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कोरोना महामारी ने विश्व में त्रासदी मचा रखी है। पहली लेहर से जहाँ अमेरिका ग्रस्त था वहीं दूसरी की चपेट में भारत है। भारत में दूसरी लेहर के चलते सवस्थ व्सवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। प्रतिदिन मिलने वाले मामलों में जहाँ गिरावट देखी जा रही है वहीँ मौत का आंकड़ा चिंताजनक है। ऐसे में ये महामारी के उत्पन्न होने को लेकर शक की सुई अभी भी चीन की साजिश की ओर ही इशारा कर रही है। CoronaVirus Mahamari Failane Me Cheen
प्राप्त जानकारी के अनुसार चीन में मानव कोशिकाओं पर इस कोरोना नामक वायरस के असर को लेकर 2015 से प्रयोग चल रहे थे। संक्रमण को लेकर कई बार चीन पर उंगली उठी है ऐसे में पता चला है की ये प्रयोग वुहान के वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट में चल रहे थे और इस शोध में बैट लेडी नाम से मशहूर महिला विज्ञानी शी झेंग-ली शामिल थी। शी अमेरिका की नॉर्थ कैरोलिना यूनिवर्सिटी के प्रमुख कोरोना संक्रमण शोधकर्ता राल्फ एस बारिक के साथ भी काम कर रही थी।
वुहान के लैब से निकला कोरोना
CoronaVirus Mahamari Failane Me Cheen
कोरोना वायरस की उत्पत्ति पर अभी भी कई सवाल है ,अभी तक जितनी भी आशंकाएं जताई गई हैं उनमें विज्ञान के मामलों के प्रमुख लेखक निकोलस वाडे का मनना है की ये वायरस वुहान की लैब से बाहर आया है। एटॉमिक साइंटिस्ट्स के बुलेटिन में वाडे के लेख के अनुसार वुहान की लैब से कोरोना के बाहर आने की सर्वाधिक संभावना है।
क्योंकि पूरे चीन में वह इकलौती लैब है जहां पर इस वायरस पर शोध किया जा रहा था। इस लैब में चमगादड़ में पाए जाने वाले वायरस को जेनेटिक इंजीनियरिंग से तब्दील कर उसका मानव कोशिकाओं पर असर देखा जा रहा था। ये प्रयोग दक्षिण चीन स्थित युन्नान की गुफाओं में रहने वाले सैकड़ों प्रजातियों के चमगादड़ लाकर उनके भीतर के वायरस निकालकर किए जाते थे और यदि इसमें से कोई वायरस जन्म लेता है तो ये आश्चर्यजनक नहीं होगा।
प्रतिदिन स्वरुप में हो रहा बदलाव
CoronaVirus Mahamari Failane Me Cheen
वाडे ने आगे लिखा इसमें कोई शक की बात ही नहीं है की चीन के वुहान में स्तित लैब में इस वायरस में आनुवांशिक रूप से बदल कर उसका मानव कोशिका पर हमला कराया जा रहा था और इस हमले का असर देखा जा रहा था। कोरोना वायरस बीते डेढ़ साल से विश्व में जिस प्रकार तबाही मचा रहा है और म्युटेंट बना रहा उससे देखकर ये बात साफ़ होती है की यह मूल स्वरूप में न होकर बल्कि लैब में तैयार जेनेटिक इंजीनियरिंग से तैयार ज्यादा असरदार कोरोना वायरस है, जो समय के साथ अपने स्वरूप को बदल रहा है और अपना प्रकोप बनाए रखे हुए है। प्रतिदिन इसके स्वरुप में बदलाव इन चीज़ों की ओर इशारा करता है। ये वायरस प्रतिदिनअपना दुष्प्रभाव दिखा रहा है। CoronaVirus Mahamari Failane Me Cheen
Written By : Sheetal Srivastava
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