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यूपी सरकार ने आधी रात को बीच सड़क से हटाई मजार
यूपी के बाराबंकी में सड़क के बीचो-बीच बनी मजार को प्रशासन ने हटवाया Barabanki Me Beech Sadak
दरअसल हाल ही में हाईकोर्ट ने गृह विभाग को यह निर्देश जारी किया था कि सड़क पर अतिक्रमण फैलाते हुए जो भी धार्मिक स्थल बनाए गए हैं उनको उस स्थान से हटाकर किसी और जगह पर स्थापित किया जाए। जिसमें 1 जनवरी 2011 या इसके बाद हुए धार्मिक स्थलों के निर्माण हटाए जाएंगे।Barabanki Me Beech Sadak
जिसके बाद हाईकोर्ट के इस आदेश के बाद गृह विभाग ने निर्देश जारी करते हुए कहा था कि अब यदि किसी जिले में कोई भी धार्मिक स्थल सड़कों पर अतिक्रमण करता दिखेगा तो इसका दोषी संबंधित जिलाधिकारी को माना जाएगा।
सरकार आई हरकत में
जिसके बाद यूपी सरकार पूरी तरह से अपने एक्शन में आ गई है और राज्य से अतिक्रमण फैला रहे धार्मिक स्थलों को जल्द से जल्द हटाने का फैसला किया है जिसके लिए ही योगी सरकार ने बाराबंकी में रोड के बीचो बीच बने अवैध मजार को हटाने का फैसला किया। Barabanki Me Beech Sadak
जिसको उस जगह से हटाकर किसी और स्थान पर स्थापित किया जाएगा।इसके साथ ही शासन ने इस काम की रिपोर्ट 2 महीने के अंदर मांगी है।
आपसी सहमति से हटाई गई मजार Barabanki Me Beech Sadak
बाराबंकी में प्रशासन ने आपसी सहमति के बाद आधी रात को सड़क के बीचो-बीच बनी पकारिया के पेड़ वाली मजार को रास्ते से हटा हटाया गया है। जिसके बाद अब उस मजार को ईदगाह के पास स्थापित किया जाएगा। Barabanki Me Beech Sadak जिसके बाद ही जिलाधिकारी पंकज सिंह ने सरकार द्वारा दिए गए सार्वजनिक स्थानों से धार्मिक स्थलों को हटाने के निर्देश पर आपात बैठक बुलाई और रोड के बीचो बीच बने इस मजार को आपसी सहमति के आधार पर हटाने के निर्देश दिए।
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी गली फुटपाथ या किसी भी सार्वजनिक स्थान पर बने ऐसे धार्मिक स्थल जो अतिक्रमण फैला रहे हैं, उनकी सूची तैयार कर ली गई है। जिसमें लगभग 160 धार्मिक स्थलों पर कार्रवाई की जाएगी।
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एंटीलिया केस आरोपी सचिन वाझे कोर्ट में होंगे पेश Ambani Antilia Suv Case
उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली विस्फोटक रखी हुई कार के मामले में पुलिस ऑफिसर सचिन वझे पर गंभीर आरोप लगे थे, जिसके चलते एनआईए ने सचिन से पूछताछ की जो कि अब पूरी हो चुकी है, और अब उन्हें एनआईए ऑफिस से कोर्ट ले जाया जाएगा। Ambani Antilia Suv Case
हाल ही में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर एक विस्फोटक रखी हुई कार मिली थी जिसमें कुछ दिनों बाद ही कार के मालिक की भी हत्या कर दी गई थी जिसके बाद से ही इस केस में उलझने और बढ़ गई थी और यह पता लगाना मुश्किल होता जा रहा था कि आखिर इसका आरोपी कौन है
सचिन होंगे कोर्ट में पेश Ambani Antilia Suv Case
जिसके चलते ही जिस कार मालिक की हत्या हुई थी उसकी पत्नी ने पुलिस ऑफिसर सचिन बजे पर गंभीर आरोप लगाए थे जिसके बाद से ही इस मामले में सचिन पर गंभीर नजर रखी गई जिसके बाद एनआईए ने सचिन से पूछताछ शुरू की जो कि अब खत्म हो चुकी है और अब सचिन को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
इसके साथ ही एनआईए की टीम में इनोवा कार को भी बरामद किया है जो घर के बाहर खड़ी स्कॉर्पियो के पीछे दो बार नजर आई थी। सूत्रों के हवाले से खबर मिली है, कि पुलिस ऑफिसर सचिन वझे ही इस कार का इस्तेमाल करते थे जिस वजह से उनके साथ साथ इसके ड्राइवर और दो और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। Ambani Antilia Suv Case
वीडियो से फंसे सचिन
इन दिनों सोशल मीडिया पर सचिन बजे का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह उसी स्कार्पियो कार के पास नजर आ रहे हैं जो हुबहू वैसी ही दिखती है जो एंटीलिया के बाहर विस्फोटक रखकर पार्क की गई थी। जिसके लिए महाराष्ट्र एटीएस वायरल वीडियो की जांच पड़ताल कर रही है।
सचिन वझे का वायरल वीडियो उस वक्त का है जब वह पुलिस टीम के साथ जर्नलिस्ट अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार करके ले जा रहे थे, जिस दौरान रिपब्लिक टीवी ने उन्हें चेज किया था। जिससे उस वीडियो में उनके पास वही संदिग्ध कार खड़ी दिखाई दे रही है, जो मुकेश अंबानी के घर के बाहर स्कॉर्पियो के पीछे मिली है। Ambani Antilia Suv Case
सचिन की हुई थी गिरफ्तारी
सचिन पर लगे आरोपों और उस वायरल वीडियो के मिलने के बाद सचिन को गिरफ्तार किया गया था। जिसमें एनआईए ने आरोप लगाया था, कि मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से भरी कार मिलने के मामले में सचिन की भी भूमिका सामने आ रही है जिसके चलते ही गिरफ्तारी की गई है।
जिसके बाद सचिन ने दी गिरफ्तारी से बचने के लिए अग्रिम जमानत की याचिका दायर की थी जिसको कोर्ट ने शुरुआती तौर पर उनके खिलाफ सबूत होने की वजह से उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी।
मुंबई पुलिस को बदनाम किया जा रहा है Ambani Antilia Suv Case
इतने बड़े मामले में एक पुलिस ऑफिसर पर आरोप लगे हैं और इसी के चलते उनसे पूछताछ भी चल रही है। जिस पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि मुंबई पुलिस को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य के अधिकार पर केंद्र अपना अधिकार जमाने की कोशिश कर रहा है। और इस केस में किसी भी केंद्रीय एजेंसी की जांच की कोई आवश्यकता नहीं थी, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह पुलिस के अधिकारों में अतिक्रमण है, और सचिन की गिरफ्तारी करने में एनआईए ने बहुत जल्दबाजी दिखाई है।
हांलांकि इस केस में एक के बाद एक नया मोड़ आता जा रहा है जो कहीं ना कहीं जांच टीमों के लिए भी हर रोज एक नया सवाल खड़ा कर रहा है। Ambani Antilia Suv Case
जिसके चलते एनआईए की टीम इस मामले से संबंधित जानकारी हासिल करने के लिए पुलिस अधिकारियों से भी मुलाकात कर रही है, तो वही कार मालिक हीरेन की मौत की जांच कर रही महाराष्ट्र एटीएस ने भी मुंबई के ठाणे में कुछ व्यक्तियों के बयान दर्ज कराएं हैं।
पत्नी ने लगाये गंभीर आरोप
पुलिस अफसर सचिन वझे पर मृतक कार मालिक हीरेन की पत्नी ने गंभीर आरोप लगाए हैं और यह भी कहा था कि जिस गाड़ी के सबूत मिले हैं वह काफी लंबे वक्त से सचिन ही इस्तेमाल कर रहे थे।
ऐसे में सचिन के खिलाफ सबूत तो हैं लेकिन कोर्ट में आगे उन पर क्या कार्यवाही होती है, और इस पूरे मामले का आरोपी कौन निकलता है यह तो कोर्ट के फैसले के बाद ही पता चलेगा। Ambani Antilia Suv Case
एनआईए ने सचिन से अपनी पूछताछ खत्म करने के बाद सचिन को कोर्ट में पेश किया है और कोर्ट से सचिन की कस्टडी की मांग की है।
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आज के आधुनिक दौर में इंसान बस भेड़ चाल चलता जा रहा है कुछ पाने की चाहत में बाकी चीजों को नष्ट करता हुआ जा रहा है थोड़ी सी निराशा उसे मौत के निकट लाकर खड़ा कर देती है फिर वह यह भी नहीं सोचते कि उनके मरने के बाद उनके पीछे उनके कुछ करीबी लोग रह जाएंगे आज के दौर में हर इंसान को अपनी समस्या का समाधान सिर्फ आत्महत्या लगता है लेकिन शायद उन्हें यह नहीं पता होता कि अगर समस्या का समाधान आत्महत्या ही होती तो धरती पर घरों से ज्यादा श्मशान घाट होते Bihar Me Ek Parivar
हत्या या आत्महत्या यह भी एक संकोच
आज के दौर में सबसे बड़ी समस्या यह भी है कि इंसान ने आत्महत्या की है या उसकी हत्या की गई है यही पता लगाना भी चुनौती भरा काम है आपको शायद याद होगा पिछले साल जून में सुशांत सिंह राजपूत की अचानक की गई आत्महत्या ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। Bihar Me Ek Parivar
आत्महत्या ने कई युवाओं के सपनों को चकनाचूर कर दिया था क्योंकि इतना बड़ा व्यक्ति जिसके पास टैलेंट है पैसा है वह आत्महत्या कर रहा है तो आम इंसान की क्या बिसात है
हालांकि इस आत्म्यहत्या ने देश में एक नई क्रांति लाई थी जहां जनता बॉलीवुड का बॉयकॉट कर रही थी और शुशांत को इंसाफ दिलाने के लिए रिया चक्रवर्ती को जेल में भेजने की मांग कर रही थी लेकिन सीबीआई जांच में अभी तक इसका पूरी तरह से कोई खुलासा नहीं हो पाया है और क्या होगा यह तो हमें भी नहीं पता है।
बिहार से आया आत्महत्या का संगीन मामला Bihar Me Ek Parivar
आत्महत्या का ऐसा ही एक मामला बिहार के सुपौल में सामने आया है जहां एक ही परिवार के 5 लोगों ने फंदे से लटक कर अपनी जान दे दी इसकी वजह आर्थिक तंगी बताई जा रही है
आपको बता दें राघोपुर में रहने वाले 52 साल के मिश्रीलाल सिंह और उनकी पत्नी 44 साल की रेणु देवी 15 साल की बेटी रोशन कुमारी और 8 साल की फुल कुमारी 14 साल के बेटे ललन कुमार के सब उनके घर में मिले थे सभी सम्मेलन की पतली रस्सी से लटके थे Bihar Me Ek Parivar
आपको बता दें मिश्रीलाल का वजन 80 किलो और उनकी पत्नी का वजन 60 किलो था पत्नी रस्सी का इतना वजन संभाल पाना बड़ा सवाल खड़ा करता है मरने वालों में सिर्फ 8 साल की बच्ची का शव लटकता मिला बाकी चार शव जमीन से टीके थे।
आँगन का दरवाज़ा बहार से कैसे बंद ?
घर का बाहर वाला गेट अंदर से बंद था और आंगन की ओर खुलने वाला गेट बाहर से बंद था बताया यह भी जा रहा है कि मिश्रीलाल नशे के आदी थे वह कोई काम भी नहीं करते थे इसी आधार पर मामला पहले आर्थिक तंगी की वजह से खुदकुशी का समझा जा रहा था। Bihar Me Ek Parivar
आपको बता दें मिश्रीलाल के पड़ोसी मुखिया मोहम्मद तसलीम समेत कई अन्य लोगों ने इस घटना की वजह आर्थिक तंगी बताइ उनका कहना था कि मिश्रीलाल 2 साल से कोई काम नहीं कर रहा थें और उन्हें शराब की लत थी इसी चक्कर में उनकी 10 कट्ठा जमीन बिक चुकी थी बची हुई 5 कट्ठा जमीन ना बिक पाने से पैसों की किल्लत हो गई खाने के पैसे नहीं थे इसलिए पूरा परिवार फंदे से लटक गया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पिछली बार राशन की दुकान पर देखा गया था जहां से वह 70 किलो का हाथ लेकर आई थी इसके लिए ₹210 दिए थे मतलब घर में खाने का सामान ना होने पर संभव नहीं है अगर मिश्रीलाल को शराब की लत थी तो वह 70 किलो अनुराधा शराब की फिक्र करते इसलिए आर्थिक तंगी का आधार सही नहीं है।
मिश्रीलाल के बड़े भाइयों पर कोई असर नही Bihar Me Ek Parivar
आपको बता दें पुलिस ने जब शवों को बाहर निकाला था तो सभी नए कपड़े पहने हुए थे एक साथ पांच शव को देखकर गांव में लोग काफी डर गए थे जहां गांव के लोग खौफ में थे वही मिश्रीलाल के दोनों बड़े भाइयों पर कोई असर नहीं हुआ दोनों के परिवार गांव वालों की ही तरह मूकदर्शक बनकर सब देख रहे थे
बता दें की परिवार में जब बंटवारा हुआ था तब मिश्रीलाल को 15 कट्ठा जमीन मिली थी 5 कट्टे का कागज नहीं मिलने के कारण उसे बेच नहीं पा रहा था वही लोगों का यह भी कहना है कि मिर्ची लाल की बड़ी बेटी नीतू कुमारी ने परिवार की सहमति के बिना लव मैरिज की थी Bihar Me Ek Parivar
गांव वालों ने बताया कि फिलहाल उत्तर प्रदेश में रह रही बेटी का कोई पता नहीं है मिश्री लाल का परिवार किन हालात में गुजर रहा था सुसाइड की कोई वजह थी या नहीं यह तो आने वाला वक्त ही बता सकता है
सुपौल पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है ऐसी मनोज कुमार ने बताया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही कुछ कहा जा सकेगा
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किसान आंदोलन के समर्थन से जुड़े टूलकिट एडिट करने के मामले में चर्चा में रही क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि ने शनिवार के दिन सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा।Disha Greta Toolkit Case
दिशा ने पोस्ट में अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने लिखा कि मेरी आज़ादी का उल्लंघन किया गया। TRP चाहने वाले न्यूज चैनलों ने तो मुझे मुजरिम ही करार दे दिया।
टूलकिट मामले में गिरफ्तारी का किया ज़िक्र Disha Greta Toolkit Case
फरवरी माह में पुलिस और न्यायिक हिरासत में बिताए गए समय को याद करते हुए दिशा रवि ने लिखा कि मैंने अपने आपको को ये विश्वास करने पर मजबूर किया कि इस सबसे गुजरने का सिर्फ एक ही तरीका है कि मैं यह सोच लूं कि मेरे साथ ये सब नहीं हो रहा है।
पुलिस ने 13 फरवरी 2021 को मेरे दरवाजे पर दस्तक नहीं दी। उन्होंने मुझे पटियाला हाउस कोर्ट में पेश ही नहीं किया। Disha Greta Toolkit Case
तिहाड़ जेल में बिताया गया समय याद करके दिशा रवि बोलीं कि 5 दिन खत्म होने पर (19 फरवरी को) मुझे 3 दिन की न्यायिक हिरासत में भी भेज दिया गया। तिहाड़ जेल में मुझे हर दिन के हर घंटे के हर मिनट के हर एक सेकंड का पता था।
अपने सेल में बंद होकर मैं यह सोच रही थी कि आखिर इस पर्यावरण के बारे में सोचना कब से अपराध हो गया।बता दें की 23 फरवरी को अदालत ने दिशा रवि को रेगुलर बेल दे दी थी।
शुभम चौधरी ने मांगी अग्रिम जमानत
आपको बता दें की टूलकिट मामले में एक्टिविस्ट शुभम चौधरी ने कोर्ट से अग्रिम जमानत मांगी है। बता दें की बॉम्बे हाईकोर्ट ने अभी हाल ही में चौधरी को 12 मार्च तक के लिए अग्रिम जमानत दे दी थी, ताकि वो दिल्ली में कोर्ट से राहत ले सकें।
और साथ ही इसके अलावा कोर्ट इंजीनियर से नेता बने शांतनु मुलुक ,वकील निकिता जैकब की अग्रिम जमानत पर सुनवाई करेगा। इन दोनों को ही 15 मार्च तक के लिए गिरफ्तारी से बचने की सुरक्षा दी गई थी। Disha Greta Toolkit Case
बता दें की दिशा , मुलुक और जैकब पर किसानों के विरोध से संबंधित मामले में साजिश और देशद्रोह करने के आरोप लगे हैं। पुलिस के अनुसार टूलकिट के जरिए भारत को बदनाम करने की कोशिश की गई है और यह हिंसा का कारण भी बनी।
अपनी जमानत याचिका में मुलुक का दावा है कि उन्होंने केवल आंदोलन के बारे में जानकारी देते हुए ये दस्तावेज बनाए थें। और इसे बाद में उनकी जानकारी के बगैर दूसरों ने एडिट किया।
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अगर लापरवाही की तो, प्लेन से उतार दिए जाएंगे।
देश में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है जिस वजह से सरकार फिर से कोरोना नियमों को लेकर सख्त होती नजर आ रही है।Agar Laparwahi Ki To
देश के कई राज्यों में तो मामले इतने बढ़ चुके हैं की राज्य के कई जिलों में लॉकडाउन तक लगा दिया गया है। और इसके साथ ही करो ना नियमों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया है।
इसी बीच कोरोना के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए हवाई यात्राओं के लिए भी सख्त नियम लागू कर दिए गए हैं, जिसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही को सहन नहीं किया जाएगा।
अगर लापरवाही की तो प्लेन से होंगे बाहर Agar Laparwahi Ki To
आपको हवाई यात्रा के दौरान कोरोना महामारी के चलते पूरी सावधानी बरतनी होगी और अगर ऐसा नहीं करते हैं,तो यात्री के खिलाफ डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन सख्त एक्शन लेगा।
जिसके लिए डीसीजीए ने कहा कि आपको हर वक्त मास्क पहन कर रखना होगा और इसके साथ ही यात्रा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा और अगर यात्री ऐसा नहीं करता है तो उसे प्लेन से उतार दिया जाएगा।Agar Laparwahi Ki To
इसके साथ ही डीजीसीए ने यह भी कहा कि अगर कोई यात्री बार-बार नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसे उपद्रवी यात्री करार देकर हमेशा के लिए हवाई यात्रा से बैन कर दिया जाएगा।
दिल्ली हाईकोर्ट ने डीजीसीए को जारी की थी गाइडलाइंस।
दर्शन कुछ समय पहले दिल्ली उच्च न्यायालय ने हवाई यात्रा के दौरान मास्क को ठीक से ना पहनने वालों पर सख्त टिप्पणी की थी जिसके बाद ही सभी घरेलू एयरलाइंस और डीसीजीए को गाइडलाइंस जारी कर दी गई थी।Agar Laparwahi Ki To
जिसके अनुसार नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए दंडात्मक कार्यवाही और विमान की समय-समय पर जांच करना जरूरी होगा।
जिस पर न्यायमूर्ति सी हरि शंकर ने कहा कि उन्होंने खुद लोगों को हवाई यात्रा के दौरान कहां से मास्क पहने हुए नहीं देखा था जिसके बाद ही उन्होंने स्थिति का संज्ञान लिया और तत्काल निर्देश जारी किए।
डीजीसीए ने क्या-क्या दिए दिशा निर्देश ? Agar Laparwahi Ki To
हवाई यात्रा के दौरान यात्रियों को हर वक्त पहन कर रखना होगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा मास्क को नाक के नीचे तब तक नहीं किया जा सकता जब तक कोई अपवाद की स्थिति ना हो।
एयरपोर्ट पर यात्रियों के प्रवेश के वक्त तैनात सीआईएसएफ और अन्य पुलिस कर्मचारी यह ध्यान रखेंगे कोई भी बिना मास्क के अंदर प्रवेश ना करें जिसके लिए सी ए एस ओ आर अन्य सुपरवाइजर अधिकारी इससे निजी तौर पर देखेंगे।
चेतावनी के बाद लिया जाएगा एक्शन
एयरपोर्ट डायरेक्टर और टर्मिनल मैनेजर को आदेश दिया गया है कि यात्री हवाई अड्डे पर भी ठीक से मास्क लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो कर रहे हो और अगर कोई नियमों का पालन नहीं करता है तो उसे चेतावनी देने के बाद सुरक्षा एजेंसियों के हवाले कर दिया जाएगा। जिसके बाद कानून और नियम के मुताबिक एक्शन लिया जा सकता है।
डिपार्चर से पहले प्लेन में बैठा कोई भी यात्री अगर चेतावनी के बाद भी सही तरीके से मास्क नहीं पहनता है तो उसे तुरंत उतार दिया जाएगा।Agar Laparwahi Ki To
इसके साथ ही अगर यात्रा के दौरान भी बार-बार मास्क पहनने से इंकार करता है या नियमों का पालन नहीं करता है तो उसके साथ ‘उपद्रवी यात्री’ की तरह व्यवहार किया जाएगा।
ऐसे में हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों को पूरी तरह से सतर्क हो जाना चाहिए और अगर वो यात्रा के दौरान किसी भी तरह की लापरवाही बरतते हैं तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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चार दिन बंद रहेंगे बैंक: क्या है कारण?
अगर आप लोगों का किसी राष्ट्रीय कृत बैंक में खाता है और बैंक में आपका कोई बेहद जरूरी और महत्वपूर्ण काम है तो उसे जल्द से जल्द निपटा लें। क्योंकि 4 दिन तक आप बैंक से जुड़ा कोई भी काम नहीं कर पाएंगे, क्योंकि अगले 4 दिनों तक बैंक लगातार बंद रहेंगे। Agle 4 Din Band
अगले सात दिनों में पांच दिन बैंकों में छुट्टी रहेगी। गुरुवार यानी 11 मार्च को शिवरात्रि है , जिसकी वजह से कई राज्यों में छुट्टी है , उसके बाद केवल शुक्रवार को ही बैंक खुले रहेंगे लेकिन, उसके ठीक दूसरे दिन शनिवार और रविवार को बैंकों में छुट्टियां रहेंगी
सोमवार को बैंक खुलना चाहिए था लेकिन, आपको बता दें की 15-16 मार्च को बैंकों में हड़ताल है. जिसकी वजह से अगले सात दिनों में पांच दिन बैंक बंद रहेंगे Agle 4 Din Band
जिन लोगों को इस हड़ताल की जानकारी है और जिनका बैंक में कोई अति महत्वपूर्ण काम है तो उन लोगों की भीड़ अभी से बैंकों में देखी जा रही है क्योंकि 4 दिन बैंक लगातार बंद रहने की वजह से लोगों के कई काम अटक सकते हैं।
आखिर किस वजह से हो रही है बैंकों में हड़ताल?
बैंक में 2 दिन तो अवकाश रहेगा लेकिन उसके बाद 2 दिन हड़ताल का आवाहन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने किया है जिसकी वजह से बैंक चार दिनों तक बंद रहेंगे।
दरअसल सरकार द्वारा सरकारी बैंकों को निजी करण में लाए जाने के प्रस्ताव के खिलाफ यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने 2 दिन की हड़ताल का ऐलान किया है जिसमें यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस की 9 बैंकों का मिलाप रहेगा। जिस वजह से बैंक लगातार चार दिनों तक बंद रहेंगे। Agle 4 Din Band
हाल ही में सरकार द्वारा पेश किए गए बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सार्वजनिक क्षेत्र के 2 बैंकों के निजीकरण का प्रस्ताव रखा है। अगले वित्तीय वर्ष में सरकार ने विनिवेश के जरिए बड़ी राशि जुटाने का प्रस्ताव किया है।
इसके साथ ही सरकार इससे पहले भी आईडीबीआई बैंक में अपनी अधिकांश हिस्सेदारी भारतीय जीवन बीमा निगम को भेज चुकी है। जिसके तहत पिछले 4 साल में सार्वजनिक क्षेत्र के 14 बैंकों का विलय किया जा चुका है।
सरकार से समाधान न निकलने पर हड़ताल के लिए किया ऐलान।
सरकारी बैंकों का निजीकरण करने के प्रस्ताव के लिए यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने 10 मार्च को मुख्य श्रम आयुक्त के साथ समाधान बैठक भी की थी हालांकि उसमें कोई भी सकारात्मक परिणाम नहीं निकला। Agle 4 Din Band
जिस पर ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने एक बयान में कहा कि मुख्य श्रम आयुक्त के साथ हुई बैठक में कोई सकारात्मक परिणाम ना निकलने की वजह से लगातार दो दिन हड़ताल करने का फैसला लिया गया है। जिसमें बैंकों के लगभग 10 लाख कर्मचारी और अधिकारी शामिल होंगे।
ग्राहकों को दी जा चुकी है सूचना Agle 4 Din Band
सभी बैंक जो 2 दिन अवकाश और 2 दिन हड़ताल की वजह से लगातार चार दिन बंद रहेंगे, उन्होंने अपने सभी ग्राहकों को इस बारे में पहले से सूचित कर दिया है जिस वजह से उन्हें बैंक से जुड़े किसी भी काम की वजह से दिक्कत का सामना ना करना पड़े।
भारतीय स्टेट बैंक सहित ज्यादातर बैंक के जो बंद रहेंगे, उन्होंने इस बारे में अपने ग्राहकों को पहले से सूचना दे दी है। हालांकि बैंकों ने यह भी कहा है कि पेंट शाखाओं में कामकाज को सामान्य बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। Agle 4 Din Band
अब ऐसे में जिन लोगों का बैंक से जुड़ा कोई भी जरूरी काम है वह हड़ताल से पहले ही निपटा लें ताकि उन्हें उनके काम में रूकावट का सामना ना करना पड़े।
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भारत का अभिन्न अंग जम्मू कश्मीर हमेशा से विवादित राज्य रहा है हमेशा से वहां पर आए दिन पाकिस्तान द्वारा आतंकी हमले कराए जाते रहे हैं आए दिन वहां पर कोई ना कोई बम धमाके हुआ करते हैं Uttari Kashmir Me Phir
जम्मू कश्मीर को स्पेशल स्टेटस प्रदान करने वाली धारा 370 को 5 अगस्त 2019 को हटा दी गई थी उसके बाद पूरे राज्य में इंटरनेट बंद कर दिए गए थे और वहां कर्फ्यू लगा दिया गया था वहीं जम्मू-कश्मीर मैं विवादित बयान देने वाले नेताओं यानी फारुख अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को नजरबंद कर दिया था
कश्मीर में फिर हुआ आतंकी हमला Uttari Kashmir Me Phir
एक बार फिर उत्तरी कश्मीर में बारामूला जिले के सोपोर इलाके में आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला कर दिया इस हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के दो एसपीओ घायल हो गए हैं जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है
इसके साथ ही हमलावरों की तलाश में इलाके की घेराबंदी कर सुरक्षा बलों द्वारा तलाशी का अभियान शुरू किया जा चुका है सुरक्षा बलों की ओर से चलाए जा रहे आतंक विरोधी अभियान से आतंकी संगठन बौखलाए हुए हैं और छोटे मोटे हमले कर रहे है भारत और पाकिस्तान के बीच में चाहे कोई भी करार हो जाये पर पाकिस्तान कभी भी अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आएगा Uttari Kashmir Me Phir
11 मार्च तक 11 आतंकी मारे गए
वंही आपको बता दें इस साल 11 मार्च तक 11 आंतकियों को खत्म किया जा चुका है इसी के चलते सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर स्थानीय लोगों को डराने में जुटी हुई है जिसके लिए वो नापाक साजिश भी रच रही है
9 मार्च को ख्वाजा संगठन का मास्टरमाइंड सरगना गनी ख्वाजा मारा गया था साल 2000 में हथियारों की ट्रेनिंग लेने पाकिस्तान गया था वहां से 2002 में लौटा और 2007 में पीसीएस के तहत गिरफ्तार भी किया गया था Uttari Kashmir Me Phir
और बाद में उसे 2008 मे छोड़ दिया गया था मई 2018 में ख्वाजा ने हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हो गया था वहीं आपको बता दें सुरक्षाबलों ने जैसे मोहम्मद के दो आतंकी आदिल अहमद भट्ट और जाहिर अमीन राठौर को 11 मार्च को बिजबिहाड़ा के कादीपोरा इलाके में मार गिराया था
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कॉन्स्टेबल पद पर ट्रांसजेंडर्स की भर्ती
समाज में ट्रांसजेंडर्स को लेकर तो लोगों की काफी मिली जुली भावनाएं हैं, कुछ लोग इनको आम जनता की तरह ही देखते हैं तो वहीं कुछ लोग की भावनाएं इन लोगों के लिए काफी गिरी हुई होती हैं। Transgenders Ki Constable Pad
लोग बेवजह बिना किसी बात के इन लोगों को न जाने क्यों एक अपराधी की तरह देखते हैं कि जैसे इन्होंने कोई बहुत बड़ा गुनाह कर दिया हो। लेकिन उन्हें यह नहीं समझ आता कि जो वो हैं, वह किसी प्रकार का कोई गुनाह नहीं है , बल्कि वह हमसे कुछ अलग तो जरूर हैं लेकिन कोई अपराधी नहीं। Transgenders Ki Constable Pad
ना जाने हमारे सामने कितने ऐसे के मामले आए हैं जिनमें बिना किसी वजह के ट्रांसजेंडर्स को सताया गया है और कई तो ऐसी खबरें आई हैं जहां उनकी हत्याएं तक की गई हैं। अब ऐसे में वह खुद को सुरक्षित और मजबूत कैसे बनाएं यह एक चिंता का विषय है।
सरकार कर रही सहयोग Transgenders Ki Constable Pad
जिस वजह से ही अब सरकार द्वारा भी इन को मजबूती प्रदान करने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं जिसमें इनको शिक्षा ग्रहण करने और कई जगहों पर कार्य करने के मौके प्रदान किए जा रहे हैं।
इनको एक थर्ड जेंडर की उपाधि देकर समानता का अधिकार प्रदान किया गया है जिस वजह से यह किसी भी विभाग में कार्य कर सकते हैं और अपनी इच्छा अनुसार शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं। और अगर कोई इनके साथ किसी भी तरह का अपराध करता है तो वह सजा का पात्र होगा। Transgenders Ki Constable Pad
इसी विषय के चलते छत्तीसगढ़ पुलिस की ओर से एक बहुत ही सराहनीय और अतुलनीय कदम उठाया गया है, जिसमें प्रदेश में ट्रांसजेंडर को कॉन्स्टेबल के पद पर भर्ती किया गया है।
कुल 259 पदों में से 13 पदों पर ट्रांसजेंडर्स का चयन Transgenders Ki Constable Pad
छत्तीसगढ़ पुलिस में ऐसा पहली बार हुआ है जब प्रदेश में जारी हुए परिणाम के अनुसार कुल 259 पदों पर पूरे राज्य से उम्मीदवारों का चयन हुआ है, जिनमें से 13 ट्रांसजेंडर्स को पुलिस आरक्षक के रूप में छत्तीसगढ़ पुलिस में भर्ती किया गया है।
जिस वजह से पुलिस में ट्रांसजेंडर्स के चयन होने के कारण ट्रांसजेंडर समुदाय में खुशी और गौरव की लहर है।छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य होगा जहां इतनी संख्या में ट्रांसजेंडर को पुलिस में शामिल किया गया है।
प्रतिभागियों ने किया पुलिस को धन्यवाद
ट्रांसजेंडर्स को यह मौका मिलने पर प्रतिभागी सोनिया ने कहा, यह एक बड़ा अवसर है और हम पुलिस विभाग को धन्यवाद देना चाहते हैं। यह पहल हमारे समुदाय को देखने के तरीके में बदलाव लाएगी।
छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग में चयन किए गए पुरुषों की संख्या 1736 महिलाओं की संख्या 289 और ट्रांसजेंडर्स की संख्या 13 है। Transgenders Ki Constable Pad
जिसके बाद से ही सभी ट्रांसजेंडर प्रतिभागियों में खुशी की लहर है और सभी ने पुलिस विभाग का तहे दिल से धन्यवाद करते हुए कहा है कि यह मौका हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं।क्योंकि हो सकता है शायद इसी से समाज में हमारे प्रति जो हीन भावना है उसे दूर किया जा सकता है।
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कृषि कानून के विरोध में दिल्ली सीमा पर चल रहे प्रदर्शन को 100 से अधिक दिन हो गए हैं। किसानों ने सर्दी को सहने के बाद गर्मी की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
इतने समय के बाद भी किसानों का हौसला टूट नहीं रहा है। किसानों ने दृढ़ निश्चय कर लिया है कि जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेगी तब तक वह दिल्ली की सीमा से वापस अपने घर नहीं जाएंगे। Kisan Pahunche Pakshim Bangaal
किसानों ने जब आंदोलन शुरू किया था तो किसानों का मानना था कि वह राजनीति में नहीं पड़ना चाहते और इसलिए किसी भी राजनीतिक पार्टी या नेता को अपने आंदोलन में हिस्सा लेने नहीं देंगे।
यहां तक की जब दिल्ली के मुख्यमंत्री किसानों से मिलने पहुंचे थे तो उन्हें आंदोलन स्थल से बहुत पहले रोक दिया गया था यह कहकर कि वह इस आंदोलन को राजनीतिक रूप नहीं देना चाहते।
अपने मुद्दे से भटकता नज़र आ रहा आन्दोलन Kisan Pahunche Pakshim Bangaal
लेकिन 100 दिन बीत जाने के बाद किसानों का आंदोलन कृषि कानूनों से कुछ भटकता हुआ नजर आ रहा है । किसान अपनी मांगों को मनवाने के लिए इतने ज्यादा अग्रसर हो गए हैं, वह अब राजनीति में प्रवेश करने लगे हैं। किसानों और केंद्र सरकार के बीच की खाई गहराती जा रही है।
दोनों ही पक्षों के बीच काफी समय से कोई वार्ता ना होने के कारण किसानों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है, जिसका फायदा विपक्षी दल खूब उठा रहा है। Kisan Pahunche Pakshim Bangaal
कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल महापंचायत को संबोधित कर केंद्र पर हमलावर रुख अपना रहे हैं। किसानों के आंदोलन को अपने राजनीतिक फायदे के लिए विपक्षी पार्टियां इस्तेमाल कर रही हैं।
तो वहीं अब भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी इस आंदोलन को राजनीतिक रुप देने लग गए हैं।
किसान भापजा को वोट न देने की कर रहे अपील Kisan Pahunche Pakshim Bangaal
बंगाल में चुनाव के मद्देनजर राकेश टिकैत राज्य में रैलियां निकालेंगे जिसमें उन्होंने भाजपा को घेरने की रणनीति बनाई है।
इसके साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा बंगाल में पहुंचकर नागरिकों से बात कर उन्हें भाजपा को वोट ना देने के लिए कह रहा है। Kisan Pahunche Pakshim Bangaal
संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि बंगाल के किसान भाजपा को वोट ना दें और पार्टी का बहिष्कार करें।
तो वही दूसरी ओर दिल्ली बॉर्डर पर किसानों की घटती हुई संख्या के बीच प्रदर्शनकारी किसानों ने सोनीपत में जीटी रोड पर पक्का निर्माण करने के बाद अब टिकरी बॉर्डर पर भी पक्के मकान बनाने शुरू कर दिए हैं।
हौसलों की तरह मकान भी पक्के Kisan Pahunche Pakshim Bangaal
किसान सोशल आर्मी ने स्थाई निर्माण बना लिया है और कई जगहों पर भी निर्माण कार्य जारी है। इस निर्माण कार्य को लेकर किसान सोशल आर्मी से जुड़े अनिल मलिक के अनुसार यहां पर निर्मित घर पक्के तौर पर मजबूती के साथ बनाए गए हैं जैसे कि प्रदर्शनकारी किसानों के हौसले हैं।
टिकरी बॉर्डर पर अब तक 25 पक्के घर बना दिए गए हैं। हजार – दो हजार और घर इसी तरह बनाए जाएंगे। Kisan Pahunche Pakshim Bangaal
कानून बनाने में नही ली थी अनुमति
किसानों के अनुसार जिस प्रकार केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों को बनाने से पहले किसी की अनुमति नहीं ली उसी तरह से किसान भी यह पक्के घर बनाने से पहले किसी की अनुमति लेना आवश्यक नहीं समझते।
गौरतलब है किसानों द्वारा किया जा रहा है यह निर्माण अवैध सा प्रतीत हो रहा हैं। तो वही आंदोलन को राजनीतिक रूप न देने की बात किसानों की अब कहीं पीछे छुटती हुई नजर आ रही है।
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आपको बता दें की पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हुए हमले के मामले में राज्य के मुख्य सचिव अलापन बंदोपाध्याय ने निर्वाचन आयोग को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि ममता के पैर में चोट उनकी कार के दरवाजे से ही लगी थी। हालांकि उन्होंने अपनी रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं किया है कि ममता को कार के दरवाजे से चोट आखिर किस तरह से लगी।
CS की रिपोर्ट में किसी प्रकार के कोई हमले का ज़िक्र नहीं Mamta Ko Car Ke
राज्य के सीईओ ऑफिस के एक अधिकारी के अनुसार घटना वाले स्थान पर काफी संख्या में भीड़ थी। रिपोर्ट में बताया गया है कि मौके की क्लियर फुटेज नहीं हैं।घटना के बाद दीदी ने आरोप लगाया था कि 4-5 लोगों ने उनको धक्का दिया था। Mamta Ko Car Ke
जिला प्रशासन के एक सीनियर अफसर के अनुसार उस इलाके में सिर्फ एक दुकान पर ही CCTV कैमरा लगा था और वह भी काम नहीं कर रहा था। यहां तक कि मौके पर मौजूद रहे लोग भी कुछ खास जानकारी नहीं दे पाए हैं। इससे किसी निष्कर्ष पर पहुंचना संभव नहीं है।
चुनाव आयोग ने मुख्य सचिव और दो ऑब्जर्वर को शनिवार की शाम तक विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है। उधर, तृणमूल कांग्रेस के नेता रिपोर्ट गलत होने का आरोप भी लगा रहे हैं। उनका कहना है कि कुछ लोगों ने ममता बनर्जी को घायल करने के इरादे से ही उन पर हमला किया था। ममता बुधवार को नंदीग्राम में कथित हमले में घायल हो गई थीं।
7 दिनों के बाद फिर से होगा चेकउप Mamta Ko Car Ke
ममता बनर्जी को शुक्रवार शाम कोलकाता के SSKM (एसएसकेएम) अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी। वो व्हीलचेयर पर बाहर निकलीं। डॉक्टरों के मुताबिक ममता की हालत में अभी सुधार है।
बता दें की अस्पताल के डॉक्टर उन्हें 48 घंटे ऑब्जर्वेशन में रखना चाहते थे, मगर ममता के कहने पर उन्हें पहले ही डिस्चार्ज कर दिया गया। डॉक्टरों ने उन्हें कुछ जरूरी सलाह दी है और 7 दिन बाद दोबारा फिर से चेकअप कराने को कहा है।
ममता के अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद उनके भतीजे और तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी उन्हें कार से घर ले गए। ममता बोलीं के हमले और चोट लगने के बाद भी वे रुकेंगी नहीं, बल्कि वो व्हील चेयर से ही चुनाव प्रचार करेंगी। Mamta Ko Car Ke
चुनाव आयोग के अधिकारियों से मिले थे TMC नेता
TMC (तृणमूल कांग्रेस) नेता सौगत रॉय ने पार्टी नेताओं के साथ चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात करके शिकायत की थी। वो बोले कि हमने हमले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।
जब घटना हुई,तब वहां कोई भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। सौगत ने यह भी आरोप लगाया कि ममता पर हमला उन्हें जान से मारने के लिए करवाया गया था और हमले के पीछे किसी की गहरी साजिश छिपी हुई है।Mamta Ko Car Ke
रॉय बोले , ‘अब जांच की जिम्मेदारी आयोग के ऊपर है। हमने आयोग से किसी तरह की विशेष जांच करने की मांग बिलकुल नहीं की है, लेकिन हम यह चाहते हैं कि जांच किसी भेदभाव के बिना की जाए।
‘ ममता बुधवार के दिन नंदीग्राम में कथित हमले में घायल हो गई थीं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दो दिन बाद वे अस्पताल से व्हीलचेयर पर बैठकर बाहर निकलीं। दीदी ने अपने समर्थकों का हाथ जोड़कर अभिवादन भी किया।
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आपको बता दे आगामी पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं जिसमें से पश्चिम बंगाल राज्य सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जा रहा है इस राज्य में पिछले 10 साल से टीएमसी राज करती आ रही है और ममता के गढ़ को हिलाने के लिए बीजेपी सरकार ने बीजेपी सरकार भी कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
बीजेपी ने किए वादों की बौछार Ismriti Irani Ne Mamta
पश्चिम बंगाल की जनता के दिलों में अपनी जगह बनाने के लिए बीजेपी सरकार के दिग्गज नेताओं ने राजकीय अलग इलाकों में जनता को संबोधित किया और उन पर वादों की बौछार किए। उधर टीएमसी भी अपने गढ़ को बचाने के लिए साम-दाम-दंड-भेद अपना रही है
जनता को लुभाने के लिए जहां ममता बनर्जी ने चंडी पाठ पढ़ा वहीं जनता अगर प्रेम से ना मानी तो टीएनसी नेताओं ने धमकी भी दे डाली है जी हाँ टीएमसी नेता तपन दास गुप्ता ने कहा कि यदि जनता हमें वोट नहीं देती है तो उसके इलाके से पानी और बिजली बंद करवा दी जाएगी और इसके लिए वह बीजेपी से कह सकते हैं
ममता शुभेन्दु आमने-सामने
आपको बता दे पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है वहीं पश्चिम बंगाल चुनाव की हॉट सीट नंदीग्राम से भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने अपना नामांकन भर दिया है
यहां से उनका सीधा मुकाबला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से होगा 2 दिन पहले ममता बनर्जी ने यहां से अपना पर्चा भरा था जिसके बाद वह एक हमले का शिकार हो गई वह इस हमले को लेकर टीएमसी सांसद काली पट्टी बांधकर चुनाव आयोग मिलने गए और उनसे उच्च स्तर की मांग की Ismriti Irani Ne Mamta
आपको बता दें इस हमले को लेकर टीएमसी और भाजपा के नेताओं के बीच में जुबानी जंग अपनी चरम सीमा पर है वही टीएमसी नेता सौगत रॉय ने कहा कि जिस समय यह घटना हुई तो पुलिस वहां मौजूद नहीं थी
उन्होंने आगे कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि इस मामले के पीछे कोई बड़ी साजिश थी इसी के मद्देनजर केंद्र मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि मुझे नहीं पता ममता बैनर्जी पर किसने हमला किया या क्या योजना थी इसकी जांच होनी चाहिए मुझे नहीं लगता कि इसमें राजनीति शामिल होगी उन पर पहले कभी हमला नहीं हुआ ऐसा अब कोई कैसे कर सकता है
ममता बनर्जी राज में 10 साल से सत्ता में है पर अब लोग बदलाव चाहते हैं उन्होंने कहा कि रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया बंगाल में 15 से 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और भाजपा को समर्थन देगी वही हल्दिया में एक रैली के दौरान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि 2 दिन पहले दीदी ने कहा था मुझ पर लाठीचार्ज किया गया है लेकिन वो शुभेंदु अधिकारी भेजने पहले चोट लगी थी और 2006 2007 में वह भूमि अधिग्रहण आंदोलन के लिए लड़े थे
इस्मृति ईरानी ने ममता पर जमकर किए हमले
आपको बता दें हल्दिया में रैली को संबोधित करते हुए ईरानी ने कहा कि मैंने दीदी से पूछा कि किस बेटी को वोट देना है जिन्होंने 80 साल की वृद्ध महिला की पिटाई की जिन्होंने भाजपा के कार्यकर्ताओं की हत्या की
जिन्होंने सरस्वती पूजा और दुर्गा विसर्जन की अनुमति नहीं दी जा फिर उसे जो नंदीग्राम आकर चंडी पाठ करती हैं और कहती हैं कि खेला होबे मैं दिल्ली मे आगे स्मृति ईरानी ने कहा कि बोल रहा है नंदीग्राम जय श्री राम Ismriti Irani Ne Mamta
वही ममता बनर्जी पर हुए कथित हमले को लेकर दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया और प्रधानमंत्री मोदी भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा पर तंज कसते हुए कहा प्रधानमंत्री मोदी जी को फोन करना चाहिए ये छोटी मोटी बातें जो स्वास्थ्य लोकतंत्र का प्रतीक हुआ करती थी अब खत्म होती जा रही हैं
अब इस इस शह और मात के खेल में किस की जमानत जप्त होगी और किसको सिंहासन मिलेगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा क्योंकि चुनावी पिक्चर अभी बाकि है
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देश मे कृषि कानून विरोधी आंदोलन को कुंडली बॉर्डर पर 105 दिन बीत चुके हैं।लंबे समय से चले आ रहे किसान आंदोलन पर सभी विपक्षी पार्टियों और देश और विदेश के नागरिक केंद्र के प्रति आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं किसानों का संघर्ष अभी भी खत्म नहीं हुआ है और किसानों ने गर्मी के मौसम के लिए भी दिल्ली बॉर्डर पर तैयारी करना शुरू कर दिया है । Garmi Se bachne Ke Intezaam
किसानों का कहना है जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी तब तक वापस नहीं जाएंगे वंही कड़ाके की ठंड के बाद अब यहां बैठे आंदोलनकारियों को गर्मी सताने लगी है। इसे देखते हुए आंदोलनकारियों ने धरनास्थल पर पक्के निर्माण शुरू कर दिए हैं।
गर्मी से बचने के लिए कर रहे इंतेजाम Garmi Se bachne Ke Intezaam
प्लास्टिक व कपड़ों की तिरपाल से बने तंबू में बढ़ती गर्मी और धूप से होने वाली परेशानी को देखते हुए रहने के लिए ईंटों से निर्माण कार्य शुरू किया गया है। इसके लिए पंजाब से ट्रैक्टर-ट्रालियों में ईंटें भरकर लाईं गईं हैं।
कुंडली बॉर्डर पर जीटी रोड का जाम करके धरना दे रहे आंदोलनकारियों ने गर्मी से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय शुरू कर दिए हैं। एसी ट्राली व एसी तंबुओं के अलावा अब रोड पर भी पक्का निर्माण शुरू किया गया है।
कुंडली में जीटी रोड पर पानीपत-दिल्ली लेन पर मुख्य मंच से थोड़ा आगे ईंट व सीमेंट से कमरों का निर्माण शुरू किया गया है। अभी कमरों की नींव बनाने का काम शुरू हुआ है। इन कमरों के ऊपर सरकंडे व पराली से छत बनाई जाएगी, ताकि अंदर ठंडक रहे।
एसी कूलर के भी हो रहे इंतेजाम Garmi Se bachne Ke Intezaam
वंही ईंट से कमरों का निर्माण करने वालों ने बताया कि यहां पर आंदोलनकारियों के लिए रैन बसेरे की तर्ज पर कमरे बनाए जा रहे हैं। चारों ओर से ईंट और सीमेंट की मोटी दीवार और ऊपर पराली की छत होने से गर्मी से बचाव होगा। इसके अलावा इन कमरों में लगाने के लिए कूलरों की भी व्यवस्था की जा रही है।
पंजाब के किसान जत्थेबंदी के नेता मनजीत राय ने कहा कि जो किसान मोर्चा के सेवादार हैं, उन्होंने एलान कर दिया है कि आप पक्के मकान बनाओ, एसी-कूलर हम भिजवा देंगे। उनकी जत्थेबंदी मकान का निर्माण करवा रही है।ईंट से कमरों का निर्माण करने वालों ने बताया कि यहां पर आंदोलनकारियों के लिए रैन बसेरे की तर्ज पर कमरे बनाए जा रहे हैं। Garmi Se bachne Ke Intezaam
चारों ओर से ईंट और सीमेंट की मोटी दीवार और ऊपर पराली की छत होने से गर्मी से बचाव होगा। इसके अलावा इन कमरों में लगाने के लिए कूलरों की भी व्यवस्था की जा रही है।
पंजाब के किसान जत्थेबंदी के नेता मनजीत राय ने कहा कि जो किसान मोर्चा के सेवादार हैं, उन्होंने एलान कर दिया है कि आप पक्के मकान बनाओ, एसी-कूलर हम भिजवा देंगे। उनकी जत्थेबंदी मकान, का निर्माण करवा रही है।
चेतावनी दी किस्से पूछ कर बनाए कानून
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसी में हिम्मत है तो इसे रोक कर दिखाए। ‘यहीं कब्जा करेंगे, प्लाट भी काटेंगे’ मुख्य मंच से आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए मनजीत ने कहा कि इस कानून से जितना हमारा नुकसान होगा, उसकी भरपाई यहीं से करके जाएंगे।
हमारा जितना नुकसान होगा, उतना हम यहां कब्जा करके बैठ जाएंगे और प्लाट भी काटेंगे। पुलिस ने काम रोकने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने साफ तौर पर एलान कर दिया कि उनके निर्माण कार्य को रुकवाने का प्रयास न किया जाए। Garmi Se bachne Ke Intezaam
वंही आगे उन्होंने कहा कि पुलिस वाले पूछते हैं कि पक्के निर्माण, ट्यूबवेल लगवाने की मंजूरी किस से ली है। इसका जवाब है कि ये तीनों कृषि कानून बनाने के लिए किससे मंजूरी ली गई है। यदि इसका जवाब सरकार देगी तो हम भी जवाब दे देंगे।
जैसे सरकार ने इस कानून की मंजूरी नहीं ली, वैसे ही हम भी यहां रहने के लिए मंजूरी नहीं लेंगे और जैसे हमारा दिल करेगा, वैसे ही रहेंगे।
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पुलिस ने बंदरों पर लगाए जुर्म के आरोप।
आज तक हमने यह तो कई बार सुना है कि पुलिस आम जनता, इंसानों पर आरोप लगाती रहती है लेकिन क्या कभी आपने सुना है कि पुलिस ने बेजुबान जानवरों पर किसी जुर्म का आरोप लगाया हो। Police Ne Bandaron Par कि कभी ऐसा हुआ हो की किसी घटना या अपराध के लिए पुलिस ने किसी जानवर को दोषी ठहरा दिया हो।
शायद नहीं लेकिन मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसमें पुलिस ने एक अपराध का आरोप बंदरों पर लगा दिया है।
किस वजह से पुलिस ने बंदरों को ठहराया आरोपी? Police Ne Bandaron Par
दरअसल मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के एक गांव में स्कूल परिसर में एक महात्मा गांधी की प्रतिमा लगी हुई थी जिसको क्षतिग्रस्त करने की खबर सामने आई है।
जब यह खबर पुलिस तक पहुंची तो उसने वहां जांच करने के बाद बताया कि स्कूल परिसर में मौजूद बंदरों ने गांधी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया है।
क्या बोले जिले के एसपी सिद्धार्थ चौधरी
जिले के एसपी सिद्धार्थ चौधरी ने कहा कि किसी को भी स्कूल के अंदर जाते हुए नहीं देखा गया है और स्कूल का चौकीदार भी रात को 8:00 बजे अपनी ड्यूटी पर था। Police Ne Bandaron Par
तो यह किसी मनुष्य का काम नहीं हो सकता है। और इसके साथ ही उन्होंने बताया कि एक बार और भी ऐसी घटना सामने आ चुकी है, जहां बंदरों ने मूर्ति तोड़ दी थी और बाद में उसकी मरम्मत कराई गई थी।
जिसके लिए उन्होंने इस घटना के लिए भी बंदरों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, कि इस बात की संभावना है की इस प्रतिमा को भी बंदरों ने ही क्षतिग्रस्त किया हो।
आगे उन्होंने बताया कि इस मामले के लिए अफजलपुर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज कर लिया गया है और अन्य बिंदुओं के लिए भी आगे की जांच की जा रही है।Police Ne Bandaron Par
वहीं इस मामले को कांग्रेस नेता दीपक सिंह चौहान ने राजनीति से जोड़ते हुए कहा कि राष्ट्रपिता की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाना बड़ा अपराध है। इस पर मंदसौर एसपी कह रहे हैं कि बंदरों ने मूर्ति के साथ बर्बरता की है। तो क्या वे भाजपा के बंदरों का जिक्र कर रहे हैं?
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हाल ही में एक मामला सामने आया था जिसमें एक लड़की ने अपना वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर शेयर किया था और उसमें उसने बताया था कि जोमैटो के डिलीवरी ब्वॉय ने ऑर्डर कैंसिल करने की वजह से उस पर हमला किया।Bangluru Zomato Delivery Boy Case
जिसके बाद से वह वीडियो इंस्टाग्राम पर बहुत ही तेजी से वायरल हुआ और लोगों ने जमकर उस डिलीवरी ब्वॉय पर हमला बोला और इस घटना की निंदा की।
लेकिन अब डिलीवरी ब्वॉय ने भी इस घटना में अपना बयान देते हुए बोला है कि इस घटना में उसकी कोई गलती नहीं थी जिसके बाद से ही इस मामले में नया मोड़ आ गया है। Bangluru Zomato Delivery Boy Case
क्या है जोमैटो डिलीवरी बॉय केस का पूरा मामला
दरअसल बेंगलुरु में रहने वाली एक महिला हितेशा चंद्रानी के अनुसार उन्होंने जोमैटो से खाना ऑर्डर किया था लेकिन फिर उन्होंने उसे किसी कारण से कैंसिल कर दिया।
जिसके बाद जोमैटो का डिलीवरी ब्वॉय ने उनके घर आकर उन पर हमला कर दिया, इस बीच उस डिलीवरी ब्वॉय ने उनसे बदतमीजी की और नाक पर घूंसा मार दिया जिस वजह से उनको नाक पर चोट भी आई। Bangluru Zomato Delivery Boy Case
हितेशा ने इस घटना को बताते हुए अपना एक वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर किया जिसके बाद से यह मामला लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
लेकिन अब जिस डिलीवरी ब्वॉय पर हितेशा ने इस हमले का आरोप लगाया था उसने भी अपना एक बयान जारी किया है जिसके बाद से इसका पूरा रुख बदल गया है।
जोमैटो का डिलीवरी ने अपने बयान में क्या बोला
डिलीवरी ब्वॉय ने अपने बयान में कहा है कि जब वह कस्टमर हितेशा का आर्डर किया हुआ खाना लेकर उनके दरवाजे पर पहुंचा तो उन्होंने खाना तो ले लिया लेकिन ऑर्डर के पैसे देने से इंकार कर दिए।
डिलीवरी ब्वॉय कामराज ने कहा कि मैं ट्रैफिक और खराब सड़कों की वजह से डिलीवरी करने में लेट हो गया था, जिसके लिए मैंने उनसे माफी भी मांगी थी। Bangluru Zomato Delivery Boy Case
लेकिन उनका व्यवहार काफी खराब था और उन्होंने मुझसे पूछा भी था कि खाना लाने में देर क्यों हुई?
कामराज ने कहा कि मैंने कस्टमर से कहा भी था कि रोड पर कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है जिस वजह से काफी ट्रैफिक था। लेकिन फिर भी वह मुझ पर जोर जोर से चिल्ला कर कहने लगी कि ऑर्डर करने के 45 से 50 मिनट के भीतर खाना डिलीवर करना होता है।
कामराज ने कहा कि मैं 2 साल से अधिक ये काम कर रहा हूं लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है जब मुझे ऐसे हालातों से गुजरना पड़ा है।
कस्टमर ने कैंसिल कर दिया था ऑर्डर Bangluru Zomato Delivery Boy Case
डिलीवरी ब्वॉय ने अपने बयान में कहा कि कस्टमर हितेशा ने जोमैटो चैट सपोर्ट के साथ बात कर के अपना ऑर्डर कैंसिल कर दिया था जिसकी जानकारी मुझे जोमैटो चैट सपोर्ट ने दी और कहा कि कस्टमर के रिक्वेस्ट पर आर्डर कैंसिल कर दिया गया है।
जिसके बाद जब मैंने उनसे खाना लौटाने के लिए कहा तो उन्होंने मुझे मना कर दिया और चिल्लाना शुरू कर दिया और मुझसे कहा कि तुम क्या कर सकते हो? इसके साथ ही जब मैंने उनसे पेमेंट की मांग की तो उन्होंने पैसे देने से भी मना कर दिया और मुझे गुलाम कहा।
कैसे लगी हितेशा चंद्रानी को चोट Bangluru Zomato Delivery Boy Case
डिलीवरी ब्वॉय कामराज ने बताया कि जब उन्होंने मुझसे इस तरह का व्यवहार किया तो मैंने बिना खाना लिए ही वापस जाने का फैसला कर लिया और मैं लिफ्ट की तरफ चलने लगा जिसके बाद उन्होंने मुझे अपशब्द कहने शुरू कर दिए और चप्पल से मारा।
जिसके प्रहार से बचने के लिए मैंने अपने हाथ का इस्तेमाल किया, लेकिन वह मेरे हाथ को हटाने की कोशिश कर रही थी और गलती से उनका ही हाथ उनकी नाक पर जा लगा और उनकी अंगूठी से ही नाक पर चोट लग गई जिससे खून निकलने लगा। Bangluru Zomato Delivery Boy Case
डिलीवरी ब्वॉय ने आगे बताया कि जो वीडियो उन्होंने इंस्टाग्राम पर शेयर किया है उसको जो भी देखेगा वह समझ जाएगा कि यह चोट पंच मारने से नहीं लगी है। और ना ही मैं कोई रिंग पहनता हूं। हालांकि इंस्टाग्राम वीडियो में हितेशा रिंग पहने नजर आ रही हैं।
जहां एक और पहले कस्टमर हीतेशा ने डिलीवरी बॉय पर हमले के आरोप लगाए थे, वहीं अब डिलीवरी ब्वॉय ने अपने बयान में सफाई देते हुए कस्टमर को ही आरोपी बताया है।
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वैसे तो पुलिस हमारे आम जनता के लिए एक सहायक के रूप में तत्पर है और एक पब्लिक सर्वेंट है। और हम किसी भी तरह के अपराध, जुर्म, गलत घटना को लेकर पुलिस के पास शिकायत करने जाते हैं और पुलिस हमारी मदद करती है और हमें इंसाफ दिलाती है। 2 Feet Ke Azeem Shadi
लेकिन इस बार एक व्यक्ति ने थाने में जाकर ऐसी बात के लिए गुहार लगाई जिसे सुनकर सभी दंग रह गए। एक व्यक्ति शादी के लिए दुल्हन ढूंढने थाने पहुंच गया जिस की बातें सुनकर पुलिस वाले भी भौचक्के रह गए।
क्यूँ नहीं हो रही अज़ीम की शादी
दरअसल उत्तर प्रदेश के शामली मैं रहने वाले 26 वर्षीय अजीम की शादी इस वजह से नहीं हो रही है क्यूंकि उनका कद 2 फीट है।
अजीम मंसूरी का कहना है कि वे शादी करना चाहते हैं लेकिन इतने प्रयास और बहुत ढूंढने के बाद भी उन्हें दुल्हन नहीं मिल रही है। क्योंकि जब भी कोई शादी के लिए उनके घर आता है तो उनको देखकर ही वापस लौट जाता है। 2 Feet Ke Azeem Shadi
और उनके घर वाले भी उनकी शादी के लिए कुछ खास प्रयास नहीं कर रहे हैं। और उनके शादी ना होने का कारण सिर्फ उनका कद है जो कि सिर्फ 2 फीट है। ऐसे में अजीम ने कहा कि पुलिस एक पब्लिक सर्वेंट होने के नाते उनकी मदद करे।
मजाक बनने के चलते, पढ़ाई भी छोड़ी
अजीम मंसूरी ने बताया कि जब वे कक्षा 5 में पढ़ते थे, तो उनके साथ पढ़ने वाले बच्चे और कई लोग उनके कद को लेकर उनका मजाक उड़ाते थे।
जिस वजह से हद पार हो जाने के बाद उन्होंने परेशान होकर अपनी पढ़ाई भी छोड़ दी। जिसके बाद से ही अजीम अपने बड़े भाई के साथ कॉस्मेटिक शॉप पर बैठने लगे। 2 Feet Ke Azeem Shadi
असीम के छे भाई-बहन हैं जिनमें वे सबसे छोटे हैं और उनके पिता एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। साथ ही अजीम ने बताया कि 21 साल की उम्र से ही उनके माता-पिता ने उनके लिए दुल्हन ढूंढनी शुरू कर दी थी, लेकिन अब भी वह सफल नहीं हुए हैं। और उनकी शादी में सिर्फ उनका कद रोड़ा बन रहा है।
2 फिट के अज़ीम थाने क्यूँ गए
सारे उपायों और प्रयासों के बाद हताश होकर अजीम को उनकी दुल्हन नहीं मिली तो थाने पहुंच गए शादी के लिए दुल्हन दिलाने के लिए मदद मांगी। अजीम ने कहा कि, उन्हें दुल्हन चाहिए वे तनाव के कारण सो नहीं पाते हैं। 2 Feet Ke Azeem Shadi
उन्होंने कहा, “मैं इतने लंबे समय से कोशिश कर रहा हूं। क्या कोई ऐसा नहीं है जिसके साथ मैं अपना जीवन गुजार सकूं, अब मैं पब्लिक सर्वेंट पुलिस से मदद मांगने आया हूं।”
क्या बोले शामली कोतवाली के एसएचओ 2 Feet Ke Azeem Shadi
जिस पर शामली कोतवाली के एसएचओ सतपाल सिंह ने कहा है, कि अज़ीम हमारे पास दुल्हन खोजने के लिए आया था, हम नहीं जानते कि क्या करना है। लेकिन हम देखेंगे कि क्या किया जा सकता है।
इसके साथ ही पुलिस वालों ने यह भी बताया है कि अजीम ने अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया है कि उसका परिवार उसकी शादी करवाने का प्रयास नहीं कर रहा है। 2 Feet Ke Azeem Shadi
वैसे तो यह मामला सुनने, समझने में और पुलिस वालों के लिए बहुत ही पेचीदा है, लेकिन यह जानना दिलचस्प होगा कि पुलिस अजीम के लिए क्या करती है।
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देश में कृषि कानून के विरोध में चल रहे प्रदर्शन को 100 दिन से जादा हो गए हैं लंबे समय से चले आ रहे किसान आंदोलन पर सभी विपक्षी पार्टियों और देश और विदेश के नागरिक केंद्र के प्रति आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं किसानों का संघर्ष अभी भी खत्म नहीं हुआ है और किसानों ने गर्मी के मौसम के लिए भी दिल्ली बॉर्डर पर तैयारी करना शुरू कर दिया है British Sansad Me Hui
जब तक मांगे पूरी नही होंगी हम नहीं जायेंगे
जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी तब तक वापस नहीं जाएंगे ऐसे में किसानों के समर्थन में कांग्रेस सबसे आगे नजर आ रही है प्रियंका गांधी कई बार किसान महापंचायत को संबोधित कर किसानों की आवाज को मजबूती प्रदान कर चुकी है British Sansad Me Hui
आपको बता दे भारत में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर ब्रिटिश संसद में ‘अनुचित चर्चा’ के बाद मंगलवार को भारत ने ब्रिटेन के दूत को तलब किया। ब्रिटिश सांसदों ने सोमवार को वहां की संसद में किसान आंदोलन पर चर्चा की थी, जिस पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई और झूठा दावा बताकर फटकारा था।
क्या बोले थरूर British Sansad Me Hui
मगर कांग्रेस सासंद ने ब्रिटेन की संसद में हुई इस चर्चा को जायज ठहराया है और कहा कि लोकतंत्र में आप जो चाहते हैं, उस पर चर्चा करने के लिए स्वतंत्र हैं।
आपको बता दे यूपीए कार्यकाल में विदेश मंत्री रह चुके शशि थरूर ने कहा, ‘जिस तरह से भारत में हम फिलीस्तीन-इजरायल के मुद्दे पर चर्चा करते या करते रहे हैं, या फिर हम अगर किसी भी दूसरे देश के किसी घरेलू मुद्दे पर चर्चा करना चाहें तो कर सकते हैं, British Sansad Me Hui
उसी तरह ब्रिटिश संसद के पास भी वही हक है।’और , इसमें सरकार का दोष नहीं है, क्योंकि वह अपने दृष्टिकोण से अपना काम कर रही है, मगर हमें यह समझना होगा कि एक दूसरा दृष्टिकोण भी होता है और लोकतंत्र में चुने गए प्रतिनिधि अपने विचार रखने के लिए स्वतंत्र होते हैं।’ आगे उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई हैरानी की बात है। हमें इसे लोकतांत्रिक देशों के बीच में होती रहने वालीं चीजों के तौर पर देखना चाहिए।
विदेश मंत्रालय ने किया विरोध British Sansad Me Hui
भारत के कृषि सुधारों पर ब्रिटिश संसद में ‘अवांछित एवं एक विशेष विचार का समर्थन करने वाली’ चर्चा कराये जाने को लेकर यहां विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को ब्रिटेन के उच्चायुक्त को तलब किया और अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया। British Sansad Me Hui
विदेश मंत्रालय ने कहा कि विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने ब्रिटेन के उच्चायुक्त से कहा भारत के कृषि सुधारों पर ब्रिटिश संसद में चर्चा कराया जाना दूसरे लोकतांत्रिक देश की राजनीति में दखलअंदाजी है।
आपको बता दे मंत्रालय ने कहा कि विदेश सचिव ने उच्चायुक्त को यह हिदायत भी दी कि ब्रिटिश सांसदों को विशेष रूप से अन्य लोकतांत्रिक देश से जुड़े घटनाक्रमों पर वोट बैंक की राजनीति करने से बचना चाहिए।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘विदेश सचिव ने ब्रिटिश उच्चायुक्त को तलब किया और भारत के कृषि सुधारों पर ब्रिटिश संसद में ‘अवांछित एवं एक विशेष विचार का समर्थन करने वाली चर्चा को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया।’ बयान में कहा गया है, ”विदेश सचिव ने स्पष्ट कर दिया कि यह दूसरे लोकतांत्रिक देश की राजनीति में पूरी तरह से दखलअंदाजी है। British Sansad Me Hui
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इंडोनेशिया के पश्चिमी जावा के सुबांग शहर से इस्लामिक जूनियर हाईस्कूल के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के एक समूह प्रांत के तासिकामलय जिले में एक तीर्थस्थल से लेकर लौट रही पर्यटकों की बस खाई में गिर गई। Indonesia Me Dardnak Sadak
जिसमे सवार कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई और 39 लोग घायल बताए जा रहे हैं। इसकी जानकारी पुलिस और बचावकर्मियों ने दी।
वंही रोब्बियांतो के अनुसार सुमेदांग जिले में ढलान वाले इस इलाके में चालक बस को नियंत्रित नहीं कर पाया। इसके चलते बस 20 मीटर गहरी खाई में गिर गई। उन्होंने यह भी बताया कि हादसे क्या हुआ पुलिस इसका पता लगाने की कोशिश कर रही है। Indonesia Me Dardnak Sadak
बस का ब्रेक फ़ैल हो गया था
वहीं इस दुर्घटना में बचे लोगों ने बताया है कि बस का ब्रेक फेल हो गया था। बांदुंग तलाश एवं बचाव एजेंसी के प्रमुख देदेन रिदवांसाह ने जानकारी दी है कि 27 शवों और 39 घायल लोगों को एक अस्पताल और पास के स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया है। Indonesia Me Dardnak Sadak
इनमें एक युवा लड़के का शव भी शामिल है, जिसे गुरुवार सुबह मलबे से बाहर निकाला गया। उन्होंने यह भी बताया कि घायलों में से 13 की हालत गंभीर है। वंही मरने वालों में बस का ड्राइवर भी शामिल है।
इंडोनेशिया के सुरक्षा मानक इंफ्रास्ट्रक्चर पर उठे सवाल
इंडोनेशिया में खराब सुरक्षा मानक और इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं। दिसंबर 2019 में, एक यात्री बस 80 मीटर गहरे खाई में गिर गई थी। इस हादसे में 35 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं 2018 की शुरुआत में, पश्चिम जावा के पहाड़ी इलाके में पर्यटकों से भरी बस पहाड़ से गिर जाने से 27 लोगों की मौत हो गई थी। Indonesia Me Dardnak Sadak
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कोरोना संकट बढ़ता जा रहा है और यह अब चिंता का विषय बन गया है क्योंकि आज आए आंकड़े डराने वाले हैं पिछले चौबीस घंटों में कोरोना के 22,854 रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आए हैं। Phir Badh Raha Corona
टीकाकरण शुरू होने के बाद जहां एक और इस महामारी से राहत मिलने लगी थी । तो वही नागरिकों की लापरवाही के कारण महामारी का प्रकोप एक बार फिर से बढ़ता हुआ नजर आ रहा है और उससे भी ज्यादा डराने वाली बात यह है कि लोग अब सावधानी नहीं बरत रहे हैं। Phir Badh Raha Corona
कोरोना प्रोटोकॉल का हो रहा उल्लंघन
कोरोना प्रोटोकॉल का जगह जगह पर उल्लंघन हो रहा है। बढ़ते हुए संकट से एक बार फिर से लॉकडाउन लगने के आसार नजर आ रहे हैं और सरकार के लिए चिंता बढ़ गई है देश की डगमग आती हुई अर्थव्यवस्था में लॉकडाउन की स्थिति काफी घातक साबित हो सकती है क्योंकि इससे व्यापार पर और भी असर पड़ेगा पिछले वर्ष इसी महीने में पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया था एक बार फिर से बढ़ते हुए खतरे के कारण पूर्ण लॉकडाउन लगने के आसार नजर आने लगे हैं। Phir Badh Raha Corona
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले महीनों के मुकाबले आज 22854 की संख्या के साथ कोरोना आंकड़ों में चिंताजनक वृद्धि दर्ज की गई है तो वहीं पिछले 24 घंटों में 126 लोगों की इस महामारी के कारण मृत्यु हुई है 18000 लोगों ने इस महामारी को मात दी है जिससे इस महामारी से रिकवर होने वाले लोगों की संख्या लगभग एक करोड़ 938000 के पार पहुंच गई है
और बढ़ी संक्रमितों की संख्या Phir Badh Raha Corona
तो वहीं इस महामारी से ग्रस्त होने वाले लोगों की संख्या लगभग एक करोड़ 12 लाख 85 हजार के पार है 126 लोगों की मृत्यु के बाद इस महामारी के कारण अपनी जान गवाने वाले लोगों की संख्या लगभग 158000 के पार है इस समय भारत में एक्टिव केसेस की संख्या 1,89,226 Phir Badh Raha Corona
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री नंदीग्राम में चुनाव का प्रचार कर रही थी जिस दौरान वह एक हादसे का शिकार हो गई और ममता बनर्जी को पैर , कंधे और हाथ में चोट आई है Mamta Ke Ghayal Hone
पश्चिम बंगाल में चुनाव के मद्देनजर सभी राजनीतिक पार्टियां जोर शोर से प्रचार कर रही हैं पश्चिम बंगाल में अपनी सत्ता बनाने के लिए जहां एक और भाजपा पूरी ताकत लगा रही है तो वहीं दूसरी ओर ममता बनर्जी के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार अपने चरम पर है पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री प्रचार के दौरान के एक एक्सीडेंट का शिकार हुई और चोटिल हो गई।
मुझे धक्का दिया गया – ममता Mamta Ke Ghayal Hone
ममता ने आरोप लगाते हुए कहा कुछ लोगों ने उन्हें धक्का दिया और जबरदस्ती कार का दरवाजा बंद करने की कोशिश की जिसके बाद ममता बनर्जी को पैर कंधे और हाथ में चोट आई है ममता बनर्जी के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं और हमलावरों की को ढूंढने के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।
घटनास्थल पर डीएम और एसपी पहुंचकर मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं। ममता बनर्जी पर हुए हमले के बाद टीएमसी के नेता चुनाव आयोग से मिलेंगे तो वहीं भाजपा प्रतिनिधिमंडल भी चुनाव आयोग से मुलाकात करेगा। Mamta Ke Ghayal Hone
पीएलसी ने ममता बनर्जी पर हुए इस हमले को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करा दी है इसके बाद सीईओ ने संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारी से मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है
क्या हुआ घटनास्थल पर Mamta Ke Ghayal Hone
घटना के समय वहां मौजूद निमाई मैता के अनुसार यह घटना उस समय हुई जब ममता बनर्जी एक मंदिर के दर्शन करने के बाद दूसरे मंदिर जा रही थी ठीक उसी जगह पर एक मोड़ आया वह गाड़ी से हाथ हिला रही थी और गाड़ी से थोड़ा बाहर निकली हुई थी तभी लोग दौड़े पड़े और कार का दरवाजा उनके पैर पर लग गया। ममता बनर्जी पर हुए कथित हमले की जांच शुरू कर दी गई है घटनास्थल के पास मौजूद मिठाई की दुकान के मालिक और अन्य लोगों से पूछताछ की जा रही है Mamta Ke Ghayal Hone
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उर्फ़ दीदी नंदीग्राम में बुधवार की शाम को घायल हो गईं। इस घटना के बाद उन्हें नंदीग्राम से कोलकाता लाया जा रहा है। mamta par hua hamla
आपको बता दें की उन्होंने आज ही नंदीग्राम से नामांकन भी दाखिल किया है। इस घटना के बाद ममता बोली किसी ने उन्हें उस समय धक्का दिया, जब वे कार में बैठ रही थीं। इसी कारण से उनके पैर में चोट भी लग गयी। Mamta Banarjee Hui Ghayal
शुभेंदु और ममता आमने-सामने
आपको यह भी बता दें की नंदीग्राम में ममता बनर्जी और उनके पूर्व सिपहसलार,जो अब भाजपा के उम्मीदवार हैं शुभेंदु अधिकारी आमने- सामने होंगे । बुधवार के दिन ममता ने हल्दिया से अपना नामांकल दाखिल किया तो वहीं शुभेंदु ने भी अपने चुनाव प्रचार की कमान संभाली। mamta par hua hamla
पर्चा दाखिल करने के बाद दीदी ने नंदीग्राम पर अपना अधिकार जताते हुए बताया कि किस तरह से उन्होंने 26 दिन तक बिना कुछ खाए-पिए यहां पर अनशन किया था। अब यहां की जनता उनका साथ दे। Mamta Banarjee Hui Ghayal
तो दूसरी तरफ शुभेंदु ने मुख्यमंत्री ममता पर हमला बोलते हुए दावा किया कि वो नंदीग्राम से कम-से-कम 50 हजार मतों से जीत हासिल करेंगे। इससे पहले ममता ने नंदीग्राम में शिव मंदिर पहुंचकर जलाभिषेक भी किया तो वहीं शुभेंदु ने भी हनुमान मंदिर में पूजा की।
1 किलोमीटर लम्बा रोड शो भी किया Mamta Banarjee Hui Ghayal
दीदी ने बुधवार दोपहर के 1:55 बजे के करीब नंदीग्राम सीट से अपना नामांकन दाखिल किया है और बता दें की इससे पहले दीदी ने अपनी ताकत दिखाने के लिए हल्दिया में एक किलोमीटर लंबा रोड शो भी किया
जिसमें TMC के हजारों कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। यहां ममता बोलीं चाहे 7 मार्च हो, 10 दिसंबर हो या 14 मार्च हो,मैंने हर आंदोलन में नंदीग्राम का साथ दिया है। Mamta Banarjee Hui Ghayal mamta par hua hamla
नामांकन दाखिल करने के बाद ममता ने वही बातें दोहराईं जो उन्होंने मंगलवार को कहीं थीं। उन्होंने कहा, ‘मैंने नंदीग्राम से चुनाव लड़ने के पहले यहां के लोगों से पूछा था। लोगों ने मुझे चुनाव लड़ने को कहा और इसलिए मैं नंदीग्राम से चुनाव लड़ रही हूं। ममता ने कहा कि नंदीग्राम का एक और नाम संग्राम है।
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भारत दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ इंटरनेट बाजार है. साथ ही भारत दुनिया में सबसे ज्यादा बार इंटरनेट बंद करने वाला देश भी हैBharat Sabse Jaada Internet
इंडियन काउंसिल फॉर रिसर्च ऑन इंटरनैशनल इकनॉमिक रिलेशन्स के मुताबिक साल 2012 से जनवरी, 2019 तक किसी ना किसी कारण से भारत में केंद्र या राज्य सरकारों ने 367 बार इंटरनेट बंद किया था
कब कितनी देर के लिए बंद हुआ इंटरनेट Bharat Sabse Jaada Internet
2019 में 20 दिसंबर तक करीब 95 बार अलग अलग कारणों से इंटरनेट बंद किया गया. इसमें 60 बार 24 घंटे से कम समय के लिए, 55 बार 24 से 72 घंटे और 39 बार 72 घंटे से ज्यादा के लिए इंटरनेट बंद किया गया Bharat Sabse Jaada Internet
2012 से 2017 के बीच कुल मिलाकर 16 हजार घंटे इंटरनेट बंद रहा. राज्यों की बात करें तो 5 अगस्त 2019 से पहले तक सबसे ज्यादा 180 बार जम्मू कश्मीर में इंटरनेट बंद हुआ 5 अगस्त 2019 से 27 दिसंबर 2019 को ये आर्टिकल लिखे जाने तक कश्मीर के इलाके में इंटरनेट पूरी तरह बंद है.
वंही 27 दिसंबर को करगिल में इंटरनेट चालू होने की बात सामने आई है. 2016 में चरमपंथी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद हुए प्रदर्शनों के बीच भी चार महीने इंटरनेट बंद रहा 2012 से 2017 तक इंटरनेट बंद होने से तीन अरब डॉलर का वित्तीय घाटा हुआ। Bharat Sabse Jaada Internet
साथ ही ऑनलाइन व्यापार करने और ऑनलाइन सुविधाओं का लाभ उठाने वाले उपभोक्ताओं को भी परेशानी उठानी पड़ती है सामान्य परिस्थितियों में इंटरनेट भी सामान्य तरीके से चलता रहता है लेकिन जब सरकार को कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका होती है तो इंटरनेट को बंद किया जाता है।
आपको बता दे 2019 में अनुच्छेद 370 हटाने, राम मंदिर विवाद के फैसले और नागरिकता संशोधन अधिनियम के दौरान इंटरनेट बंद करना सामान्य तौर पर देखा गया Bharat Sabse Jaada Internet
आंकड़ों पर क्या बोले गृह राज्य मंत्री किशन रेड्डी Bharat Sabse Jaada Internet
साल 2011 में सरकार ने बल्क मैसेजिंग पर रोक लगाई थी. तब एक दिन में किए जा सकने वाले मैसेजों की संख्या 100 तक सीमित कर दी गई थी
वंही आपको बता दे गृह राज्य मंत्री किशन रेड्डी ने एक एकप्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा को यह जानकारी देते हुए कहा कि साइबर स्पेस द्वारा कई चुनौतियां उत्पन्न की जा रही हैं
जो इसके व्यापक और सीमाहीन चरित्र के कारण आती हैं. उन्होंने कहा कि साइबर स्पेस में सूचना बहुत तेजी से चलती है और इसके दुरूपयोग की आशंका होती है
उन्होंने कहा कि तनाव और दंगों के दौरान, सार्वजनिक सुरक्षा को बनाए रखने एवं आपात स्थिति को टालने के लिए राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के निर्दिष्ट अधिकारी दूरसंचार सेवाओं और इंटरनेट को बंद कर देते हैं Bharat Sabse Jaada Internet
यह दूरसंचार सेवाओं का अस्थायी निलंबन (संशोधन) नियम 2020 की प्रक्रिया के तहत आता है. रेड्डी ने कहा कि इंटरनेट बंद किए जाने के बारे में उनके मंत्रालय द्वारा केंद्रीकृत आंकड़े नहीं रखे जाते.
क्या होती है इंटरनेट बंद करने की प्रक्रिया
आपको बता दे . 2017 में आए टेंपरेरी सस्पेंसन ऑफ टेलिकॉम सर्विसेज पब्लिक इमरजेंसी या पब्लिक सेफ्टी रूल्स में ये नियम बताए गए हैं. नियम के मुताबिक स्थिति को देखते हुए केंद्र या राज्य सरकार के गृह सचिव इंटरनेट बंद करने का आदेश देते हैं Bharat Sabse Jaada Internet
इस आदेश को पुलिस अधीक्षक या उससे ऊपरी रैंक के अधिकारियों को भेजा जाता है. ये अधिकारी इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर से उक्त इलाके का इंटरनेट बंद करने का आदेश देते हैं।
इस आदेश को अगले कामकाजी दिवस में केंद्र या राज्य सरकार के रिव्यू पैनल को भेजना होता है. यह रिव्यू पैनल अगले पांच कामकाजी दिनों में इसकी समीक्षा करते हैं Bharat Sabse Jaada Internet
केंद्र सरकार के रिव्यू पैनल में कैबिनेट सचिव, लॉ सचिव और संचार सचिव होते हैं वहीं राज्य सरकार के पैनल में मुख्य सचिव, लॉ सचिव और एक और सचिव स्तर का अधिकारी होता है।
आपातकालीन स्थिति में केंद्र या राज्य के गृह सचिव या उनके द्वारा अधिकृत संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी इंटरनेट बंद करने का आदेश दे सकते हैं. इस आदेश को 24 घंटे में गृह सचिव की अनुमति जरूरी होती है Bharat Sabse Jaada Internet
2017 से पहले जिला कलेक्टर के पास जिले का इंटरनेट बंद करवाने का अधिकार होता था. सरकार के पास इंटरनेट के अलावा कॉल और मैसेज को भी बंद करने का अधिकार होता है।
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गौरतलब है की उत्तराखंड में पिछले 3-4 दिनों से सियासी हलचल जोर पर था और बुधवार को आखिर कार ख़त्म हुआ। आपको बता दें की पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट से सांसद और RSS के प्रांत प्रचारक रहे तीरथ सिंह अब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हैं।
इससे पहले देहरादून में हुई पार्टी विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगी। खास बात तो यह है की एक दिन पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ही मीटिंग में तीरथ सिंह का नाम का प्रस्ताव रखा था। utarakhand ka naya mukhyamnatri kaun bana news samachar
उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश Kaun Bana Utarakhand Ka Naya Mukhyamantri
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद तीरथ सिंह बोले, मैं केंद्रीय नेतृत्व का धन्यवाद करता हूँ , जिन्होंने मुझे यह जिम्मेदारी सौंपी । मैं एक गांव से आया हुआ एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं। utarakhand ka naya mukhyamnatri kaun bana news samachar
मैंने इसकी कभी कल्पना तक नहीं की थी। तीरथ सिंह बोले ,मै जनता के विश्वास पर खरा उतरने की पूर्ण कोशिश करूंगा। वो ये भी बोले की अब तक मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश के लिए जो काम किए हैं, उसे हम आगे बढ़ाएंगे। Kaun Bana Utarakhand Ka Naya Mukhyamantri
अटल जी से ली प्रेरणा
रावत बोले वह संघ के लिए काम करते थे। कभी भी राजनीति में आने के बारे में सोचा नहीं था और बाद में अटल बिहारी वाजपेयी से प्रेरणा लेकर वे आगे बढ़े। utarakhand ka naya mukhyamnatri kaun bana news samachar
वो बोले की त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ लंबे समय तक काम करते रहे हैं, पहले संघ में प्रचारक बनकर भी काम किया और उसके बाद पार्टी और सरकार के स्तर पर साथ में भी काम किया है। अभी भी वे उनके ही मार्गदर्शन में आगे भी काम करते रहेंगे। Kaun Bana Utarakhand Ka Naya Mukhyamantri
आइये जानते हैं कौन हैं तीरथ सिंह?
तीरथ सिंह रावत 9 फरवरी 2013 से 31 दिसंबर साल 2015 तक उत्तराखंड भाजपा के चीफ भी रहे हैं। इससे पहले चौबट्टाखाल विधानसभा से साल 2012 से 2017 तक विधायक भी रहे। utarakhand ka naya mukhyamnatri kaun bana news samachar
वर्तमान समय में वह भाजपा के नेशनल सेक्रेटरी हैं। उनका जन्म 9 अप्रैल 1964 को पौड़ी गढ़वाल जिले में हुआ था। इससे पहले वे उत्तरप्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष भी रहे हैं।
1997 में यूपी से विधायक भी रह चुके है। वे उत्तराखंड के पहले शिक्षामंत्री रहे हैं। वर्तमान में वे पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट से सांसद हैं। Kaun Bana Utarakhand Ka Naya Mukhyamantri
तीरथ 1983 से 1988 तक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत प्रचारक भी रहे हैं। इसके अलावा वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (उत्तराखण्ड) के संगठन मंत्री और राष्ट्रीय मंत्री भी रहे।
उन्होंने समाजशास्त्र में MA और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वे हेमवती नंदन गढ़वाल यूनिवर्सिटी में छात्र संघ अध्यक्ष और छात्र संघ मोर्चा (उत्तर प्रदेश) में प्रदेश उपाध्यक्ष भी रहे थे। utarakhand ka naya mukhyamnatri kaun bana news samachar
दूसरों को भी मिले मौका
इस्तीफा देने के बाद रावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने कहा था कि भाजपा ने छोटे से गांव के कार्यकर्ता को इतना बड़ा सम्मान दिया। 4 साल मुझे सेवा करने का मौका दिया। पार्टी ने सामूहिक रूप से फैसला लिया है कि मुझे अब किसी और को यह मौका देना चाहिए। Kaun Bana Utarakhand Ka Naya Mukhyamantri
सरकार ने नहीं किया काम – कांग्रेस
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने भी मान लिया है कि मौजूदा सरकार कुछ कर नहीं सकी है।
अब मैं राज्य की सत्ता में बदलाव देख रहा हूं। कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे अब किसे लाएंगे। 2022 में भाजपा सत्ता में नहीं लौटने वाली। Kaun Bana Utarakhand Ka Naya Mukhyamantri
विधायकों ने किया था विरोध Kaun Bana Utarakhand Ka Naya Mukhyamantri
पार्टी के नाराज गुट का कहना था कि यदि त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री रहे तो अगले साल विधानसभा चुनाव में पार्टी को भारी नुकसान हो सकता है।यहां तक कि पार्टी सत्ता से बाहर भी जा सकती है। utarakhand ka naya mukhyamnatri kaun bana news samachar
पार्टी पर्यवेक्षकों ने 6 फरवरी को देहरादून जाकर पार्टी विधायकों से बात की थी। 7 फरवरी को दोनों दिल्ली लौट आए थे और अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष को दी थी।