Sunday, June 29, 2025
Home Blog Page 312

दैनिक COVID-19 मामलों में 27.4 प्रतिशत की हुई वृद्धि , पिछले 24 घंटों में 16,764 नए मामले सामने आए

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के नए मामलों ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है. केंद्र ने आठ राज्यों को तत्काल कार्रवाई करने को कहा है, और मामले सामने आ रहे हैं। इस बीच शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में देशभर में कोविड-19 के 16,64 नए मामले सामने आए हैं. कल की तुलना में कोरोना मामलों की संख्या में 26.4 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. गुरुवार तक देश में 13,000 से ज्यादा मामले थे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामलों की संख्या बढ़कर 1270 हो गई है। दिल्ली और मुंबई ओमाइक्रोन से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।

पिछले 24 घंटे में देश में 220 मरीजों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई है और अब तक 4,61,060 लोगों की जान जा चुकी है. पिछले 24 घंटे में 7,585 मरीज संक्रमित हुए हैं। भारत में अब तक 3,42,66,363 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं।

चूंकि स्वस्थ मरीजों की संख्या नए मरीजों की संख्या से कम है, ऐसे में देश में सक्रिय मरीजों की संख्या 90,000 को पार कर गई है। देश में इस समय 91,361 लोग कोविड का इलाज करा रहे हैं। कुल मामलों का 0.26 प्रतिशत सक्रिय मामले हैं। रिकवरी रेट फिलहाल 98.36 फीसदी है।

दैनिक संक्रमण दर बढ़कर 1.34 प्रतिशत और साप्ताहिक संक्रमण दर 0.89% हो गई। अब तक कुल 67.78 करोड़ कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं।

पिछले 24 घंटे में लोगों को टीके की 6,75,290 खुराक दी जा चुकी है। टीकाकरण की कुल संख्या 1,44,54,16,714 है।

ओमिक्रॉन का असर: मेट्रो के लिए भारी भीड़, यात्रियों ने तोड़ दीं बसें

महाराष्ट्र-दिल्ली में ओमाइक्रोन की हार
देश में ओमाइक्रोन मामलों की संख्या बढ़कर 1,270 हो गई है। वहीं 364 मरीज ठीक भी हुए। ओमाइक्रोन अब तक देश भर के 23 राज्यों में फैल चुका है। इस तरह के कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज महाराष्ट्र में पाए जाते हैं। महाराष्ट्र में ओमाइक्रोन के कुल मरीजों की संख्या 450 पहुंच गई है. वहीं, ओमाइक्रोन के 320 मामलों के साथ दिल्ली दूसरे स्थान पर है।

ओमिक्रॉन का असर: मेट्रो के लिए भारी भीड़, यात्रियों ने तोड़ दीं बसें

नई दिल्ली: दिल्ली में ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के मद्देनजर यलो अलर्ट के नियम लागू हैं। इस कारण मेट्रो का संचालन आधी क्षमता के साथ ही किया जा रहा है। मतलब यह कि यात्री एक सीट छोड़कर दूसरी सीट पर बैठ रहे हैं जिससे भीड़ हो जा रही है।

नौकरी, व्यवसाय एवं अन्य जरूरी काम से यात्रा करने वाले परेशान हो रहे हैं। उनकी परेशानी का सबब यह है कि मेट्रो में आधी सीटों पर बैठने की अनुमति होने से भीड़ गई है तो बसों की संख्या बढ़ाई नहीं गई है। मेट्रो की भीड़ कम करने के लिए बसें बढ़ा दी जानी चाहिए थीं, लेकिन ऐसा नहीं होने पर लोगों में आक्रोश भी देखा जा रहा है। गुरुवार को लोग इंतजार करते-करते थक गए यात्रियों के समूह ने तीन बसें तोड़ दीं।

हर जगह नहीं लगा सकते पाबंदी, व्यापार होगा प्रभावित : ममता

हर जगह नहीं लगा सकते पाबंदी, व्यापार होगा प्रभावित : ममता

गंगासागर : राज्य में कोविड के मामले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि लगातार गंभीरता से नजर रख जा रही है। हालात को देखते हुए प्रतिबंध लगाए जाएंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि हर जगह प्रतिबंध नहीं लगाए जा सकते। मुख्यमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था को भी नजरंदाज नहीं किया जाएगा। तीन दिवसीय गंगासागर दौरे में कोलकाता लौटने से पहले सीएम ने कहा कि हर पॉकेट में एक साथ सख्ती करने से कोई लाभ नहीं है। व्यापार प्रभावित होगा। यह सब करके गत दो सालों में कोई बिजनेस नहीं है, पूरा शून्य हो गया। जहां जरूरत होगी वहाँ हम देखेंगे क्या करना है। स्कूल-कॉलेज व हर जगह रिव्यू करके सिद्धांत लेंगे। गम्भीरता के साथ मॉनिटरिंग हो रही है।

इसलिए कोलकाता में बढ़ रहे हैं मामले
उन्होंने कहा कि कोलकाता में कोरोना के केस इसलिए बढ़े क्योंकि ट्रेन और विमान से आने वाले यात्रियों के लिए यह एक ट्रांजिट प्वाइंट है। उन्होंने कहा कि यूके को व्यक्तिगत रूप से जनता पसंद करती है मगर देखा जा रहा है कि वहीं से आने वाली फ्लाइट से ज़्यादा मामले आ रहे हैं, जो आमिक्राॅन के कैरियर हैं। केंद्र सरकार को देखना होगा कि कहां-कहां से मामले आ रहे है। वहाँ फ्लाइट पर रेस्ट्रिक्शन लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द उन देशों से आने वाले विमानों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए, जहां ओमिक्रॉन वैरिएंट के केस काफी ज्यादा हैं।

नहीं लगा सकते गंगासागर मेला पर रोक
मुख्यमंत्री ने कहा की हम गंगासागर मेला पर रोक कैसे लगा सकते हैं, जो लोग आना चाहते हैं वे आएँगे। जिन्हें लगेगा कि इस समय नहीं आना चाहिए तो नहीं आएँगे। यह मेला मेरा नहीं जनता का है। बिहार – यूपी से अगर कोई आना चाहते हैं तो हम कैसे रोकेंगे, यह हमारे हाथ में नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि क्या कुंभ मेला पर रोक लगी थी ?

ब्रेकिंग: इत्र बनाने वाले कन्नौज के व्यापारी पुष्पराज जैन के घर-दफ्तर पर छापा

ब्रेकिंग: इत्र बनाने वाले कन्नौज के व्यापारी पुष्पराज जैन के घर-दफ्तर पर छापा

कनौज: उत्तर प्रदेश के कन्नौज में एक और इत्र व्यापारी के घर, दफ्तर पर शुक्रवार को इनकम टैक्स विभाग ने छापा मारा है। व्यापारी का नाम पुष्पराज जैन पम्मी है और वो समाजवादी इत्र बनाते हैं। पुष्पराज समाजवादी पार्टी से एमएलसी भी हैं। उनका घर पीयूष जैन के घर से कुछ ही दूरी पर है। छापा अभी जारी है।

पीयूष जैन के यहां आईटी के छापे में 197 करोड़ कैश और 23 किलो सोना मिला था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुष्पराज जैन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी हैं। यह भी बताया जा रहा है कि पिछली बार भी आईटी विभाग पुष्पराज के ठिकानों पर छापा मारने की तैयारी में था।

ऐसे पेड़-पौधे लगाने से खुलते हैं तरक्की के द्वार, ग्रह दोष भी होंगे दूर

ऐसे पेड़-पौधे लगाने से खुलते हैं तरक्की के द्वार, ग्रह दोष भी होंगे दूर

कोलकाता : हिन्दू धर्म में देवी, देवता, नदी, पर्वत, पशु, पेड़-पौधे सबकी पूजा की जाती है। इसमें प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के साथ ही प्रकृति से प्रेम का भी भाव छिपा है। आज हम आपको कुछ ऐसे पेड़-पौधों के बारे में बता रहे हैं, जिनको लगाने से घर की सुंदरता और वातावरण अच्छा तो होगा ही, आपकी कुंडली में ग्रहों से जुड़े दोष दूर होंगे और आपके लिए तरक्की के द्वार भी खोलेंगे। कई पौधे को घर के वास्तु दोषों को भी दूर करने में सहायक होते हैं। आइए जानते हैं इन पेड़-पौधों के बारे में…

1. तुलसी का पौधा
तुलसी का पौधा जितना औषधीय गुणों वाला होता है, उतना ही उसकी पौराणिक मान्यताएं भी हैं। इस वजह से हर घर के आंगन में तुलसी का पौधा होता है। यदि आपके घर में तुलसी का पौधा नहीं है, तो आप इसे गमले में लगा लें और पूरब दिशा में रख दें। प्रात:काल में इसकी पूजा करें और हर शाम को घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से घर में खुशहाली आएगी, सेहत अच्छी रहेगी।

2. दौना का पौधा
दौना का पौधा नैऋत्य दिशा यानी घर के दक्षिण पश्चिम दिशा में लगाना चाहिए। हर रोज स्नान के बाद उसे जल दें। ऐसा करने से कर्ज की स्थिति से छुटकारा मिलता है। यदि आप किसी कर्ज से परेशान हैं, तो दौना का पौधा लगाकर उसकी सेवा करें।

3. पीपल का पौधा
हिन्दू धर्म में पीपल के पौधे को बड़ी श्रद्धा से देखा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसमें सभी देवी-देवताओं का वास होता है। पीपल का पौधा गमले में लगा सकते हैं। पीपल के पौधे की पूजा करने और जल अर्पित करने से शनि देव और भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। शनि दोष भी दूर करने में मदद मिलती है।

4. लाजवंती का पौधा
लाजवंता पौधे का संबंध राहु ग्रह से है। इस पौधे को घर के पूर्व उत्तर कोण वाली दिशा में लगाना चाहिए। कुंडली में राहु दोष से राहत मिलती है।

5. शमी का पौधा
शमी का पौधा धार्मिक दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे घर से बाहर दक्षिण और पूर्व उत्तर कोण वाली दिशा में लगा सकते हैं। शमी पेड़ की पूजा करने से शनि दोष दूर होता है। शनि देव प्रसन्न होते है। इसके पत्तों को भगवान शिव की पूजा उपयोग करते हैं, जिससे महादेव की भी कृपा मिजती है। जिस घर के द्वार पर शमी का पौधा होता है, वहां सुख, धन, धान्य की कमी नहीं रहती है। शमी का पौधा विजयादशमी को लगाना बहुत शुभ होता है।

6. केले का पौधा
केले के पौधे की पूजा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और कुंडली का गुरु दोष भी दूर होता है। भगवान विष्णु का प्रिय फल केला है। इन पौधों के अलावा वट वृक्ष, आंवला वृक्ष की भी पूजा होती है। वट वृक्ष की पूजा से अखंड सौभाग्य प्राप्त होता है और आंवला वृक्ष की पूजा भगवान विष्णु को ध्यान में रखकर किया जाता है।

ब्रिटेन में एक दिन में रिकॉर्ड 183,037 कोरोना मामले…

सेहत के लिहाज से बहुत लाभकारी है मंत्रों का उच्चारण, जानिए इनके चमत्कारी फायदे

मंत्र जाप (Chanting Vedic Mantras) केवल धर्म और अध्यात्म के बारे में नहीं है बल्कि ये ध्वनि, श्वास और लय का एक संयोजन है जो आपको अपनी ऊर्जा को दिशा देने में मदद करता है.मंत्रों (Chanting mantras) का आपके शरीर पर मनोवैज्ञानिक और शारीरिक दोनों प्रभाव पड़ता है. मंत्र जाप करने से आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है.

मंत्र जाप करने से इम्युनिटी बढ़ती है
कुछ मंत्रों के जाप से जीभ, स्वर-तंत्र, होंठ, तालू और शरीर के अन्य कनेक्टिंग पॉइंट्स पर दबाव पड़ता है. मंत्र का जाप हाइपोथैलेमस नामक ग्रंथि को उत्तेजित करता है. ये इम्युनिटी बढ़ाने और कुछ हैप्पी हार्मोन सहित शरीर के कई कार्यों को कंट्रोल करता है. आप जितने खुश रहेंगे आपकी इम्युनिटी उतनी ही मजबूत होगी.

मन को शांत करने में मदद करता है
मंत्रों की कुछ कंपन ध्वनियां मन को शांत करने वाले हार्मोन को उत्तेजित करने में मदद करती हैं. ये आपके शरीर को आराम देती हैं. ये आपको ध्यान केंद्रित करने में भी मदद करता है और इस तरह आपके दिमाग के लिए एक ट्रैंक्विलाइजर के रूप में काम करता है.

वैदिक मंत्र चक्रों को संतुलित करने में मदद करते हैं
मंत्र जाप करने से शरीर के चक्रों को उत्तेजित करने में मदद मिलती है, इन्हें शरीर के ऊर्जा केंद्रों के रूप में भी जाना जाता है. ऊर्जा केंद्र शरीर के विभिन्न अंगों के सुचारू कामकाज में मदद करते हैं. कभी-कभी चक्रों के संरेखण में थोड़ी गड़बड़ी हो सकती है और मंत्र जाप करने से इन्हें संरेखित करने में मदद मिलती है. इससे आपका शरीर रोग मुक्त रहता है.

एकाग्रता और सीखने को बढ़ाता है
एक शोध और विशेषज्ञों के अनुसार जिन लोगों ने मंत्रों का जाप किया उनमें बेहतर एकाग्रता और सीखने की शक्ति देखने को मिली. क्योंकि जब आप जप करते हैं तो आपके चेहरे और सिर पर मौजूद चक्रों को सक्रिय करने में मदद मिलती है जो एकाग्रता और स्मृति को बढ़ाते हैं.

स्वस्थ हृदय के लिए
मंत्र का जाप करने से व्यक्ति बहुत शांत हो जाता है और सांस लेने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है, जो आपके हृदय की धड़कन को नियमित करने और आपके हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करती है.

तनाव दूर करने में मदद करता है

तनाव से संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद करता है. वैदिक मंत्र व्यक्ति को तनाव से मुक्ति दिलाते हैं. मंत्र जाप के उच्चारण से शरीर को आराम देने वाले हार्मोन रिलीज करने में मदद मिलती है. इससे स्ट्रेस दूर होता है. नियमित मंत्र जाप तनाव को दूर करने में मदद करता है.

ग्लोइंग त्वचा
मंत्र जाप ब्लड सर्कुलेशन सुधार करने और टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करता है. मंत्र जाप श्वास पैटर्न आपकी त्वचा को ऑक्सीजन देने में मदद करता है. इससे त्वचा जवां और ग्लोइंग दिखती है.

अस्थमा को ठीक करने में मदद करता है
आप गहरी सांस लें और जाप करते समय सांस रोककर रखें. इससे आपके फेफड़े मजबूत होते हैं और बेहतर सांस लेने में मदद मिलती है.

तय समय पर होंगे UP में विधानसभा चुनाव : दिव्यांग और बुजुर्ग कर सकेंगे घर बैठे वोटिंग

राशिफल: साल के आखिरी दिन भाग्य के बल पर अपार सफलता प्राप्त करेंगे

आज पौष कृष्ण पक्ष प्रदोष के दिन सूर्योदय के समय अनुराधा नक्षत्र व चन्द्रमा वृश्चिक राशि में है। शुक्र व शनि मकर राशि में व गुरु कुम्भ में हैं। शेष ग्रह स्थितियां पूर्ववत हैं। आज चन्द्रमा का वृश्चिक राशि में गोचर मिथुन व सिंह के जातकों को लाभान्वित करेगा। मिथुन व कुंभ राशि के जातक व्यवसाय में प्रगति करेंगे।

बैंकिंग व मीडिया में तुला व कुम्भ के जातक सफल रहेंगे। मिथुन व सिंह राशि के राजनीतिज्ञ कूटनीतिक सफलता की प्राप्ति करेंगे। आइए अब जानते हैं प्रत्येक राशियों का विस्तृत राशिफल।

31 दिसंबर 2021 राशिफल: मेष- आप नया ऑफिस या दुकान खरीदना चाह सकते हैं। व्यापार के सिलसिले में यात्रा होगी। प्रॉपर्टी खरीदने की योजना बन सकती है। नौकरीपेशा और कारोबारी लोग सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए किसी अनुभवी व्यक्ति की सलाह लें तो ही अच्छा है।

वृष- वृष राशि वालों को संतान पक्ष से कोई खुशखबरी मिलेगी. आप अपने भाग्य के बल पर अपार सफलता प्राप्त करेंगे, इस राशि के लोगों को अप्रत्याशित धन लाभ मिलने की संभावना है। मोबाइल और टीवी का ज्यादा इस्तेमाल ध्यान भटका सकता है। ज्यादा तनाव न लें।

मिथुन- किसी ऊँचे और खास व्यक्ति से मिलते समय घबराएँ नहीं और आत्मविश्वास से भरपूर रहें. यह स्वास्थ्य के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि व्यापार के लिए पैसा। निश्चित तौर पर आर्थिक स्थिति में सुधार होगा लेकिन साथ ही खर्चे भी बढ़ेंगे।

कर्क- आज के दिन रोजमर्रा के कामों में मन नहीं लगेगा. कुछ बातें जो दिमाग में आती हैं, वे आपको दुखी कर सकती हैं। भावनाओं और क्रोध पर नियंत्रण रखें। आप अति उत्साह और जल्दबाजी से कोई काम बिगाड़ भी सकते हैं। ऑफिस में आपको अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है।

सिंह (Leo)- आज आपको कुछ कार्यों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी और लोगों से संपर्क बनाना होगा. एक त्वरित अमीर योजना वास्तव में किसी के लिए काम कर सकती है। काम के सिलसिले में दूर-दराज के क्षेत्रों में पलायन की स्थिति बनेगी।

कन्या- सेहत को ध्यान में रखते हुए चिल्लाने और चिल्लाने से बचें. हर निवेश सावधानी से करें और अनावश्यक नुकसान से बचने के लिए उचित सलाह लेने में संकोच न करें। अपने जीवनसाथी के साथ मिलकर घर के अटके हुए कामों को पूरा करने की व्यवस्था करें।

तुला- व्यापार में लाभ के योग हैं. काम का माहौल भी आपके पक्ष में हो सकता है। आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है, लेकिन दिन भी अच्छा रहेगा। जितना अधिक आप दूसरों की मदद करेंगे, उतना ही आप स्वयं को लाभान्वित कर सकते हैं। आज नई योजनाएँ बन सकती हैं।

वृश्चिक- पढ़ाई के प्रति आपकी रुचि बढ़ेगी. जीवनसाथी से धन की प्राप्ति हो सकती है। व्यापार में अच्छी वृद्धि होगी और व्यापार में भागीदारी से लाभ होगा। छात्रों को अपने भविष्य के लिए अच्छी सलाह मिलेगी और परीक्षा में अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे।

धनु – जो समस्याएं आपको परेशान कर रही हैं उन्हें सुलझाने के लिए चतुराई, चतुराई और कूटनीति की आवश्यकता है. आकस्मिक खर्च से आर्थिक बोझ बढ़ सकता है। शाम के समय दोस्तों के साथ टहलने जाएं, क्योंकि इस समय आपके लिए यह बहुत जरूरी है।

मकर- आज आपके व्यापार में वृद्धि हो सकती है. जूनियर्स भी आपकी मदद करेंगे। कोई तनाव भी आज खत्म हो सकता है। समझदारी से काम लें। घर की समस्या का समाधान होगा। व्यापार में कुछ लाभकारी समझौता होने के योग बन रहे हैं।

कुंभ- आज आपको प्रेम संबंधों में परेशानी हो सकती है या नए रिश्ते की शुरुआत हो सकती है. छात्रों का पढ़ाई में मन नहीं लगेगा। एकाग्रता कम होगी। यदि आप अपने कार्यक्षेत्र या दिशा में परिवर्तन करना चाहते हैं तो भविष्य में इसका लाभ अवश्य ही देखने को मिलेगा।

मीन राशि- स्वास्थ्य को विशेष देखभाल की आवश्यकता है। आपको कमीशन, लाभांश या रॉयल्टी से लाभ होगा। दोस्तों के माध्यम से आपका खास लोगों से परिचय होगा, जो भविष्य में आपके लिए फायदेमंद रहेगा। छोटी-छोटी बात पर भी आपका अपने प्रियतम से वाद-विवाद हो सकता है।

चीन से खरीदे 25 जे-10सी लड़ाकू विमान ट्राईकास्टर, जानें इसकी क्षमताएं

घर के ये वास्तुदोष आपके वैवाहिक जीवन में डाल सकते हैं दरार, इन्हें न करें नजरअंदाज

यदि किसी घर में वास्तुदोष लगा हो, तो कई तरह की समस्याएं परेशान करती हैं. ऐसे में व्यक्ति की सेहत और आपसी रिश्तों पर बुरा असर पड़ता है. साथ ही आर्थिक हालात भी प्रभावित होते हैं.

वास्तु के अनुसार बेडरूम में आइने का होना शुभ नहीं माना जाता है. कहा जाता है कि सोते समय आपका कोई भी अंग आइने में नहीं दिखना चाहिए. इससे बीमारियां आपको परेशान करती हैं. अगर पति पत्नी के कमरे में आइना लगा हो, तो उनके रिश्तों में दरार आने लगती है. इसलिए कोशिश करें कि बेडरूम में आइना न लगवाएं. अगर जरूरी है तो इसे उत्तरी या फिर पूर्वी दीवार पर लगवाएं और सोते समय कपड़े से ढकने दें.

घर में बाहर से आने वाले किसी व्‍यक्ति की दृष्टि सीधे आपके बेड पर नहीं पड़नी चाहिए. इससे भी दांपत्य जीवन में खटास आने लगती है. इसलिए अपने बेड को कुछ इस तरह रखें कि सीधे बाहरी लोगों की नजर न पड़े. आप बेडरूम में पर्दा भी लगाकर रख सकते हैं.

बेडरूम में एक से ज्यादा दरवाजे नहीं होने चाहिए. अगर हैं, तो उन्हें बंद रखें. अगर आपके बेडरूम में अटैच बाथरूम है, तो उसका भी दरवाजा हमेशा बंद रखें. वरना आपके कमरे में नकारात्मकता बढ़ती है, जिससे बेवजह झगड़े बढ़ने लगते हैं. इसके अलावा अपने बेड के नीचे कभी गंदगी न करें.

घर के मुख्य द्वार से हर किसी का आना-जाना होता है, इसके अलावा मुख्य द्वार को ही घर में ऊर्जा के प्रवाह का भी सबसे प्रमुख स्थान माना जाता है. इस स्थान को कभी गंदा नहीं रखना चाहिए. न ही मुख्य द्वार के आसपास कूड़ादान रखना चाहिए. वरना घर के सभी सदस्यों के आपसी रिश्तों में खटास आती है और बेवजह झगड़े शुरू हो जाते हैं.

ब्रिटेन में एक दिन में रिकॉर्ड 183,037 कोरोना मामले…

साल 2022 में इन राशि वालों की आर्थिक स्थिति में होगा सुधार, जानें क्या आप भी हैं इसमें शामिल

नया साल से हर किसी को कई तरह की उम्मीदें रहती है. ज्योतिष अनुसार नया साल इन 4 राशियों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लेकर आएगा.

सिंह राशि – इस राशि के जातकों के लिए नया साल बहुत शुभ रहेगा. हर काम में सफलता मिलेगी. भाग्य आपके साथ रहेगा. अगर आप लंबे समय से नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो इस साल अच्छी नौकरी मिल सकती है. इस साल आपकी आर्थिक स्थिति पहले से काफी बेहतर रहेगी.

कन्या राशि – इस राशि के जातकों को इस साल धन की प्राप्ति होगी. नौकरी में मान-सम्मान मिलेगा और सैलरी में भी अच्छी-खासी बढ़ोतरी होगी. अपने खर्चों को संभालना आसान हो जाएगा. बिसनेस का भी विस्तार होगा.

धनु राशि – साल 2022 में आप आर्थिक रूप से मजबूत और स्थिर रहेंगे. आपको आय में कमी या अत्यधिक व्यय के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं होगी क्योंकि आपको अपने आप पर बहुत विश्वास होगा जो आपको सफल होने में मदद करेगा.

वृषभ राशि – इस साल आपको नए सुनहरे अवसर मिलेंगे. आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी. भाग्य आपका साथ देगा. ऐसी जगह निवेश कर सकते हैं जिससे आपको भविष्य में लाभ मिलेगा.

ब्रिटेन में एक दिन में रिकॉर्ड 183,037 कोरोना मामले…

क्रिस्टल बॉल घर में रखने से बदल जाएगी आपकी किस्मत, जानें इसके फायदे

वास्तु के अनुसार क्रिस्टल बॉल घर पर में रखना काफी शुभ माना जाता है. ये सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है. इसे पूर्व दिशा में रखना चाहिए. आइए जानें इसके लाभ.कहा जाता है जिस घर में बड़ों और छोटों के बीच प्यार होता है, वहां परिवार में तालमेल होता है. उस घर में हर तरह की सुख-सुविधाएं खुद-ब-खुद विकसित होती रहती हैं, लेकिन जिस घर में रोज लड़ाई-झगड़े होते रहते हैं वहां समस्याओं का अंबार लगा हुआ रहता है.

क्रिस्टल बॉल ऐसी परेशानियों से बचने और परिवार में आपसी समझ बनाने में आपकी मदद कर सकती है. अपने घर के लिविंग रूम या हॉल में क्रिस्टल बॉल रखें. इसे ऐसी दिशा में रखें जहां से सूरज की रोशनी सीधे आपके घर में आती है और क्रिस्टल बॉल पर पड़े.

क्रिस्टल बॉल को अपने घर के मेन गेट पर लटका सकते हैं. क्रिस्टल बॉल अपने आसपास की नकारात्मक ऊर्जा को सोख लेता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है.

अगर आपकी अपने पार्टनर के साथ अनबन रहती है तो क्रिस्टल बॉल को अपने बेडरूम में रखें. इसे दिन में तीन बार घड़ी की दिशा में घुमाएं. इससे आपके रिश्ते में मधुरता आएगी.

आप क्रिस्टल बॉल को बच्चों के स्टडी रूम में लगा सकते हैं. ये सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है. इससे बच्चे अधिक मन लगाकर पढ़ाई करते हैं.

पौष माह में ऐसे करें सूर्य देव को प्रसन्न, जानिए पूजा विधि

सनातन धर्म के विक्रम संवत में पौष दसवां महीना होता है, इसके साथ ही इस माह का हिंदू धर्म में एक खास महत्व होता है. इस माह में पूजा पाठ को विशेष रूप से किया जाता है. वहीं,पौष मास की पूर्णिमा को चंद्रमा पुष्य नक्षत्र में रहता है इसलिये इस मास को पौष का मास कहा जाता है.

वर्ष 2021 में पौष मास का आरंभ 20 दिसंबर से हो रहा है. नववर्ष 2022 में 17 जनवरी के दिन माह का समापन होना है. इस पूरे माह में किसी भी प्रकार को शुभ कार्य नहीं किया जाता है. इस माह में सूर्य देव की पूजा (Surya Dev Puja) करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है.

सूर्य को जल देना है उत्तम
पौष माह (Paush Month) में सूर्य देव की पूजा (Surya Dev Puja) का विशेष फल मिलता है. अगर आप नियमित रूप से सूर्य को जल देते हैं तो जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. तांबे के पात्र में जलभर प्रतिदिन उगते सूर्य को जल देना चाहिए.

दरअस पौराणिक ग्रंथों की मानें तो सूर्य को भग नाम से भी जाना जाता है. सूर्य का भग नाम ईश्वर का स्वरूप माना गया है. कहा जाता है तो पौष महीने में किसी एक रविवार को तक व्रत रखता है और तिल और खिचड़ी का भोग लगाता है उसके सभी कष्टों को दूर देव दूर कर देते हैं.

जल चढ़ाने का महत्व
पौष के माह में रोजाना सूर्य को अर्घ देने से व्यक्ति का शरीर सूर्य की किरणों के संपर्क में आता है. जिससे त्वचा संबंधी रोग कम होते हैं. अगर शरीर के किसी खास स्थान पर दर्द हो तो सूर्य के जल को चढ़ा कर उसको रोज लगाएं, इससे प्रभु कृपा करते हैं.

इस तरह करें सूर्य की पूजा
सूर्य की पूजा करने के लिए प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान करें. इसके पश्चात् आप उगते हुए सूर्य का दर्शन करते हुए प्रभु को सामने ॐघृणि सूर्याय नम: कहते हुए जल अर्पित करें. जो जल सूर्य को अर्पित करें उस जल में लाल रोली, लाल फूल मिलाकर जल दें. सूर्य को अर्घ्य देने के पश्चात्प लाल आसन में बैठकर पूर्व दिशा में मुख करके सूर्य के मंत्र का कम से कम 108 बार जप करें.

इस महीने बरतें ये सावधानियां
ऐसा कहा जाता है कि इस महीने में मेवे का सेवन नहीं करना चाहिए. इसके अलावा खाने चीनी की जगह गुड़ का सेवन लाभप्रद रहता है. अगर आप इस महीने में अदरक और लौंग का सेवन करते हैं तो इससे आपको बहुत लाभ होगा. भोजन में नमक कम खाना चाहिए.

ब्रिटेन में एक दिन में रिकॉर्ड 183,037 कोरोना मामले…

 

साल के आखिरी दिन 31 दिसंबर को कौन सा शुभ-अशुभ मुहूर्त रहेगा, देखिये आज का पंचांग

ज्योतिष शास्त्र में पंचांग का बहुत महत्व है । पंचांग ज्योतिष के पांच अंगों का मेल है। जिसमें तिथि,वार, करण,योग और नक्षत्र का जिक्र होता है। इसकी मदद से हम दिन के हर बेला के शुभ और अशुभ समय का पता लगाते हैं। उसके आधार पर अपने खास कर्मों को इंगित करते हैं। आज 31 दिसंबर शुक्रवार का दिन है। पौष की कृष्ण पक्ष द्वादशी 10:39 AM तक उसके बाद त्रयोदशी तक है। सूर्य धनु राशि पर योग-शूल, करण- तैतिल और गर पौष मास है, आज का दिन बहुत ही शुभ फलदायक है। देखिए आज का पंचांग…

आज 31 दिसंबर का पंचांग हिन्दू मास एवं वर्ष शक सम्वत- 1943 प्लव विक्रम सम्वत- 2078 आज की तिथि तिथि-द्वादशी 10:39 AM तक उसके बाद त्रयोदशी आज का नक्षत्र-अनुराधा 10:04 PM तक उसके बाद ज्येष्ठा आज का करण- तैतिल और गर आज का पक्ष- कृष्ण पक्ष आज का योग-शूल आज का वार- शुक्रवार सूर्योदय-7:12 AM सूर्यास्त-5:48 PM आज चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय चन्द्रोदय-4:15 AM चन्द्रास्त-3:25 PM सूर्य -सूर्य धनु राशि पर है चन्द्रमा राशि चन्द्रमा- चन्द्रमा तुला राशि पर संचार करेगा । दिन -शुक्रवार माह- पौष व्रत- सफला एकादशी पारण, प्रदोष व्रत

शुभ समय अभिजीत मुहूर्त-11:40 AM से 12:22 PM अमृत काल- 12:45 PM से 02:11 PM ब्रह्म मुहूर्त – 05:35 AM – 06:23 AM शुभ योग सर्वार्थ सिद्धि योग-06:43 AM से 10:04 PM रवि पुष्य योग -नहीं है अमृतसिद्धि योग-नहीं है त्रिपुष्कर योग- नहीं है द्विपुष्कर योग-नहीं है अभिजीत मुहूर्त-11:40 AM से 12:22 PM अशुभ समय राहु काल-11:10 AM से 12:29 PM तक कालवेला / अर्द्धयाम-14:29 से 15:11 तक दुष्टमुहूर्त- 09:19 AM से 10:01 AM, 12:51 PM से 01:33 PM भद्रा- 10:04 PM से 06:44 AM, 01जनवरी 2022 यमगण्ड-3:08 PM से 4:28 PM गुलिक काल-8:31 AM से 9:50 AM गंडमूल-नहीं है

ब्रिटेन में एक दिन में रिकॉर्ड 183,037 कोरोना मामले…

2021: हिंसा से शुरू होकर विरोध प्रदर्शन पर खत्म

डिजिटल डेस्क : आयोजनों के जरिए साल 2021 का अंत हो रहा है। राजनीति, लोकतंत्र, मानवाधिकार, कोरोना वायरस से निपटने और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों को लेकर पूरे साल दुनिया के विभिन्न हिस्सों में अस्थिरता, विरोध प्रदर्शन, दंगे और हिंसा होती रही है।साल की शुरुआत अमेरिकी कांग्रेस भवन (कैपिटल हिल) पर हुए हिंसक हमले से हुई। और इस साल हजारों लोग सूडान में सैन्य शासन का विरोध कर रहे हैं।संयुक्त राज्य अमेरिका में वाशिंगटन पोस्ट ने पिछले वर्ष में दुनिया की कुछ सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं पर एक नज़र डाली है।

  1. अमेरिकी कांग्रेस पर हमला

8 जनवरी को तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कहने पर उनके चरमपंथी समर्थकों ने अमेरिकी कांग्रेस की इमारत पर हिंसक हमला किया. हमले में अमेरिकी कांग्रेस का खून बह गया था, जिसका उद्देश्य जो बिडेन को राष्ट्रपति चुनाव जीतने से रोकना था। पांच लोगों की मौत हो गई थी। सैकड़ों घायल। इस घटना को “अमेरिकी लोकतंत्र पर नग्न हमला” के रूप में वर्णित किया गया था।

  1. ट्यूनीशिया में विरोध प्रदर्शन

अरब वसंत एक दशक पहले ट्यूनीशिया में शुरू हुआ था। देश के राजनीतिक नेताओं और अर्थव्यवस्था को विकसित करने में सरकार की विफलता से नाराज़ और निराश लोगों की एक नई पीढ़ी जनवरी में फिर से सड़कों पर उतर आई। देश में करीब एक साल से राजनीतिक नेताओं के बीच सत्ता संघर्ष को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं.

  1. म्यांमार में सैन्य तख्तापलट

1 फरवरी को म्यांमार की सेना ने देश पर कब्जा कर लिया। उन्होंने देश के लोकतंत्र समर्थक नेता आंग सान सू की सहित राजनीतिक नेताओं को गिरफ्तार किया। आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी। सैन्य शासन के खिलाफ हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। विरोध को शांत करने के लिए सेना ने हिंसा का सहारा लिया। म्यांमार में सैन्य विरोधी प्रदर्शनों में 1,300 से अधिक प्रदर्शनकारी मारे गए हैं। हजारों को गिरफ्तार किया गया है।

  1. रूस में नवलनी के लिए विरोध प्रदर्शन

जनवरी में स्वदेश लौटने के तुरंत बाद रूसी विपक्ष के नेता एलेक्सी नवलनी को गिरफ्तार कर लिया गया था। उसे कैद कर लिया गया। उनकी रिहाई की मांग को लेकर जनवरी के अंत में रूसी शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। रूसी पुलिस ने हजारों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। इसके बाद भी देश में और भी विरोध प्रदर्शन हुए।

  1. कोरोना महामारी

कोरोना महामारी की विफलता, लॉकडाउन और आर्थिक प्रभाव को लेकर कई देशों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। कोरोना वायरस संक्रमण पर रोक के खिलाफ़ 2021 में यूरोप समेत दुनिया भर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे. दूसरी ओर, ब्राजील सहित कुछ देशों में सरकार पर कोरोना के प्रसार को रोकने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन हुए।

6. थाईलैंड में विरोध प्रदर्शन

थाई राजमार्गों पर सरकार विरोधी प्रदर्शन शुरू हो गए। प्रदर्शनकारी थाई प्रधानमंत्री प्रयुथ चान-ओचर के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। साथ ही, उन्होंने थाई राजशाही में सुधार की मांग की। विरोध को रोकने के लिए थाई पुलिस मुखर थी।

7. क्यूबा में दुर्लभ विरोध प्रदर्शन

जुलाई में क्यूबा में दुर्लभ विरोध प्रदर्शन कोरोना प्रकोप, आर्थिक संकट, वस्तुओं की कमी और नागरिक अधिकारों के क्षरण को रोकने में सरकार की विफलता के कारण हुए। राजधानी हवाना समेत देश के प्रमुख शहरों में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। यह लगभग तीन दशकों में देश में सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन था। सरकार की सरकार ने विरोध प्रदर्शनों को पीटा और गिरफ्तार किया।

8. दक्षिण अफ्रीका में दंगे

जुलाई में दक्षिण अफ्रीका में बड़े पैमाने पर दंगे हुए। भ्रष्टाचार के एक मामले में पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा की गिरफ्तारी का विरोध एक समय दंगों में बदल गया। दंगों के दौरान, तोड़फोड़, आगजनी और लूटपाट हुई। जातिवादी हिंसा भी होती है। दंगों में कई लोग मारे गए थे। हजारों गिरफ्तार। स्थिति को संभालने के लिए सरकार को सैनिकों को तैनात करने के लिए मजबूर होना पड़ा। कई लोग दंगों को बेरोजगारी और आर्थिक असमानता का परिणाम बता रहे हैं।

  1. भारत में किसान विरोध

तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के पारित होने के खिलाफ भारत में किसान आंदोलन 2021 में तेज हो गया। राज्यों में यह आंदोलन करीब एक साल से चल रहा है। आंदोलन में हिंसा ने किसानों के जीवन का दावा किया। नरेंद्र मोदी की सरकार ने लगातार विरोध के बीच साल के अंत में तीन कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया।

  1. इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष

मई में इजरायल और फिलिस्तीन के बीच खूनी संघर्ष हुआ था। 11 दिनों तक चले संघर्ष में गाजा पर इस्राइली हमलों में 250 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं। उधर, इस्राइल में हमास के हमले में 12 लोग मारे गए थे। बाद में दोनों पक्षों के बीच संघर्ष विराम के माध्यम से संघर्ष को रोक दिया गया था।

  1. सूडान में सैन्य शासन और विरोध

अक्टूबर में, सूडानी सेना ने तख्तापलट में फिर से सत्ता पर कब्जा कर लिया। उन्होंने अंतरिम सरकार को भंग कर दिया और आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी। प्रधान मंत्री अब्दुल्ला हमदक सहित कैबिनेट के लगभग सभी सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया। तख्तापलट के बाद से देश में सैन्य विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं। विरोध प्रदर्शनों में अब तक करीब 45 लोग मारे जा चुके हैं। नवंबर में, प्रधान मंत्री हमदक ने देश की सेना के साथ एक समझौता किया। हालांकि, हजारों लोगों ने समझौते के खिलाफ देश के अलग-अलग शहरों में विरोध प्रदर्शन किया।

उत्तर कोरिया: किम जोंग उन ने घटाया वजन, तानाशाह को पहचानना मुश्किल

  1. जलवायु परिवर्तन

संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन (COP-28) नवंबर में स्कॉटलैंड के ग्लासगो में आयोजित किया गया था। कई लोगों ने शिखर सम्मेलन को ग्रह को बचाने का आखिरी मौका बताया है। स्कॉटलैंड में हजारों की हड़ताल अंत में, हालांकि, कई लोगों ने सम्मेलन के परिणाम पर निराशा व्यक्त की।

उत्तर कोरिया: किम जोंग उन ने घटाया वजन, तानाशाह को पहचानना मुश्किल

डिजिटल डेस्क : उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने इस सप्ताह सत्तारूढ़ पार्टी की वार्षिक बैठक में भाग लिया। इस समय तक किम पहले से ही काफी पतली दिख रही थीं। 37 साल की किम को अक्सर अपने बढ़ते वजन के साथ देखा जाता है। लेकिन जब किम जोंग उन कोरियन वर्कर्स पार्टी की आठवीं सेंट्रल कमेटी की चौथी पूर्ण बैठक में शामिल हुए, तो वह बहुत दुबले-पतले लग रहे थे। इस महीने की शुरुआत में अपने चाचा की मृत्यु के बाद यह उनकी पहली सार्वजनिक उपस्थिति है।

इस साल की शुरुआत में, मीडिया रिपोर्टों में कहा गया था कि तानाशाह ने लगभग 44 पाउंड खो दिए थे। माना जा रहा था कि पिछले साल किम का वजन करीब 140 किलो था। वहीं किम की हाइट पांच फुट सात इंच है। इस अधिक वजन ने उसे पीड़ित किया। द सन के अनुसार, किम स्विस पनीर पसंद करते हैं। इसके अलावा, झींगा मछली भी उनके पसंदीदा भोजन में से एक है। यहां उल्लेखनीय है जहां उत्तर कोरिया के लोग भूख और गरीबी का सामना करते हैं। वहीं दूसरी तरफ किम जोंग उन आलीशान जिंदगी जी रहे हैं।

भोजन की कमी के बारे में बात करें
वर्कर्स पार्टी की बैठक में किम ने अगले साल के लिए अपनी योजनाओं की रूपरेखा तैयार की। यह बैठक सोमवार को है. बैठक में सभी उच्च पदस्थ सरकारी अधिकारियों और सेना के जनरलों ने भाग लिया। एक अलग देश में ज्यादातर चीजों की तरह, बैठक में अब तक क्या हुआ, इसका विवरण प्राप्त करना मुश्किल है। हालांकि, सीजीटीएन न्यूज के मुताबिक, बैठक में देश में खाद्यान्न की कमी और इसे दूर करने के लिए मध्यम और दीर्घकालिक विकास रणनीतियों को लागू करने पर चर्चा हुई। समाजवादी ग्रामीण निर्माण पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक नया कार्यक्रम शुरू किया गया, जो इस समस्या का समाधान करेगा।

 15 और 16 जनवरी को पंजाब और गोवा में चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे राहुल गांधी

उन्होंने सैनिकों से किम के प्रति अधिकतम निष्ठा दिखाने का आह्वान किया
नेता किम जोंग उन के सेना के सर्वोच्च कमांडर बनने की 10 वीं वर्षगांठ पर, उत्तर कोरिया ने अपने 1.2 मिलियन सैनिकों को एक शीर्ष नेता का बल बनने और अपने जीवन से उसकी रक्षा करने का आह्वान किया है। सरकारी अखबार रोडोंग सिनमुन के संपादकीय में कहा गया है कि उत्तर कोरियाई सैन्य कमांडरों और सैनिकों को किम की रक्षा के लिए एक अभेद्य किले और बुलेटप्रूफ दीवार की तरह होना चाहिए। संपादकीय एक आधुनिक और उन्नत सेना के गठन की बात करता है जो ‘हमारे देश और लोगों की रक्षा के वफादार संरक्षक’ होनी चाहिए। उत्तर कोरिया पहले ही अपने नागरिकों से मुश्किल समय में किम के नेतृत्व में आगे बढ़ने का आह्वान कर चुका है।

 15 और 16 जनवरी को पंजाब और गोवा में चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे राहुल गांधी

डिजिटल डेस्क : नए साल में देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का प्रस्ताव रखा गया है. इनमें पंजाब, गोवा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मणिपुर शामिल हैं। इन विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने वोटरों को समर्थन दिलाने और अपना आधार मजबूत करने की तैयारी भी तेज कर दी है. इसके तहत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने पंजाब और गोवा में चुनावी रैलियों को संबोधित करने का ऐलान किया है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस नेता राहुल गांधी 15 और 16 जनवरी को पंजाब और गोवा में चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे.

पंजाब में कांग्रेस की सत्ता में वापसी हुई तो गोवा में बहुमत हासिल करना चुनौती होगी
देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। कांग्रेस इन सभी राज्यों में बेहतरी के लिए लड़ रही है, लेकिन इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की असली परीक्षा पंजाब और गोवा में होगी. पंजाब में जहां कांग्रेस को अपनी सरकार को बहुमत में वापस लाने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, वहीं गोवा में कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए संघर्ष कर रही है. दरअसल, पांच राज्यों में से सिर्फ पंजाब में ही कांग्रेस की सरकार है। पिछले कुछ महीनों में कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को दोबारा सत्ता में लाने के लिए मुख्यमंत्री बनाया है। तब से, कांग्रेस पर बेहतर प्रदर्शन करने का दबाव रहा है, गोवा में पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सबसे अधिक सीटें जीती, लेकिन भाजपा सरकार बनाने में सफल रही। वहीं, टीएमसी ने भी इस बार गोवा विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। इसी क्रम में टीएमसी ने कई पूर्व कांग्रेसियों को पार्टी की सदस्यता दी है। ऐसे में कांग्रेस के सामने गोवा में सत्ता में वापसी की चुनौती है।

IND Vs SA: 89 वर्षों में भारतीय क्रिकेट का सबसे महान क्षण, कोहली ब्रिगेड द्वारा 2021

5 जनवरी के बाद हो सकती है चुनाव तिथि की घोषणा
देश भर में कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट तेजी से फैल रहा है। ऐसे में पूर्व में ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि पांच राज्यों में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव स्थगित हो सकते हैं, लेकिन मुख्य चुनाव आयुक्त ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कई घोषणाएं कीं. इसके साथ ही विधानसभा चुनाव टालने की अटकलों पर विराम लग गया। साथ ही गुरुवार को चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान 5 जनवरी के बाद किया जा सकता है. तब तय हुआ कि राज्यों में चुनावी तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं।

IND Vs SA: 89 वर्षों में भारतीय क्रिकेट का सबसे महान क्षण, कोहली ब्रिगेड द्वारा 2021

सेंचुरियन: टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका के दौरे पर शानदार शुरुआत की है. पहले टेस्ट (भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका) में टीम ने मेजबान दक्षिण अफ्रीका को 113 रन से हरा दिया। 305 के लक्ष्य का पीछा करने उतरी अफ्रीकी टीम गुरुवार को मैच के पांचवें और अंतिम दिन 191 रन पर सिमट गई। इस तरह भारतीय टीम तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से आगे हो गई। इस बार टीम के पास साउथ अफ्रीका में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने का मौका है। बतौर कोच राहुल द्रविड़ का यह पहला विदेश दौरा है। इस स्थिति में वे इतिहास भी लिखना चाहते हैं।

टीम इंडिया ने इस साल साउथ अफ्रीका के अलावा ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में टेस्ट मैच जीते हैं। टीम ने यह उपलब्धि दूसरी बार हासिल की है। इससे पहले 2018 में भी टीम ने ऐसा ही किया था। टीम ने तब से ऑस्ट्रेलिया में दो टेस्ट जीते हैं। दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड ने एक-एक टेस्ट जीता है। 2021 की बात करें तो टीम ने ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में एक-एक टेस्ट जीता है। टीम ने इंग्लैंड में 2 टेस्ट जीते। लेकिन 2021 इस मायने में पहली बार है कि टीम ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतने में सफल रही है। वहीं, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका आगे हैं। 2018 में, टीम दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में श्रृंखला हार गई। इसलिए 2021 की जीत को 89 साल के भारतीय क्रिकेट इतिहास का सबसे गौरवशाली पल कहा जा सकता है।

ब्रिस्बेन से शुरू होकर सेंचुरियन में खत्म

टीम ने जनवरी में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट जीता था। टीम ने ब्रिस्बेन में 3 विकेट से मैच जीत लिया। भारत ने पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के 369 रनों के जवाब में 336 रन बनाए। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया 294 रन पर आउट हो गई। इस तरह भारत को 326 रन का लक्ष्य मिला। टीम ने ऋषभ पंत के नाबाद 69 रन के दम पर 6 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया. इसके बाद टीम ने अगस्त में लॉर्ड्स में इंग्लैंड को 151 रनों से और सितंबर में ओवल में 156 रनों से हराया। अब टीम दक्षिण अफ्रीका से 30 दिसंबर को सेंचुरियन में हार गई है।

कोहली 2 टेस्ट जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान हैं

नतीजतन, विराट कोहली दक्षिण अफ्रीका में दो टेस्ट जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान बन गए। उन्होंने पूर्व कप्तान एमएस धोनी और मौजूदा कोच राहुल द्रविड़ दोनों को पीछे छोड़ दिया है। दोनों ने बतौर कप्तान एक-एक टेस्ट जीता है। कोहली की 4 टेस्ट में यह दूसरी जीत है। धोनी ने पांच में से एक टेस्ट जीता है और द्रविड़ ने तीन में से एक टेस्ट जीता है. इसके अलावा, मोहम्मद अजहरुद्दीन, सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली दक्षिण अफ्रीका में कप्तान के रूप में एक टेस्ट मैच नहीं जीत सके। पहले टेस्ट की बात करें तो तेज गेंदबाजों ने 20 में से 18 विकेट लिए। इसका मतलब है कि उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है। टीम ने साल का अंत जीत के साथ किया।

IND vs SA 1st टेस्ट :दक्षिण अफ्रीका में टीम इंडिया की ऐतिहासिक जीत

IND vs SA 1st टेस्ट :दक्षिण अफ्रीका में टीम इंडिया की ऐतिहासिक जीत

नई दिल्ली: भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहला टेस्ट जीता यह मैच सेंचुरियन टेस्ट में खेला गया था। मैच के आखिरी दिन जसप्रीत बुमराह ने दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर को आउट किया और भारतीय प्रशंसकों में खुशी की लहर दौड़ गई। दक्षिण अफ्रीका को 130 रन पर पांचवां धक्का लगा। फिर उन्होंने अंतराल पर बार-बार विकेट गंवाए। लंच ब्रेक के फौरन बाद मेजबान टीम 191 रन पर आउट हो गई। भारत ने मेजबान टीम को जीत के लिए 305 रन का लक्ष्य दिया। 2014 के बाद पहली बार दक्षिण अफ्रीकी टीम सेंचुरियन में हारी है। भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांचवें दिन (IND vs SA फर्स्ट टेस्ट हाइलाइट्स) 6 विकेट लिए।

मैच के पांचवें दिन दक्षिण अफ्रीका ने 4 विकेट पर 94 रन बनाकर खेलना शुरू किया। मेजबान कप्तान डीन एल्गर और टेम्बा बावुमा ने अफ्रीकी पारी की अगुवाई 130 रन से की। वे दोनों अपने आत्मविश्वास से निपटते हैं क्योंकि वे अपनी खेल गतिविधियों को शुरू करना चुनते हैं। लेकिन जसप्रीत बुमराह ने एल्गर के आगे एलगर को भारतीय कप्तान के माथे पर लाकर खड़ा कर दिया. एल्गर ने 6 रन बनाए।

डेक भी पवेलियन लौटे
कप्तान एल्गर के आउट होने के बाद टेम्बा बावुमा और क्विंटन डी कॉक ने नेतृत्व किया। लेकिन ये जोड़ी ज्यादा देर तक क्रीज पर टिक नहीं पाई. घरेलू टीम ने जब 181 रन बनाए तो मोहम्मद सिराज को डी कॉक ने बोल्ड किया।

मुलडर भी चला गया
भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर वियान मुलडर को भी सस्ता कर दिया है। मुल्डर को मोहम्मद शमी ने ऋषभ पंत की गेंद पर कैच कराया। वह सिर्फ एक रन बना सके। खबर लिखे जाने तक बाबुमा के साथ मार्को जानसेन क्रीज पर थे।

पहले सत्र में गिरे 3 विकेट
मैच के पांचवें दिन का पहला सेशन भारत के नाम रहा. उन्होंने इस टूर्नामेंट में दक्षिण अफ्रीका के लिए 3 विकेट लिए थे। लंच ब्रेक के दौरान दक्षिण अफ्रीका ने 6 विकेट पर 162 रन बनाए। मेजबान टीम अब जीत से 123 दूर है और भारत को 3 विकेट की दरकार है।

लंच ब्रेक के बाद भी मिली सफलता
लंच ब्रेक के बाद भारत ने दक्षिण अफ्रीका को एक और धक्का दिया। मोहम्मद शमी ने मार्को जेन्सेन को ऋषभ पंत के हाथों कैच कराया।

ओमाइक्रोन संकट: आठ राज्यों में दोगुनी हुई कोरोना संक्रमितों की संख्या, संबंधित सरकार ने पत्र में लिखा

अश्विन ने दिया आखिरी धक्का
रविचंद्रन अश्विन ने दक्षिण अफ्रीका के आखिरी दो विकेट लेकर भारत की जीत सुनिश्चित की. उन्होंने सबसे पहले कगिसो रबाडा को मोहम्मद शमीर के हाथों कैच कराया। इसके बाद लुंगी एनगिडियो को पुजारा ने शॉर्ट लेग में लपका।

ओमाइक्रोन संकट: आठ राज्यों में दोगुनी हुई कोरोना संक्रमितों की संख्या, संबंधित सरकार ने पत्र में लिखा

नई दिल्ली: भारत में सरकार कोरोनावायरस के नए रूप ओमाइक्रोन को लेकर चिंतित है। स्थिति को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 6 राज्यों को पत्र भेजे हैं। इनमें दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, तमिलनाडु और झारखंड शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि देश में ओमाइक्रोन वेरियंट से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 961 हो गई है। कोरोना के इस नए रूप से दिल्ली सबसे ज्यादा प्रभावित है।

आंकड़े बताते हैं कि भारत के कम से कम 6 राज्यों के कुछ शहरों में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या दोगुनी हो रही है. इनमें हरियाणा, दिल्ली, गुजरात, झारखंड, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और महाराष्ट्र शामिल हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली में ओमाइक्रोन के सबसे अधिक 263 मामले हैं, इसके बाद महाराष्ट्र में 252, गुजरात में 97, राजस्थान में 69, केरल में 65 और तेलंगाना में 62 मामले हैं।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को कहा कि नोवेल कोरोनावायरस ‘ओमाइक्रोन’ की घटना धीरे-धीरे सामुदायिक स्तर पर फैल रही है और राष्ट्रीय राजधानी में जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए 46 प्रतिशत नमूनों में ‘ओमाइक्रोन’ की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीएआरपी) के तहत कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं और अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने का निर्णय दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) द्वारा लिया जाएगा।

15-21 दिसंबर के बीच शहर का मामला 22-28 दिसंबर के बीच का मामला
गुरुग्राम 194738
दिल्ली 597 (16-22 दिसंबर) 1789 (23-29 दिसंबर)
अहमदाबाद 207 635
राजकोट 83 175
सूरत 97 247
रांची 76 249
चेन्नई 1039 1720
कलकत्ता 1494 2636
बैंगलोर 1445 1902
ठाणे 913 2033
पुणे 1554 2076
मुंबई 2044 6787
521 1670 मुंबई के उपनगरों में
नागपुर 58 178

जैन ने कहा, ‘कोविड-19 के 200 मरीज दिल्ली के अस्पताल में भर्ती हैं. जीनोम अनुक्रमण पर हाल की एक रिपोर्ट में, 46 प्रतिशत नमूनों में ओमाइक्रोन की पुष्टि की गई थी। इसमें वे लोग शामिल हैं जिन्होंने हाल ही में यात्रा नहीं की है। इसका मतलब है कि ‘ओमाइक्रोन’ रूप अब दिल्ली के अंदर आ गया है। “इसका मतलब है कि यह धीरे-धीरे सामुदायिक स्तर पर फैल रहा है,” मंत्री ने कहा।

नए साल में बढ़ेगा टैक्स का बोझ : 1 जनवरी से कपड़े और फुटवेयर खरीदना होगा महंगा

नए साल में बढ़ेगा टैक्स का बोझ : 1 जनवरी से कपड़े और फुटवेयर खरीदना होगा महंगा

नई दिल्ली : नया साल यानी जनवरी 2022 से देश में कुछ बदलाव होने वाले हैं। इन बदलावों से आम लोगों से लेकर कारोबारी तक प्रभावित होंगे। 1 जनवरी 2022 से कई चीजों पर टैक्स बढ़ रहा है। इसमें कपड़े व जूते चप्पल खरीदने से लेकर ऑनलाइन कैब बुक करना आपको महंगा पड़ने वाला है।

कपड़े और फुटवेयर खरीदना महंगा होगा
1 जनवरी से कपड़े और फुटवेयर पर 12% जीएसटी लगेगा। भारत सरकार ने कपड़ा, रेडीमेड और फुटवेयर पर 7% जीएसटी बढ़ा दी है। 1 जनवरी से रेडीमेड गारमेंट्स पर जीएसटी की दर 5% से बढ़कर 12% हो जाएगी। इससे रेडीमेड गारमेंट्स की कीमतें बढ़ेंगी। ऐसे में नए साल से रेडीमेट गारमेंट्स खरीदने के लिए ग्राहकों को अधिक पैसे चुकाने पड़ जाएंगे।

ऑटो रिक्शा या कैब बुक करना पड़ेगा महंगा
इसके अलावा ऑनलाइन तरीके से ऑटो रिक्शा या कैब बुकिंग पर 5% जीएसटी लगेगा। यानी ओला, उबर जैसे ऐप बेस्ड कैब सर्विस प्रोवाइडर प्लेटफॉर्म से ऑटो रिक्शा बुक करना अब महंगा हो जाएगा। हालांकि ऑफलाइन तरीके से ऑटो रिक्शा के किराए में कोई बदलाव नहीं होगा। उसे टैक्स से बाहर रखा गया है।

ऑनलाइन फूडिंग भी पड़ेगी महंगी
नए साल से फूड डिलीवरी ऐप्स जैसे जोमैटो और स्विगी पर भी 5% जीएसटी लगेगा। हालांकि, यूजर्स पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है क्योंकि यह पहले ही क्लियर किया जा चुका है कि सरकार यह टैक्स ग्राहकों से नहीं, बल्कि ऐप कंपनियों से वसूलेगी। लेकिन ऐसा देखा जाता है कि अगर सरकार की ओर से किसी कंपनी पर कोई टैक्स लगाया जाता है तो ऐप कंपनियां किसी ना किसी तरीके से उसे ग्राहकों से ही वसूलती हैं। ऐसे में नया साल में ऑनलाइन फूड ऑर्डर करना महंगा हो सकता है।

टैक्स चोरी रोकने के लिए उठाए कदम
टैक्स चोरी रोकने के लिए नए साल में कुछ और कदम उठाए जाएंगे। इनमें जीएसटी रिफंड पाने के लिए आधार वैरिफिकेशन अनिवार्य करना, जिन व्यवसायों ने टैक्स अदा नहीं किए हैं उनकी जीएसटीआर-1 फाइलिंग सुविधा पर रोक लगाना आदि शामिल है।

कोरोना ब्लास्ट : न्यू ईयर के जश्न पर रोक, धारा 144 भी लागू

कोरोना ब्लास्ट : न्यू ईयर के जश्न पर रोक, धारा 144 भी लागू

मुंबई : एक दिन में ढाई हजार से ज्यादा संक्रमित मिलने के बाद मुंबई में नए साल के जश्न पर रोक लगा दी गई है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने नए साल के जश्न के दौरान संक्रमण के खतरे को देखते हुए पूरे शहर में 7 जनवरी तक धारा 144 लगा दी है। अब एक साथ 5 से ज्यादा लोगों के एक जगह मौजूद होने पर रोक रहेगी। इसी के साथ शहर के सभी होटल्स, बार, क्लब, पब और रेस्टोरेंट में होने वाली नए साल की पार्टीज और सेलिब्रेशन पर भी रोक लगा दी गई है।

महाराष्ट्र में नए साल के जश्न पर कई पाबंदियां
नए साला के जश्न को देखते हुए राज्य सरकार ने नई पाबंदियां भी लगा दी है। यह पाबंदी 31 दिसंबर और 1 जनवरी को लागू रहेगी।
नए साल के जश्न को लेकर कार्यक्रम आयोजित करने पर पाबंदी।
आतिशबाजी पर रोक।
नए साल पर सड़कों पर भीड़ जुटने पर रोक।
समुद्र तट, गार्डन, सड़कों पर भीड़भाड़ ना हो।
गेट-वे आफ इंडिया, मरीन ड्राइव, गिरगांव चौपाटी, जुहू चौपाटी परी भीड़ ना हो।
60 वर्ष से ज्यादा उम्र के और 10 वर्ष से कम उम्र के लोग 31 दिसंबर की रात घरों से बाहर ना निकलें।
ओपन ग्राउंड में होने वाले कार्यक्रमों में 25% क्षमता तक इजाजत।
हॉल या बंद सभागृह में 50% क्षमता तक ही मंजूरी।

नोरा फतेही भी कोरोना संक्रमित,शूटिंग पर ओमिक्रॉन का असर

नोरा फतेही भी कोरोना संक्रमित,शूटिंग पर ओमिक्रॉन का असर

मुंबई : इंडस्ट्री में एक के बाद बॉलीवुड स्टार्स के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर सामने आ रही हैं। कल ही अर्जुन कपूर को कोरोना होने की खबर आई थी। अब ‘दिलबर गर्ल’ नोरा फतेही भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। नोरा को होम क्वारंटीन हैं। नोरा ने खुद भी सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर अपने कोरोना संक्रमित होने की खबर को कंफर्म किया है। नोरा के स्पोक्सपर्सन की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि वे 28 दिसंबर को कोविड पॉजिटिव पाई गई थीं।नोरा ने लिखा, दोस्तों, दुर्भाग्य से मैं इस वक्त कोरोना से लड़ रही हूं। इसने सच में मुझे बहुत प्रभावित किया है। फिलहाल डॉक्टर्स की देख रेख में हूं। कृप्या आप सभी सुरक्षित रहें, मास्क पहनें, यह किसी को भी हो सकता है। जीवन से ज्यादा जरूरी कुछ भी नहीं है।

बॉलीवुड में कोरोना की तीसरी लहर
सबसे पहले करीना और अमृता अरोड़ा की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद उनके संपर्क में आए सभी लोगों का कोविड टेस्ट कराया गया था और कई स्टार्स की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। कपूर फैमिली में अर्जुन कपूर सहित अंशुला कपूर, रिया कपूर की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी।

शूटिंग पर ओमिक्रॉन का असर
ओमिक्रॉन केस की सबसे ज्यादा संख्या महाराष्ट्र में है। मुंबई में ओमिक्रॉन और कोरोना के बढ़ते केस का असर शूटिंग पर पड़ने लगा है। कोरोना के मामलों को देखते हुए नाइट कर्फ्यू का घोषित हो चुका है। फिल्मों की रिलीज भी टाल दी गई है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है – सरकार प्रतिबंध लगाए’

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है – सरकार प्रतिबंध लगाए’

डिजिटल डेस्क : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि देश सिर्फ विदेश से आने वाले लोगों की वजह से है, एमिक्रॉन के मामले बढ़ रहे हैं. केंद्र सरकार को विदेशी उड़ानों पर रोक लगानी चाहिए. यह बात मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गंगासागर के दो दिवसीय दौरे के बाद कोलकाता लौटते समय पत्रकारों से बात करते हुए कही। पश्चिम बंगाल में कोरोना के बढ़ते मामले के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव भारत भूषण ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया है.

आपको बता दें, पिछले कुछ महीनों में 24 घंटे में जीने वाले पीड़ितों की संख्या 400 से 500 के बीच रही है, लेकिन अचानक यह एक हजार से अधिक हो गई है। बुधवार को प्रकाशित स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार सक्रिय रोगियों की संख्या में भी कमी आ रही थी, लेकिन 24 घंटे में सक्रिय रोगियों की संख्या बढ़कर लगभग साढ़े तीन सौ हो गई है।

केंद्र सरकार विदेशी उड़ानों पर लगाए प्रतिबंध

राज्य सरकार से एयरलाइंस पर कई प्रतिबंध लगाने की उम्मीद है। यही ममता बनर्जी ने संकेत दिया है। ममता बनर्जी ने दावा किया है कि विदेश से हवाई यात्रा बढ़ रही है. “मैं व्यक्तिगत रूप से यूके से प्यार करता हूं, लेकिन मैं यूके में आने वाले अधिक ओमाइक्रोन कैरियर्स की प्रतीक्षा कर रहा हूं,” उन्होंने कहा। ओमाइक्रोन बहुत तेजी से फैल रहा है। जैसे-जैसे बढ़ता है। इसीलिए यह बढ़ रहा है। जो लोग आ रहे हैं उनके लिए एंटीजन का परीक्षण किया जा सकता है, लेकिन त्वरित परीक्षण के परिणाम आने में लंबा समय लगता है। हम किसी को परेशान नहीं करना चाहते हैं, लेकिन हमें इसे अरबों लोगों को ध्यान में रखकर करना है। हमें आरटीपीसीआर पर ध्यान देने की जरूरत है।”

सरकार कोरोना स्थिति की समीक्षा कर रही है

क्रिसमस से नए साल तक रात के कर्फ्यू में राज्य सरकार द्वारा दी गई छूट को वापस लेने की संभावना के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि स्थिति की समीक्षा की जा रही है। लोगों से कहा जा रहा है कि जब भी वे घर से बाहर निकलें तो मास्क पहनें और शारीरिक दूरी का पालन करें। ममता बनर्जी का कहना है कि उनकी सरकार तेजी से बढ़ रही महामारी की स्थिति के महत्व की समीक्षा कर रही है। बनर्जी ने संकेत दिया कि अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए जल्द ही नए प्रतिबंधों पर फैसला किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि लोकल ट्रेनों की आवाजाही को रोकने या कम करने के लिए जल्द ही फैसला लिया जाएगा.

कालीचरण के खिलाफ देशद्रोह का मामला, छत्तीसगढ़ में भाजपा-कांग्रेस में तीखी सियासत

फिलहाल लॉकडाउन नहीं होगा, समीक्षा की जा रही है

ममता बनर्जी ने कहा, “हम राज्य के सभी हिस्सों में लॉकडाउन नहीं लगा सकते क्योंकि यह अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकता है क्योंकि यह महामारी की शुरुआत से ही रहा है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “हम लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जल्द ही कोई फैसला लेंगे. राज्य सरकार उन क्षेत्रों को लक्षित कर रही है जहां मामले बढ़ रहे हैं। पिछले दो वर्षों में प्रतिबंधों के कारण अर्थव्यवस्था को बहुत नुकसान हुआ है, इसलिए हर जगह प्रतिबंध नहीं लगाए जा सकते। साथ ही, राज्य में बढ़ती महामारी के मद्देनजर, ममता बनर्जी ने शैक्षणिक संस्थानों के उद्घाटन की समीक्षा करने से एक दिन पहले अपने बयान में स्पष्ट किया, “मैंने कभी नहीं कहा कि स्कूल कॉलेज बंद कर देंगे। वर्तमान में कोई भी शैक्षणिक संस्थान बंद नहीं होगा, केवल स्थिति की समीक्षा की जाएगी।