Agar Hindu Aur Muslim Ka DNA Ek Hai To Love Jihad Ke Khilaf Kanoon Banane Ki Kya Zarurat Hai-Digvijay Singh , digvijay singh on mohan bhagwat hindi muslim dna comment , mohan bhagwat par digvijay singh ka
RSS प्रमुख मोहन भागवत के डीएनए वाले बयान पर वरिष्ठ कांग्रेसी तथा मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम द्वारा तंज कसा गया है। दिग्विजय सिंह ने बोला कि यदि हिंदुओं तथा मुसलमानों का डीएनए एक ही है तो फिर धर्मांतरण के विरोध में कानून बनाने का क्या फायदा ?
लव जिहाद के विरोध में कानून बनाने की क्या आवश्यकता है? इसका मतलब यह है कि मोहन भागवत व ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का डीएनए भी एक ही है।दिग्विजय सिंह द्वारा यह बयान मध्य प्रदेश के सीहोर में 7 जुलाई की देर रात एक श्रद्धांजलि सभा के बाद रिपोर्टर्स के सवालों पर दिया गया।
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री ने बोला कि दिग्विजय सिंह की सोच अलगाववादी वाली है
दिग्विजय सिंह द्वारा दिए गए बयान पर मध्य प्रदेश के होम मिनिस्टर नरोत्तम मिश्रा ने बोला कि सर संघ चालक मोहन भागवत की सोच राष्ट्र की एकता व अखंडता की है तो वहीं दूसरी तरफ दिग्विजय सिंह की सोच अलगाववादी वाली है। उन्होंने आगे बोला कि दिग्विजय सिंह के बयानों में केवल समाज का विभाजन व सांप्रदायिकता ही दिखाई देती है।
दिग्विजय सिंह ने बोला कि मोहन भागवत व असदुद्दीन ओवैसी एक-दूसरे के सहायक
1 दिन पहले भी दिग्विजय सिंह द्वारा एक खबर के कटिंग को ट्वीट करके मोहन भागवत तथा ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को एक दूसरे का सहायक बताया गया था। इसके पूर्व भी 5 जुलाई को दिग्विजय सिंह द्वारा ट्वीट करके बोला गया था कि मोहन भागवत जी क्या आप यह विचार अपने शिष्यों, प्रचारकों, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल कार्यकर्ताओं को भी देंगे ? क्या आप यह शिक्षा मोदी – शाह तथा बीजेपी सीएम को भी देंगे?
जगतगुरु रामभद्राचार्य ने भी आरएसएस प्रमुख को गलत ठहराया
इधर पद्म विभूषण जगदगुरू रामभद्राचार्य महाराज द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के डीएनए वाले बयान को गलत बताया गया है। उन्होंने बोला कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत का डीएनए वाला बयान अनुकूल नहीं है।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत 2 दिनों से चित्रकूट में है । 7 जुलाई को वह पद्म विभूषण जगदगुरु रामभद्राचार्य महाराज से मिलने के लिए तुलसी पीठ आश्रम गए थे । लगभग डेढ़ घंटे तक हुई इस मीटिंग के बाद रामभद्राचार्य द्वारा मोहन भागवत के बयान को गलत बताया गया था।
आरएसएस प्रमुख ने दिया था यह बयान
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की तरफ से हुए कार्यक्रम में बोला गया था कि देश में हिंदू-मुस्लिम एकता भ्रामक बात है, क्योंकि वह अलग-अलग नहीं, बल्कि एक ही है ।पूजा करने के तरीके के आधार पर लोगों में भेदभाव नहीं किया जा सकता है।
मोहन भागवत ने बोला था कि सभी भारतीयों का डीएनए एक ही है, चाहे वह किसी भी धर्म के हो । जो हिंदू यह बोलता है कि यहां मुसलमान नहीं रह सकते , तो वह इंसान हिंदू है ही नहीं ।
उन्होंने यह भी बोला कि भीड़ द्वारा पीट-पीटकर की जाने वाली हत्याओं में सम्मिलित होने वाले लोग हिंदुत्व के खिलाफ है। गाय पवित्र जानवर है ,लेकिन उसके बहाने किसी की जान लेना हिंदुत्व के विरुद्ध है।
Written By : Aarti Vishwakarma
यह भी पढ़ें
Cabinet Vistar Se Pehle Kai Mantriyon Ki Hui Chhutti , Jaaniye Kiski Gai Kursi Aur Bana Naya Haqdar
Gangster Kulbir Ki Goli Markar Hatya , Gadi Me Baithte Hi Barsai Gai Goliyan
Mamta Banerjee Ko 5 Lakh Ka Laga Jurmana , Nadigram Case Me Judge Ko Hatane Ki Kari Thi Maang