राजद दफ्तर में लगा पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर विवादित पोस्टर, मचा बवाल

राजद दफ्तर में लगा पीएम मोदी को लेकर विवादित पोस्टर, मचा बवाल
राजद दफ्तर में लगा पीएम मोदी को लेकर विवादित पोस्टर, मचा बवाल

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जल्द से जल्द दिल्ली के लिए कूच कराने का इरादा राजद में गजब तरीके से झलक रहा है। दूसरी बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजद के साथ बिहार में महागठबंधन सरकार के मुखिया हैं, लेकिन पहली बार उनका पोस्टर राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश कार्यालय में लगा है।

इस पोस्टर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तुलना भगवान राम और कृष्ण से की गई है। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना राक्षसराज रावण और कंस से की गई है। पोस्टर में सीएम नीतीश कुमार को हाथ में तीर धनुष के साथ दिखाया गया है और साथ में राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, शरद पवार, केसीआर की तस्वीर भी लगी है, सामने नरेंद्र मोदी हैं।

पोस्टर में पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश के नाम में राशि का तर्क

ये विवादित पोस्टर छपरा के अमनौर विधानसभा की महिला राजद महासचिव पूनम राय ने लगाया है। उन्होंने पोस्टर में ये भी लिखा है कि ‘संदेश और आग्रह है कि जब किसी खास अक्षर या राशि से शुरू होने वाले नाम वाला व्यक्ति ज़्यादा शक्तिशाली हो जाता है और दम्भी, अहंकारी, तानाशाह होकर अपने शक्तियों का दुरूपयोग करने लगता है।

जिससे जन मानस में हाहाकार और त्राहिमाम मच जाता है। तब उसको उसी अक्षर या राशि से शुरू होने वाले नाम वाले व्यक्ति से हराया या पराजित किया जा सकता है। इसलिए 2024 में नरेंद्र मोदी के मुकाबले नीतीश कुमार ‘न’ अक्षर विजयी भवः। इसे पटना में एक पोस्टर में दिखाया गया है।

सीएम नीतीश द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी को तीर मारते हुए दिखाया

पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ राजद नेता राबड़ी देवी के आवास के बाहर लगाए गए इस पोस्टर में रामायण और महाभारत के दो प्रसंगों को दिखाते हुए साल 2024 के लोकसभा चुनाव से तुलना की गई है। इसमें 2024 में नीतीश कुमार को नरेंद्र मोदी को तीर मारते हुए दिखाया गया है।

मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तभी बैठ सकेंगे तेजस्वी

राजद दफ्तर में नीतीश कुमार का पोस्टर लगाए जाने से ज्यादा चर्चा इस बात की है कि इसमें वह बिहार नहीं, बल्कि देश का नेतृत्व करने के लिए निकले हुए दिख रहे हैं। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विनाश के लिए निकले हुए हैं। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो इस अति प्रेम के जरिए राजद दिखाना चाह रहा है कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जल्द से जल्द प्रधानमंत्री की कुर्सी पर देखना चाहता है।

ताकि बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव को मिल जाए। तेजस्वी यादव को इस बार की सरकार में डिप्टी सीएम बनाए जाने के बाद से ही लगातार उन्हें भावी मुख्यमंत्री के रूप में राजद के नेता पेश कर रहे हैं।

शिक्षा मंत्री का पुतला फूंके जाने से ज्याद इसकी चर्चा

रामचरितमानस पर विवादित बयान देने वाले राजद कोटे से शिक्षा मंत्री बने प्रो. चंद्रशेखर के खिलाफ भारतीय जनता युवा मोर्चा ने राजद दफ्तर से करीब 500 मीटर दूर शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका। प्रो. चंद्रेशखर के बयान का समर्थन करने वाले राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के खिलाफ भी इस दौरान नारेबाजी हुई। लेकिन, इससे ज्यादा चर्चा राजद कार्यालय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहली दफा लगा तस्वीर और उसमें उनके देश प्रतिनिधित्व के रूप की हो रही है।

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