Friday, November 22, 2024
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Ramdev Ko 1000 Kaord Ki Maanhani Ka Notice IMA Ne Bheja , Jaaniye Kya Hoga Aage

Ramdev Ko 1000 Kaord Ki Maanhani Ka Notice IMA Ne Bheja , baba ramdev ko 1000 karod ka notice ramdev ke khilaf maanahani ka daava , ram dev ko mila 1000 kaod ki maanhani ka notice

रामदेव ने कोरोना के इलाज में एलोपैथिक दवाओं के बेअसर रहने को लेकर सवाल उठाया था. उन्होंने कहा था कि देश में ऑक्सीजन की कमी नहीं बल्कि एलोपैथिक दवाओं के इस्तेमाल से कोरोना के मरीजों की मौत हो गई. इसको लेकर आईएमए ने कड़ी आपत्ति जताई थी Ramdev Ko 1000 Kaord Ki Maanhani

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रामदेव को पत्र लिखकर बयान वापस लेने और माफी मांगने को कहा था योग गुरु रामदेव की ओर से दिए बयान को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) उत्तराखंड ने उन्हें 1000 करोड़ रुपये के मानहानि का नोटिस भेजा है. आईएमए ने कहा है कि रामदेव अपने बयान को वापस लेने के बारे में अगले 15 दिनों के भीतर एक वोडियो जारी करें और लिखित में खेद जताएं. अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो उनसे 1000 करोड़ रुपये की मांग की जाएगी और आई एम ए ने आरोप लगाते हुए कहा कि रामदेव ने फेवीपीरावीर को बुखार की दवा बताया था इससे पता चलता है कि मेडिकल साइंस को लेकर उनका ज्ञान कितना कम है इस पर योग गुरु बाबा रामदेव ने माफ़ी मांगी

बाबा रामदेव ने आईएमए से उनके 25 सवालों का जवाब देने को कहा,
Ramdev Ko 1000 Kaord Ki Maanhani

रामदेव ने आईएमए से जानना चाहा कि क्या एलोपैथी उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसी बीमारियों से स्थायी राहत देती है? रामदेव ने पूछा कि क्या दवा उद्योग के पास थायराइड, गठिया, अस्थमा और कोलाइटिस जैसी बीमारियों का स्थायी उपचार उपलब्ध है?

उन्होंने पूछा कि क्या एलोपैथी में फैटी लीवर और लीवर सिरोसिस की दवाएं हैं? उन्होंने सवाल किया, जिस प्रकार आपने टीबी और चेचक का इलाज ढूंढ लिया है, उसी तरह लीवर की बीमारियों का भी इलाज ढूंढें. आखिरकार, एलोपैथी अब 200 साल पुरानी है

योग गुरु ने यह भी जानना चाहा कि क्या इस चिकित्सा पद्धति में दिल की रुकावट संबंधी परेशानियों का कोई गैर सर्जरी उपचार उपलब्ध है? उन्होंने पूछा, ‘कोलेस्ट्रॉल का क्या इलाज है?’ उन्होंने सवाल किया, क्या फार्मा उद्योग के पास माइग्रेन का इलाज है?’’ योग गुरु ने तमाम बीमारियों जैसे पार्किंसन का नाम गिनाया और जानना चाहा कि क्या एलोपैथी बांझपन का बिना किसी दर्द के दलाज कर सकती है, क्या उसके पास बढ़ती उम्र को रोकने और हेमोग्लोबिन को बढ़ाने का कोई उपाय है,उन्होंने टिप्पणी की, अगर एलोपैथी इतना ही अच्छा है और सर्वगुण संपन्न है तो डॉक्टरों को बीमार नहीं होना चाहिए.’’ Ramdev Ko 1000 Kaord Ki Maanhani

रामदेव ने दावा किया है कि एलोपैथी बकवास विज्ञान’ है और भारत के औषधि महानियंत्रक द्वारा कोविड-19 के इलाज के लिए मंजूर की गई रेमडेसिविर, फेवीफ्लू तथा ऐसी अन्य दवाएं कोविड-19 मरीजों का इलाज करने में असफल रही हैं बल्कि आईएमए ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए उस वीडियो पर आपत्ति जताई थी

आईएमए ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए उस वीडियो पर आपत्ति जताई थी जिसमें रामदेव ने दावा किया है कि एलोपैथी बकवास विज्ञान’ है और भारत के औषधि महानियंत्रक द्वारा कोविड-19 के इलाज के लिए मंजूर की गई रेमडेसिविर, फेवीफ्लू तथा ऐसी अन्य दवाएं कोविड-19 मरीजों का इलाज करने में असफल रही हैं.

डॉ. हर्षवर्धन ने कहा- कोरोना योद्धाओं के ‘निरादर’ वाला बयान लें वापस
Ramdev Ko 1000 Kaord Ki Maanhani

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हषवर्धन ने रविवार को एक पत्र लिखकर योग गुरु रामदेव से कोरोना योद्धाओं के खिलाफ की गई ‘आपत्तिजनक टिप्पणी’ को वापस लेने को कहा है। केंद्रीय मंत्री ने लिखा कि योग गुरु रामदेव के वक्तव्य ने कोरोना योद्धाओं का निरादर कर, देशभर की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है। मैंने उन्हें पत्र लिखकर अपना आपत्तिजनक वक्तव्य वापस लेने को कहा है।

उन्होंने लिखा कि एलोपैथिक दवाओं और डॉक्टरों पर की गई आपकी टिप्पणी से देशवासी बेहद आहत हैं। लोगों की इस भावना से मैं आपको फोन पर पहले भी अवगत करा चुका हूं। संपूर्ण देशवासियों के लिए कोरोना के खिलाफ दिन-रात युद्धरत डॉक्टर व अन्य स्वास्थ्यकर्मी देवतुल्य हैं। Ramdev Ko 1000 Kaord Ki Maanhani

आपने अपने बयान से न केवल कोरोना योद्धाओं को निरादर किया, बल्कि देशवासियों की भावनाओं को भी गहरी ठेस पहुंचाई है। शनिवार को जो आपने स्पष्टीकरण जारी किया था, वह लोगों की चोटिल भावनाओं पर मरहम लगाने में नाकाफी है।उन्होंने आगे लिखा कि कोरोना महामारी के इस संकट भरे दौर में जब एलोपैथी और उससे जुड़े डॉक्टरों ने करोड़ों लोगों को नया जीवनदान दिया है, तब आपका यह कहना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि लाखों कोरोना मरीजों की मौत एलोपैथी दवा खाने से हुई।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने एलोपैथी के बारे में दिये गए योग गुरु रामदेव के बयान को ‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण’ करार देते हुए उन्हें इसे वापस लेने को कहा था, जिसके बाद रामदेव ने बयान वापस ले लिया था, IMA ने कहा कोरोना मरीजों के इलाज में रेमदेसीविर के इस्तेमाल की मंजूरी केंद्रीय संस्था सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन ने जून-जुलाई 2020 में दी थी यह भ्रम फैलाने और लाखों लोगों की जान खतरे में डालने के लिए बाबा रामदेव पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए

इससे पहले कोरोना के लिए बनाई गई अपनी दवा की लॉन्चिंग के दौरान भी रामदेव ने डॉक्टर्स को हत्यारा कहा था सभी इस बात को जानते हैं कि बाबा रामदेव और उनके साथी बालकृष्ण बीमार होने पर एलोपैथी इलाज लेते हैं इसके बाद भी अपनी अवैध दवा को बेचने के लिए वे लगातार एलोपैथी के बारे में भ्रम फैला रहे हैं

Written By : Geeta

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