वाराणसी : वाराणसी के लालपुर पांडेयपुर थाने की सरकारी जीप के ड्राइवर यशवंत सिंह ने शनिवार की सुबह सरकारी जीप में बैठकर अपनी रिवॉल्वर से अपने सिर में गोली मार ली। जानकारी होने पर आनन-फानन यशवंत को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया है, जहां उनकी हालत बेहद ही नाजुक बताई गई है। डॉक्टरों के अनुसार गोली लगने से यशवंत के सिर का एक हिस्सा उड़ गया है।
यशवंत ने अपने बेटे को वाट्सऐप पर एक सुसाइड नोट भी भेजा है। सुसाइड नोट के अनुसार एक बेटे की बीमारी और छुट्टी न मिलने की वजह से यशवंत परेशान चल रहे थे। लालपुर पांडेयपुर थाने की पुलिस घटना की जांच कर रही है।
15 अप्रैल को गए थे घर, एक दिन पहले लौटे थे
आजमगढ़ के मेहनगर थाना के पवनी खुर्द गांव के मूल निवासी यशवंत सिंह (53) बीती 15 अप्रैल को छुट्टी लेकर अपने घर गए थे। वह घर से एक दिन पहले ही आए थे। वाराणसी पुलिस लाइन स्थित सरकारी आवास में यशवंत रहते थे। नाइट ड्यूटी के बाद वह पहड़िया मंडी में स्थित धर्मकांटा के समीप पहुंचे। नाइट अफसर सूर्यवंश यादव के द्वारा चाय पीने की बात कही गई तो उन्होंने इंकार कर दिया और सरकारी जीप में ही बैठे रहे। जीप से पुलिसकर्मियों के उतरने के बाद वह ड्राइविंग सीट पर बैठकर अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से अपने सिर में गोली मार लिए।
साल भर में चार पुलिसकर्मियों को लगी गोली
वाराणसी में साल भर में चौथी बार ऐसा हुआ है जब किसी पुलिसकर्मी को गोली लगी है। यशवंत से पहले चितईपुर थाने में तैनात रहे दरोगा मनीष सिंह को गोली लगी थी। मनीष सारनाथ क्षेत्र की शक्तिपीठ कॉलोनी में पत्नी सोनी सिंह और बेटे आयांश के साथ रहते थे। बीती 14 मार्च की दोपहर पति-पत्नी होली की खरीदारी करने के लिए घर से बाजार जाने वाले थे। इसी बीच अचानक मनीष की सरकारी पिस्टल से फायरिंग हुई और गोली उनके जबड़े को छेदते हुए निकल गई थी। उपचार के दौरान 23 मार्च को मनीष सिंह की मौत हो गई थी।
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वाराणसी पुलिस लाइन की बैरक में 18 अक्टूबर 2021 को जौनपुर के केराकत निवासी हेड कांस्टेबल अनिल राय (50) ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। डायबिटीज की बीमारी से ग्रसित सिपाही ने कारबाइन से बर्स्ट फायर करते हुए जान दी थी। असलहे से निकली 5 गोली अनिल के पेट में एक ही जगह पर लगी थी।26 अप्रैल 2021 को चंदौली जिले से पंचायत चुनाव की ड्यूटी से वापस आते समय रोडवेज बस में सवार सिपाही विनोद कुमार सिंह (31) को उनकी राइफल से गोली लग गई थी। सोनभद्र के राबर्ट्सगंज थाना के जिगना गांव के मूल निवासी विनोद को अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।