Saturday, June 14, 2025
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मेहनत से घबराने वालों को नहीं नसीब होता सफलता का सुख

 डिजिटल डेस्क : जो व्यक्ति मेहनत करने से घबराता है, उसके लिए सफलता का सुख नहीं है।सफलता का रास्ता कठोर परिश्रम से होकर जाता है।कभी भी परिश्रम से न घबराएं और निरंतर मेहनत करते रहें।आचार्य चाणक्य की नीतियां और विचार भले ही आपको थोड़े कठोर लगे लेकिन ये कठोरता ही जीवन की सच्चाई है। हम लोग भागदौड़ भरी जिंदगी में इन विचारों को भले ही नजरअंदाज कर दें लेकिन ये वचन जीवन की हर कसौटी पर आपकी मदद करेंगे। आचार्य चाणक्य के इन्हीं विचारों में से आज हम एक और विचार का विश्लेषण करेंगे। आज का ये विचार व्यक्ति की सफलता को लेकर है।

‘सफलता का रास्ता कठोर परिश्रम से होकर जाता है’: आचार्य चाणक्य

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो व्यक्ति मेहनत करने से घबराता है, उसके लिए सफलता का सुख नहीं है। सफलता का सुख उसे ही मिलता है जो अपने कार्य और लक्ष्य को पूरा करने के लिए कठोर परिश्रम करने के लिए तैयार रहता है।

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चाणक्य के अनुसार सफलता का रास्ता कठोर परिश्रम से होकर जाता है। इसलिए कभी भी परिश्रम से न घबराएं और निरंतर मेहनत करते रहें। चाणक्य के अनुसार कठोर परिश्रम करने वालों को लक्ष्मी जी अपना आशीर्वाद जरूर देती हैं।

 

 

 

वास्तु टिप्स: कार में रखें खास चीजें, हर संकट से बचेंगे आप…….

 डिजिटल डेस्क : वर्तमान में लगभग सभी के पास अपनी कार है। आजकल कारें सिर्फ स्टेटस सिंबल से ज्यादा हो गई हैं। हर कोई अपने बजट के हिसाब से कार खरीदता है। जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन चुकी कार खरीदते समय हम हमेशा उसकी विशेषताओं पर ध्यान देते हैं। लेकिन इसके अलावा कुछ और जरूरतों की जरूरत है, वो हैं ईको-टिप्स।आपको बता दें कि कार खरीदने के बाद आमतौर पर लोग कुछ खास बातों को नजरअंदाज कर देते हैं। इकोलॉजी के मुताबिक कार में कुछ चीजें रखनी पड़ती हैं। इससे नकारात्मकता दूर होती है और आने वाला संकट कट जाता है। आइए जानते हैं क्या हैं वो चीजें।

भगवान की छवि

आमतौर पर सभी लोग गाड़ी में भगवान आदि के चित्र लगाते हैं। हालांकि, पारिस्थितिकी के अनुसार गणपति की एक छोटी मूर्ति रखना सबसे अच्छा है। भगवान गणेश का संबंध केतु से है। ऐसे में अगर कार में गणेश जी की मूर्ति हो तो आप दुर्घटना से बच जाएंगे। कार में हवा में तैरती हनुमान जी की मूर्ति का होना भी शुभ माना जाता है।

काला कछुआ

अगर आप अपनी कार में एक छोटा काला कछुआ रखते हैं, तो यह बहुत अच्छा है। पारिस्थितिकी के अनुसार कछुए नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करते हैं और निश्चित रूप से सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाते हैं।

आवश्यक तेल

बस्तु के अनुसार कार में एसेंशियल ऑयल की एक छोटी बोतल रखने से सकारात्मकता आती है। यह मन को शांत और स्फूर्ति प्रदान करता है।

खनिज लवण

कार की सीट के नीचे किसी चीज पर सेंधा नमक और बेकिंग सोडा लगाएं। अगर आप इसे अखबार में डालते हैं, तो इसे अगले दिन बदल दें। माना जाता है कि यह नकारात्मक ऊर्जा को सोखने का काम करता है।

वास्तविक पत्थर

आप कार के डैशबोर्ड पर कुछ प्राकृतिक पत्थर आदि रख सकते हैं, जो शुभ भी माना जाता है।

तिब्बत का झंडा

तिब्बती झंडा जो हम कई कारों में देखते हैं, वह वास्तव में समृद्धि का प्रतीक है। पारिस्थितिकी के अनुसार इन झंडों को कार में रखने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। वे हवा में उड़ते हुए अपने चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा पैदा करने का काम करते हैं।

कार से हटा दें ये चीजें

गाड़ी में कोई भी टूटा-फूटा सामान न रखें। कार की खिड़कियां, कालीन और सीट हमेशा साफ रखें।

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राशिफल: जानिए क्या कहती है आपकी राशि, कैसा रहेगा आपका दिन

डिजिटल डेस्क :  वैदिक ज्योतिष शास्त्र में कुल 12 राशियों का वर्णन किया गया है। हर राशि का स्वामी ग्रह होता है। ग्रह-नक्षत्रों की चाल से राशिफल का आकंलन किया जाता है। 12 दिसंबर को रविवार है और इस दिन विधि- विधान से सूर्य देव की पूजा- अर्चना की जाती है।जानिए 12 दिसंबर, 2021 को किन राशि वालों को होगा लाभ और किन राशि वालों को रहना होगा सावधान। पढ़ें मेष से लेकर मीन राशि तक का हाल…

मेष राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। कार्यक्षेत्र में आर्थिक लाभ के योग रहेंगे। किसी महत्वपूर्ण कार्य की सार्थकता के लिए प्रयत्नशील होगा। कठिन परिश्म से रचनात्मक योजनाओं को सार्थक करने में सफल रहेंगे। कोई नया काम शुरू करने के लिए दिन अच्छा है। पुराना अटका धन भी मिल सकता है। परिवार के साथ समय बिताएं, मानसिक सुख और शांति मिलेगी। खान-पान का ध्यान रखना होगा।

वृषभ राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। कारोबार में अड़चनें आएंगी और कार्यों में सफलता कम मिलेगी। संतान संबंधी दायित्वों के प्रति मन चिंतित होगा। भविष्य के प्रति नकारात्मक विचार उत्साह में कमी ला सकते हैं। कोई नया काम शुरू करना चाहते हैं या निवेश की योजना बना रहे हैं, तो उसे टालें, अन्यथा नुकसान हो सकता है। धर्म ध्यान और परिवार के साथ समय बिताएं, सेहत का ख्याल रखें।

मिथुन राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। किसी कार्य को सिद्ध करने के लिए आज ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी। कारोबार में आर्थिक लाभ तो रहेगा, लेकिन अनावश्यक खर्च अधिक होने से आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी। मन में किसी प्रकार की शंका न पालें, गलतियों को स्वीकार कर सगे-संबंधियों के बीच अपने रिश्तों को सुधारें। किसी पुराने मित्र या रिश्तेदार से मुलाकात होने पर खुशी मिलेगी।

कर्क राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। कारोबार सामान्य रहेगा। अनावश्यक खर्च बढऩे से आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है। नकारात्मक विचारों को त्याग अपनी क्षमताओं का पूरा उपयोग करें। भविष्य को लेकर योजनाएं बना सकते हैं। नये काम की शुरूआत कर रहे हैं, तो दूसरी को सलाह न लें। अपनों से धोखा मिल सकता है। रोजगार और शिक्षा के क्षेत्र में कोई शुभ समाचार मिल सकता है।

सिंह राशि :- आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा। कार्यक्षेत्र में आर्थिक लाभ मिलने के योग रहेंगे। परिश्रम से सभी कार्यों में सफलता मिलेगी और सृजनात्मक विचारों का भरपूर लाभ उठाएंगे। स्वाभिमानी स्वभाव लोकप्रियता दिलाने में सहायक होगा। बेरोजगार को रोजगार के अवसर और नौकरी में तरक्की मिलने के आसार रहेंगे। शारीरिक और मानसिक रूप से थकान का अनुभव करेंगे। सेहत का ख्याल रखें।

कन्या राशि :- आज का दिन शुभ रहेगा। कारोबार विस्तार की योजना बना सकते हैं। कार्यक्षेत्र में कठिन परिश्रम से अपने काम को नई पहचान दिलाएंगे। व्यवसाय में नये निवेश का अवसर मिलेगा। करीबियों से पुराने गिले-शिकवे दूर होंगे। पुरानी बातें भूलकर वर्तमान के साथ समझौता करें, छोटी-छोटी बातों को लेकर परिवार में तनाव की स्थिति पैदा न होने दें। परिवार के साथ समय बिताएंगे। सेहत का ख्याल रखें।

तुला राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। कारोबार में आकस्मिक लाभ और नौकरी में तरक्की के योग रहेंगे। हालांकि, कुछ अड़चनें आ सकती हैं, लेकिन कठिन परिश्रम से कार्यों में सफलता मिलेगी। परिस्थितियों के हिसाब से अपने आप को ढालने की कोशिश करें। परिवार के साथ समय बिताएंगे तो संबंध भी मधुर होंगे। पुराने मित्रों से मुलाकात हो सकती है। यात्रा को टालें। सेहत अच्छी रहेगी।

वृश्चिक राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। व्यापार-धंधा अच्छा चलेगा। कार्यक्षेत्र में कुछ नई योजनाओं को सार्थक करेंगे। व्यक्तिगत संबंध परिवार में विवाद का कारण बन सकते हैं। कोर्ट में कोई पुराना लंबित मामला चल रहा है तो वह सुलझ सकता है। अनावश्यक खर्चे पर नियंत्रण रखना होगा। परिवार में कलह हो सकती है। खान-पान का ध्यान रखें और क्रोध पर नियंत्रण रखें।

धनु राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में कोई अच्छी खबर मिल सकती है। बेरोजगारों को रोजगार के अवसर मिलने के आसार हैं। विद्यार्थियों के लिए समय अच्छा रहेगा और उन्हें परिश्रम के सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। धार्मिक कार्यों में भाग ले सकते हैं। कारोबार मध्यम रहेगा। परिवार का पूरा सहयोग मिलेगा और घर में माहौल अच्छा रहेगा। सेहत को लेकर सतर्क रहें।

मकर राशि :– आज का दिन अच्छा रहेगा। कार्यक्षेत्र में कुछ परेशानियां आ सकती हैं, लेकिन अपनी बुद्धिमत्ता से समस्याओं का समाधान करने में सक्षम होंगे और उत्साह पूर्वक नई योजनाओं को क्रियान्वित कर सकेंगे। रोजगार और व्यवसाय के क्षेत्र में लाभ मिलेगा। कारोबार में नए निवेश के अवसर खुलेंगे। नौकरी में स्थान परिवर्तन हो सकता है। दाम्पत्य जीवन खुशहाल रहेगा। सेहत का ध्यान रखें।

कुम्भ राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। कठिन परिश्रम से कार्यों में सफलता मिलेगी, जिससे मन में उत्साह रहेगा, लेकिन कार्यक्षेत्र में थोड़ा सरल व समझौतावादी बने रहने का प्रयास करें। सोच समझकर कोई निर्णय लें, तो ही बेहतर होगा। जल्दबाजी में उठाए गए कदम नुकसान पहुंचा सकते हैं। कोई भी नया काम शुरू न करें। परिवार के साथ धर्म ध्यान में समय बिताएं। मित्रों से मुलाकात अच्छी रहेगी।

मीन राशि :– आज का दिन सामान्य रहेगा। कार्यक्षेत्र में कठिन परिश्रम के बावजूद सफलता कम मिलेगी। क्रोध पर नियंत्रण एवं वाणी पर संयम रखें, अन्यथा किसी विवाद में फंस सकते हैं। परिवारिक समस्याएं परेशान करेंगी। ऐसी स्थिति में पूर्ण विवेक से काम लेना होगा। परिजनों का पूरा सहयोग मिलेगा, लेकिन किसी बात को लेकर बहस होने के आसार रहेंगे, जिससे मानकि परेशानी बढ़ेगी। सेहत अच्छी रहेगी।

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जब कोई अहंकारी व्यक्ति अपमान करने की कोशिश करे तो सोच-समझकर जवाब दें

 डिजिटल डेस्क : कथा- रामायण में अंगद श्री राम के दूत बनकर रावण की सभा में खड़े हुए थे। युद्ध होने वाला था, फिर भी श्री राम ने युद्ध से बचने का एक और प्रयास किया, उन्होंने रावण को समझाने के लिए अंगद को दूत के रूप में लंका के दरबार में भेजा।रावण ने अपने दरबार में एक बंदर को देखा और पूछा, ‘तुम कौन हो?’बंदर ने उत्तर दिया, ‘मेरा नाम अंगद है, मेरे पिता का नाम बाली है। क्या आपको बाली से मिलना याद है?’बलि का नाम सुनते ही रावण ने अपनी बात गढ़ी और कहा, ‘हां, हां, मुझे याद है कि बाली नाम का एक बंदर था।’यह सुनकर अंगद चौंक गए। वह उस बलिदान को याद करता है जिसकी बाहों में रावण छह महीने के लिए कैद था। रावण जैसे लोगों की आदत होती है, अपने अहंकार के कारण वे अपनी मूर्ति इस तरह बनाते हैं कि उन्हें लगता है कि दूसरे बहुत छोटे हैं और उन्हें परवाह नहीं है।

रावण ने कहा, तुम ऐसा काम कर रहे हो जो बलि के पुत्र राम के टोटके कर रहे हैं। बताओ, तुम्हारे पिता कहाँ हैं?’रावण जानता था कि बाली मर चुका है, लेकिन उसने अपनी सभा को बड़ा करने के लिए झूठ बोला। इधर बाली के पुत्र अंगद ने त्वरित और सही उत्तर दिया। उन्होंने कहा, ‘यदि बालू की कमी है तो कुछ दिन बाद तुम भी उस स्थान पर जाओगे जहां श्रीराम ने बालू भेजा था। उससे अच्छे से पूछें कि क्या वह अब कनेक्शन में लीन नहीं है।’

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पाठ – अंगद युवा थे, रावण परम विद्वान और विश्व विजेता था, लेकिन रावण अहंकार से काम कर रहा था और अंगद की एक प्रतिक्रिया थी जिसने रावण के अहंकार को दूर कर दिया। जब हमारे जीवन में ऐसा कुछ होता है, अगर कोई सोचता है कि हम अहंकार के कारण हीन हैं, तो हमें अपने शब्दों को संतुलित करना चाहिए और उनकी बातों का सही उत्तर देना चाहिए।

मार्गशीर्ष मास के रविवार के दिन सूर्य को अर्घ्य देना छठ पूजा जैसा पुण्य है

एस्ट्रो डेस्क : कार्तिक में छठ की पूजा करने वाली महिलाएं भी अगन और बैशाख के महीनों में सूर्य की पूजा करती हैं। मार्गशीर्ष मास की सप्तमी को और रविवार के दिन उगते सूर्य को जल पिलाया जाता है और पूरे दिन उपवास करके जरूरतमंदों को दिया जाता है। पुराणों के अनुसार अगन मास के देवता भगवान विष्णु हैं और सूर्य उनका स्वरुप है। इसलिए उन्हें सूर्य नारायण कहा जाता है। शुक्रवार को सातवां दिन था अब जबकि 12 दिसंबर रविवार है तो इस दिन सूर्य उपासना का महत्व होगा.

सामने सूर्य के मित्र के स्वरूप की पूजा करें

पुरी के एक ज्योतिषी डॉ. गणेश मिश्रा का कहना है कि अगन मास की सप्तमी और रविवार को सूर्य की पूजा करने से कार्तिक की छठ पूजा जैसा फल मिलता है. मार्गशीर्ष के महीने में पवित्र नदी या किसी तीर्थ स्थान में स्नान कर उगते सूर्य को जल अर्पित करना चाहिए। जल चढ़ाते समय सूर्य के मित्र रूप की पूजा करनी चाहिए। यानी ओम मित्र में नमः मंत्र का जाप करते समय अर्घ्य देना होता है।

गर्म कपड़े दान करें

अगले माह नया धान आने के साथ ही किसान सूर्यदेव को नया धान और अनाज चढ़ाते हैं। मार्गशीर्ष रविवार को सूर्य पूजा के बाद के दिन के संबंध में गर्म कपड़े, भोजन, गुड़, तांबे के बर्तन, कंबल, बिस्तर और अन्य आवश्यक वस्तुएं अर्पित की जाती हैं। साथ ही इस दिन बिना नमक का व्रत भी रखा जाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो दिन भर में किसी भी तरह से नमक नहीं खाया जाता है। रविवार को अगन मास की पूर्णिमा होने के कारण इस दिन सूर्य उपासना का महत्व बढ़ जाता है।

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अदिति के गर्भ से सूर्य मित्र के रूप में उभरे

नारद पुराण के अनुसार मित्र नाम का सूर्य ऋषि कश्यप के गर्भ से और अदिति के गर्भ से प्रकट हुआ था। जो वास्तव में भगवान विष्णु की दाहिनी आंख की शक्ति थी। इसलिए इस तिथि पर शास्त्रीय तरीके से इनकी पूजा करनी चाहिए। सूर्य के मित्र रूप की पूजा करके सात ब्राह्मणों को भोजन कराना होता है। फिर उन्हें अपने सम्मान के अनुसार दक्षिणा देनी होगी। फिर अपना खाना खाओ। इस प्रकार व्रत करने से मनोकामना पूर्ण होती है।

कब से शुरू होगा खरमास? जानें पीछे की पौराणिक कथा………

एस्ट्रो डेस्क : खरमास में शादी, सगाई, यज्ञोपवीत, गृह प्रवेश, मुंडन समेत बड़े शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. इस समय नया घर या वाहन आदि खरीदना भी शुभ नहीं माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं खरमास क्यों लगता है. इसके पीछे की पौराणिक कथा क्या है. आगे पढ़ें पूरी डिटेल.

खरमास 16 दिसंबर 2021 दिन गुरुवार से शुरू हो रहा है जो 14 जनवरी 2022 दिन शुक्रवार तक रहेगा.गुरु बृहस्पति की राशि धनु है. माना जाता है कि सूर्यदेव जब भी देवगुरु बृहस्पति की राशि में भ्रमण करते हैं तो मनुष्य के लिए इस समय को अच्छा नहीं माना जाता है. इसलिए खरमास में समस्त बड़े मांगलिक कार्य को करने की मनाही होती है. खरमास खत्म होने के बाद ही शुभ कार्य शुरू होते हैं.

खरमास लगने के पीछे की पौराणिक कथा जानें

पौराणिक कथा के अनुसार कहा जाता है कि भगवान भास्कर यानी सूर्य अपने सात घोड़ों के रथ पर सवार होकर लगातार ब्रह्मांड की परिक्रमा करते हैं. सूर्यदेव को कहीं भी रुकने की इजाजत नहीं है, लेकिन एक बार भ्रमण के क्रम में जब रथ खींच रहे घोड़े लगातार चलने के कारण थक गए तो घोड़ों की ये हालत सूर्यदेव से देखी नहीं गई. सूर्यदेव का हृदय द्रवित हो गया और वे घोड़ों को तालाब के किनारे ले गए, लेकिन तभी उन्हें इस बात का भी एहसास हो गया कि यदि रथ रुका तो अनर्थ हो जाएगा.

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तालाब के पास ही दो खर मौजूद थे. सूर्यदेव ने घोड़ों को पानी पीने और विश्राम के लिए वहीं तालाब के पास छोड़ दिया और खर यानी गधों को रथ में चलाने के लिए लगा दिया. गधों को सूर्यदेव का रथ खींचने में बड़ी जद्दोजहद करनी पड़ी रथ रूका तो नहीं लेकिन इस दौरान रथ की गति धीमी हो गई. गधों के सहारे जैसे-तैसे सूर्यदेव इस एक मास का चक्र पूरा कर पाए. घोड़ों के विश्राम करने के बाद सूर्य का रथ फिर अपनी गति में लौट आया. इस तरह हर साल ये क्रम चलता रहता है. इसीलिए हर साल करीब एक महीने खरमास लगता है.

 

आज का दिन रहेगा शुभ फलदायी, ग्रह-नक्षत्र , देखिए आज का पंचांग

एस्ट्रो डेस्क : ज्योतिष शास्त्र में पंचांग का बहुत महत्व है । पंचांग ज्योतिष के पांच अंगों का मेल है। जिसमें तिथि,वार, करण,योग और नक्षत्र का जिक्र होता है। इसकी मदद से हम दिन के हर बेला के शुभ और अशुभ समय का पता लगाते हैं। उसके आधार पर अपने खास कर्मों को इंगित करते हैं।आज 12 दिसंबर रविवार का दिन है। मार्गशीर्ष की शुक्ल पक्ष की नवमी 08:02 PM तक उसके बाद दशमी तक है। सूर्य सिंह राशि में योग-व्यातीपात योग, करण -बालव,कौलव और तैतिल मार्गशीर्ष मास है, आज का दिन बहुत ही शुभ फलदायक है। देखिए आज का पंचांग…

आज 12 दिसंबर का पंचांग

हिन्दू मास एवं वर्ष

शक सम्वत- 1943 प्लव

विक्रम सम्वत- 2078

आज की तिथि

तिथि-नवमी 08:02 PM तक उसके बाद दशमी

आज का नक्षत्र-उत्तर भाद्रपद 12:00 PM तक उसके बाद रेवती

आज का करण- बालव,कौलव और तैतिल

आज का पक्ष- शुक्ल पक्ष

आज का योग- व्यातीपात

आज का वार-रविवार

सूर्योदय-7:04 AM

सूर्यास्त-5:38 PM

आज चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय

चन्द्रोदय-1:32 PM

चन्द्रास्त-1:50 AM

सूर्य -सूर्य वृश्चिक राशि पर है

चन्द्रमा राशि

चन्द्रमा- चन्द्रमा मीन राशि पर संचार करेगा।

दिन -रविवार

माह- मार्गशीर्ष

व्रत- नहीं

अयन – दक्षिणायन

शुभ समय

अभिजीत मुहूर्त-11:31 AM से 12:13 PM

अमृत काल- 06:54 PM से 08:36 PM

ब्रह्म मुहूर्त – 05:26 AM से 06:14 AM

शुभ योग

सर्वार्थ सिद्धि योग-06:34 AM से 12:00 PM

रवि पुष्य योग -नहीं है

अमृतसिद्धि योग-नहीं है

त्रिपुष्कर योग- नहींं

द्विपुष्कर योग-नहीं है

अभिजीत मुहूर्त-11:31 AM से 12:13 PM

अशुभ समय

राहु काल-11:00 AM से 12:19 PM तक

कालवेला / अर्द्धया- 11:30 से 12:12 तक

दुष्टमुहूर्त- 04:13 PM से 04:55 PM

भद्रा- नहीं

यमगण्ड-12:20 PM से 1:40 PM

गुलिक काल-2:59 PM से 4:19 PM

गंडमूल-12:00 PM से 06:35 AM, 13 दिसंबर

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अमेरिका के दक्षिण-पश्चिमी राज्य में चक्रवात से कम से कम 50 की मौत

डिजिटल डेस्क : अमेरिका के दक्षिण-पश्चिमी राज्य केंटकी में शुक्रवार रात आए एक बवंडर में कम से कम 50 लोगों के मारे जाने की आशंका है। सीएनएन की एक रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई है।”हम जानते हैं कि 50 से अधिक लोग मारे गए होंगे,” राज्य के गवर्नर एंडी बेसर ने सीएनएन को बताया।मेफील्ड शहर सहित ग्रेव्स काउंटी चक्रवात से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। गवर्नर एंडी बेसर ने चेतावनी दी कि चक्रवात से मरने वालों की संख्या बढ़कर 100 हो सकती है। उन्होंने चक्रवात को राज्य के इतिहास में सबसे खराब बताया।उन्होंने कहा कि चक्रवात से मरने वालों की संख्या 80 से 100 तक हो सकती है। उन्होंने चक्रवात को “विनाशकारी” बताया।

क्रेहेड काउंटी के न्यायाधीश मार्विन डे ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि अर्कांसस नर्सिंग होम के कुछ हिस्से गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसके अलावा 20 और लोग मलबे में दब गए। वहां बचाव कार्य जारी है।

फूल पहले जैसे रंगीन नहीं होते! वैज्ञानिक ऐसा क्यों दावा करते हैं, क्या आप जानते हैं?

केंटकी में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी गई है। पुलिस ने कहा कि चक्रवात से भारी नुकसान हुआ है। हॉपकिंस काउंटी के शेरिफ मैट सैंडर्स ने कहा कि हॉपकिंस काउंटी में एक भीषण तूफान के कारण एक ट्रेन पटरी से उतर गई।

फूल पहले जैसे रंगीन नहीं होते! वैज्ञानिक ऐसा क्यों दावा करते हैं, क्या आप जानते हैं?

डिजिटल डेस्क : पूरी दुनिया में, गंभीर भंवरों के कारण रंग बदलता है। यह एक कवि की तरह है। लेकिन क्या हकीकत में इस दुनिया में किसी भी चीज का रंग बदल सकता है? शोधकर्ताओं का कहना है कि प्रकृति में विभिन्न परिवर्तनों के परिणामस्वरूप फूलों की दुनिया में ठीक ऐसा ही हो रहा है। रंग बदलने के रास्ते में फूल क्यों बदलते हैं?

हम ग्लोबल वार्मिंग के खतरनाक दौर में हैं। ध्रुवीय बर्फ की टोपियां पहले ही पिघलने लगी हैं। ग्लेशियरों के पिघलने से समुद्र का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है। पर्यावरण प्रदूषण और गर्मी के कारण ओजोन परत धीरे-धीरे लीक हो रही है। नतीजतन, सूर्य की पराबैंगनी किरणें सीधे पृथ्वी पर पड़ रही हैं। अगर ऐसा ही चलता रहा तो जल्द ही पृथ्वी का जीवन काल समाप्त हो जाएगा। इसको लेकर पर्यावरणविद लंबे समय से चेतावनी दे रहे हैं। ग्लोबल वार्मिंग के कारण कई जानवर पहले ही खो चुके हैं। जलवायु परिवर्तन न केवल जीव-जंतु बल्कि वनस्पतियों को भी प्रभावित कर रहा है। कैसे?

जर्नल बायोलॉजी में हाल ही में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार ग्लोबल वार्मिंग और ओजोन परत के क्षरण के कारण फूलों का रंग फीका पड़ गया है। और वैज्ञानिकों का दावा है कि इसके लिए सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणें जिम्मेदार हैं। पौधों में एक प्रकार का वर्णक होता है, जो सूर्य की पराबैंगनी किरणों को अवशोषित करता है। प्रदूषण के कारण ओजोन परत के रिसाव के कारण पराबैंगनी किरणें सीधे पृथ्वी पर आ रही हैं। और इससे बचने के लिए पौधे अपने शरीर में पिगमेंट की मात्रा बढ़ा रहे हैं। नतीजतन, फूलों का रंग बदल रहा है।

लखनऊ के पुलिस कमिश्नर कोरोना पॉजिटिव…………….

इस अध्ययन के उद्देश्य से 1941 से 2016 तक वैज्ञानिकों ने कम से कम 1238 प्रकार के हर्बेरियम नमूनों के साथ प्रयोग किए। वे पराबैंगनी वर्णक में परिवर्तन का पता लगाने के लिए विशेष कैमरों का उपयोग करते हैं। और इसी तरह अलग-अलग जगहों और समय में फूलों का रंग बदल गया है। यह देखा गया है कि पेड़ों के शरीर में हर साल इस विशेष पराबैंगनी वर्णक में कम से कम 2% की वृद्धि हुई है। चेम्सन विश्वविद्यालय के एक वनस्पतिशास्त्री के अनुसार, ऐसे रंगद्रव्य नग्न आंखों से दिखाई नहीं देते हैं। हालांकि, पौधों के लिए इसे सनस्क्रीन की तरह काम करने के लिए कहा जा सकता है।

पूंछ या धारदार हथियार! डायनासोर की एक नई प्रजाति को पाकर हैरान हैं वैज्ञानिक

डिजिटल डेस्क: डायनासोर के पहले जीवाश्म 19वीं सदी में खोजे गए थे। धीरे-धीरे यह स्पष्ट हो गया कि एक दिन वे इस नीले ग्रह के शासक थे। लेकिन कालांतर में विशालकाय जानवरों का राज्य विलुप्त हो गया। आज भी शोधकर्ताओं को डायनासोर के बारे में नई जानकारी मिल रही है। हाल ही में चिली में खोजी गई एक डायनासोर प्रजाति, जिसका अस्तित्व इतने लंबे समय से अज्ञात है। उनकी पूंछ कुत्ते के आकार के भयानक प्राणी का सबसे खतरनाक उपकरण था। नुकीले ब्लेड जैसे कई हिस्से थे, जो पल भर में दुश्मन को चकनाचूर कर सकते थे। इस नई प्रजाति को पाकर वैज्ञानिक हैरान हैं।

नेचर जर्नल में हाल ही में प्रकाशित एक जर्नल के मुताबिक इन डायनासोरों को जाना जाता है। लगभग 75 मिलियन वर्ष पहले, Stegasras Elengasen चिली के उस हिस्से में घूमते थे। यह नाम दिखने में स्टैगसरा से मिलता जुलता होने के कारण है। हालांकि ऐसा माना जाता है कि वे चरित्र में स्टैगसरा से भिन्न थे। वैज्ञानिकों ने उनकी खोपड़ी और अन्य हड्डियों पर पांच प्रकार के डीएनए का परीक्षण किया, और पाया कि उनमें स्टेगासरा के साथ बहुत कम समानता थी।डायनासोर की इस नई प्रजाति के बारे में दो बातों ने वैज्ञानिकों को सबसे ज्यादा हैरान किया है। एक बात तो यह है कि चिली के उस हिस्से में ऐसे जानवर का होना अकल्पनीय था। दो, तेज पूंछ। चिली के जीवाश्म विज्ञानी वर्गास ने कहा, “यह एक बहुत ही असामान्य हथियार है।” इसे प्रागैतिहासिक जानवरों पर बच्चों की किताबों में शामिल किया जाना चाहिए। वह सहीं मे अद्भुत है। ”

फ्रांस में भारी बारिश के कारण बाढ़, दक्षिण-पश्चिम से निकाले जा रहे निवासी

हालांकि, यह खतरनाक जानवर मांसाहारी बिल्कुल नहीं है। वे Stagasras की तरह ही शाकाहारी हैं। संभवत: 6 फुट लंबे जीव ने आत्मरक्षा में हथियार का इस्तेमाल किया। यह अनुकूलन उन डायनासोरों से बचने के लिए किया गया था जो लंबे समय तक शाकाहारी भोजन के रूप में खाते थे। जब उनके जीवाश्म पहली बार पाए गए, तो उन्हें दूसरी प्रजाति का प्रतिनिधि माना गया। यह पूरी तरह से नई प्रजाति बाद में खोजी गई थी।

फ्रांस में भारी बारिश के कारण बाढ़, दक्षिण-पश्चिम से निकाले जा रहे निवासी

डिजिटल डेस्क :  दक्षिण-पश्चिमी फ़्रांस में भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गई है. एक ही रात में नदी के दो किनारे भर गए। नुकसान को कम करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।इस बीच, हाल ही में पाइरेनीज़ क्षेत्र में बर्फ पिघल रही है, एएफपी समाचार एजेंसी ने बताया। इसका प्रभाव बाढ़ के पानी में वृद्धि का है। वहां की स्थिति पर प्रकाश डालते हुए फ्रांस के गृह मंत्री गेराल्ड डर्मानिन ने कहा कि एक व्यक्ति घायल हुआ है। कोई भी गंभीर रूप से घायल या मारा नहीं गया था। कुछ ही घंटों में दमकल विभाग को 250 फोन कॉल्स मिले।

इस बीच, फ्रांसीसी मौसम विभाग ने चेतावनी दी कि पाइरेनीज़ में बड़े पैमाने पर हिमस्खलन हो सकता है। फ्रांस और स्पेन को माउंट पाइरेनीस द्वारा विभाजित किया गया है। यह इलाका जलमग्न है। स्पेन में भूस्खलन हुआ है. दो सप्ताह से भारी बारिश हो रही है। वहां भूस्खलन के कारण कार में फंसने से एक महिला की मौत हो गई।

शादी से नाराज मामा , साधु यादव – अब समझ आया दिल्ली क्यों भागते थे तेजस्वी

फ्रांस के एक्विनास में एक क्षेत्रीय अधिकारी एरिक स्पिट्ज ने कहा, स्थिति नियंत्रण में है। अभी और बारिश होने का खतरा है। इससे बाढ़ का पानी बढ़ सकता है।फ्रांस के तटीय शहर ब्यून में निवे नदी के किनारे लोग तस्वीरें लेने के लिए जमा हो गए। फिर माइकिंग चेतावनी है। पिछले शुक्रवार की रात खराब मौसम के कारण रग्बी टूर्नामेंट का मैच रद्द कर दिया गया था।

शादी से नाराज मामा , साधु यादव – अब समझ आया दिल्ली क्यों भागते थे तेजस्वी

डिजिटल डेस्क :  राष्ट्रीय जनता दल(राजद) नेता तेजस्वी यादव और रिचेल गॉडिन्हो की शादी से उनके मामा साधु यादव नाराज हो गए हैं। साधु यादव का कहना है कि तेजस्वी ने गैर समुदाय की लड़की से शादी करके यादवों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी ने पूरे यादव समाज का अपमान किया है। उनकी सभी बहनों ने यादवों में ही शादी की, लेकिन तेजस्वी ने एक ईसाई महिला से शादी की है। यादव समाज इसे कभी स्वीकार नहीं करेगा। साधु यादव इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव दोतरफा बोलने वाले व्यक्ति हैं। उन्हें चुनाव जीतने के लिए यादवों का वोट चाहिए, लेकिन वह यादव समाज की लड़की से शादी नहीं कर सकते हैं। उन्हें अब चंडीगढ़ और केरल जाकर वोट मांगने चाहिए क्योंकि बिहार में उनके लिए कुछ नहीं बचा है। साधु यादव ने कहा कि तेजस्वी यादव जाति बंधन तोड़कर दूसरे धर्म की लड़की से शादी करते हैं तो वह बिहार में जाति आधारित जनगणना की मांग किस आधार पर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव की शादी से उन्हें बहुत दर्द हुआ है और वह उन्हें शादी की बधाई भी नहीं देंगे।

लालचिन ने किया दावा, कहा- “हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र हैं”

लखनऊ के पुलिस कमिश्नर कोरोना पॉजिटिव…………….

कोरोना का कहर अभी भी गया है। ऐसे में लोगों को सर्तक रहने की हिदायत दी गयी है। वहीं आज बलरामपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा थी। तभी जब लखनऊ के पुलिस कमिश्नर ध्रुवकांत ठाकुर ने रेपिड टेस्ट करवाया तो वे पॉजिटिव पाये गये।

इन 27 जिलों में बढ़ रहे हैं कोरोनर मामले, केंद्र सरकार ने पत्र में दी चेतावनी

इन 27 जिलों में बढ़ रहे हैं कोरोनर मामले, केंद्र सरकार ने पत्र में दी चेतावनी

डिजिटल डेस्क : कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र सरकार हाई अलर्ट पर है. कोरोना के एक नए रूप ओमाइक्रोन की बढ़ती आशंकाओं के बीच राज्य सरकारों को चेतावनी दी जा रही है। कोरोना की तीसरी लहर के खतरे के बीच केंद्र सरकार के एक पत्र ने 10 राज्यों के 27 जिलों में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता जताई है. पत्र ने राज्यों से स्थिति को नियंत्रित करने और सावधानी बरतने का आह्वान किया।

सख्त निगरानी की आवश्यकता

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 10 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में पत्र लिखा। इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सचिवों और प्रशासनिक अधिकारियों को उनके बीच बढ़ते कोरोना मामले को लेकर आगाह कर दिया गया है. इन 10 राज्यों के 27 जिलों में पिछले दो सप्ताह में कोरोना मामलों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। केंद्र सरकार ने राज्यों से कड़ी नजर रखने को कहा है।

इन राज्यों के लिए है चेतावनी

केंद्र द्वारा प्रकाशित सूची दो भागों में है। इसमें पहले भाग में वे जिले शामिल हैं जहां पॉजिटिविटी रेट 10 फीसदी से ज्यादा है। इसमें तीन राज्यों के आठ जिले शामिल हैं। ये राज्य हैं मिजोरम, केरल और सिक्किम। वहीं, केरल, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, पांडिचेरी, मणिपुर, पश्चिम बंगाल और नागालैंड के अन्य जिले शामिल हैं, जहां सकारात्मकता दर 5 से 10 प्रतिशत के बीच है।

भाजपा को लेकर एसकेएम की क्या स्थिति होगी? राकेश टिकैत ने दिया यह जवाब

सभी आवश्यक कदम उठाएं

केंद्र सरकार के पत्र ने राज्यों को यह भी बताया कि कोरोना को नियंत्रित करने के लिए क्या कदम उठाने की जरूरत है। चिन्हित क्षेत्रों में कंटेनमेंट जोन बनाने का निर्णय लिया गया है। कायरतापूर्ण कलस्टर के अलावा रात के कर्फ्यू के साथ-साथ भारी भीड़ को इकट्ठा होने से रोकने के लिए कहा गया है। पत्र में यह भी कहा गया है कि विवाह समारोह और जनाजे में जनसंख्या का निर्धारण करने के निर्देश दिए जाएंगे.

भाजपा को लेकर एसकेएम की क्या स्थिति होगी? राकेश टिकैत ने दिया यह जवाब

डिजिटल डेस्क:  राकेश टिकैत द्वारा कृषि कानून वापस करने और मांग को स्वीकार करने का वादा करने के बाद उनकी क्या स्थिति होगी? क्या यूनाइटेड किसान मोर्चा अब भी बीजेपी का विरोध करता रहेगा? इस संदर्भ में राकेश टिकैत ने कहा कि उन्हें राज्य में जाने से रोकना नामुमकिन है.

सरकार से कोई विवाद नहीं

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने किसानों की मांगों को मान लिया है. इस संबंध में लिखित आश्वासन भी दिया गया है। उसके बाद किसान दिल्ली बॉर्डर से कैंप छोड़कर जाने लगे। हालांकि सवाल यह है कि क्या संयुक्त किसान मोर्चा भाजपा का विरोध करता रहेगा। राकेश टिकैत ने आज टाक से बातचीत में इस सवाल का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सरकार से कोई विवाद नहीं है। लेकिन आगे क्या होगा यह अभी तय नहीं है। टिकैत ने कहा, “अगर सरकार किसानों की मांगों को नहीं मानती है तो हम फिर से आंदोलन शुरू करेंगे।” वहीं, यूपी चुनाव के संदर्भ में उन्होंने कहा, वह इस बारे में अपने समर्थकों को जल्द ही सूचित करेंगे.

चुनाव से पहले पूर्वांचल के 30 लाख अन्नदाताओं को तोहफा- पीएम

किसान बोले, खेत पर ध्यान दो

बता दें कि आज सुबह टिकैत ने गाजीपुर सीमा से किसानों के पहले जत्थे को झंडा दिया. उस समय टिकैत ने कहा, अगले 48 घंटों में यहां के कई इलाके खाली हो जाएंगे. हालांकि, उन्होंने कहा कि इलाके को पूरी तरह से खाली कराने में कम से कम एक सप्ताह का समय लगेगा। टिकैत ने किसानों को अपने खेतों पर ध्यान केंद्रित करके शांति से रहने के लिए भी कहा। संयुक्त किसान मोर्चा की अगली बैठक 15 जनवरी को होगी। इस बीच टिकैत हरियाणा और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मुलाकात करेंगे।

चुनाव से पहले पूर्वांचल के 30 लाख अन्नदाताओं को तोहफा- पीएम

डिजिटल डेस्क : पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पूर्वांचल के 9 जिलों को सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का तोहफा दिया. इस योजना का उद्घाटन करने बलरामपुर पहुंचे पीएम मोदी. उनके साथ सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई गणमान्य लोग थे। पीएम मोदी ने उद्घाटन से पहले इस योजना के बारे में जाना। किसानों के बारे में भी बात की। पीएम मोदी ने रिमोट कंट्रोल से प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया और नहर में पानी छोड़ना शुरू किया। प्रोजेक्ट के उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने एक डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई.कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना पूर्वांचल समेत यूपी के देशों को बदल देगी. उन्होंने कहा कि बलरामपुर की धरती पर आकर उन्हें खुशी हुई। आपको अनेक आशीषें मिली हैं।

योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि आजादी के बाद से पूर्वी उत्तर प्रदेश की लगातार उपेक्षा की जाती रही है. तो गरीबी और पिछड़ापन था। लेकिन, यहां के श्राप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को आजादी दी है. पीएम मोदी ने लिया मॉडल का जायजा ।शनिवार दोपहर करीब एक बजे पीएम नरेंद्र मोदी बलरामपुर पहुंचे. इस बीच बड़ी संख्या में लोग उसे सुनने और देखने पहुंचे। राज्य के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को लेकर हर कोई काफी जागरूक है. कार्यक्रम में सबसे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने एक मॉडल के जरिए लाभकारी नीति के बारे में बताया।

परियोजना की विशिष्टता पर एक नजर

पीएम नरेंद्र मोदी के निर्देश पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चार दशक पुराने इस प्रोजेक्ट को चार साल में पूरा किया है. इससे 14 लाख 50 हजार हेक्टेयर भूमि को लाभ होगा। यह परियोजना रु. 9802 करोड़ से नौ जिलों के 30 लाख किसानों को लाभ होगा। इसकी मुख्य नहर 350 किमी लंबी है। सहायक नदियों की लंबाई 6600 किमी है। इस परियोजना के तहत पांच नदियों घाघरा, सरयू, राप्ती, बाणगंगा और रोहिणी नदियों को जोड़ा गया है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि पांच नदियों ‘घाघरा, सरयू, राप्ती, बाणगंगा और रोहिणी’ को जोड़ने वाली ‘सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना’ ‘प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना’ में सबसे बड़ी है, जो जल संसाधनों का समुचित उपयोग सुनिश्चित करती है। परियोजना है। इस ऐतिहासिक तोहफे के लिए प्रधानमंत्री जी को दिल से धन्यवाद! ‘

प्रशांत किशोर ने राहुल पर साधा निशाना, कहा- बीजेपी को हराना मुश्किल है

कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर का दौरा कर परियोजना का निरीक्षण किया था. सीएम योगी ने कहा था कि सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना की लागत लगभग रु. 10,000 करोड़ से 6,227 गांवों में लगभग 15 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी। कृषि और किसान उत्थान को समर्पित ‘सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना’ विकास के नए मानक स्थापित करेगी।

प्रशांत किशोर ने राहुल पर साधा निशाना, कहा- बीजेपी को हराना मुश्किल है

डिजिटल डेस्क : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बार फिर कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बिना भारत में विरोध संभव है। पीके ने कांग्रेस को सलाह दी कि अगर पार्टी को बचाना है तो लोकतांत्रिक तरीके से गांधी परिवार से बाहर के नेता को अध्यक्ष के रूप में चुनें। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आप ट्वीट और कैंडल मार्च के जरिए बीजेपी को नहीं हरा सकते.

 इंडिया टुडे के साथ एक साक्षात्कार में, प्रशांत किशोर ने 2024 के आम चुनावों में भाजपा से लड़ने के लिए विपक्ष के लिए अपना खाका भी प्रस्तुत किया। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी के बिना भाजपा विरोधी मोर्चा बनाना संभव है।प्रशांत किशोर ने कहा कि 1984 के बाद से कांग्रेस ने केवल एक लोकसभा चुनाव जीता है। पिछले दस सालों में कांग्रेस 90 फीसदी चुनाव हार चुकी है. हार की जिम्मेदारी कांग्रेस नेतृत्व को लेनी चाहिए। “मैं लगभग कांग्रेस में शामिल हो गया,” पीके ने कहा।

 पीके ने की प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ

उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि वह सबकी सुनते हैं. यही उसकी ताकत है। वे जानते हैं कि लोग क्या चाहते हैं। पीके ने कहा कि अगले कुछ दशकों तक देश की राजनीति भाजपा के इर्द-गिर्द घूमेगी।

 लालचिन ने किया दावा, कहा- “हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र हैं”

हम आपको बता दें कि आजकल प्रशांत किशोर ममता बनर्जी के लिए चुनावी रणनीति बना रहे हैं. इससे पहले, उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए नीतीश कुमार, राहुल गांधी, अखिलेश यादव और एमके का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने स्टालिन, जगन मोहन रेड्डी, अरविंद केजरीवाल और कैप्टन अमरिंदर सिंह के लिए चुनावी रणनीति भी तैयार की है।

लालचिन ने किया दावा, कहा- “हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र हैं”

डिजिटल डेस्क: हैरानी की बात है कि चीन दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने का दावा करता है। लोकतंत्र के लिए कम्युनिस्ट देश की मांग पर दुनिया चकित है, भले ही वह एक दल की राजनीति और शासन का पालन करता हो।

अब सवाल यह है कि चीन अचानक ऐसा दावा क्यों कर रहा है? उत्तर बहुत स्पष्ट है। अमेरिका ने हाल ही में लोकतंत्र की सुरक्षा पर एक सम्मेलन की मेजबानी की। समिट फॉर डेमोक्रेसी में भारत को भी आमंत्रित किया गया था। गौरतलब है कि चीन और रूस आमंत्रण सूची में नहीं थे। लेकिन अमेरिका ने ताइवान को लोकतंत्र की वार्ता के लिए आमंत्रित किया है। जो अत्यंत महत्वपूर्ण है। क्योंकि चीन हमेशा से ताइवान को अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता रहा है। नतीजतन, बीजिंग को लगता है कि वाशिंगटन लोकतंत्र की रक्षा के नाम पर चीन के खिलाफ एक रणनीतिक क्षेत्र का निर्माण कर रहा है। और इसलिए यह आश्चर्य की बात है कि अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने के लिए देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने का दावा कर रहा है।

चीनी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को अमेरिकी लोकतंत्र शिखर सम्मेलन के बाद बयान जारी किया। यह दावा करते हुए कि संयुक्त राज्य अमेरिका में “लोकतांत्रिक अस्थिरता” है, चीनी प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा, “लोकतंत्र एक रणनीतिक उपकरण नहीं है, यह एक मानवीय मूल्य है। इस सप्ताह का अमेरिकी लोकतंत्र सम्मेलन वास्तव में अमेरिकी आधिपत्य को बनाए रखने का एक प्रयास है। और यह सबसे बड़ा अलोकतांत्रिक कदम है।” वेनबिन ने वाशिंगटन का हवाला देते हुए कहा, “लोकतंत्र (अमेरिका) के स्व-घोषित ध्वजवाहक में लोकतांत्रिक अस्थिरता और खामियां हैं।” गौरतलब है कि अमेरिकी लोकतंत्र सम्मेलन से पहले बीजिंग ने एक श्वेत पत्र प्रकाशित किया था। यह दावा किया जाता है कि चीन ने दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक चुनावी प्रक्रिया का आयोजन किया।

हिसार के पास एनएच-9 पर ट्रक की टक्कर में 2 किसानों की मौत, 5 घायल

गौरतलब है कि 9-10 दिसंबर को अमेरिका ने ‘समिट फॉर डेमोक्रेसी’ नाम से वर्चुअल सेमिनार का आयोजन किया था। बैठक में चर्चा होगी कि दुनिया में लोकतंत्र को कैसे मजबूत किया जाए। मूल रूप से तीन बातों पर चर्चा होने जा रही है। एक – तानाशाही का विरोध करने के लिए, दो – भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए, तीन – मानवाधिकारों को मान्यता देने के लिए। लेकिन इस तरह के सम्मेलन में चीन और रूस जैसे राज्यों की अनुपस्थिति ने विवाद को हवा दी है। म्यांमार और अफगानिस्तान आमंत्रित लोगों की सूची में नहीं थे। कुछ दिन पहले म्यांमार में सेना का तख्तापलट हुआ था, जिसमें लोकतंत्र को कुचला गया था। इस बीच, अफगानिस्तान भी तालिबान के कब्जे में है। स्वाभाविक रूप से उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया था। तुर्की, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को सूची से हटा दिया गया है।

हिसार के पास एनएच-9 पर ट्रक की टक्कर में 2 किसानों की मौत, 5 घायल

डिजिटल डेस्क : हरियाणा के हिसार में एक दुर्घटना हुई, जिसमें पंजाब के किसान टिकरी सीमा से आंदोलन बंद होने के बाद घर लौट रहे थे। शनिवार सुबह करीब आठ बजे राष्ट्रीय राजमार्ग 9 (एनएच-9) पर धंदूर गांव के पास किसानों की ट्राली एक ट्रक से जा टकराई. हादसे में पंजाब के मुक्तसर साहिब निवासी किसान सुखविंदर की मौके पर ही मौत हो गई. आठ घायल किसानों में से दो को अस्पताल ले जाया गया, जहां एक अन्य किसान अजयप्रीत की भी मौत हो गई।

मिली जानकारी के मुताबिक आंदोलन खत्म होने के बाद पंजाब के किसान नेशनल हाइवे 9 से पंजाब जा रहे थे. हिसार में धादुर के पास बागला रोड मोड़ पर किसानों का काफिला जैसे ही पहुंचा तो एक तेज रफ्तार ट्रक ने ट्राली को पीछे से धक्का दे दिया. ट्रक की चपेट में आने से ट्राली मौके पर पलट गई। इसमें मुक्तसर साहिब के किसान श्री सुखबिंदर सिंह (38) की मौत हो गई।

घायल अजय प्रीत (38), गोगा (62) और दारा सिंह (55) को हिसार चूड़ामणि अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां एक अन्य किसान अजयप्रीत की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। उसके साथ मौजूद मुक्तसर जिले के आशाबुत्तर जिले के मोगा सिंह ने बताया कि टिकरी रात में सीमा से निकला था. उन्होंने स्वराज ट्रैक्टर के पिछले हिस्से में दो ट्रॉलियां लगाईं। धंदूर गांव पहुंचते ही ट्रक ने पीछे की ट्राली को टक्कर मार दी.

इस साल के अंत में 3 दिनों के लिए बंद कर दिया जाएगा पुरी में जगन्नाथ मंदिर

ट्रक की चपेट में आने से पिछली ट्रॉली का एक्सल टूट गया और ट्रॉली साइड ट्रॉली से जा टकराई। साइड ट्राली में सो रहा किसान घायल हो गया। ट्रक के जोरदार धक्का और हाईवे के किनारे ग्रिल से टकराने से ट्रैक्टर भी असंतुलित हो गया। एक किसान की मौके पर और दूसरे की अस्पताल में मौत हो गई।

इस साल के अंत में 3 दिनों के लिए बंद कर दिया जाएगा पुरी में जगन्नाथ मंदिर

 डिजिटल डेस्क: भारत में कोरोना का नया स्ट्रेन ‘ओमाइक्रोन’ दस्तक दे चुका है। देश में अब तक 25 लोगों के शवों में नए स्ट्रेन पाए गए हैं। महाराष्ट्र के हालात काफी चिंताजनक हैं. तीन साल के बच्चे के शरीर में ओमाइक्रोन भी मिला था। ऐसे में जरा सी लापरवाही भी बड़ा खतरा पैदा कर सकती है। इसलिए एहतियात बरतने का फैसला पुरी के जगन्नाथ मंदिर के अधिकारियों ने लिया।

 मंदिर प्रशासन के निर्णय के अनुसार पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर अगले साल 31 दिसंबर से 2 जनवरी तक बंद रहेगा। शुक्रवार को एपेक्स बॉडी के सदस्य बैठक में बैठे। उल्लेखनीय है कि जगन्नाथ मंदिर के संबंध में सभी निर्णय ‘छत्तीसगढ़ रोजगार’ समिति लेती है। समिति की बैठक में पुराने साल के अंत और नए साल की शुरुआत में मंदिर को बंद करने का फैसला किया गया.बैठक के बाद, एसजेटीए प्रमुख कृष्ण कुमार ने कहा कि पुरी में जगन्नाथ मंदिर इस साल 31 दिसंबर से अगले साल 2 जनवरी तक तीन दिनों के लिए बंद रहेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया है।

ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ दौड़ते-भागते गिर पड़े नेताजी, वायरल हुआ वीडियो 

देश के अन्य धार्मिक स्थलों की तरह पुरी का जगन्नाथ मंदिर पिछले साल मार्च में कोरोना की स्थिति के कारण बंद कर दिया गया था। हालांकि देश के अन्य मंदिरों को अनलॉक अवधि के दौरान धीरे-धीरे खोला गया, लेकिन पुरी में जगन्नाथ मंदिर बंद रहा। कोरोना काल में पुरी की रथयात्रा में जुटना सख्त मना था। केवल कर्मकांड देखे जाते हैं। 9 महीने के लंबे लंबे समय के बाद पिछले साल दिसंबर में कोविड के नियमों का पालन करते हुए पुरी मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए. बहुत से लोग साल के अंत में लंबी सर्दियों की छुट्टियों के दौरान पुरी जाने की योजना बनाते हैं। ऐसे में भीड़ बढ़ने की संभावना है। इसलिए कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मंदिर को साल के अंत से नए साल की 2 जनवरी तक बंद रखने का फैसला किया गया है.

ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ दौड़ते-भागते गिर पड़े नेताजी, वायरल हुआ वीडियो

 डिजिटल डेस्क : मध्य प्रदेश का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भागते नजर आ रहे हैं। ये वीडियो इसलिए वायरल हो रहा है क्योंकि उनके साथ दौड़ते हुए नेताजी इसमें गिरते नजर आ रहे हैं. गुरुवार को तीन दिवसीय प्रवास पर अपने गृहनगर आए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उम्मीद जताई कि यह स्टेडियम अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से लैस होगा और दिसंबर 2022 में बनकर तैयार हो जाएगा। पहला मैच जनवरी-2023 में खेला जा सकता है।

और नेताजी गिरे

इस दौरान सिंधिया ने पत्रकारों से बात की और भरोसा जताया कि जनवरी 2023 में इस स्टेडियम में पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला जा सकता है. इस दौरान सिंधिया ने स्प्रिंट किया और क्रिकेट भी खेला। सिंधिया स्प्रिंट लगाने के लिए जैसे ही दौड़े, एक साथ दौड़ने की कोशिश कर रहे एक नेताजी गति से मेल नहीं खा सके और गिर पड़े। नेताजी के गिरने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

सिंधिया ने लगाए लंबे शॉट

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुरुवार को ग्वालियर पहुंचे। मध्य प्रदेश के मंत्री तुलसीराम सिलावट ने राजमाता विजया राजे सिंधिया हवाई अड्डे पर उनका जोरदार स्वागत किया। सिंधिया यहां से सीधे शंकरपुर में बन रहे क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण कार्य की समीक्षा करने आए थे। यहां वह पिच का जायजा लेने के लिए बैट लेकर मैदान पर उतरते नजर आए। कुछ गेंद उनसे छूट गई, लेकिन बाद में केंद्रीय मंत्री ने तंग हाथ दिखाते हुए लंबे शॉट लगाए.

एशेज : पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 9 विकेट से रौंदा

जनवरी 2023 में खेले जा सकते हैं अंतरराष्ट्रीय मैच

सिंधिया ने मध्य प्रदेश में क्रिकेट की प्रगति पर खुशी जताई। उन्होंने बताया कि राज्य के दो खिलाड़ी टीम-इंडिया का हिस्सा बनने में सफल रहे हैं. सिंधिया ने क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले ग्वालियर में सचिन तेंदुलकर के ऐतिहासिक दोहरे शतक को याद करते हुए कहा कि जल्द ही शंकरपुर स्टेडियम फिर से ग्वालियर के क्रिकेट गौरव की ओर लौटता दिखाई देगा। मुझे विश्वास है कि जनवरी 2023 में हम शंकरपुर में बन रहे इस स्टेडियम में मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के कोटा अंतरराष्ट्रीय मैच का आयोजन कर सकेंगे।

एशेज : पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 9 विकेट से रौंदा

 खेल डेस्क : ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड, पहला टेस्ट ट्रैविस हेड की तूफानी पारी और डेविड वार्नर और मार्नस लाबुस्चगने के अर्धशतकों के बाद, ऑस्ट्रेलिया ने पैट कमिंस की घातक गेंदबाजी के दम पर एशेज टेस्ट सीरीज के पहले मैच में इंग्लैंड को हरा दिया। 9 विकेट से हराया। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली। पहला टेस्ट ब्रिस्बेन के गाबा में खेला गया था।

ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 425 रन का विशाल स्कोर बनाया। तब इंग्लैंड पहली पारी में 147 और दूसरी पारी में 297 रन पर ढेर हो गया था। इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 20 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसे ऑस्ट्रेलिया ने एक विकेट खोकर हासिल कर लिया। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया के लिए ओपनर मार्कस हैरिस 9 रन बनाकर नाबाद रहे, जबकि एलेक्स कैरी 9 रन बनाकर आउट हो गए। ओली रॉबिन्सन ने केरी को अपना शिकार बनाया।

ऑस्ट्रेलिया की जीत में ट्रेविस हेड ने अहम भूमिका निभाई। हेड ने एशेज इतिहास में तीसरा सबसे तेज शतक बनाया। हेड ने महज 84 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। उन्होंने 148 गेंदों में 14 चौकों और 4 छक्कों की मदद से 152 रन बनाए।डेविड वॉर्नर ने जहां 176 गेंदों में 11 चौकों और दो छक्कों की मदद से 94 रन बनाए, वहीं मारनस लाबुशेन ने 117 गेंदों में 6 चौकों और दो छक्कों की मदद से 74 रन बनाए।

जो रूट और मालन की अर्धशतकीय पारी बेकार गई

इंग्लैंड के लिए दूसरी पारी में डेविड मलान और कप्तान जो रूट ने शानदार अर्धशतकीय पारी खेली और इंग्लैंड को अच्छी स्थिति में पहुंचा दिया. हालांकि दोनों इंग्लैंड की हार को टाल नहीं पाए। जो रूट ने 165 गेंदों का सामना किया, जिसमें उन्होंने 10 चौके लगाए। जबकि डेविड मलान ने 195 गेंदों में 10 चौकों की मदद से कुल 82 रन बनाए। मालन और रूट को छोड़कर इंग्लैंड का कोई भी बल्लेबाज रन नहीं बना सका।

यूपी चुनाव 2022: जेपी नड्डा की मेरठ में अग्निपरीक्षा आज…….

ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे ज्यादा रन पैट कमिंस ने बनाए

तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने भी ऑस्ट्रेलिया की जीत में अहम भूमिका निभाई. कमिंस ने पहली पारी में 13.1 ओवर में 38 रन देकर 5 विकेट लिए, जबकि दूसरी पारी में 20 ओवर में 50 रन देकर 2 विकेट लिए। ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरी पारी में स्पिनर नाथन लियोन ने 4 विकेट लिए। उन्होंने 34 ओवर में 91 रन दिए। दूसरी पारी में कैमरून ग्रीन ने दो विकेट लिए, जबकि स्टार्क और हेजलवुड ने एक-एक विकेट लिया। स्टार्क और हेजलवुड ने पहली पारी में दो-दो विकेट लिए।