देखकर बच्चे-बूढ़े और महिलाएं जान बचाकर भागने लगीं। कुछ लोगों ने हिम्मत जुटाते हुए युवक को पकड़ लिया और रस्सी से बांधकर पुलिस को सौंप दिया।
क्यों हुई युवक की ऐसी हालत ?
पुलिस ने युवक को कब्जे में कर जिला हॉस्पिटल भेज दिया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद मेरठ मेडिकल के लिए रेफर किया गया है। जिला हॉस्पिटल में तैनात डॉक्टर ने जानकारी देते हुए बताया है कि इसके परिजनों से बात हुई है और उनका कहना है कि युवक शराब और सूखे नशे का आदी है। 24 घंटे नशे में रहने के कारण उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर अपने घर चली गई है। युवक का नशा छुड़वाने के लिए उसके परिजनों ने उसे कोई दवाई दी थी, जिसके रिएक्शन की वजह से इसकी ऐसी हालत हो गई है।
देश के बेरोजगारों युवाओं पर मोदी सरकार मेहरबान होने जा रही है। मोदी सरकार जल्द ही इन युवाओं के लिए एक नई स्कीम लाने जा रही है जिससे उन्हें नौकरी ढूंढने की झंझट से छुटकारा तो मिलेगा ही, साथ ही उन्हें नई स्किल भी सीखने को मिलेंगे। इस स्कीम के जरिए सरकार युवाओं को इंटर्नशिप कराएगी, जिसके बाद उन्हें नौकरी मिलेगी, साथ ही वे हुनरमंद भी बनेंगे। आज इस स्कीम को पायलट प्रोजक्ट भी लांच किया गया है। इस स्कीम को प्रधानमंत्री इंटर्नशिप स्कीम कहा जा रहा है। स्कीम का पायलट प्रोजेक्ट 3 अक्टूबर 2024 को लांच किया गया।
500 कंपनियां लेंगी हिस्सा
सरकार इस पायलट प्रोजेक्ट के जरिए स्कीम की समीक्षा करेगी फिर इस स्कीम को लाएगी। स्कीम के मार्फत देश की 500 बड़ी कंपनियों में अगले 5 साल में 1 करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप का मौका दिया जाएगा। वहीं, सिर्फ पायलट प्रोजेक्ट में वित्तीय वर्ष 2024-25 में 1.25 लाख बेरोजगार युवाओं को इंटर्नशिप दिया जाएगा।
स्कीम में कितनी होगी सैलरी ?
इस स्कीम में इंटर्नशिप की अवधि 12 महीने की होगी। इसमें प्रति माह 5000 रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा 6000 रुपये की एकमुश्त धनराशि दी जाएगी। मासिक धनराशि में 4500 रुपये केंद्र सरकार द्वारा डीबीटी के जरिए दिए जाएंगे जबकि 500 रुपये कंपनी अपने CSR फंड से देगी। इस स्कीम में आर्थिक रूप से कमज़ोर (EWS) कैटेगरी, SC,ST, OBC कैटेगरी का भी रिजर्वेशन होगा। इसके अलावा शारीरिक रूप से अयोग्य युवाओं के लिए भी रिजर्वेशन होगा।
नई स्कीम में क्या है क्राइटेरिया ?
इस स्कीम में उम्र के लिए क्राइटेरिया 21 से 24 रखा गया है। जो युवा हाईस्कूल या उससे ऊपर की पढ़ाई कर रहे हैं और वे अभी बेरोजगार है़ं, उनके लिए ये स्कीम है। नामचीन संस्थानों से हायर डिग्री प्राप्त युवा जैसे- CA, CS, MBA, MBBS आदि डिग्रीधारी इस स्कीम में भाग नहीं ले सकेंगे। साथ ही सरकारी नौकरी प्राप्त परिवार के युवा इसके लिए योग्य नहीं। 02 दिसंबर से इंटर्नशिप के पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत हो जाएगी। इस पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर स्कीम को लागू किया जाएगा। इस स्कीम का वेबसाइट www.pminternship.mca.gov.in है। साथ ही इस पायलट प्रोजेक्ट के लिए 12 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक युवा रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे।
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए चुनाव प्रचार गुरुवार 3 अक्टूबर को थम जाएगा। सभी राजनीतिक दलों ने आखिरी दिन अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। अब 5 अक्टूबर को जनता अपने वोट से फैसला करेगी और 8 अक्टूबर को परिणाम सामने आएंगे। ऐसे में चुनाव प्रचार खत्म होने से पहले पीएम मोदी ने भी हरियाणा के नाम संदेश जारी किया है। पीएम मोदी ने अपने संदेश में कहा है कि अब से कुछ देर में हरियाणा विधानसभा चुनाव का प्रचार अभियान समाप्त हो जाएगा। बीते कुछ दिनों में मैंने पूरे राज्य की यात्रा की है। मैंने लोगों का जो उत्साह देखा है, उसे देखकर मुझे ये पक्का विश्वास है कि हरियाणा के लोग भाजपा को फिर अपना आशीर्वाद देने वाले हैं। हरियाणा के देशभक्त लोग, कांग्रेस की विभाजनकारी और नकारात्मक राजनीति को कभी स्वीकार नहीं करेंगे।
हरियाणा को घोटालों और दंगों के दौर से बाहर लाए – पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भाजपा ने हरियाणा के लोगों के जीवन को समृद्ध बनाने के लिए लगातार काम किया है। हमने सभी वर्गों के कल्याण को प्राथमिकता दी है। किसान हों, युवा हों, महिलाएं हों, गांव और शहरों का विकास हो, हमने कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी। हम हरियाणा को कांग्रेस के घोटालों और दंगों वाले दौर से बाहर निकालकर लाए हैं।
दलाल और दामाद का सिंडिकेट – पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में कहा कि हरियाणा की जनता-जनार्दन जानती है कि कांग्रेस का मतलब भ्रष्टाचार, जातिवाद, सांप्रदायिकता और भाई – भतीजावाद की गारंटी है। बापू – बेटे की राजनीति का मूल उद्देश्य सिर्फ स्वार्थ है। कांग्रेस यानि दलाल और दामाद का सिंडिकेट है। लोग आज हिमाचल से कर्नाटक तक कांग्रेस सरकारों की विफलता भी देख रहे हैं। कांग्रेस की नीतियां, लोगों को तबाह करती हैं। इसलिए हरियाणा के लोग कांग्रेस को बिल्कुल नहीं चाहते हैं।
कांग्रेस कभी स्थिर सरकार नहीं दे सकती – प्रधानमंत्री मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि हरियाणा की जनता यह जानती हैं कि कांग्रेस कभी स्थिर सरकार नहीं दे सकती। हरियाणा के लोग देख रहे हैं कि कैसे कांग्रेस के नेता आपस में लड़ रहे हैं। ये हाल तब है, जब ये विपक्ष में हैं। हरियाणा के लोगों को इस बात से भी चोट पहुंच रही है कि दिल्ली और हरियाणा में बैठे दो खास परिवारों के इशारे पर पूरा हरियाणा अपमानित हो रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने आरक्षण खत्म करने का बयान देकर अपने इरादे जता दिए हैं। हरियाणा का पिछड़ा और दलित समुदाय जातिगत हिंसा रोकने में विफल रहने पर पहले से ही कांग्रेस से नाराज चल रहा है। इसलिए लोगों ने कांग्रेस को फिर कड़ी सजा देने का मन बना लिया है। हरियाणा के गली-गली से एक ही आवाज आ रही है – भरोसा दिल से, भाजपा फिर से।
पूरी दुनिया की नजरें भारत पर – प्रधानमंत्री मोदी
पीएम मोदी ने हरियाणा के नाम अपने संदेश में कहा कि आज पूरी दुनिया की नजरें भारत पर हैं। पूरी दुनिया भारत की ओर बहुत आशा और उम्मीद से देख रही है। ऐसे में यह बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि हरियाणा के लोग एक ऐसी सरकार चुनें, जो भारत को मजबूती देने की दिशा में प्रयास करे। कांग्रेस कभी देश को मजबूत नहीं बना सकती। इसलिए मैं हरियाणा के अपने मतदाताओं से ये आग्रह करता हूं कि वे फिर से भाजपा को अपना आशीर्वाद जरूर दें।
वित्तीय घोटाले एक सफेदपोश अपराध है जो आम जनता को प्रभावित करता है और पूरी अर्थव्यवस्था पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अक्सर, इन धोखाधड़ी में धोखेबाजों द्वारा अपना भारी मुनाफा कमाने के लिए सार्वजनिक धन का दुरुपयोग या हेरफेर शामिल होता है। प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रगति के साथ वित्तीय धोखाधड़ी के मामले बढ़ रहे हैं। हमने विजय माल्या, हर्षद मेहता और नीरव मोदी जैसे धोखेबाजों द्वारा किए गए बड़े वित्तीय धोखाधड़ी को देखा है। साइबर स्पेस में किए गए वित्तीय धोखाधड़ी के मामले भी कम भयावह नहीं हैं। जालसाज इंटरनेट द्वारा दी जाने वाली गुमनामी का उपयोग ऑनलाइन घोटाले जैसे कि केवाईसी धोखाधड़ी, पहचान धोखाधड़ी आदि को अंजाम देने के लिए करते हैं। हाल ही में तकनीक धोखेबाजों के लिए पसंदीदा हथियार बन गई है।
धोखाधड़ी के अवसरों को कम करने और धोखाधड़ी का पता लगाने में लगने वाले समय को कम करने के लिए प्रक्रियाओं, नियंत्रणों, धोखाधड़ी जोखिम प्रबंधन ढाँचों को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। आरबीआई (RBI) ने एक केंद्रीय धोखाधड़ी रजिस्ट्री पोर्टल भी स्थापित किया है जो एक खोज योग्य डेटाबेस है। जो बैंकों को उधारकर्ताओं द्वारा धोखाधड़ी के मामलों का जल्द पता लगाने में मदद करता है। पोर्टल का उपयोग सभी भारतीय बैंको द्वारा किया जा सकता हैं।
यहाँ भारत में इस्तेमाल की जाने वाली कुछ नवीनतम ऑनलाइन वित्तीय घोटाले तकनीकें दी गई हैं
>> 1. नकली निवेश प्लेटफ़ॉर्म
घोटाला करने वाले लोग नकली वेबसाइट या ऐप बनाते हैं जो वैध निवेश प्लेटफ़ॉर्म की नकल करते हैं। ये प्लेटफ़ॉर्म अक्सर स्टॉक, म्यूचुअल फ़ंड या क्रिप्टोकरेंसी में उच्च रिटर्न का वादा करते हैं। एक बार जब उपयोगकर्ता निवेश कर देते हैं, तो वे या तो अपने फंड तक पहुँच खो देते हैं या कभी भी वादा किया गया रिटर्न प्राप्त नहीं कर पाते हैं।
>> 2. क्रिप्टो पोंजी स्कीम
क्रिप्टोकरेंसी घोटाले बढ़ रहे हैं, जिसमें धोखेबाज़ नकली इनिशियल कॉइन ऑफ़रिंग (ICO), पंप-एंड-डंप स्कीम या पोंजी-स्टाइल निवेश जैसी योजनाओं के ज़रिए गारंटीड रिटर्न का वादा करते हैं। घोटालेबाज अक्सर अनुभवहीन निवेशकों को लुभाने के लिए ब्लॉकचेन तकनीक की जटिलता का इस्तेमाल करते हैं।
>> 3. फ़िशिंग अटैक
फ़िशिंग स्कैम में ईमेल या टेक्स्ट मैसेज भेजना शामिल है जो वैध वित्तीय संस्थानों से प्रतीत होते हैं, जिसमें उपयोगकर्ताओं से बैंक खाते का विवरण, क्रेडिट कार्ड नंबर या OTP जैसी व्यक्तिगत जानकारी साझा करने के लिए कहा जाता है। फिर इन विवरणों का उपयोग पीड़ित के खातों से पैसे चुराने के लिए किया जाता है।
>> 4. ऋण स्वीकृति घोटाले
धोखेबाज नकली ऐप या वेबसाइट के माध्यम से त्वरित, कम ब्याज वाले ऋण प्रदान करते हैं। पीड़ितों से पहले ही प्रोसेसिंग शुल्क का भुगतान करने के लिए कहा जाता है, जिसके बाद घोटालेबाज गायब हो जाते हैं, और ऋण कभी वितरित नहीं किया जाता है।
>> 5. QR कोड घोटाले
धोखेबाज पीड़ितों को QR कोड भेजते हैं, उन्हें पैसे प्राप्त करने के लिए कोड को स्कैन करने के लिए कहते हैं। पैसे प्राप्त करने के बजाय, कोड को स्कैन करने से अक्सर एक लेनदेन शुरू हो जाता है जो पीड़ित के बैंक खाते से पैसे ट्रांसफर करता है।
6. सिम स्वैप धोखाधड़ी
इस घोटाले में, अपराधी पीड़ित के फ़ोन नंबर के लिए एक डुप्लिकेट सिम कार्ड प्राप्त करते हैं। एक बार जब वे सिम पर नियंत्रण कर लेते हैं, तो वे OTP और प्रमाणीकरण संदेशों को रोक सकते हैं, जिससे वे पीड़ित के बैंक और भुगतान खातों तक पहुँच सकते हैं।
>> 7. KYC (अपने ग्राहक को जानें) घोटाले
घोटालेबाज बैंक प्रतिनिधि या वित्तीय संस्थान बनकर लोगों से कॉल, SMS या ईमेल के ज़रिए संपर्क करते हैं और KYC अपडेट करने का अनुरोध करते हैं। पीड़ितों से आधार, पैन या बैंक विवरण जैसी संवेदनशील जानकारी साझा करने के लिए कहा जाता है, जिसका इस्तेमाल फिर वित्तीय चोरी के लिए किया जाता है।
>> 8. भुगतान ऐप धोखाधड़ी
घोटालेबाज विक्रेता या सेवा प्रदाता बनकर Google Pay, PhonePe और Paytm जैसे लोकप्रिय भुगतान ऐप का फ़ायदा उठाते हैं। वे पीड़ितों को फ़र्जी UPI लिंक या अनुरोधों के ज़रिए भुगतान भेजने के लिए बरगलाते हैं। कुछ मामलों में, वे समस्या निवारण की आड़ में पीड़ितों से खाते का विवरण या OTP साझा करने के लिए कहते हैं।
>> 9. नौकरी ऑफ़र घोटाले
घोटालेबाज फ़र्जी नौकरी ऑफ़र भेजते हैं, पंजीकरण या आवेदन शुल्क मांगते हैं। कुछ मामलों में, वे उच्च-भुगतान वाली दूरस्थ नौकरियों का वादा करते हैं और नौकरी के आवेदन या वेतन को “प्रोसेस” करने के लिए बैंक खाते के विवरण जैसी संवेदनशील जानकारी मांगते हैं।
>> 10. सोशल मीडिया निवेश घोटाले
धोखेबाजों द्वारा फर्जी निवेश अवसरों को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जा रहा है। वे फेसबुक, इंस्टाग्राम या व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से लोगों को निशाना बनाते हैं, फॉरेक्स ट्रेडिंग, रियल एस्टेट निवेश या स्टॉक मार्केट टिप्स जैसी योजनाएं पेश करते हैं, जिससे पीड़ित फर्जी वेबसाइट या ऐप पर चले जाते हैं।
>> 11. ऑनलाइन शॉपिंग घोटाले
धोखेबाज फर्जी ई-कॉमर्स साइट बनाते हैं जो बहुत कम कीमत पर उत्पाद प्रदान करती हैं। ग्राहक द्वारा भुगतान करने के बाद, उन्हें या तो नकली उत्पाद मिलता है, क्षतिग्रस्त उत्पाद मिलता है या कुछ भी नहीं मिलता है। बड़ी संख्या में लोगों को ठगने के बाद ये साइटें गायब हो जाती हैं।
>> 12. फर्जी चैरिटी या दान घोटाले
प्राकृतिक आपदाओं या महामारी जैसे संकटों के दौरान, घोटालेबाज फर्जी दान वेबसाइट या ऐप बनाते हैं। वे प्रसिद्ध चैरिटी का रूप धारण करते हैं और दान मांगते हैं, जिसे इच्छित उद्देश्य के लिए जाने के बजाय जेब में डाल लिया जाता है।
>> 13. विदेशी मुद्रा व्यापार घोटाले
धोखेबाज विदेशी मुद्रा (विदेशी मुद्रा) व्यापार से उच्च लाभ के वादों के साथ पीड़ितों को लुभाते हैं। वे शुरुआती चरणों में लाभ दिखाने के लिए नकली ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म बनाते हैं या वास्तविक ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म में हेरफेर करते हैं, जिससे पीड़ितों को अधिक निवेश करने के लिए राजी किया जाता है। आखिरकार, प्लेटफ़ॉर्म बंद हो जाता है, और घोटालेबाज निवेश किए गए पैसे लेकर गायब हो जाते हैं।
>> 14. बीमा घोटाले
धोखेबाज बीमा एजेंट होने का दिखावा करते हैं, आकर्षक रिटर्न के साथ नकली पॉलिसी पेश करते हैं। वे पीड़ितों से ऑनलाइन ट्रांसफ़र के ज़रिए प्रीमियम का भुगतान करने के लिए कहते हैं, लेकिन भुगतान किए जाने के बाद, नकली एजेंट गायब हो जाते हैं, जिससे पीड़ित को कोई वास्तविक बीमा कवरेज नहीं मिलता।
>> 15. नकली ग्राहक सहायता घोटाले
धोखेबाज बैंकों, भुगतान ऐप या अन्य वित्तीय सेवाओं के लिए ग्राहक सहायता के रूप में पेश आते हैं। ऑनलाइन ग्राहक सहायता नंबर खोजने वाले पीड़ित नकली हेल्पलाइन से संपर्क कर सकते हैं, जहाँ घोटालेबाज समस्याओं को हल करने के लिए बैंक विवरण या ओटीपी का अनुरोध करते हैं, जिससे वित्तीय नुकसान होता है।
सतर्क रहकर, स्रोतों की पुष्टि करके तथा व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी के साथ सावधानी बरतकर, व्यक्ति इन तेजी से जटिल होते ऑनलाइन घोटालों से खुद को बचा सकते हैं।
भारतीय बाजार में महिंद्रा थार रॉक्स एसयूवी को खरीदने वाले का इंतजार खत्म हो चुका है। क्योंकि वाहन निर्माता कंपनी 3 अक्टूबर से पांच दरवाजों वाली थार ROXX की बुकिंग शुरू कर दी है। प्रमुख एसयूवी निर्माता महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अपने नए लॉन्च किए गए थार ROXX के लिए विंडो खुलने के 60 मिनट के भीतर 1.76 लाख बुकिंग दर्ज की है और डिलीवरी दशहरा से शुरू होगी। इसे महिंद्रा ग्रुप के किसी भी मॉडल के लिए पहले दिन की सबसे ज्यादा बुकिंग बताया जा रहा है। इस प्रतिक्रिया को ‘अभूतपूर्व’ बताते हुए महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कहा कि वह ग्राहकों को चरणबद्ध तरीके से अगले तीन हफ्तों में अस्थायी डिलीवरी शेड्यूल के बारे में सूचित करेगी। एसयूवी निर्माता ने बताया कि थार ROXX की बुकिंग सभी डीलरशिप और महिंद्रा की वेबसाइट पर खुली रहेगी।
नवरात्रि में शुरू होगी बुकिंग
महिंद्रा थार ROXX की बुकिंग इस नवरात्रि में शुरू होने जा रही है। कंपनी 3 अक्टूबर से इसकी बुकिंग लेना शुरू भी कर दिया है। जहां तक बात इसकी डिलीवरी है तो महिंद्रा अपने ग्राहकों को थार रॉक्स की डिलीवरी 12 अक्टूबर से शुरू करेगी, जो दशहरा त्योहार के साथ मेल खाता है। उम्मीद है कि डिलीवरी दिवाली के आसपास शुरू होगी। जो अक्टूबर के आखिरी दिन है।
वहीं बुकिंग विंडो महिंद्रा द्वारा 14 अगस्त को 12.99 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) की शुरुआती कीमत पर एसयूवी लॉन्च किए जाने के एक महीने से भी ज़्यादा समय बाद खोली जाएगी। पिछले महीने महिंद्रा ने एसयूवी के सबसे महंगे वेरिएंट की कीमत का भी खुलासा किया था। जो 22.49 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) तक जाती है। आपको बता दे सितंबर महीने के दौरान महिंद्रा एंड महिंद्रा ने एसयूवी की बिक्री में 24% की सालाना वृद्धि के साथ 51,000 यूनिट से अधिक की वृद्धि दर्ज की है। सितंबर में निर्यात भी सालाना आधार पर 25% बढ़कर 3,027 इकाई तक हो गया था।
महिंद्रा थार ROXX कीमत और इसके फीचर्स
वहीं महिंद्रा कार निर्माता की लाइनअप में शामिल होने वाली नौवीं एसयूवी बन जाएगी। यह स्कॉर्पियो-एन , एक्सयूवी700, थार और एक्सयूवी 3एक्सओ जैसी अन्य कारों में शामिल हो जाएगी। थार रॉक्स लाइफस्टाइल सेगमेंट में पहली एसयूवी है। जिसमें एडीएएस, पैनोरमिक सनरूफ, वेंटिलेटेड सीट्स समेत कई अन्य सुविधाएं दी गई हैं। महिंद्रा थार को छह वेरिएंट में पेश कर रही है। पेट्रोल और डीजल दोनों इंजन द्वारा संचालित, एसयूवी रियर-व्हील ड्राइव (RWD) और ऑल-व्हील ड्राइव (AWD) संस्करणों में उपलब्ध होगी। ट्रांसमिशन जॉब को छह-स्पीड मैनुअल या छह-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स में संभाला जाएगा।
एंट्री-लेवल RWD वैरिएंट की कीमत ₹ 12.99 लाख है और टॉप-एंड AX7L वैरिएंट के लिए ₹ 20.49 लाख (एक्स-शोरूम) तक जाती है। वही महिंद्रा ने SUV के AWD वेरिएंट की कीमत का भी खुलासा किया है। जो लोग थार ROXX के 4X4 वर्जन को चुनना चाहते हैं। उन्हें एंट्री-लेवल MX5 वेरिएंट के लिए कम से कम ₹ 18.79 लाख (एक्स-शोरूम) चुकाने होंगे। महिंद्रा थार AWD वेरिएंट की कीमत ₹ 22.49 लाख तक जाती है।
कैसा है महिंद्रा थार ROXX का इंजन
महिंद्रा थार ROXX के दोनों इंजन (पेट्रोल और डीज़ल) 6-स्पीड मैनुअल और 6-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स से लैस हैं। थार रॉक्स या तो 2.0-लीटर mStallion टर्बो पेट्रोल इंजन से लैस होगा। जो 160 bhp की अधिकतम पावर और 330 Nm का टॉर्क जेनरेट करता है, या 2.0-लीटर mHawk डीजल इंजन से लैस होगा। जो 150 bhp और 330 Nm का आउटपुट देता है। दोनों इंजन या तो छह-स्पीड मैनुअल या छह-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन से जुड़े हैं।
ओफरोडिंग पर आरामदायक सफर के लिए थार ROXX में पेंटा लिंक सस्पेंशन दिए हैं, ताकि अन्दर बैठे लोगों को झटके न लगे। इसमें राइडर की सेफ्टी के लिए इलेक्ट्रॉनिक ब्रेकिंग सिस्टम है। जो राइडर को चारों पहियों पर एडिशन कंट्रोल देता है। कंपनी के अनुसार, कार की water-wading depth 650 mm है, जिससे पानी में इसे चलाने में परेशानी नहीं होगी।
10.25-इंच का इन्फोटेनमेंट सिस्टम
महिंद्रा थार ROXX के फीचर्स की बात करें तो इसमें 10.25-इंच का इन्फोटेनमेंट और डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले दिया है। इतना ही नहीं इसमें ऑटो AC, वेंटिलेटेड फ्रंट सीट, 6-वे पावर्ड ड्राइवर सीट और पैनोरमिक सनरूफ, 6 एयरबैग, 360-डिग्री कैमरा, ऑटो-होल्ड के साथ इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक और लेवल 2 एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे फीचर्स दिए गए हैं। नई थार ROXX में ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल फीचर की सुविधा मिल रही है। आज कल यह फीचर काफी तेजी से पॉपुलर हो रहा है। इस फीचर का मज़ा सिर्फ AX3L, AX5L और AX7L वेरिएंट में ही मिलेगा।
कैसा है महिंद्रा थार ROXX का इंटीरियर
बुकिंग प्रक्रिया से पहले महिंद्रा ने थार ROXX एसयूवी के लिए दूसरा इंटीरियर कलर थीम पेश किया है। कार निर्माता ने एसयूवी को ऑल-व्हाइट इंटीरियर थीम के साथ लॉन्च किया था। जिससे कुछ हलकों में इसके संभावित रख रखाव की परेशानियों को लेकर चिंता जताई गई थी। ऐसा लगता है कि महिंद्रा ने समय रहते इस समस्या का समाधान करते हुए एक बहुत गहरे प्रीमियम मॉक ब्राउन कलर थीम को पेश किया है।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने त्योहारों को देखते हुए एडवाइजरी जारी की है। सीएम योगी ने पुलिस अधिकारियों को नवरात्र से छठ तक अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान यातायात को लेकर भी हिदायत दी गई है और साथ ही सीएम ने कहा, दीपावली से पहले उज्ज्वला योजना के हर लाभार्थी के घर पर निःशुल्क रसोई गैस सिलेंडर पहुंच जाना चाहिए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने त्योहारों के अवसर पर पुलिस और प्रशासन को 24 घंटे अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सभी जिले अलर्ट रहे और ऐसी व्यवस्था बनाएं कि इस साल शारदीय नवरात्र से छठ पूजा तक के पूरे त्योहार के माहौल में कहीं भी एक भी घटना न हो।
देना है शांति और सौहार्द पूर्ण माहौल
मुख्यमंत्री ने कहा, उल्लास और उमंग का यह समय शांति और सौहार्द पूर्ण माहौल में बीते, इसके लिए बीट सिपाही से लेकर चौकी, थाना, जिला, रेंज, जोन, मंडल में तैनात हर अधिकारी को कोशिश करनी होगी। सीएम योगी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग करते हुए सभी जिलाधिकारी और पुलिस अधिकारियों से बातचीत कर सीएम ने त्योहार के माहौल में जिला स्तर पर बेहतर कानून-व्यवस्था के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की।
सीएम योगी ने प्रमुख दिशा-निर्देश दिए
>> अगले दो दिनों में सभी दुर्गा पूजा कमेटियों से थाना, सर्किल और जनपद स्तर पर संवाद कर लिया जाए। कहीं भी सड़क खोद कर पंडाल न बनाया जाए।
>> प्रतिमा की ऊंचाई एक सीमा से अधिक न हो। कमेटियों से बातचीत कर यह सुनिश्चित कराएं कि उनके परिसर में ऐसा कोई काम न हो, जिससे किसी दूसरे की आस्था को ठेस पहुंचे और साथ ही बहुत तेज आवाज में गीत-संगीत नहीं बजना चाहिए। कमेटी को पंडाल व आस-पास साफ-सफाई का माहौल बना कर रखना होगा।
>> प्रतिमा विसर्जन का रूट पहले से स्पष्ट होना चाहिए। यह सुनिश्चित कर लें कि प्रतिमा विसर्जन रूट पर कहीं हाईटेंशन लाइन न हो। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सतर्कता बरतनी होगी। पंडालों में फायर सेफ्टी को लेकर भी इंतजाम किए जाने चाहिए।
>> बीट सिपाही से लेकर हल्का इंचार्ज और पुलिस कप्तान सहित हर अधिकारी सड़क पर तैनात रहे क्योंकि त्योहार के दिनों में कुछ अराजक तत्व माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं। ऐसे में पुलिस को अलर्ट रहना होगा।
>> शारदीय नवरात्र के समय श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ेगी। इसका ध्यान रखते हुए पुलिस बल की तैनाती की जानी चाहिए। मीरजापुर में मां विंध्यवासिनी धाम, सहारनपुर में मां शाकुम्भरी मंदिर, वाराणसी में विशालाक्षी मंदिर और बलरामपुर में मां पाटेश्वरी धाम में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को देखते हुए बेहतर इंतजाम होने चाहिए।
>> दीपावली के अवसर पर प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के सभी लाभार्थियों को निःशुल्क रसोई गैस सिलेंडर वितरित किया जाना है। इसके संबंध में समय से सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएं।
>> खुले में मांस की बिक्री अथवा अवैध स्लाटर हाउस का संचालन कहीं भी न हो। धार्मिक स्थलों के आस-पास मांस-मदिरा की दुकानें न हों। मदिरा की दुकानें तय अवधि में ही खुलें।
अगर आप बिजनेस शुरू करना चाहते हैं और आपके पास पैसे नहीं हैं तो चिंता करने की जरूरत नहीं है। दरअसल, सरकार पीएम मुद्रा योजना के तहत बिजनेस शुरू करने के लिए आर्थिक मदद के तौर पर 10 लाख तक का लोन मुहैया कराती है। इसके लिए भारत का कोई भी नागरिक अप्लाई कर सकता है। दरअसल, सरकार लोगों को खुद का बिजनेस करने को बढ़ावा दे रही है। यह लोन नॉन-कॉरपोरेट और गैर-कृषि बिजनेस शुरू करने के लिए दिया जाता है।
आइए जानते हैं डिटेल
2015 में हुई थी इस योजना की शुरुआत
पीएम मुद्रा योजना (PM Mudra Yojana) की शुरुआत साल 2015 में की गई थी। इसलिए अगर आप अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो इस स्कीम के जरिए लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। आपको बता दें कि पहले इस योजना के जरिए 10 लाख का लोन दिया जाता था। लेकिन बजट (Budget 2024) में इस सरकारी स्कीम (Govt Scheme) के तहत मिलने वाले लोन की लिमिट को दोगुना कर दिया गया है।
तो चलिए जानते हैं किसे मिलेगा लोन
पीएम मुद्रा योजना के तहत सरकार तीन कैटेगरी में लोन देती है। इसमें पहली है शिशु लोन, दूसरी किशोर लोन और तीसरी तरुण लोन। शिशु लोन के जरिए आप 50 हजार रुपये तक का लोन लेकर अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं। इसके लिए किसी गारंटर की भी जरूरत नहीं होती है। किशोर लोन के जरिए आप 50 हजार से लेकर 5 लाख तक रुपये का लोन ले सकते हैं। वहीं, तरुण लोन के तहत आप 5 लाख से लेकर 20 लाख रुपये तक का लोन लेकर बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते (डीए) में बढ़ोतरी का लंबा इंतजार कल यानी 3 अक्टूबर को खत्म हो सकता है। केंद्रीय कैबिनेट की विशेष बैठक कल यानी गुरुवार को होने जा रही है। इस बैठक में डीए बढ़ोतरी पर फैसला आने की पूरी उम्मीद है। बताते चलें कि केंद्र सरकार के कर्मचारी और पेंशनर डीए बढ़ोतरी की घोषणा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जो आमतौर पर सितंबर के अंत में की जाती है। हालांकि, इस साल इसकी घोषणा में देरी हुई है। डीए में बढ़ोतरी में देरी पर, केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों, पेंशनरों और श्रमिकों के परिसंघ ने हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखा था।
डीए में 4% की बढ़ोतरी हुई थी
वर्तमान में डीए कर्मचारी के मूल वेतन का 50% है। पिछली बार डीए में 4% की बढ़ोतरी की घोषणा इस साल मार्च में की गई थी, लेकिन इसे जनवरी 2024 से पूर्वव्यापी रूप से लागू किया गया था। पिछली बढ़ोतरी के बाद, डीए मूल वेतन का 50% था। इस वृद्धि के बाद, ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि सरकार डीए को मूल वेतन में मिला सकती है और 0% डीए से नए सिरे से शुरुआत कर सकती है। हालांकि, सरकार ने लगातार कहा है कि ऐसा कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। इस बात की पूरी संभावना है कि सरकार इस बार DA/DR में 3% की बढ़ोतरी करेगी। डीए बढ़ोतरी की गणना अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPI) के आधार पर की जाती है, जो विभिन्न क्षेत्रों में खुदरा कीमतों में बदलाव को ट्रैक करता है।
डीए में किस आधार पर होती है वृद्धि
आपको बता दें कि महंगाई भत्ते की दरें, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित होती हैं। महंगाई बढ़ने के साथ ही कर्मचारियों के भत्ते में भी इजाफा होता है। सरकारी कर्मचारियों के वेतन में महत्वपूर्ण हिस्सा डीए (Dearness Allowance) होता है। सरकार समय समय पर अपने कर्मचारियों को महंगाई से राहत देने के लिए डीए देती है। इसी तरह केंद्र सरकार के पेंशनरों को डीआर देती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को गांधी जयंती के अवसर पर स्वच्छता आभियान में हिस्सा लिया। उन्होंने दिल्ली में स्कूली बच्चों के साथ झाड़ू लगाई। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने लोगों से स्वच्छता आभियान में शिरकत करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मेरा आप सभी से आग्रह है कि आज आप भी अपने आसपास स्वच्छता से जुड़ी मुहिम का हिस्सा जरूर बनें। आपकी इस पहल से ‘स्वच्छ भारत’ की भावना और मजबूत होगी।
स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम को पीएम ने किया संबोधित
‘स्वच्छता ही सेवा 2024’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस भारत का सपना गांधी जी और देश की महान विभूतियों ने देखा था, वो सपना हम सब मिलकर पूरा करें। आज का दिन हमें ये प्रेरणा देता है। आज 2 अक्टूबर के दिन मैं कर्तव्यबोध से भी भरा हुआ हूं और उतना ही भावुक भी हूं। आज स्वच्छ भारत मिशन की यात्रा 10 साल के मुकाम पर पहुंच चुकी है।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते पखवाड़े में देश भर में करोड़ों लोगों ने ‘स्वच्छता ही सेवा’ कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है। मुझे जानकारी दी गई है कि ‘सेवा पखवाड़ा’ के 15 दिनों में देशभर में 27 लाख से ज्यादा कार्यक्रम हुए। जिनमें 28 करोड़ से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। निरंतर प्रयास करके ही हम अपने भारत को स्वच्छ बना सकते हैं। मैं प्रत्येक भारतीय का आभार व्यक्त करता हूं।
पीएम मोदी ने जनता को दिया ये संदेश
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस महत्वपूर्ण पड़ाव पर आज स्वच्छता से जुड़े करीब 10 हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स की भी शुरुआत हुई है। मिशन अमृत के तहत देश के अनेक शहरों में वॉटर और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाएंगे। नमामि गंगे से जुड़ा काम हो या फिर कचरे से बायोगैस पैदा करने वाले गोबरधन प्लांट, ये काम स्वच्छ भारत मिशन को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा। स्वच्छ भारत मिशन जितना सफल होगा, उतना ही हमारा देश ज्यादा चमकेगा। स्वच्छता मिशन में शामिल होने वाले स्वच्छता कार्यकर्ताओं, धर्म गुरुओं, एथलीटों, मशहूर हस्तियों, गैर सरकारी संगठनों समेत सभी लोगों की पीएम मोदी ने जमकर तारीफ की।
सुप्रीम कोर्ट ने तिरुपति प्रसादम विवाद पर आंध्र प्रदेश सरकार से कई कड़े सवाल किए। कोर्ट ने पूछा कि जब यह स्पष्ट नहीं था कि तिरुमाला लड्डू बनाने में मिलावटी घी का इस्तेमाल किया गया था, तो प्रेस में जाने की क्या जरूरत थी ? उसने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कहा कि कम से कम हम यह उम्मीद करते हैं कि भगवान को राजनीति से दूर रखें। आंध्र प्रदेश सरकार ने कहा कि हम जांच कर रहे हैं।
तिरुपति मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस के वी विश्वनाथन की बेंच कर रही है। सुप्रीम कोर्ट ने आंध्र प्रदेश सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि आपको धार्मिक भावनाओं का सम्मान करने की जरूरत है। इस बात का सबूत कहां है कि यह वही घी था जिसका इस्तेमाल लड्डू बनाने में किया गया ? शीर्ष अदालत का कहना है कि भगवान पर चढ़ाने के बाद प्रसाद बनता है, उससे पहले वह केवल तैयार की हुई मिठाई होती है। ऐसे में भगवान-भक्त का हवाला न दिया जाए, उसको विवाद से दूर रखें।
सुप्रीम कोर्ट ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के बयान पर भी सवाल उठाया। सीएम चंद्रबाबू नायडू के बयान से नाराज शीर्ष अदालत ने पूछा कि जो रिपोर्ट सार्वजनिक हुई है, वो जुलाई की है। लेकिन सीएम इसको लेकर बयान सितंबर में जाकर दे रहे हैं। इस रिपोर्ट को देखकर लगता है कि कथित मिलावट वाला घी लड्डू प्रसाद में इस्तेमाल ही नहीं हुआ था।
कोई ठोस सबूत नहीं है कि मिलावटी घी का हुआ उपयोग
शीर्ष अदालत ने कहा कि प्रथम दृष्टया दिखाने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं है कि उसी घी का उपयोग किया गया और खरीदा गया। जांच लंबित रहने पर भी जब जिम्मेदार सार्वजनिक पदाधिकारियों द्वारा ऐसे बयान दिए जाएंगे तो एसआईटी पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा? अगर शिकायतें थीं तो हर टैंकर से सैंपल लेने चाहिए थे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्र को जवाब देना चाहिए कि किसकी जांच करनी चाहिए। इस पर एसजी मुकुल रोहतगी ने कहा कि किसी वरिष्ठ अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि आप यह बताएं कि मौजूदा एसआईटी से जांच कराई जाए या अन्य से जांच कराई जाए। अब कोर्ट मामले की अगली सुनवाई गुरुवार यानी 3 अक्टूबर को करेगा।
प्रेस में कैसे दिया बयान – सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि जब सरकार ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है, तो एसआईटी के किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले सीएम को प्रेस में बयान देने की क्या जरूरत थी। संवैधानिक पदों पर मौजूद लोगों से जिम्मेदारी की अपेक्षा की जाती है। अगर आप जांच के नतीजे को लेकर आश्वस्त नहीं थे, तो आपने बयान कैसे दे दिया। अगर आप पहले ही बयान दे रहे है तो फिर इस जांच का क्या मतलब है ?
एसजी तुषार मेहता ने कहा कि ये आस्था का मामला है। इसकी जांच होनी चाहिए कि कौन जिम्मेदार था और किस मकसद से था। इस पर जस्टिस गवई ने कहा हां, बिल्कुल जांच होनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम आपके रुख की सराहना करते हैं। हम तो यही चाहेंगे कि आप (एसजी) जांच करें कि क्या जांच इस एसआईटी से कराई जानी चाहिए ? क्या ऐसा बयान देना चाहिए था, जिससे भक्तों की भावनाएं प्रभावित हों ? जब एसआईटी का आदेश दिया गया तो प्रेस में जाने और सार्वजनिक बयान देने की क्या जरूरत थी ?
लखनऊ। इजरायल द्वारा हिज्बुल्लाह हेडक्वार्टर पर किए गए अटैक में हसन नसरुल्लाह की मौत पर मातम मनाने के लिए शिया समुदाय के हज़ारो लोग सड़कों पर उतर आए और आधी रात तकरीबन 1 किलोमीटर तक कैंडल मार्च निकाला। राजधानी लखनऊ में रविवार को आधी रात के बाद हज़ारो लोगों की भीड़ ने राजधानी की सड़कों पर इसराइल के हमले में मारे गए हिजबुल्ला के चीफ हसन नसरुल्लाह की मौत पर अपना विरोध जताने के लिए सड़क पर उतर आई।
इस प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतरे हजारों लोगों में शामिल पुरुषों एवं महिलाओं के साथ बच्चों ने भी मोमबत्तियां लेकर कैंडल मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान अपने घरों पर काले झंडे लगाए और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के पोस्टर जलाकर नारेबाजी करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया। जिसके बाद हसन नसरुल्लाह की मौत पर तीन दिन शोक मनाने का शिया समुदाय की ओर से ऐलान किया गया है। इस दौरान बड़ा इमामबाड़ा से लेकर छोटा इमामबाड़ा तक के इलाके की दुकानों को बंद रखा गया।
हसन नसरुल्ला को शहीद बताकर समर्थन में लगाए नारे
वही दूसरी तरफ हिजबुल्ला के कमांडर इन चीफ हसन नसरुल्लाह के मारे जाने को लेकर कोतवाली नगर सुल्तानपुर के तुराबखानी में हुए प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोगों ने हसन नसरुल्ला को शहीद बताकर उसके समर्थन में जिंदाबाद के नारे लगाए और अमेरिका मुर्दाबाद के नारे बुलंद किए। सुल्तानपुर में हिजबुल्ला के कमांडर इन चीफ हसन नसरुल्लाह की इजरायल मिसाइल अटैक में मौत होने को लेकर अंजुमन पंजतनी तुराबखानी की अगुवाई में जुलूस गांव के बड़े इमामबाड़े से निकाला गया।
आतंकवाद अधिक समय तक नहीं रुकता
अल्पसंख्यक अधिवक्ता कल्याण ट्रस्ट के एम खान ने बताया कि शिया समुदाय के लोगों का यह जुलूस जुल्म के खिलाफ रहा है। इजराइल और अमेरिका बमबारी कराकर लोगों को बर्बाद करते हुए अपनी बुजदिली दिखा रहे हैं, इस हिसाब से वह बहुत जल्दी मिट जाएगा। वही उन्होंने कहा कि आतंकवाद बहुत अधिक समय तक नहीं रुक पाता है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार हरियाणा के फरीदाबाद पहुंचे जहां उन्होंने धारा 370 को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि आज जम्मू कश्मीर में मौलवी के मुंह से राम-राम निकल रहा है। जो लोग भारत को कोसते थे वो दिन दूर नहीं जब वो सड़कों पर हरे रामा..हरे कृष्णा करते हुए निकलते दिखाई देंगे।
सीएम योगी ने जम्मू-कश्मीर में चुनाव प्रचार का जिक्र करते हुए कहा कि जब मैं जम्मू गया तो वहां पर बारिश हो रही थी। उन्होंने कहा कि जब वो अंदर गए तो एक शख्स ने उन्हें राम-राम कहा, क्योंकि वहां मेरा किसी से परिचय नहीं था इसलिए मैंने वहाँ देखा नहीं। थोड़ी देर के बाद उसने फिर कहा योगी साहब राम-राम। सीएम योगी ने कहा कि जब मैंने उसे देखा तो वो एक मौलवी था।
मौलवी भी राम-राम कह रहे हैं
सीएम योगी ने कहा कि मौलवी के मुँह से राम-राम सुनकर वो हैरान रह गए। उन्होंने कहा कि ये 370 ख़त्म होने का प्रभाव है। जो लोग भारत को कोसते थे। भारत की संप्रभुता को चुनौती देते थे आज उनके मुंह से राम-राम निकल रहा है। सीएम योगी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि याद रखना एक दिन भाजपा मज़बूत होगी तो ये भारत की सड़कों पर हरे रामा..हरे कृष्णा करते हुए दिखाई देंगे। इसलिए ही भारतीय जनता पार्टी आवश्यक है।
सीएम योगी ने जम्मू-कश्मीर में दिया था जबरदस्त भाषण
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में चुनावी जनसभा को संबोधित करने के दौरान कहा था कि अगर पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन जारी रखता है, तो पड़ोसी मुल्क तीन टुकड़ों में बंट सकता है। जम्मू-कश्मीर के कठुआ में पड़ोसी मुल्क को चेतावनी देते हुए सीएम योगी ने कहा था कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) पहले से ही भारत में विलय के लिए तैयार है। उन्होंने कहा था, ‘यहां तक कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी भी जानते हैं कि आतंकवाद को समर्थन देने के लिए पाकिस्तान को क्या कीमत चुकानी पड़ेगी। इससे पाकिस्तान तीन हिस्सों में बंट सकता है और उसका कोई नामोनिशान नहीं बचेगा।
न कफ़न मिलेगा और ना ही दफ़नाने को ज़मीन – सीएम योगी
सीएम योगी ने सिंधु नदी संधि का हवाला देते हुए कहा था कि पानी और आतंकवाद एक साथ नहीं बह सकते। उन्होंने ये भी कहा था कि पाकिस्तान के समर्थन से भारत में आतंकवाद फैलाने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति का बुरा हश्र होगा। सीएम योगी ने कहा कि अगर कोई पाकिस्तान के समर्थन से भारत में आतंकवाद के बीज बोने की कोशिश करता है तो उसके पास न तो ढकने के लिए कफन होगा और न ही दफनाने के लिए दो गज जमीन।
यूपी में सड़क किनारे रात भर गाड़ी पार्क करने वालों की जेब पर फटका लगने वाला है। नगर विकास विभाग अब पार्किंग के लिए शुल्क वसूलने की तैयारी कर रहा है। प्रति रात 100 रुपये, साप्ताहिक 300 रुपये, मासिक 1 हजार रुपये और सालाना 10 हजार रुपये का शुल्क लिया जाएगा। बिना परमिट गाड़ी पार्क करने वालों से तीन गुना शुल्क लिया जाएगा। नगर निगम के इलाके में आने वाली सड़कों और स्थानों पर रात्रिकालीन पार्किंग शुल्क की व्यवस्था लागू की जाएगी। नगर विकास विभाग ने इस पर आपत्तियां और सुझाव मांगे हैं। इसके बाद इसे कैबिनेट के मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। रात्रिकालीन पार्किंग का समय रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक का रहेगा।
बड़ी संख्या में अवैध पार्किंग चला रहे ठेकेदार
गौरतलब है कि यूपी में बड़ी संख्या में अवैध पार्किंग ठेके चल रहे हैं। पार्किंग के लिए शासन स्तर पर स्पष्ट नीति न होने की वजह से इन पर काबू पाना मुश्किल हो गया है। कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहरी क्षेत्रों में सुनियोजित पार्किंग के लिए नगर विकास विभाग से नीति लाने का निर्देश दिया था। इसके बाद नगर विकास विभाग ने पार्किंग शुल्क लगाने संबंधी फैसला लिया है।
आबादी के हिसाब से पार्किंग शुल्क
नगर विकास विभाग का मानना है कि नई पार्किंग नीति से आय में भारी इजाफा होगा। नगर निगमों में पार्किंग ठेकों में बड़ी कंपनियां भी टेंडर डाल सकेंगी। इस योजना के तहत मल्टीलेवल कार पार्किंग की सुविधा भी विकसित की जाएगी। 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहर में दो पहिया वाहनों के लिए 855 रुपये और चार पहिया वाहनों के लिए 1800 रुपये का मासिक पास बनेगा। दो पहिया का 2 घंटे के लिए 15 रुपये और चार पहिया वाहनों का पार्किंग शुल्क 30 रुपये रखा जाएगा। एक घंटे तक पार्क करने पर सात और 15 रुपये लगेगा।
इज़रायल की आग उगलती मिसाइलों ने हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह को मार गिराने का दावा किया है। इजरायली सेना के अनुसार शुक्रवार और आज हुए हमले में हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह को ढेर कर दिया गया है। बता दें कि एक दिन पहले हिजबुल्ला के मुख्यालय पर बड़े पैमाने पर हमले को अंजाम देने के बाद शुक्रवार और आज उसके चीफ सैय्यद हसन नसरल्लाह को निशाना बनाकर घातक हमला किया गया था। इस भीषण हवाई हमले में हसन नसरल्लाह मारा गया है। हालाँकि हिजबुल्लाह संगठन ने खुद इस दावे से इनकार किया है।
हालांकि लेबनान पर इजरायली सेना के भीषण हमलों के बाद नसरल्लाह के मारे जाने की तत्काल कोई पुष्टि नहीं हुई थी, लेकिन हिजबुल्लाह के एक करीबी सूत्र ने रॉयटर्स को बताया था कि वह अब (हसन नसरल्लाह) नहीं रहा। इसके बाद अब आईडीएफ ने भी हसन नसरल्लाह के मारे जाने का दावा किया है। बता दें कि पिछले 32 वर्षों तक ईरान समर्थित हिजबुल्लाह का नेता हसन नसरल्लाह हमास पर हमले के खिलाफ लगभग 1 साल से इजरायल से जंग लड़ रहा था। मगर अब वह खुद अपनी जान गवां बैठा है। जबकि हिजबुल्लाह संगठन ने खुद इस दावे से इनकार किया है। इससे पहले इजरायली सेना ने हमास चीफ इस्माइल हानिया को भी ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन के शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद मार गिराया था।
आईडीएफ का दावा भीषण हवाई हमले में मारा गया हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह
नेतन्याहू अमेरिकी दौरा छोड़ लौटे अपने देश
हिजुब्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के मारे जाने की आशंका उसी वक्त बढ़ गई थी, जब इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू शुक्रवार को ही अमेरिका दौरा बीच में छोड़कर वापस अपने देश आ गए। जबकि अमेरिका से आज रात उनका वापस लौटने का कार्यक्रम था। हिजबुल्लाह चीफ के मारे जाने के बाद आईडीएफ ने ट्वीट करके कहा कि नसरल्लाह अब दुनिया को और अधिक आतंकित नहीं कर पाएगा। वहीं इजरायल के विदेश मंत्रालय ने लिखा कि हसन नसरल्लाह मारा गया। जबकि हिजबुल्लाह संगठन ने खुद इस दावे से इनकार किया है।
इजरायल के विदेश मंत्रालय ने लिखा कि हसन नसरल्लाह मारा गया
दहल गया बेरूत
बेरूत पर बरसी आग उगलती मिसाइलों के हमले से दहियाह शहर दहल गया है। बेरूत के पास नव विस्थापित लोग शहीद चौक में सोने की कोशिश करने के लिए जमीन पर चटाई बिछा रहे थे। इन हमलों के बाद हिजबुल्लाह ने भी इजरायल पर रॉकेट और मिसाइलों से जवाबी हमला किया। इजरायली सेना ने कहा कि शनिवार को मध्य इजरायल पर दागी गई एक मिसाइल खुले क्षेत्र में गिरी। इससे पहले सेना ने कहा था कि लेबनान से लगभग 10 प्रोजेक्टाइल इजरायली क्षेत्र में घुस गए थे और उनमें से कुछ को रोक दिया गया था।
हिजबुल्लाह के ठिकानों पर ताबड़तोड़ हमले
इज़रायली सेना ने कहा कि वह सीरियाई सीमा पर पूर्वी लेबनान का एक क्षेत्र बेका घाटी में हिज़्बुल्लाह के ठिकानों पर हमला कर रही है। यहां पर उसने पिछले सप्ताह हमला किया था। शुक्रवार के बाद आज तड़के बेरूत पर इज़रायली सेना के लगातार पांच घंटे के हमले से लेबनान थर्रा गया। हिज़्बुल्लाह के साथ संघर्ष शुरू होने के बाद से यह लेबनान पर अब तक का सबसे शक्तिशाली हमला है।
इस घातक हमले में हिजबुल्लाह चीफ के मारे जाने के दावे के बाद दोनों पक्षों में तनाव बढ़ने से यह आशंका तेजी हो गई है। अब यह संघर्ष नियंत्रण से बाहर हो सकता है। संभावित रूप से हिज़्बुल्लाह का प्रमुख समर्थक ईरान व इजरायल का समर्थक संयुक्त राज्य अमेरिका भी इस युद्ध में शामिल हो सकते हैं।
इजरायली सेना ने किया हिज़्बुल्लाह-नियंत्रित शहर बेरूत पर हमला
इजरायली सेना ने शुक्रवार से ही बेरूत पर हमला तेज कर दिया था। सूत्रों का कहना है कि उन्होंने आज शनिवार को सुबह होने से पहले बेरूत में 20 से अधिक हवाई हमले देखे। फिर सूर्योदय के बाद उससे भी अधिक हवाई हमले सुने। दहियाह के नाम से जाने जाने वाले हिज़्बुल्लाह-नियंत्रित शहर के दक्षिणी उपनगरों के ऊपर धुआं उठता देखा जा सकता है। जबकि शुक्रवार को इजरायली हमले के बाद से हजारों लोग इस इलाके से भाग गए हैं और बेरूत शहर के चौराहों, पार्कों, फुटपाथों और समुद्र तटीय इलाकों में जमा हो गए हैं।
महाराष्ट्र के बदलापुर में मासूम बच्चियों के साथ गंदी हरकत करने वाले अक्षय शिंदे के एनकाउंटर के केस में अब जमकर सियासत हो रही है। चूंकि बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी एनकाउंटर पर शक ज़ाहिर कर दिया इसलिए अब महाविकास अघाडी के नेता मुंबई पुलिस और एकनाथ शिन्दे की सरकार को घेरने का काम रहे हैं। एनकाउंटर में मारे गए अक्षय शिंदे के पिता का आरोप है कि उनके बेटे की हत्या की गई, और उन्हीं की अर्जी पर सुनवाई के दौरान बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए कई तल्ख़ टिप्पणियां की।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने पूछा कि चार पुलिस वालों की मौजूदगी में आरोपी ने कैसे पुलिस की पिस्टल छीन ली और फायरिंग कर दी, ये बात गले नहीं उतरती। अदालत ने कहा कि पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने तीन फायर किए, एक गोली पुलिस अफसर के पैर में लगी, तो बाकी दो गालियां कहां गईं। पुलिस ने आरोपी के पैर या हाथ में गोली क्यों नहीं मारी ? सीधे सिर पर निशाना क्यों साधा ? इसलिए पहली नज़र में गड़बड़ तो लगती है।
अगली तारीख में सारे तथ्य और सबूत पेश किए जाएं – बॉम्बे हाईकोर्ट
बॉम्बे हाईकोर्ट ने ये भी कहा कि फिलहाल इस केस में मेरिट के आधार पर कुछ नहीं कहना चाहते, अगली तारीख में सारे तथ्य और सबूत अदालत के सामने पेश किए जाएं। चूंकि इस मामले की जांच अब सीआईडी को सौंप दी गई है। इसलिए हाईकोर्ट ने पुलिस को केस के सभी कागज़ात सीआईडी को सौंपने का निर्देश दिया। चूंकि अदालत ने पुलिस से सवाल पूछे है तो महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने इसी मुद्दे पर सरकार को घेरा है उसके बाद भी महायुति के नेता और कार्यकर्ताओं को विरोधियों के आरोपों की ज़रा भी फिक्र नहीं है।
वही एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना और बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने मुंबई की सड़कों पर बड़े-बड़े पोस्टर, बैनर और होर्डिंग्स लगा दिए। अखबारों में विज्ञापन दिए। एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने जो विज्ञापन दिए हैं, उसमें उन्हें धर्मवीर बताया गया है। वही दूसरी तरफ बीजेपी के लोगों ने होर्डिंग्स में देवेंद्र फडणवीस की तस्वीर के साथ बड़े-बड़े शब्दों में लिखा है – बदलापुरा । यानि बदला पूरा हो गया।
देवेंद्र फडणवीस की तस्वीर के साथ बड़े-बड़े शब्दों में लिखा है – बदला पूरा
ये एनकाउंटर था या शूटआउट ?
कई होर्डिंग्स में लिखा गया कि महाविकास अघाड़ी की सरकार में पुलिस, सरकार के लिए पैसे वसूलने का काम करती थी लेकिन अब पुलिस जनता के लिए हिसाब लेती है, फर्क साफ है। वही एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी मुंबई में थे। वहा उन्होंने कहा कि बीजेपी के पोस्टर्स बैनर से साफ हो गया कि महाराष्ट्र की सरकार को अब इंसाफ पर भरोसा नहीं रहा, वो बदला लेना जानती है, उसने बदला लिया भी है, और कोर्ट से इंसाफ होता है।
बदला लेना तो गैगस्टर्स का काम है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने जो सवाल पूछे वो बिल्कुल सही हैं। कोर्ट में पुलिस को ये साबित करना पड़ेगा कि ये एनकाउंटर था या शूटआउट? लेकिन इस मामले में पब्लिक का सेंटिमेंट बिलकुल अलग है। जो लोग छोटी छोटी बच्चियों के साथ किए गए दुष्कर्म से नाराज होकर प्रोटेस्ट कर रहे थे। अपराधी को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे थे। उनके कलेजे को ठंडक मिली है, वो अब शांत हैं।
एनकाउंटर के विरोध में बोलने से बच रहे विरोधी दल
वैसे ये बात तो सही है कि कोर्ट पब्लिक की भावनाओं से प्रभावित नहीं होती लेकिन सियासत जरूर प्रभावित होती है। इसीलिए विरोधी दलों के नेता लोगों को ये समझाने में लगे हैं कि एनकाउंटर किसी बीजेपी समर्थक को बचाने के लिए किया गया है। वो भी खुलकर एनकाउंटर के विरोध में नहीं बोल रहे हैं।
दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे और फडणवीस के समर्थक पब्लिक सेंटिमेंट के साथ हैं। वो लोगों से कह रहे हैं कि बदला पूरा हुआ। नैतिकता के लिहाज से विपक्ष और सरकार, दोनों पक्ष गलत हैं। अब मामला हाईकोर्ट के सामने है। कायदे से तो सबको अदालत के फैसले का इंतजार करना चाहिए। लेकिन मुश्किल ये है कि अदालत का फैसला जब आएगा, तब आएगा। अभी तो मामला सारी पार्टियों के सामने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश में बने 3 सुपर कंप्यूटर राष्ट्र को समर्पित किया। उद्धाटन से पहले उन्होंने इसकी जानकारी सोशल मीडिया एक्स पर दी थी। उन्होंने लिखा था, ‘तकनीक से जुड़े इनोवेशन को बढ़ावा ! आज शाम करीब 5:30 बजे, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए, मैं 3 परम रुद्र सुपर कंप्यूटिंग सिस्टम और मौसम और जलवायु के लिए एक हाई परफॉरमेंस कंप्यूटिंग सिस्टम का उद्घाटन करूंगा। मैं अपने युवा मित्रों से विशेष रूप से आग्रह करूंगा कि वे इसमें शामिल हों। बता दें कि इन सुपर कंप्यूटर बेहद तेज और शक्तिशाली होते हैं। ये जटिल गणनाओं को बेहद कम समय में पूरा कर सकते हैं। एक सुपर कंप्यूटर इतनी बड़ी मात्रा में डेटा को एक साथ प्रोसेस कर सकता है। जितना एक साधारण कंप्यूटर कलन्पना भी नहीं कर सकता। इन सुपर कंप्यूटर्स का इस्तेमाल वैज्ञानिक और रिसर्च के कामों में होता है।
A boost to tech related innovations!
At around 5:30 PM this evening, via video conferencing, I will be inaugurating 3 Param Rudra Super Computing Systems and a High Performance Computing System for weather and climate. Will specially urge my young friends to join…
पीएम मोदी ने जिन तीन नए सुपर कंप्यूटर परम रुद्र को देश को समर्पित किया। उन्हें पुणे, दिल्ली और कोलकाता में लगाया जाएगा। इन कंप्यूटर में लेटेस्ट कटिंग हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इसके अधिकांश कंपोनेंट्स का निर्माण और संयोजन भारत में ही किया गया है। सामान्य कंप्टूटर को जिस काम को पूरा करने में 500 साल तक लग जाते हैं उन्हें सुपर कंप्यूटर बहुत कम समय में पूरा कर लेता है।
With Param Rudra Supercomputers and HPC system, India takes significant step towards self-reliance in computing and driving innovation in science and tech. https://t.co/ZUlM5EA3yw
परम रूद्र सुपर कंप्यूटर का इस्तेमाल मौसम पूर्वानुमान, जलवायु, पदार्थ विज्ञान, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसे क्षेत्रों में किया जाएगा। पुणे में विशालकाय मीटर रेडियो टेलीस्कोप फास्ट रेडियो बर्स्ट और अन्य खगोलीयी घटनाओं का पता लगाने के लिए सुपर कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाएगा। दिल्ली में इंटर यूनिवर्सिटी एक्सेलेरेटर सेंटर (IUAC) में इस सुपर कंप्यूटर का उपयोग पदार्थ विज्ञान और परमाणु भौतिकी के रिसर्च के लिए किया जाएगा।
विवादित यूटूबर और बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता एल्विश यादव और पंजाबी सिंगर राहुल यादव उर्फ फाजिलपुरिया के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने एल्विश यादव और सिंगर फाजिलपुरिया की संपत्ति जब्त की है। यूपी और हरियाणा में ये संपत्तियां जब्त की गई है। इससे पहले ईडी एल्विश यादव और सिंगर फाजिलपुरिया के बयान भी दर्ज कर चुकी है और दोनों से लंबी पूछताछ कर चुकी है। एल्विश यादव पर सांपों की डिलिवरी कराने का आरोप है। बता दें कि सांपों के जहर की खरीद-फरोख्त के मामले में नोएडा पुलिस ने एल्विश यादव को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था।
17 मार्च को किया था गिरफ्तार
एल्विश यादव को नोएडा पुलिस ने 17 मार्च को गिरफ्तार किया था। उस पर आरोप है कि उसके द्वारा आयोजित पार्टियों में नशे के लिए सांप के जहर का इस्तेमाल किया जाता था। नोएडा पुलिस ने अप्रैल में इस मामले में 1,200 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी। पुलिस ने बताया था कि इनमें लगाए आरोपों में सांप की तस्करी, मादक पदार्थों का इस्तेमाल और रेव पार्टियां आयोजित करना शामिल हैं।
एल्विश के खिलाफ क्या है मामला ?
विवादित यूटूबर और बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता एल्विश यादव पर नोएडा पुलिस ने नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज है। विवादित यूटूबर और बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता एल्विश यादव ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को हमेशा निराधार और फर्जी बताया था। पुलिस ने भी उनके खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस अधिनियम के आरोप हटा दिए थे। पुलिस ने कहा था कि ये उनकी गलती की वजह से हुआ है।
तिरुपति मंदिर के प्रसाद पर जारी विवाद के बीच मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर के प्रसाद को लेकर एक वीडियो क्लिप सामने आई है। वीडियो में मंदिर के प्रसाद लड्डू में चूहे के बच्चे मिले। इसे लेकर मामला बढ़ने के बाद मंदिर ट्रस्ट का बयान सामने आया है। मंदिर ट्रस्ट का दावा है कि यह क्लिप हमारे मंदिर की नहीं है, बल्कि कहीं बाहर रखा नजर आ रहा है। किसी ने प्लास्टिक थैले में चुहे रखे हो। ट्रस्ट ने कहा कि इस मामले की डीसीपी लेवल के पुलिस अधिकारी से जांच कराएगा। जांच में साफ होगा कि क्लिप कब की है, कहां की है, थैली कहां से आई और किस ने रखी है।
ट्रस्ट के खिलाफ षड्यंत्र हो सकता है
ट्रस्ट ने कहा, “मंदिर परिसर में अगर किसी ने किया तो सभी सीसीटीवी भी चेक किए जाएंगे। लड्डू का प्रसाद जहां बनाया जाता है उसके लिए उच्च क्वालिटी के घी और पानी का इस्तेमाल होता है, जो बीएमसी की लैब में टेस्ट होता है, इसलिए इस क्लिप की जांच होगी। ट्रस्ट का प्रसाद हमेशा साफ-सुथरा होता है। ट्रस्ट के खिलाफ षड्यंत्र हो सकता है। इसके पहले भी इस तरह का प्रयास हुआ है। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कारवाई की जाएगी। हिंदू धर्म संस्थानों को बदनाम करने की साजिश हो रही है।
प्रसाद वाले कैरेट के कोने में दिखे चूहे के बच्चे
वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रसाद रखने वाला कैरेट दिखाई दे रहा है, जिसे कुतरा गया है। कैरेट के एक कोने में चूहे के बच्चे नजर आ रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, सिद्धिविनायक मंदिर में हर दिन 50 हजार लड्डू बनाए जाते हैं। त्योहार के समय प्रसाद की मांग और बढ़ जाती है। प्रसाद के लिए दो लड्डू पैकेट में होते हैं।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट, गंदी चीजों की मिलावट करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। देश के विभिन्न क्षेत्रों में घटीं ऐसी घटनाओं का संज्ञान लेते हुए एक उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश के सभी होटलों, ढाबों, रेस्टोरेंट आदि संबंधित प्रतिष्ठानों की गहन जांच, सत्यापन आदि के भी निर्देश दिए हैं और साथ ही आम जन की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए नियमों में आवश्यकतानुसार संशोधन के भी निर्देश दिए।
महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा दिये गए प्रमुख दिशा-निर्देश में कहा गया है कि हाल के दिनों में देश के विभिन्न क्षेत्रों में जूस, दाल और रोटी जैसी खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट, अखाद्य, गंदी चीजों की मिलावट की घटनाएं देखने को मिली हैं। ऐसी घटनाएं वीभत्स हैं और आम आदमी के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली हैं। ऐसे कुत्सित प्रयास कतई स्वीकार नहीं किया जा सकते है। उत्तर प्रदेश में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए ठोस प्रबंध किए जाने आवश्यक हैं।
सीएम ने कहा है कि ऐसे ढाबों, रेस्टोरेंट आदि खान-पान के प्रतिष्ठानों की जांच की जानी आवश्यक है। प्रदेशव्यापी सघन अभियान चलाकर इन प्रतिष्ठानों के संचालक सहित वहां कार्यरत सभी कर्मचारियों का सत्यापन किया जाए। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, पुलिस व स्थानीय प्रशासन संयुक्त टीम द्वारा यह कार्यवाही शीघ्रता से सम्पन्न कराई जाए।
अधिनियम में आवश्यकतानुसार संशोधन के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि खान-पान के प्रतिष्ठानों पर संचालक, प्रोपराइटर, मैनेजर आदि के नाम और पता प्रमुखता से डिस्प्ले किये जाने चहिये। इस संबंध में खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम में आवश्यकतानुसार संशोधन भी किया जाए। सीएम ने कहा कि ढाबे, होटलों, रेस्टोरेंट आदि खान-पान के प्रतिष्ठानों में सीसीटीवी की व्यवस्था हो, न केवल ग्राहकों के बैठने के स्थान पर बल्कि प्रतिष्ठान के अन्य हिस्सों को भी सीसीटीवी से कवर होना चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि हर प्रतिष्ठान संचालक सीसीटीवी की फीड को सुरक्षित रखेगा और आवश्यकता पड़ने पर पुलिस, स्थानीय प्रशासन को उपलब्ध कराएगा।
रेस्तरां, ढाबा और होटल चलाने रखे ध्यान – सीएम योगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खान पान के केंद्रों पर साफ-सफाई होनी चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि खाद्य पदार्थों को तैयार करने तथा सर्विस के समय संबंधित व्यक्ति मास्क, ग्लव्स का उपयोग जरूर करें, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आम जन के स्वास्थ्य हितों से किसी भी प्रकार का खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है। ऐसा प्रयास करने वालों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए। खाद्य पदार्थों को बनाने, बेचने अथवा अन्य संबंधित गतिविधियों से जुड़े नियमों को व्यवहारिकता का ध्यान रखते हुए और सख्त किया जाए। नियमों की अवहेलना पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।