उत्तराखंड एसडीआरएफ ने शनिवार की सुबह अंकिता भंडारी का शव ऋषिकेश की चिल्ला नहर से बरामद कर लिया है। एसडीआरएफ के प्रवक्ता ने अंकिता भंडारी के शव को चिल्ला नहर से बरामद किए जाने की पुष्टि की है। उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में बड़ी खबर सामने आई है। एसडीआरएफ ने चिल्ला नहर से इस शव को बरामद किया है और अंकिता के पिता ने उसके शव की शिनाख्त की है। उन्होंने कहा है कि ये अंकिता का ही शव है। बता दें कि इससे पहले धामी सरकार ने इस मामले में बड़ा एक्शन लिया था।
मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर देर रात प्रशासन की टीम ने मुख्य आरोपी पुलकित आर्या के रिसॉर्ट पर बुलडोजर चला दिया था। प्रशासन की टीम ने रिसॉर्ट के अवैध हिस्से को बुलडोजर से गिराया था। प्रदेश के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया था कि मुख्यमंत्री के आदेश के बाद पौड़ी प्रशासन और पुलिस ने कार्रवाई की थी। आधी रात को ही पुलिस टीम ने आरोपी के रिजॉर्ट को ध्वस्त करवाना शुरू कर दिया था। बता दें कि अंकिता इसी रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट काम करती थी। रिसॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करने वाली अंकिता भंडारी की नहर में धक्का देकर इसलिए हत्या कर दी गई, क्योंकि उसने गेस्ट के साथ सोने से इनकार कर दिया था। वारदात को अंजाम रिजॉर्ट के मालिक ने दो कर्मचारियों के साथ मिलकर दिया। रिजॉर्ट का मालिक हरिद्वार के भाजपा नेता विनोद आर्य का बेटा है।
अंकिता की गुमशुदगी दर्ज कराई
घटना का खुलासा करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक पौड़ी शेखर सुयाल ने बताया कि गंगाभोगपुर स्थित वनंतरा रिजॉर्ट में काम करने वाली श्रीकोट, पौड़ी निवासी अंकिता भंडारी (19) पुत्री वीरेंद्र सिंह भंडारी 18 सितंबर से लापता थी। 19 सितंबर को रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस में अंकिता की गुमशुदगी दर्ज कराई। डीएम पौड़ी ने बीती 22 सितंबर को मामला लक्ष्मणझूला पुलिस को ट्रांसफर किया। सुयाल ने बताया कि आरोपी अंकिता पर रिजार्ट में रुकने वालों से संबंध बनाने का दबाव डालते थे। अंकिता के इनकार पर विवाद हुआ। 18 सितंबर की रात आरोपियों ने शराब पीने के बाद अंकिता को मार डाला।
CM धामी का रुख सख्त
इससे पहले अंकिता की हत्या के मामले में मुख्यमंत्री धामी ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री धामी ने घटना पर दुख जताते हुए कहा पुलिस महानिदेशक को ऋषिकेश घटना को लेकर सख़्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। जिस किसी ने ये जघन्य अपराध किया है उसे हर हाल में कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। पीड़िता को न्याय दिलाना सुनिश्चित किया जाएगा।
एसआईटी का गठन
मामले में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि आज बेटी अंकिता का शव बरामद कर लिया गया। इस हृदय विदारक घटना से मन अत्यंत व्यथित है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए पुलिस उपमहानिरीक्षक पी. रेणुका देवी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर इस गंभीर मामले की गहराई से जांच के भी आदेश दे दिए हैं। आरोपियों के गैर कानूनी रूप से बने रिजॉर्ट पर बुल्डोजर द्वारा कार्रवाई भी कल देर रात की गई है। हमारा संकल्प है कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
सभी रिसार्ट की जांच के आदेश
ऋषिकेश के अंकिता हत्याकांड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी रिसार्ट की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से कहा है कि वे प्रत्येक रिसार्ट की गहनता से पड़ताल सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिए हैं कि जो रिसार्ट अवैध रूप से बने हैं अथवा अवैधानिक रूप से संचालित हो रहे हैं | उनके विरुद्ध तत्काल आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाए। साथ ही राज्यभर में स्थित होटल, रिसार्ट, गेस्ट हाउस में कार्यरत कर्मचारियों से भी उनकी स्थिति के बारे में जानकारी ली जाए। उन्होंने कहा है कि जहां भी शिकायतें मिलती हैं | उन पर गंभीरता से कार्रवाई की जानी चाहिए।
पुलिस से बचने के लिए बनाई योजना
पुलिस से बचने के लिए तीनों ने मिलकर एक योजना बनाई। योजना के तहत तीनों लोग रिसोर्ट पहुंचे और अंकिता के कमरे में होने की जानकारी रिजॉर्ट स्टाफ को देते हुए कुक से 4 लोगों के लिए खाना बनाने के लिए कहा। खाना खुद पुलकित अंकिता के कमरे में ले गया। जिससे कि अंकिता के गायब होने का शक किसी पर न जाए। सुबह अंकिता के गायब होने की जानकारी तीनों ने मिलकर योजना के तहत सार्वजनिक की। मामले में राजस्व पुलिस को भी अंकिता की गुमशुदगी दर्ज करवा दी। पूछताछ में बहस की वजह पता चली कि पुलकित आर्य अपनी रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी को रिजॉर्ट में आने वाले मेहमानों के साथ हमबिस्तर होने का दबाव बनाता था।
पुलकित आर्य समेत 3 की हुई गिरफ्तारी
गौरतलब है कि उत्तराखंड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर क्षेत्र में एक रिजॉर्ट से पांच दिन पहले संदिग्ध परिस्थितियों में लापता 19 वर्षीया अंकिता भंडारी की हत्या के आरोप में शुक्रवार को भाजपा नेता के रिजॉर्ट संचालक पुत्र और उसके दो अन्य कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया। मुख्य आरोपी पुलकित हरिद्वार के भाजपा नेता विनोद आर्य का पुत्र बताया जा रहा है। विनोद आर्य पूर्व में दर्जाधारी राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। आर्य को उत्तराखंड माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति के साथ राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया था।
बेकाबू भीड़ ने आरोपियों को कपड़े फाड़कर पीटा
रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की रिजॉर्ट के मालिक और कर्मचारियों द्वारा नहर में धक्का देकर हत्या से गढ़वाल में चारों तरफ गुस्सा है। लोगों ने शुक्रवार को ऋषिकेश थाना घेर लिया। लोगों ने हत्यारों को फांसी पर लटकाने की मांग उठाई। साथ ही पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद जब पुलिस आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के लिए ले जाने लगी तो आक्रोशित महिलाएं पुलिस के वाहन के आगे खड़ी हो गईं। लोगों ने पुलिस के वाहन में तोड़फोड़ कर आरोपियों की पिटाई कर दी। पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा। इसके आद आरोपियों को कोर्ट ले जाया गया।
आरोपी ने कबूली हत्या करने की बात
अपर पुलिस अधीक्षक पौड़ी शेखर सुयाल ने बताया कि पूछताछ में पहले तो आरोपी टाल-मटोल करते रहे और पुलिस को भ्रमित करते रहे लेकिन सख्ती से पूछने पर उन्होंने अंकिता की हत्या कर उसका शव चिल्ला नहर में फेंकने की बात स्वीकार कर ली। अपर पुलिस अधीक्षक पौड़ी शेखर सुयाल ने बताया कि अंकिता से विवाद के बाद उन्होंने यह कदम उठाया। उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ की एक टीम को चीला नहर क्षेत्र में शव को खोजने के लिए भेजा गया था । उधर, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने अशोक कुमार ने कहा कि प्रकरण में गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ हत्या एवं साक्ष्य छिपाने की धाराएं जोड़ी गयी हैं क्योंकि अंकिता की हत्या करने के बाद उन्होंने स्वयं उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई थी।
भाजपा के दबाव में रिपोर्ट लिखने में हुई देरी : यशपाल
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि तीर्थनगरी ऋषिकेश से लगे यमकेश्वर में हुई अंकिता की हत्या प्रदेश के लिए निराशाजनक स्थिति है। इस मामले में रिपोर्ट लिखने में देरी के पीछे निश्चित रूप से भाजपा का दबाव होगा। सरकार ने अंतिम समय तक आरोपी को बचाने की कोशिश की। साथ में मामले को कमजोर करने की हर तकनीकी कोशिश भी की गई |
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