पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने अतिरिक्त डीजीपी गुरप्रीत देव की देखरेख में तीन सदस्यीय सभी महिला विशेष जांच दल ‘एसआईटी‘ का गठन किया | पंजाब पुलिस के डीजीपी ने इस फैसले की जानकारी देते हुए ट्वीट किया, मुख्यमंत्री भगवंत मान के आदेश पर तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन कर दिया गया है। इसमें सभी महिलाएं होंगी। यह एसआईटी आईपीएस अधिकारी गुरप्रीत देव की निगरानी में काम करेगी। जो चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की छात्राओं का आपत्तिजनक वीडियो लीक किए जाने के मामले की जांच करेगा।
डीजीपी ने कहा कि इस मामले में एक छात्र और दो अन्य को गिरफ्तार किया गया है। यही नहीं पंजाब के डीजीपी ने हिमाचल प्रदेश से एक शख्स की गिरफ्तारी के मामले सहयोग के लिए पड़ोसी राज्य की पुलिस को धन्यवाद दिया। डीजीपी ने कहा कि आरोपियों के पास मिलीं डिवाइसेज को बरामद कर लिया गया है और फॉरेंसिंक जांच के लिए भेजा गया है। मोहाली के चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में 60 से ज्यादा छात्राओं के नहाते वक्त वीडियो बनाकर इंटरनेट पर डालने के मामले में दूसरे दिन भी छात्रों का धरना प्रदर्शन चलता रहा |
जिसके बाद पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उन्हें शांत कराया और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया | वहीं छात्रों का कहना है कि हम आरोपियों पर हो रही कार्रवाई पर नजर रखेंगे | अगर कार्रवाई में ढील होगी तो हम फिर से धरना प्रदर्शन करेंगे | हालांकि इसके बाद छात्रों ने धरना प्रदर्शन को विराम दिया है | वहीं कॉलेज की छुट्टी 2 दिन से बढ़ाकर 6 दिन कर दी गई है |
उच्चस्तरीय जांच के आदेश
इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटियां हमारी शान और सम्मान हैं। ऐसी कोई भी घटना अत्यंत निंदनीय है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि दोषी पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और इस अपराध को अंजाम देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
साजिश की तह तक जाएगी एसआईटी
एसआईटी साजिश की तह तक जाएगी। इसमें शामिल पाए जाने पर किसी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।‘ उन्होंने सभी से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की और कहा, ‘अफवाहों के झांसे में न आएं। आइए, समाज में शांति के लिए मिलकर काम करें।‘ वहीं, हिमाचल के डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि पुलिस ने पंजाब पुलिस के अनुरोध पर तुरंत प्रतिक्रिया व्यक्त की। कुंडू ने ट्वीट किया, ‘हमने आरोपी को पकड़ लिया। शिमला के पुलिस अधीक्षक डॉ. मोनिका और उनकी टीम को शानदार काम के लिए बधाई।
डिवाइसेज को फॉरेंसिंक जांच के लिए भेजा – डीजीपी
डीजीपी ने कहा कि आरोपियों के पास मिलीं डिवाइसेज को बरामद कर लिया गया है और फॉरेंसिंक जांच के लिए भेजा गया है। एसआईटी इस केस में हुई साजिश के हर पहलू की जांच करेगी। इस मामले में शामिल किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा। हम सभी से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील करते हैं। किसी भी अफवाह में न पड़ें और मिल-जुलकर शांति एवं सद्भाव से काम करें।
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