चित्तौड़गढ़ः चित्तौड़गढ़ जिले के बस्सी क्षेत्र का एक गांव। गुरुवार को यहां एक परिवार में दो बेटियों की शादी थी। चहुंओर खुशियों की धूम थी। क्योंकि गांव में दो बाराती आई हुई थीं। लेकिन… खुशियों के बीच एक यौनभक्षी पिशाच रामेश्वर धाकड़ (30) भी घूम रहा था। पहले 4 साल के एक बालक को उठाकर एक किलोमीटर दूर कुएं पर ले गया। दुराचार करने लगा। जगह-जगह काट खाया। मासूम बालक चीखा-चिल्लाया लेकिन यह पिशाच नहीं पसीजा। हां, लोगों के आने के डर से सहम गया। इसलिए बालक को वापस शादी स्थल पर ले जाकर छोड़ दिया।
फिर वहीं से दोपहर लगभग 3 बजे माता-पिता के साथ सो रही 3 साल की बच्ची को उठा ले गया। उसी कुएं पर। दरिंदे ने उस मासूम बच्ची को चेहरे और कान सहित शरीर पर 7-8 जगह काट खाया। फिर गला दबाकर मार डाला। उसकी मासूम चीखें हमेशा के लिए बंद कर शव कुएं में फेंक दिया। उसके बाद शादी में लौटकर बारात में शामिल हुआ, खुशियां मनाई और फिर बारात के साथ ही अपने गांव लौट गया। शाम 5 बजे तक जब बच्ची नहीं मिली तो परिजनों, ग्रामीण और पुलिस ने तलाश शुरू कर दी।
बाराती रामेश्वर के साथ कुएं पर नजर आई
देर शाम पता चला कि बच्ची तो भीलवाड़ा के बीगोद क्षेत्र के किशनपुरा निवासी बाराती रामेश्वर के साथ कुएं पर नजर आई थी। इस पर कुछ ग्रामीण रात को ही किशनपुरा पहुंचे और दरिंदे को वापस लेकर लाए। पहले तो वह गुमराह करता रहा, फिर वारदात कबूल ली। पुलिस ने आरोपी को पॉक्सो एक्ट सहित 376, 302 व एससीएसटी एक्ट की धारा के अंतर्गत गिरफ्तार किया है। मामले को केस ऑफिसर स्कीम में शामिल किया जाएगा। बच्ची के परिजनों और ग्रामीणों की मांग है- ऐसा पिशाच समाज पर कलंक है, उसे तत्काल फांसी होनी चाहिए। क्योंकि जब तक दरिंदे को फांसी देकर नजीर पेश नहीं की जाएगी, तब तक इनमें खौफ पैदा नहीं होगा। इस मांग को लेकर बस्सी कस्बे में लोगों ने जाम भी लगाया।
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रातभर कुएं में पड़ा रहा शव, सुबह रस्सी के सहारे निकालना पड़ा…
मासूम का शव रातभर कुएं में पड़ा रहा। पानी की मोटरें लगाकर कुएं का पानी तोड़ा गया। पानी ज्यादा था इसलिए मोटर सुबह तक चलती रहीं। शव नजर आया तो रस्सी के सहारे निकाला गया। बच्ची के शरीर पर 7-8 जगह काटने के निशान हैं।