डिजिटल डेस्क : नासा के जूनो मिशन ने हाल ही में बृहस्पति के पास 38 उड़ानें भरीं। मिशन को इस साल की शुरुआत में बढ़ाया गया था और जूनो को भी बृहस्पति के चंद्रमा गैनीमेड पर उड़ान भरने के लिए निर्धारित किया गया था। जूनो अंतरिक्ष यान ने बृहस्पति और गेनीमेड दोनों से उड़ान भरी और कुछ भीषण छवियों और एक रहस्यमय ध्वनि को रिकॉर्ड किया।
नासा का कहना है कि जूनो विमान ने 50 सेकंड की आवाज रिकॉर्ड की, जिसे उसने चांद गैनीमेड के पास पहुंचते ही रिकॉर्ड कर लिया। चंद्रमा की ऑडियो क्लिप ग्रह के चुंबकीय क्षेत्र द्वारा निर्मित विद्युत और चुंबकीय रेडियो तरंगों द्वारा बनाई गई थी और इन तरंगों का पता लगाने के लिए डिज़ाइन किए गए अंतरिक्ष यान के तरंग उपकरण द्वारा पता लगाया गया था। ये ट्रिपी स्पेस एज साउंडट्रैक की तरह लगते हैं
जूनो मिशन की टीम लगातार जुपिटर के चंद्रमा गैनीमेड के उड़ान भरने के दौरान प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण कर रही है। अपने उड़ान के दौरान जूनो अंतरिक्ष यान गैनीमेड चंद्रमा की सतह से 1,038 किमी दूर था। उस समय अंतरिक्ष यान की गति 6 हजार किलोमीटर प्रति घंटा थी।टीम ने ग्रह के घूमने वाले वातावरण की सुंदरता दिखाने के लिए जूनो द्वारा ली गई तस्वीरें भी जारी कीं। इससे बृहस्पति और उसके रहस्यों को बेहतर ढंग से समझा जा सकेगा। बृहस्पति के ध्रुव पर एक तूफान की छवि ने वैज्ञानिक बिरादरी में उत्सुकता जगा दी है, क्योंकि बृहस्पति के वायुमंडलीय गतिशीलता और पृथ्वी के महासागरों के बीच समानताएं दिखाई देती हैं।
जूनो अंतरिक्ष यान के डेटा वैज्ञानिकों को ग्रेट ब्लू स्पॉट सहित बृहस्पति के चुंबकीय क्षेत्र का नक्शा बनाने में मदद कर रहे हैं। यह क्षेत्र भूमध्य रेखा पर स्थित बृहस्पति का चुंबकीय भाग है। यह ग्रेट रेड स्पॉट से बहुत अलग है, जो बृहस्पति की विशेषता बन गया है। ग्रेट रेड स्पॉट एक तूफान है जो वर्षों से ग्रह के भूमध्य रेखा पर उग्र हो रहा है।
फिलीपींस सुपर टाइफून से तबाह, कम से कम 75 की मौत
जूनो अंतरिक्ष यान के बृहस्पति पर उतरने के बाद से टीम ग्रह के चुंबकीय क्षेत्र में बदलाव देख रही है। ग्रेट ब्लू स्पॉट प्रति सेकंड लगभग 2 इंच (5.1 सेमी) आगे बढ़ रहा है और 350 वर्षों में ग्रह के चारों ओर एक क्रांति पूरी करेगा। वहीं, ग्रेट रेड स्पॉट पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और करीब 4.5 साल में ग्रह का पूरा चक्कर लगाएगा।