Monday, June 30, 2025
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2 जनवरी 2022 का राशिफल: जानिए कैसा रहेगा आपका दिन, क्या कहती है राशि

वैदिक ज्योतिष में ग्रहों की चाल का विशेष महत्व है। ग्रहों और सितारों की चाल सभी 12 राशियों को प्रभावित करती है। ग्रहों की चाल कुछ राशियों के लिए तो कुछ के लिए कुछ समस्याएँ पैदा करती है। 27 दिसंबर 2021 से 2 जनवरी 2022 तक ग्रहों की चाल के कारण कुछ राशियों को सतर्क रहना होगा। आइए जानें कि नए साल की शुरुआत में कौन सी राशि आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकती है।

मेष (Aries) : आज का दिन अच्छा रहेगा। व्यापार में आर्थिक लाभ होगा। धन कमाने के अवसर प्राप्त होंगे। आप जो कुछ भी करेंगे, आप ठीक ही होंगे। मित्रों का पूरा सहयोग मिलेगा। उम्मीदवारों को अपेक्षित परिणाम प्राप्त होंगे। परिवार के सदस्यों के साथ समय बिताएं। आप कहीं भी जा सकते हैं। बिजनेस ट्रिप पर भी जा सकते हैं, यात्रा फायदेमंद रहेगी। किसी भी कारण से अतिरिक्त लागत की आवश्यकता हो सकती है।

वृष राशिफल :- आज का दिन अच्छा रहेगा। कानूनी कार्यों में आपको सफलता मिल सकती है। कोई नया प्रोजेक्ट लागू कर सकते हैं। परिवार में खुशियों का माहौल रहेगा। सहजता और सरलता से आगे बढ़ें। प्रतिकूल मौसम को हल्के में न लें। स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें। परिवार के बड़ों के साथ खुशियां बढ़ेंगी। भावनात्मक उथल-पुथल का अनुभव हो सकता है।

मिथुन राशिफल: आज का दिन अच्छा रहेगा। व्यापार में लाभ होगा। सारे काम आसानी से हो जाएंगे, जिससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। संयुक्त प्रयासों में अधिक सफलता के संकेत हैं। मान-सम्मान में वृद्धि से आप बहुत प्रसन्न रहेंगे। मानसिक रूप से आप काफी हल्का महसूस करेंगे। घर में खुशी का माहौल रहेगा। दिन व्यावसायिक कार्यों में रुचि बढ़ाएगा। जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद दूर होंगे।

कर्क राशिफल :- आज का दिन सामान्य रहेगा। कार्यक्षेत्र में आप कड़ी मेहनत करेंगे, जिसका लाभ आपको बाद में मिलेगा। मेहनत और लगन से आगे बढ़ते रहें। परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। खान-पान पर ध्यान देने के अलावा अपने आस-पास साफ-सफाई पर भी ध्यान दें, अनावश्यक खर्चों से बचें। वाणी पर संयम रखें और सोच समझकर बोलें अन्यथा व्यर्थ के विवाद में फंस सकते हैं।

सिंह :- आज आपको बहुत अच्छा लगेगा। मानसिक रूप से प्रसन्नता का अनुभव होगा। नई जगहों पर जाएं। दोस्तों को उत्साहित रखें। मुकाबले में आगे रहेंगे। आपकी सोच में फंतासी हो सकती है, इसे रचनात्मक कार्यों में इस्तेमाल करना बेहतर है। नया काम शुरू न करें, बेहतर समय की प्रतीक्षा करें। धार्मिक यात्राओं पर जा सकते हैं।

कन्या :- आज का दिन अच्छा रहेगा। घर में अवसरों में वृद्धि होगी। मनचाही चीज मिलने की संभावना है। शुभ कार्यों में रुचि रहेगी। परिवार के सदस्यों के साथ अच्छा समय बीतेगा। व्यापारिक संबंध मजबूत होंगे। अगर आप अपने लिए कुछ खास करना चाहते हैं तो यह सही समय है। आप अपने आसपास के लोगों पर गुस्सा कर सकते हैं। क्रोध पर नियंत्रण रखें और खर्च पर नियंत्रण रखें। यात्रा करने से बचें।

कपास :- आज का दिन अच्छा रहेगा। आप आर्थिक रूप से ठीक रहेंगे। दोस्तों से मिलो। औद्योगिक कौशल को मजबूत किया जाएगा। किसी धार्मिक समारोह में भाग लें, जिससे घर में खुशियां आएंगी। नया काम शुरू करने के लिए यह अच्छा समय है। कोई शुभ समाचार मिल सकता है। आप मानसिक रूप से काफी मजबूत महसूस करेंगे। काम पर अधिक समय बिताने के बारे में सोचें। आलस्य से बचें।

वृश्चिक :- आज का दिन कुछ सकारात्मक बदलाव ला सकता है। ख़र्चों में अचानक बढ़ोतरी से आप तनाव महसूस करेंगे, अनावश्यक ख़र्चों पर नियंत्रण रखें। आप अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाएंगे। समाज में मान-सम्मान और मान-सम्मान मिलेगा। परिवार के साथ समय बिताना। परिवार के सदस्यों के साथ बाहर जा सकते हैं। काम में व्यस्तता रहेगी। खान-पान का ध्यान रखें, सेहत खराब रह सकती है।

धनु :- आज का दिन अच्छा रहेगा। आप अपने लक्ष्यों, नौकरी में पदोन्नति और व्यावसायिक लाभ को प्राप्त करने में सफल होंगे। आप अपने ज्ञान और बुद्धि से दूसरों को प्रभावित करेंगे। सफलता और सहयोग के अच्छे संकेत हैं। नया प्रयास सभी को आकर्षित करेगा। अनुशासन का ध्यान रखें। सेहत का ध्यान रखें और बाहर के खाने से बचें।

मकर :- आज का दिन मिलाजुला रहेगा। आप बहुत प्रसन्न रहेंगे और वैभव और शिष्टता पर जोर रहेगा। खर्च और निवेश में वृद्धि जारी रहेगी। लोग इसकी सराहना करेंगे। यात्रा करते समय सावधान रहें। अजनबियों से सावधान रहें। दोस्तों से मिलें और उनके साथ समय बिताएं। बिना वजह किसी से वाद-विवाद करने से बचें, बेवजह तकरार हो सकता है। धार्मिक कार्यों के प्रति रुझान रहेगा।

कुम्भ राशिफल: आज का दिन अच्छा नहीं रहेगा. गुस्से पर काबू रखें, नहीं तो परिवार वालों से अनबन हो सकती है। कड़वी बातों को नजरअंदाज करने की कोशिश करें। कड़ी मेहनत और लगन से आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल होंगे। सहकर्मियों और वरिष्ठों का सहयोग प्राप्त करें। कार्यक्षेत्र में आपको थोड़ा सावधान रहना होगा। किसी धार्मिक स्थान पर जाकर किसी जरूरतमंद को दान करें, मन की शांति मिलेगी।

मीन राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। अपने परिवार को लेकर चिंतित रहें। अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें। आर्थिक प्रयास अच्छे रहेंगे। जीवनशैली से जुड़ी चीजों के प्रति रुझान बढ़ेगा। घर में सुख और सौंदर्य में वृद्धि होगी। प्रमोशन के योग बन रहे हैं, किसी पुराने मित्र से मुलाकात हो सकती है। वहीं दूसरी ओर यदि किसी काम में रुकावट आ रही है तो धैर्य से काम खत्म करने का प्रयास करें।

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कब है नए साल की पहली विनायक चतुर्थी? नोट करें तिथि एवं पूजा मुहूर्त

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, किसी भी माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी ति​थि को विनायक चतुर्थी व्रत होता है. इस समय पौष माह (Paush Month) का कृष्ण पक्ष चल रहा है, इसके शुक्ल पक्ष का प्रारंभ 03 जनवरी से होगा. ऐसे में नए साल 2022 की पहली विनायक चतुर्थी भी जल्द आने वाली है. पौष माह की विनायक चतुर्थी को वरद चतुर्थी (Varad Chaturthi) भी कहते हैं. विनायक चतुर्थी के दिन विघ्नहर्ता श्री गणेश जी (Lord Ganesha) की विधि विधान से पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है. विनायक चतुर्थी के दिन भूलवश भी चंद्रमा का दर्शन नहीं किया जाता है. यदि इस रोज आप चंद्रमा का दर्शन करते हैं, तो आप पर मिथ्या कलंक लग सकता है. द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण पर सम्यन्तक मणि चुराने का आरोप लगा था. आइए जानते हैं कि नए साल की पहली विनायक चतुर्थी व्रत कब है, पूजा मुहूर्त एवं चंद्रमा के उदय का समय क्या है?

विनायक चतुर्थी 2022 तिथि एवं पूजा मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, पौष माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 05 जनवरी को दोपहर 02 बजकर 34 मिनट पर हो रहा है. इसका समापन देर रात 12 बजकर 29 मिनट पर हो रहा है. ऐसे में विनायक चतुर्थी व्रत उदयातिथि की मान्यतानुसार 06 जनवरी को रखा जाएगा क्योंकि 05 जनवरी को दोपहर से चतुर्थी शुरु हो रही है और रात 12 बजे के बाद 06 जनवरी में समाप्त हो रही है. व्रत, स्नान आदि के लिए उदयातिथि मान्य होती है, इसलिए विनायक चतुर्थी व्रत 06 जनवरी दिन गुरुवार को रखा जाएगा.

विनायक चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा दोपहर के समय में होती है. 06 जनवरी को गणेश पूजा के लिए आपको 01 घंटा 04 मिनट का समय प्राप्त होगा. विनायक चतुर्थी पूजा का मुहूर्त दिन में 11 बजकर 25 मिनट से दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक है.विनायक चतुर्थी का व्रत करने और व्रत कथा का श्रवण करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं. गणेश जी की कृपा से सभी कार्य सफल होते हैं. जीवन में सुख, समृद्धि के सा​थ सौभाग्य एवं शुभता में भी वृद्धि होती है.

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Amavasya 2022: साल की पहली आमवस्या, पितृ दोष से मुक्ति का अवसर

पंचांग के अनुसार हर माह के कृष्ण पक्ष की 15वीं तिथि को अमावस्या होती है. नए साल 2022 (New Year 2022) की पहली अमावस्या (First Amavasya Of New Year 2022) 02 जनवरी दिन रविवार को है. यह पौष अमावस्या (Paush Amavasya) है. अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान का बड़ा ही महत्व होता है. पौष अमावस्या के दिन पितरों की आत्म तृप्ति के लिए उपाय कर सकते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पितृ दोष से मुक्ति के लिए अमावस्या तिथि बहुत ही उत्तम मानी जाती है. इस बार की अमावस्या को सर्वार्थ सिद्धि योग भी बना हुआ है. आइए जानते हैं कि पौष अमावस्या के दिन पितरों को खुश करने और पितृ दोष से मुक्ति के लिए क्या किया जा सकता है.

अमावस्या 2022 तिथि एवं स्नान दान
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, पौष अमावस्या तिथि का प्रारंभ 02 जनवरी दिन रविवार को तड़के 03:41 बजे हो रहा है और इसका समापन उसी रात 12:02 बजे हो रहा है. ऐसे में आपको अमावस्या का स्नान और दान 02 जनवरी को करना चाहिए. अमावस्या को सर्वार्थ सिद्धि योग प्रात: 07:14 बजे मिनट से लेकर शाम 04:23 बजे तक है.

अमास्या के दिन नदी स्नान संभव नहीं है तो आप अपने घर पर ही स्नान कर लें. फिर साफ वस्त्र पहनकर सूर्य को जल अर्पित करें. उसके बाद गरीब, ब्राह्मण, जरूरतमंद आदि को अन्न, गरम कपड़े, उसके आवश्यकता की वस्तुएं आदि दान कर सकते हैं. अमावस्या को दान करने से पुण्य लाभ होता है.

अमावस्या पर पितृ दोष से मुक्ति उपाय
1. अमावस्या के दिन स्नान के बाद पितरों को काले तिल और जल अर्पित करें. फिर उनको स्मरण करते हुए सुख और शांतिपूर्ण जीवन का आशीष मांगे.

2. जिन लोगों को पितृ दोष होता है, उनको अमावस्या के दिन पितरों के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध कर्म करना चाहिए. ऐसा करने से पितर प्रसन्न होते हैं, उनकी आत्माएं तृप्त होती हैं, जिससे आपको वे आशीर्वाद देते हैं.

3. अमावस्या के दिन कौआ, कुत्ता, गाय आदि को भोजन का एक हिस्सा निकालकर खिलाना चाहिए. धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से वह भोजन पितरों को प्राप्त होता है. ऐसा करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है.

4. अमावस्या के दिन आपको गरीबों, जरूरतमंद लोगों और ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिए. इससे भी पितर प्रसन्न होते हैं.

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5. यदि इनमें से कुछ भी करना आपके लिए संभव नहीं है तो आप अपने वचन से भी पितरों को प्रसन्न कर तृप्त कर सकते हैं. स्नान के बाद पितरों को स्मरण करें और उनको ध्यान में रखकर कहें कि हे पितृ गण! मैं अपने वचनों से आप सभी को तृप्त करता हूं, आप सब इससे तृप्त हो जाएं और परिवार की सुख शांति का आशीष दें.

2022 में इन राशियों के पक्ष में हैं ग्रहों की स्थितियां, करियर में हो सकती है अच्छी ग्रोथ

न्यू ईयर पर तीन ग्रह राहु, बृहस्पति और शनि राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं. 12 अप्रैल 2022 को राहु मेष राशि में गोचर करेगा और 12 अप्रैल 2022 को ही बृहस्पति मीन राशि में गोचर करेंगे और 29 अप्रैल 2022 को शनि मकर राशि से निकलकर कुंभ में गोचर करेंगे. ग्रहों का राशि परिवर्तन 4 ​राशियों के लिए शुभ माना जा रहा है.

मेष राशि: करियर के लिहाज से मेष राशि के लिए आने वाला साल काफी लकी साबित हो सकता है. इस राशि के लोगों को अच्छी ग्रोथ मिलेगी. जो लोग नौकरी बदलना चाह रहे हैं, उन्हें भी बेहतर विकल्प मिलेंगे. बस सावधानी से उनका चयन करें. सैलरी में ग्रोथ होने से आर्थिक हालात भी बेहतर होंगे. व्यापारी वर्ग को भी खासा मुनाफा आने वाले साल में हो सकता है. बेहतर होगा खर्चों पर नियंत्रण करके पैसों की बचत करें और इसे सही जगह पर निवेश के लिए लगाएं.

वृषभ राशि: नया साल भाग्य वृद्धि, वेतन वृद्धि और पदोन्नति की खुशखबरी लेकर आ सकता है. खूब मेहनत और ईमानदारी के साथ अपना काम जारी रखें. व्यापारियों के लिए भी नया साल लाभ प्रदान करने वाला साबित होगा. नौकरी के कई सारे विकल्प आपके सामने आ सकते हैं. वर्कप्लेस पर आपके काम की काफी तारीफ होगी. दफ्तर के साथियों और बॉस का पूरा सहयोग मिलेगा. थोड़ा प्रयास करें तो काफी अच्छी नौकरी भी प्राप्त कर सकते हैं.

मिथुन राशि: मिथुन राशि के लोगों के लिए भी आने वाला साल काफी अच्छा साबित होगा. इस साल आपको धन अर्जित करने के लिए कई स्रोत एक साथ प्राप्त हो सकते हैं. आपको अपने बुद्धि कौशल से इस स्थिति का लाभ लेना होगा. जितनी मेहनत करेंगे, उसका पूरा फल आपको प्राप्त होगा. इस ​तरह देखा जाए तो स्वयं का भाग्य लिखने का मौका आपको मिलेगा. अगर आप कोई प्रॉपर्टी खरीदना चाहते हैं, तो ये समय इसके लिए काफी उपर्युक्त है.

कर्क राशि: कर्क राशि वाले अगर नौकरी की तलाश कर रहे हैं, तो उनकी ये तलाश नए साल में पूरी हो सकती है. ऐसे में उन्हें बेहतर विकल्प मिलेगा. वर्कप्लेस पर ग्रोथ की उम्मीद है. जो लोग सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए भी आना वाला साल खुशखबरी लेकर आ सकता है.

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आज का पर्व-त्यौहार और शुभ योग,जानने के लिए देखिए आज का पंचांग

सुप्रभात 2 जनवरी 2022 का पंचांग तिथि हिंदी: ज्योतिष शास्त्र में पंचांग का बहुत महत्व है । पंचांग ज्योतिष के पांच अंगों का मेल है। जिसमें तिथि,वार, करण,योग और नक्षत्र का जिक्र होता है। इसकी मदद से हम दिन के हर बेला के शुभ और अशुभ समय का पता लगाते हैं। उसके आधार पर अपने खास कर्मों को इंगित करते हैं। आज 2 जनवरी रविवार (Sunday) का दिन है। पौष (Paush) की कृष्ण पक्ष अमावस्या 12:02 AM, 03 जनवरी तक है। सूर्य धनु राशि पर योग-वृद्धि, करण- चतुष्पद और नाग पौष मास है, आज का दिन बहुत ही शुभ फलदायक है। देखिए आज का पंचांग…

आज 2 जनवरी का पंचांग हिन्दू मास एवं वर्ष शक सम्वत- 1943 प्लव विक्रम सम्वत- 2078 आज की तिथि तिथि-अमावस्या 12:02 AM, 03 जनवरी तक आज का नक्षत्र-मूल 04:23 PM तक उसके बाद पूर्वाषाढा आज का करण- चतुष्पद और नाग आज का पक्ष- कृष्ण पक्ष आज का योग-वृद्धि आज का वार-रविवार आज सूर्योदय- सूर्यास्त का समय (Sun Time) सूर्योदय-7:12 AM सूर्यास्त-5:48 PM आज चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय ( Moon Time) चन्द्रोदय-6:34 AM चन्द्रास्त-5:25 PM सूर्य -सूर्य धनु राशि पर है आज चन्द्रमा की राशि (Moon Sign) चन्द्रमा- चन्द्रमा धनु राशि पर संचार करेगा। दिन -रविवार माह- पौष व्रत- हनुमान जयंती, पौष अमावस्या

आज का शुभ मुहूर्त (Today Auspicious Time) अभिजीत मुहूर्त-11:41 AM से 12:23 PM अमृत काल- 11:31 AM से 12:55 PM ब्रह्म मुहूर्त – 04:57 AM से 05:50 AM आज का शुभ योग (Aaj Ka Shubh Yoga) सर्वार्थ सिद्धि योग- 06:44 AM से 04:23 PM रवि पुष्य योग -नहीं है अमृतसिद्धि योग- 10:46 AM से 12:10 PM त्रिपुष्कर योग- नहीं है द्विपुष्कर योग-नहीं है अभिजीत मुहूर्त-11:41 AM से 12:23 PM आज का अशुभ समय( Today Bad Time) राहु काल-04:29 PM से 05:49 PM तक कालवेला / अर्द्धयाम- 11:40 से 12:23 तक दुष्टमुहूर्त- 15:55 से 16:37 तक भद्रा- 10:04 PM से 06:44 AM, 01जनवरी 2022 यमगण्ड-12:01 से 13:21 तक गुलिक काल-15:55 से 16:37 गंडमूल-नहीं है.

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ताइवान के राष्ट्रपति कहते हैं: “आजादी कोई अपराध नहीं है

  डिजिटल डेस्क : ताइवान और चीन के बीच विवाद जारी है। चीन वर्षों से ताइवान की स्वतंत्रता को खारिज करता रहा है, उसकी स्वतंत्रता और मान्यता के प्रयासों को उसकी संप्रभुता पर हमला बताता है। जिसके तहत चीनी विमान ताइवान के रक्षा क्षेत्र में घुसपैठ करते रहते हैं। इस प्रयास के तहत, चीनी वायु सेना ताइवान की सरकार को सतर्क कर रही है। लेकिन ताइवान के राष्ट्रपति ने एक बार फिर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है. चीन के प्रयासों और चुनौतियों को रेखांकित करते हुए ताइवान की राष्ट्रपति साई यिंग-वेन ने शनिवार को कहा कि आजादी कोई अपराध नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा, हम सत्तावादी चीन के खिलाफ लोकतंत्र को आगे बढ़ाएंगे।

हांगकांग का समर्थन करता रहूंगा, चीन के आगे नहीं झुकूंगा

ताइवान के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने नए साल के संबोधन में कहा कि ताइवान हांगकांग का समर्थन करने पर अपना रुख नहीं बदलेगा और हांगकांग का समर्थन करना जारी रखेगा। साथ ही उन्होंने कहा, हम अपनी स्थापित स्वतंत्रता और लोकतंत्र का बिना किसी चिंता के आनंद उठाएंगे। ताइवान के राष्ट्रपति त्साई यिंग-वेन ने अपने भाषण में कहा कि हम ताइवान को एक विकसित लोकतंत्र के रूप में बनाएंगे और दुनिया को दिखाएंगे कि लोकतांत्रिक ताइवान सत्तावादी चीन की छाया से उभरने में सक्षम है। साथ ही उन्होंने कहा, हम चीन के आगे नहीं झुकेंगे।

2021 में, 940 चीनी लड़ाकू विमानों ने ताइवान के ऊपर से उड़ान भरी: ग्लोबल टाइम्स

ताइवान और चीन के बीच पिछले कुछ सालों से तनाव जारी है। जिसके तहत ताइवान के रक्षा क्षेत्र में चीनी लड़ाकू विमान लगातार उड़ान भर रहे हैं। चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने चीनी रक्षा मंत्रालय की एक रिपोर्ट के हवाले से कहा कि 2021 में, 940 चीनी युद्धक विमानों ने नियमित रूप से ताइवान के रक्षा क्षेत्र के ऊपर से उड़ान भरी। ताइवान के दावों के बावजूद, अधिक चीनी लड़ाकू विमानों ने ताइवान के रक्षा क्षेत्र में घुसपैठ की है। ताइवान का कहना है कि 2021 में चीनी वायुसेना के करीब 960 लड़ाकू विमानों ने ताइवान रक्षा क्षेत्र में घुसने की कोशिश की थी. ताइवान ने कहा है कि 2021 में चीनी वायुसेना की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ेंगी। ताइवान का कहना है कि चीनी वायु सेना की घुसपैठ के प्रयासों में 2020 की तुलना में 2021 में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जो ताइवान की आजादी पर चीन का हमला है।

डब्ल्यूएचओ प्रमुख का कहना है कि यह 2022 में खत्म हो सकता है महामारी

डब्ल्यूएचओ प्रमुख का कहना है कि यह 2022 में खत्म हो सकता है महामारी

नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख टेड्रोस अदनम घेब्रेसस ने उम्मीद जताई है कि 2022 कोविड-19 महामारी के अंत का साल हो सकता है। हालांकि उन्होंने इसके लिए एक शर्त रखी है। और शर्त यह है कि ये सभी देश इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए काम करें।

बीबीसी के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने अपने नए साल के संदेश में “संकीर्ण राष्ट्रवाद” और इसके परिणामस्वरूप टीकों को जमा करने की प्रवृत्ति की चेतावनी दी। चीन में इसी तरह के निमोनिया (कोविड-19) का पहला मामला सामने आने के दो साल बाद यह बयान आया है। उन्होंने कहा कि टीकों के वितरण में लगातार असमानता थी। इससे वायरस अपना रूप बदलकर फैलने का मौका मिल रहा है।

‘संकीर्ण राष्ट्रवाद के शिकार हुए कुछ देश’
डब्ल्यूएचओ प्रमुख के मुताबिक, ‘कुछ देश संकीर्ण राष्ट्रवाद के शिकार हैं। इसलिए वे वैक्सीन का स्टॉक कर रहे हैं। यही कारण है कि टीके वहां नहीं पहुंच पा रहे हैं जहां उनकी सबसे ज्यादा जरूरत है, या बहुत कम मात्रा में। इन परिस्थितियों ने कोविड-19 के ओमाइक्रोन रूप के विकास और विस्तार के लिए सभी अनुकूल परिस्थितियाँ प्रदान कीं। लेकिन अगर हम वैक्सीन वितरण में असमानताओं को खत्म कर सकते हैं, तो हम महामारी को भी खत्म कर पाएंगे।

दिसंबर में जीएसटी संग्रह 1.29 लाख करोड़ रुपये से अधिक, लेकिन नवंबर की तुलना में थोड़ा कम

गौरतलब है कि भारत में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 22,775 मामले सामने आए हैं। हालांकि इस महामारी में अब तक 406 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा, कोविड -19 के कारण होने वाली मौतों की कुल संख्या 4,81,486 हो गई है। कोरोना के कुल सक्रिय मामले भी बढ़कर 1,04,781 हो गए। यह सभी संक्रमणों के 0.30% के लिए जिम्मेदार है। इस बीच ओमाइक्रोन संक्रमण के मामलों की संख्या 1,431 पहुंच गई है। इनमें से 48 ठीक होकर घर जा चुके हैं। देश के कुल 23 राज्यों में ओमाइक्रोन संक्रमण पहुंच चुका है।

दिसंबर में जीएसटी संग्रह 1.29 लाख करोड़ रुपये से अधिक, लेकिन नवंबर की तुलना में थोड़ा कम

नई दिल्ली: दिसंबर 2021 में GST (वस्तु एवं सेवा कर) राजस्व संग्रह 1,29,780 करोड़ रुपये था। यह नवंबर के मुकाबले थोड़ा कम है। नवंबर में कुल जीएसटी संग्रह 1.31 लाख करोड़ था। जुलाई 2017 में इस अप्रत्यक्ष कर प्रणाली के लागू होने के बाद 21 नवंबर को एकत्र किया गया जीएसटी राजस्व इस साल अप्रैल में एकत्र 1.40 लाख करोड़ रुपये के राजस्व के बाद दूसरा सबसे बड़ा मासिक राजस्व था।

वित्त मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी जीएसटी संग्रह के आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर 2021 में कुल जीएसटी राजस्व 1,29,780 करोड़ रुपये रहा, जो दिसंबर 2020 में एकत्र राजस्व से 13 फीसदी अधिक है। वहीं, दिसंबर 2019 के मुकाबले यह 26 फीसदी ज्यादा है। हालांकि, नवंबर 2021 में यह रकम 1,31,526 करोड़ रुपये थी।

जीएसटी लगातार 1.30 लाख करोड़ रुपये के आसपास मँडरा रहा है
अक्टूबर 2021 में 1,30,127 करोड़ रुपये का जीएसटी राजस्व एकत्र किया गया था और नवंबर लगातार दूसरा महीना था जहां जीएसटी राजस्व संग्रह 1.30 लाख करोड़ रुपये से अधिक था। दिसंबर 2021 में भी यह रकम 1.30 लाख करोड़ के करीब थी। इस साल सितंबर तक जीएसटी राजस्व संग्रह 1.17 लाख करोड़ रुपये था।

अकेले जून में एक लाख करोड़ रुपये से भी कम
कोरोना की दूसरी लहर के चलते लगाए गए भीषण लॉकडाउन के चलते इस साल जून में जीएसटी राजस्व संग्रह 1 लाख करोड़ रुपये से भी कम था। इससे पहले यह लगातार नौ महीने एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा था। अब फिर जुलाई, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर के साथ-साथ नवंबर भी एक लाख करोड़ से ज्यादा हो गया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने 10 करोड़ किसानों को भेंट किए उपहार

इस साल दिसंबर में कुल जीएसटी राजस्व 1,29,780 करोड़ रुपये था। इसमें 22,578 करोड़ रुपये का CGST, 28,658 करोड़ रुपये का SGST, 69,155 करोड़ रुपये का IGST और 9,389 करोड़ रुपये का मुआवजा उपकर शामिल है। IGST में 37527 करोड़ रुपये का आयात GST और आयात पर 614 करोड़ रुपये का GST शामिल है।सरकार ने सीजीएसटी को 25,568 करोड़ रुपये और एसजीएसटी को 21,102 करोड़ रुपये दिए हैं। इस नियमित वितरण के बाद अक्टूबर में सीजीएसटी 48,146 करोड़ रुपये और एसजीएसटी 49,760 करोड़ रुपये रहा। लॉकडाउन हटने के बाद से जीएसटी संग्रह में लगातार सुधार हो रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने 10 करोड़ किसानों को भेंट किए उपहार

डिजिटल डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) की 10वीं किस्त का अनावरण किया। उन्होंने 10 करोड़ से अधिक लाभार्थी कृषक परिवारों को 20,000 करोड़ रुपये से अधिक हस्तांतरित किए हैं। साथ ही लगभग 351 किसान उत्पादन कंपनियों को 14 करोड़ से अधिक इक्विटी अनुदान दिया गया, जिससे 1.24 लाख से अधिक किसानों को लाभ होगा। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “आज हमारी अर्थव्यवस्था की विकास दर 6 प्रतिशत से अधिक है।” भारत में रिकॉर्ड विदेशी निवेश आया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है और जीएसटी संग्रह का पुराना रिकॉर्ड टूट गया है. हमने निर्यात और विशेष रूप से कृषि में एक नई मिसाल कायम की है। कितने लोग देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देकर देश का निर्माण कर रहे हैं। वे पहले ऐसा करते थे, लेकिन अब उन्हें पहचानने का काम किया गया है। आज प्रत्येक भारतीय की ऊर्जा सामूहिक रूप में परिवर्तित होकर देश के विकास को नई गति और नई गति प्रदान कर रही है।

UPI के जरिए 70 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन
उन्होंने कहा कि भारत ने 2021 में अकेले UPI के जरिए करीब 70 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन किया था। आज भारत में 50,000 से अधिक स्टार्ट-अप सक्रिय हैं। पिछले 6 महीने में 10 हजार से ज्यादा स्टार्टअप बनाए गए हैं। 2022 में हमें अपनी गति और तेज करने की जरूरत है। कोरोना के सामने एक चुनौती है (प्रधानमंत्री मोदी कोरोनावायरस के साथ), लेकिन कोरोना भारत को नहीं रोक पाएगा। भारत भी पूरी सतर्कता और सतर्कता के साथ कोरोना से लड़ेगा और अपने राष्ट्रीय हित को भी पूरा करेगा।

कृषि अवशेषों से जैव ईंधन
प्रधानमंत्री ने कहा कि कृषि अवशेषों से जैव ईंधन पैदा करने के लिए देश भर में कई नई इकाइयां स्थापित की जा रही हैं। छह साल पहले, देश में प्रति वर्ष 400 मिलियन लीटर से कम इथेनॉल का उत्पादन होता था। आज वही उत्पादन 340 करोड़ लीटर से अधिक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान देश के बुनियादी ढांचे के निर्माण की गति को नई गति देने जा रहा है. मेक इन इंडिया को एक नया आयाम देते हुए देश ने चिप निर्माण, सेमीकंडक्टर्स जैसे नए क्षेत्रों के लिए महत्वाकांक्षी योजनाओं को लागू किया है।

प्रधानमंत्री ने देश की बेटियों के बारे में भी कहा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने 2021 में लड़कियों के लिए एक मिलिट्री स्कूल खोला है। 2021 में भारत ने महिलाओं के लिए राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के दरवाजे भी खोल दिए। 2021 में, भारत ने भी 18 से 21 साल की लड़कियों के लिए शादी की उम्र को बराबर करने की कोशिश शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के खिलाफ दुनिया का नेतृत्व करते हुए, भारत ने 2070 तक दुनिया के लिए शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन लक्ष्य निर्धारित किया है। आज भारत एक हाइड्रोजन मिशन पर काम कर रहा है, जो इलेक्ट्रिक वाहनों में अग्रणी है।

‘भारतीय भावना पैदा की जा रही है’
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के लिए अथक प्रयास ‘नेशन फर्स्ट’ की भावना से आज हर भारतीय की भावनाएं पैदा की जा रही हैं। और इसीलिए आज हमारे प्रयासों में एकता है, हमारे संकल्प की पूर्ति के लिए अधीरता है। आज हमारे पास नीति में निरंतरता है, हमारे निर्णयों में दूरदर्शिता है। किसानों के बारे में उन्होंने कहा, “देश में छोटे किसानों की बढ़ती क्षमता को संगठित करने में हमारी किसान उत्पादन एजेंसी (एफपीओ) की बड़ी भूमिका है।” छोटे किसान जो कभी अलग-थलग रहते थे, उनके पास अब एफपीओ के रूप में पांच प्रमुख शक्तियां हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि समय-समय पर बिना किसी बिचौलिए के, बिना किसी कमीशन के हर साल हर किस्त में हजारों करोड़ रुपये ट्रांसफर किए जाते हैं. भारत में ऐसा हो सकता है, इसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी।

यूपी चुनाव 2022: बीजेपी ने पश्चिमी यूपी में 136 सीटें जीतने का खाका तैयार 

उन्होंने कहा कि रासायनिक मुक्त खेती की जरूरत है
“हमारे पास दुनिया को बांझ होने से बचाने का एक शानदार तरीका है – रसायन मुक्त खेती,” उन्होंने कहा। इसलिए पिछले साल देश ने एक और दूरदर्शी प्रयास शुरू किया। यह प्रयास प्राकृतिक साधना है। फसल अवशेष, घास आदि से भी किसानों से धन प्राप्त करने का प्रयास किया गया है। कृषि अवशेषों से जैव ईंधन का उत्पादन करने के लिए देश भर में सैकड़ों नई इकाइयां स्थापित की जा रही हैं। आज देश में गोवर्धन योजना चल रही है, जिसके माध्यम से गांवों में बायोगैस बनाने के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है। बायोगैस के उपयोग को बढ़ाने के लिए देश भर में संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं। ये पेड़ हर साल लाखों टन गुणवत्ता वाली जैविक खाद का उत्पादन भी करेंगे, जो किसानों को कम कीमत पर उपलब्ध होगी।

यूपी चुनाव 2022: बीजेपी ने पश्चिमी यूपी में 136 सीटें जीतने का खाका तैयार 

बरेली : यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में बीजेपी पूरी ताकत से जुटी है. इसी कड़ी में शुक्रवार की रात गृह मंत्री अमित शाह ने बरेली में यूपी के बेहतरीन मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और संगठन के प्रमुख पदाधिकारियों से मुलाकात की. दरअसल, यह वही इलाका है जहां के किसान भाजपा से नाराज हैं, वहीं सपा-रालोद गठबंधन का अनवरत मार्च भाजपा के लिए चुनौती बनता जा रहा है. शाह ने टीम को इन मुश्किलों से उबारने की योजना बनाई है.

जहां हार थी, वहां ज्यादा फोकस था
शाह ने यूपी में 136 विधानसभा सीटें जीतने की योजना बनाई थी। इनमें से बीजेपी के पास फिलहाल 108 सीटें हैं, लेकिन 2017 के चुनाव में उसे 28 सीटें सपा और बसपा से हार गईं. बीजेपी के चाणक्य ने पुरानी सीटों को बरकरार रखने के अलावा 26 सीटों पर कब्जा करने की कोशिश शुरू कर दी है.

शाह ने ली वेस्ट यूपी की कमान
बरेली सर्किट हाउस में गृह मंत्री ने रात से सुबह तक पश्चिमी यूपी के नेताओं के साथ अलग-अलग बैठकें कीं. भाजपा ने गृह मंत्री अमित शाह को पुल और पश्चिमी क्षेत्र की जिम्मेदारी दी है, इसलिए वह जन विश्वास यात्रा के समापन समारोह में शुक्रवार को बरेली पहुंचे. जनबिस्वास ने यात्रा पर रोड शो करने के बाद रैली को संबोधित किया। ब्रज क्षेत्र के 19 जिलों में 66 और पश्चिमी क्षेत्र के 14 जिलों में 71 सीटों के लिए रणनीति बनाई गई। पश्चिमी यूपी के इन दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में वर्तमान में भाजपा के पास 108 सीटें हैं, जिसमें 136 सीटें हैं, लेकिन वह अधिक सीटें जीतने की कोशिश कर रही है।

यहाँ खो गया
बरेली मंडल की 25 में से 23 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की. एसपी बदायूं के सहसवान और शाहजहांपुर के जलालाबाद जीते। बीजेपी को चार में से दो सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है. इन दोनों में सपा की जीत हुई है। बिजनौर में बीजेपी को छह में से दो हार का सामना करना पड़ा है. यहां सपा जीत गई। रामपुर में बीजेपी को 5 में से 3 हार मिली है. शामली में भाजपा को तीन में से एक हार मिली है। एक सपा जीती। हापुड़ में भाजपा ने तीन में से एक को खो दिया है। एक में बसपा की जीत हुई है. मथुरा में बीजेपी 5 में से हार गई. यहां भी बसपा की जीत हुई है. हटरस की तीन सीटों में से एक सीट पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है. इस सीट पर बसपा ने भी जीत हासिल की थी.

पश्चिमी यूपी बीजेपी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं?
दरअसल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन ने पहले ही बीजेपी के खिलाफ माहौल बना लिया है. साथ ही मेरठ और अलीगढ़ के बाद पश्चिमी यूपी के अलग-अलग हिस्सों में सपा-रालोद गठबंधन की रैलियां भी बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही हैं. वहीं दूसरी ओर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह भी वही मुद्दे उठा रहे हैं, जो यहां के किसान पहले से ही बीजेपी के खिलाफ हैं.

IIT दिल्ली, जामिया मिलिया सहित 6000 संस्थानों को अब विदेशी अनुदान नहीं मिलेगा

क्या इस गठबंधन से बीजेपी को नुकसान होगा?
दरअसल, पश्चिमी यूपी में करीब 13 सीटें ऐसी हैं, जिन पर जाटों या किसानों का कब्जा है। वहीं, कृषि अधिनियम (अब निरस्त) और एमएसपी समेत विभिन्न मांगों को लेकर किसान भाजपा से नाराज हैं। किसानों के असंतोष का लाभ रालोद उठा सकता है। हालांकि गृह मंत्री अमित शाह से लेकर जेपी नड्डा तक इन दिनों पश्चिमी यूपी ने पूरी ताकत झोंक दी है, अब देखना यह होगा कि बीजेपी यहां नाराज वोटबैंक कैसे रखेगी.

IIT दिल्ली, जामिया मिलिया सहित 6000 संस्थानों को अब विदेशी अनुदान नहीं मिलेगा

नई दिल्ली: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) दिल्ली, जामिया मिलिया इस्लामिया, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) और नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी उन 6,000 संगठनों या संगठनों में से हैं, जिनका विदेशी योगदान (नियंत्रण) अधिनियम (FCRA) पंजीकरण शनिवार को समाप्त हो गया। अधिकारियों ने बताया कि इन संगठनों ने अपने एफसीआरए लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए आवेदन नहीं किया है या उनके आवेदनों को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने खारिज कर दिया है.

विदेशी योगदान (नियंत्रण) अधिनियम (एफसीआरए) की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, जिन संगठनों और संस्थानों का एफसीआरए के तहत पंजीकरण समाप्त हो गया है या समाप्त हो गया है, उनमें इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, भारतीय लोक प्रशासन संस्थान, लाल बहादुर शामिल हैं। मेमोरियल फाउंडेशन, लेडी श्री राम कॉलेज फॉर विमेन, दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग और ऑक्सफैम इंडिया।

विदेशी अनुदान के लिए FCRA पंजीकरण की आवश्यकता होती है
एफसीआरए के तहत पंजीकृत गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) और उनके सहयोगियों की गतिविधियों को नियंत्रित करने वाले केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि कानून के तहत पंजीकरण शनिवार (1 जनवरी) को समाप्त होने की उम्मीद है। विदेशी अनुदान प्राप्त करने के लिए किसी भी संगठन या गैर सरकारी संगठन के लिए FCRA पंजीकरण अनिवार्य है।

वैष्णो देवी मंदिर हादसा: भारत में पहले भी हो चुकी है ऐसी घटनाएं

लगभग 6000 संगठनों का FCRA पंजीकरण पूरा हो चुका है
शुक्रवार तक, 22,762 एफसीआरए-पंजीकृत एनजीओ थे। शनिवार को 5,933 एनजीओ ने काम करना बंद कर दिया, जिससे यह संख्या घटकर 16,829 हो गई। जिन कंपनियों का FCRA पंजीकरण समाप्त हो गया है, उनमें मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI), इमैनुएल हॉस्पिटल एसोसिएशन, जो पूरे भारत में एक दर्जन से अधिक अस्पतालों का संचालन करती है, भारतीय क्षय रोग संघ, विश्व धार्मिक, महर्षि आयुर्वेदिक संस्थान, नेशनल फेडरेशन इंक।

हमदर्द एजुकेशन सोसाइटी, दिल्ली स्कूल ऑफ सोशल वर्क सोसाइटी, भारतीय संस्कृति परिषद, डीएवी कॉलेज ट्रस्ट एंड मैनेजमेंट सोसाइटी, इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर, गोदरेज मेमोरियल ट्रस्ट, दिल्ली पब्लिक स्कूल सोसाइटी, जेएनयू का न्यूक्लियर साइंस सेंटर, इंडिया फॉर कॉलेज वुमन, दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग और अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच भी इन्हीं संगठनों में शामिल हैं।

वैष्णो देवी मंदिर हादसा: भारत में पहले भी हो चुकी है ऐसी घटनाएं

 डिजिटल डेस्क : माता वैष्णो देवी मंदिर, 2022- साल के पहले दिन 1 जनवरी को सूचना मिली थी कि माता वैष्णो देवी मंदिर को रौंदा गया है। इसमें 12 लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए। घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। मृतकों के लिए 12 लाख रुपये मुआवजे की भी घोषणा की गई है। दोपहर 2.45 बजे मंदिर परिसर में भगदड़ मच गई।

करुप्पासामी मंदिर, 21 अप्रैल, 2019 – तमिलनाडु के करुप्पासामी मंदिर में भगदड़ में कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए। दुर्घटना पर दुख व्यक्त करते हुए, प्रधानमंत्री ने पीड़ितों के परिवारों को 2 लाख रुपये और प्रत्येक घायल को 50,000 रुपये का भुगतान करने की घोषणा की। हादसा चित्रा पूर्णिमा की रात उस वक्त हुआ जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा करने जा रहे थे।

गरीबनाथ मंदिर, 2018- 13 अगस्त को बिहार के गरीबनाथ मंदिर में मची भगदड़ में 15 लोग घायल हो गए। हादसे की जांच से पता चला है कि यह हादसा दर्शकों की भारी भीड़ के कारण हुआ। इस समय शिवलिंग पर जल चढ़ाने और दर्शन करने के लिए भीड़ उमड़ती है।

सबरीमाला मंदिर, 2017 और 2011-2017 में, केरल के सबरीमाला मंदिर में भगदड़ में 25 लोग घायल हो गए थे। तब तीर्थयात्रियों के लिए मंदिर में प्रवेश करने के लिए सख्त नियम बनाए गए थे (सबरीमाला श्राइन स्टैम्प्ड)। घटना 41 दिवसीय मंडला पूजा के अंतिम दिन की है। इससे पहले 2011 में सबरीमाला मंदिर को भी रौंदा गया था। तब 106 लोगों की मौत हुई थी और 100 लोग घायल हुए थे।

श्रीनायना देवी मंदिर, 3 अगस्त, 2008 – हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के श्रीनायना देवी मंदिर में भगदड़ मचने से 145 लोगों की मौत हो गई और 150 घायल हो गए।

वेस्टइंडीज टीम में कीरोन पोलार्ड की वापसी, नए साल पर क्रिस गेल का दिल टूटा

चामुंडा देवी मंदिर, 2008 – राजस्थान के जोधपुर में एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित चामुंडा देवी मंदिर को 30 सितंबर को नवरात्रि समारोह के दौरान कुचलने से 120 से अधिक लोग मारे गए और 200 से अधिक घायल हो गए।

मंधेर देवी मंदिर, 2005 – 26 जनवरी को महाराष्ट्र के सतारा जिले के मंधेर देवी मंदिर में लगभग 350 लोग मारे गए और 200 से अधिक घायल हुए। यहां बड़ी संख्या में लोग दर्शन करने आए तो वहां उन्हें कुचल दिया गया। (फोटो – ट्विटर)

वेस्टइंडीज टीम में कीरोन पोलार्ड की वापसी, नए साल पर क्रिस गेल का दिल टूटा

नई दिल्ली। चोट से उबरने के बाद इंग्लैंड और आयरलैंड के खिलाफ सीरीज में वेस्टइंडीज की कप्तानी कीरोन पोलार्ड करेंगे। वेस्टइंडीज 22 से 30 जनवरी तक बारबाडोस के केंसिंग्टन ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ पांच ट्वेंटी-20 मैच खेलेगी। इससे पहले वेस्टइंडीज टीम जमैका के सबीना पार्क में आठ से 16 जनवरी तक तीन वनडे और एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए आयरलैंड की मेजबानी करेगी।

वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड और आयरलैंड के खिलाफ शुक्रवार को होने वाली सीरीज के लिए अपनी टीम की घोषणा कर दी है। कीरोन पोलार्ड पैर की चोट के कारण विश्व टी20 के लिए पाकिस्तान नहीं गए थे। विस्फोटक सलामी बल्लेबाज क्रिस गेल को टीम में जगह नहीं मिली. गेल ने आखिरी बार वेस्टइंडीज में टी20 खेलने की इच्छा जताई थी। हालांकि, विंडीज बोर्ड ने कहा कि वह गेल को बाहर रखने के लिए सही मौके की तलाश में है। क्रिकेट वेस्टइंडीज के प्रमुख रिकी स्क्रिट ने क्रिकेटबज को बताया कि बोर्ड प्रशंसकों की मौजूदगी में गेल को अलविदा कहना चाहता है।

इंग्लैंड और आयरलैंड के खिलाफ टी20 के लिए वेस्टइंडीज टीम: कीरोन पोलार्ड (कप्तान), निकोलस पूरन, फैबियन एलन, डैरेन ब्रावो, रोस्टन चेज, शेल्डन कॉटरेल, डोमिनिक ड्रेक्स, शाई होप, अकील हुसैन, जेसन हेने, रोवमैन पॉवेल, रोमारियो शेपर्ड, ओडियन स्मिथ और हेडन वॉल्श जूनियर।

आयरलैंड के खिलाफ वनडे टीम: कीरोन पोलार्ड (कप्तान), शामरा ब्रूक्स, रोस्टन चेज, जस्टिन ग्रीव्स, जेसन होल्डर, अकील हुसैन, अल्जारी जोसेफ, गुडाकेश मोती, जेडन साइल्स, निकोलस पूरन, रोमारियो शेपर्ड, डेवोन।

आज से रेलवे ने रिजर्वेशन को लेकर किया ये बड़ा बदलाव! सभी यात्रियों पर होगा असर

आज से रेलवे ने रिजर्वेशन को लेकर किया ये बड़ा बदलाव! सभी यात्रियों पर होगा असर

नई दिल्ली: रेल यात्रियों के लिए बड़ी खबर है। भारतीय रेलवे ने आज से यात्रियों के लिए एक खास सुविधा शुरू की है। अब आज से यात्रियों को बिना रिजर्वेशन के भी सफर करने का मौका मिलेगा। दरअसल, अब कोरोना संक्रमण से पहले की तरह जनरल डिब्बों में अनारक्षित टिकट पर भी यात्रा की जा सकेगी। कोरोना महामारी के कारण रेलवे ने यह सुविधा बंद कर दी थी लेकिन अब जैसे-जैसे जीवन पटरी पर आ रहा है तो रेलवे अपनी पुरानी सुविधाओं को धीरे-धीरे शुरू कर रही है।

आज से मिलेगी सुविधा

भारतीय रेलवे आज यानी 1 जनवरी 2022 से 20 जनरल डिब्बों पर अनारक्षित टिकट के जरिए यात्रा करने का मौका दे रही है। यानी नए साल से यात्री अनारक्षित टिकट पर ट्रेन में सफर कर सकेंगे। आइए दिखाते हैं आपको ट्रेनों की लिस्ट

1. ट्रेन नंबर-12531
रूट: गोरखपुर-लखनऊ
कोच: D12-D15 और DL1

2. ट्रेन संख्या-12532
रूट: लखनऊ-गोरखपुर
कोच: D12-D15 और DL1

3. ट्रेन संख्या-15007
रूट: वाराणसी सिटी-लखनऊ
कोच: D8-D9

4. ट्रेन संख्या-15008
रूट: लखनऊ-वाराणसी सिटी
कोच: D8-D9

5. ट्रेन संख्या-15009
रूट: गोरखपुर-मैलानी
कोच: D6-D7 DL1 और DA2

6. ट्रेन संख्या-15010
रूट: मैलानी-गोरखपुर
कोच: D6-D7 DL1 और DL2

7. ट्रेन संख्या-15043
रूट: लखनऊ-काठगोदाम
कोच: D5-D6 DL1 और DL2

8. ट्रेन संख्या-15044
रूट: काठगोदाम-लखनऊ
कोच: D5-D6 DL1 और DL2

9. ट्रेन संख्या-15053
रूट: छपरा-लखनऊ
कोच: D7-D8

10. ट्रेन संख्या-15054
रूट: लखनऊ-छपरा
कोच: D7-D8

11. ट्रेन संख्या-15069
रूट: गोरखपुर-ऐशबाग
कोच: D12-D14 और DL1

12. ट्रेन संख्या-15070
रूट: ऐशबाग-गोरखपुर
कोच: D12-D14 और DL1

13. ट्रेन संख्या-15084
रूट: फर्रुखाबाद-छपरा
कोच: D7-D8

14. ट्रेन संख्या-15083
रूट: छपरा-फर्रुखाबाद
कोच: D7-D8

15. ट्रेन संख्या-15103
रूट: गोरखपुर-बनारस
कोच: D14-D15

16. ट्रेन संख्या-15104
रूट: बनारस-गोरखपुर
कोच: D14-D15

17. ट्रेन संख्या-15105
रूट: छपरा-नौतनवा
कोच: D12-D13

18. ट्रेन संख्या-15106
रूट: नौतनवा-छपरा
कोच: D12-D13

 

19. ट्रेन संख्या-15113
रूट: गोमती नगर-छपरा कचेरी
कोच: D8-D9

20. ट्रेन संख्या-15114
रूट: छपरा कचेरी-गोमती नगर
कोच: D8-D9

कोरोना गाइडलाइंस का करना होगा पालन

दूसरी तरफ, कोरोना महामारी के कारण रेलवे ने जनरल डिब्बों में बिना रिजर्वेशन के यात्रा को बंद कर दिया था लेकिन, 1 जनवरी 2022 से यात्रियों को फिर से ये सुविधा मिलेगी। हालांकि, सफर के दौरान लोगों को कोरोना गाइडलाइंस का पालन भी करना होगा।

यूपी चुनाव 2022: एसपी सुप्रीमो ने जीतने पर 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने कि किया ऐलान 

यूपी चुनाव 2022: एसपी सुप्रीमो ने जीतने पर 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने कि किया ऐलान 

डिजिटल डेस्क : समाजवादी पार्टी (सपा) सुप्रीमो अखिलेश यादव ने शनिवार को लखनऊ में एक समारोह के दौरान प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ आयकर विभाग की छापामार कार्यवाही पर फिर से तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जब भाजपा को राज्य में हार का डर लगने लगा तो वे अपनी ‘दूसरी पार्टी’ लेकर आए।

यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने साल के पहले दिन मीडिया से कहा कि समाजवादियों को झूठा प्रताड़ित किया जा रहा है. समाजवादियों के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने अपनी पार्टी के पुराने नेताओं का जिक्र करते हुए कहा, ‘हम समाजवादियों ने हमेशा राज्य की बेहतरी के लिए काम किया है. बीजेपी की जनता ने 2021 को बर्बाद करने की कोशिश की. इस बीच सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा है कि अगर वह चुनाव जीत जाते हैं तो राज्य में 300 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी. किसानों के लिए मुफ्त सिंचाई परियोजनाएं लाई जाएंगी।

उन्होंने कहा कि उनकी दूसरी पार्टी ने वर्तमान सरकार के आदेशों का पालन किया है, लेकिन एक छोटी सी गलती के कारण एक परिचित के घर पर छापा मारा। बाद में जब घटना की सच्चाई का पता चला तो पुष्पराज जैन उर्फ ​​पम्पी ने अपनी इज्जत बचाने के लिए जैन के घर पर छापेमारी शुरू कर दी. “हम सभी जानते हैं कि 2021 कैसे चला गया,” उन्होंने कहा। लोगों को पैदल घर जाना पड़ा। ऑक्सीजन की कमी से कई लोगों की मौत हो गई। समाजवादियों पर झूठे आरोप लगाये गये। उन्होंने कहा कि यह सब साबित करता है कि भाजपा सरकार समाजवादी पार्टी से हारने से डरती है।

यूपी में किसकी सरकार ?  जनता ने दिया ये उत्तर, जाने….

यूपी में किसकी सरकार ?  जनता ने दिया ये उत्तर, जाने….

डिजिटल डेस्क : हालांकि चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश में चुनाव की तारीख का ऐलान नहीं किया है, लेकिन माहौल पूरी तरह से बन चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, योगी समेत बीजेपी के तमाम नेता जहां रैली करने में जुटे हैं, वहीं अखिलेश यादव सपा के इकलौते सारथी बन गए हैं. बसपा और कांग्रेस ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि लोगों का मिजाज तय करेगा कि यूपी के लिए कौन उपयोगी है। एबीपी-सी वोटर सर्वे में यूपी चुनाव को लेकर बड़े कयास लगाए गए हैं. जनमत, हालांकि भाजपा अभी भी नंबर एक है, एसपीओ कमजोर नहीं है और प्रतिस्पर्धा कठिन होने की संभावना है क्योंकि प्रतिस्पर्धा द्विध्रुवी बनी हुई है। आइए जानते हैं क्या है यूपी वालों की राय…

49 फीसदी लोगों का मानना ​​था कि बीजेपी सत्ता में वापसी कर सकती है
29 दिसंबर को एबीपी-सी मतदाताओं द्वारा एक जनमत संग्रह कराया गया था, जिसमें 49 प्रतिशत ने कहा था कि भाजपा सत्ता में लौट सकती है। इसमें से 30 फीसदी लोग सपा के पक्ष में हैं. साफ है कि सोशलिस्ट पार्टी भी कड़ी प्रतिस्पर्धा में है। मतदान करने वालों में से आठ प्रतिशत ने मायावती सरकार का समर्थन किया, जबकि छह प्रतिशत ने कांग्रेस को अपने सबसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी के रूप में समर्थन दिया। 2 प्रतिशत अन्य और 3 प्रतिशत ने कहा कि फांसी की सभा होनी चाहिए। तीन फीसदी लोगों ने किसी भी तरह से जवाब नहीं दिया। दिलचस्प बात यह है कि पिछले हफ्ते की तुलना में बीजेपी की ताकत बढ़ती दिख रही है.

एक हफ्ते में बीजेपी के लिए और माहौल बन गया है
इससे पहले 23 दिसंबर को जब लोगों से यही सवाल पूछा गया तो करीब 48 फीसदी लोगों ने कहा कि यूपी में बीजेपी दोबारा सत्ता में आएगी. 31 फीसदी लोगों ने अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी का नाम लिया है. 7 फीसदी ने कहा कि यूपी में बसपा की सरकार बनेगी. छह प्रतिशत ने कहा कि कांग्रेस दशकों का वनवास खत्म करेगी। इस तरह पिछले एक हफ्ते में बीजेपी का माहौल पहले से बेहतर हो गया है. पूर्व से लेकर अवध, बुंदेलखंड और पश्चिम तक क्षेत्र की बात करें तो भाजपा पर भारी पड़ रही है। दिलचस्प बात यह है कि पश्चिमी यूपी में जहां किसान आंदोलन के प्रभाव पर विचार किया जा रहा था, वहां सपा और बसपा जैसी पार्टियां भी आगे हैं.

ऊना में निर्माणाधीन सचिवालय में बड़ा हादसा, मार्बल के पत्थर उतारने के दौरान 2 की मौत

पूर्व और पश्चिम से कितने प्रतिशत मत प्राप्त कर सकते हैं?
अवध में बीजेपी को 44 फीसदी वोट मिलते दिख रहे हैं, जबकि सपा 31 और बसपा को सिर्फ 10 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद है. कांग्रेस को 6 फीसदी वोट मिल सकते हैं. पश्चिमी यूपी में बीजेपी का दबदबा है. यहां 40 फीसदी वोट देखने को मिल रहा है. उसमें से सपा को 33 फीसदी वोट मिल सकते थे। यहां बसपा को 15 फीसदी वोट मिल सकते हैं. यहां भी कांग्रेस 6 फीसदी से नीचे जा सकती है. पूर्व में 130 सीटें हैं, जो किसी भी पार्टी को सत्ता में लाने में अहम भूमिका निभा सकती हैं। यहां बीजेपी को 41 और एसपी को 36 फीसदी वोट मिल सकते हैं. बुंदेलखंड में 19 सीटें हैं. यहां बीजेपी को 42 फीसदी वोट मिल सकते हैं. सपा यहां चुनाव लड़ने के बेहद करीब है और उसे 33 फीसदी वोट मिल सकते हैं.

ऊना में निर्माणाधीन सचिवालय में बड़ा हादसा, मार्बल के पत्थर उतारने के दौरान 2 की मौत

डिजिटल डेस्क : हिमाचल प्रदेश में ऊना मुख्यालय में निर्माणाधीन सचिवालय में बड़ा हादसा हो गया है. ट्रक से मार्बल उतारते समय 6 लोग चट्टानों के नीचे दब गए (उना मार्बल दुर्घटना)। दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, गंभीर रूप से घायल शेष पांच श्रमिकों को सिविल अस्पताल ले जाया गया है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है. आंकड़ों के मुताबिक ये सभी प्रवासी मजदूर हैं।

हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों और प्रशासन की मदद से राहत कार्य शुरू किया गया. हादसे में दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जिसके बाद अन्य पांच मजदूरों को चट्टानों के नीचे से निकालकर ऊना के सिविल अस्पताल ले जाया गया. घायलों के इलाज में मेडिकल टीम लगी हुई है। पांचों की हालत अभी भी नाजुक बताई जा रही है।

घायल श्रमिकों की पहचान तुल राम, शिव, मोहन, केदार नाथ और शंकर के रूप में हुई है। शंकर बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले हैं, जबकि अन्य चार घायल छत्तीसगढ़ के बलौदा गांव के रहने वाले हैं. सूत्रों के मुताबिक ये लोग मिनी सचिवालय भवन के निर्माण में लगे हुए थे। इसी बीच आज सुबह मार्बल कार उतारने आ गई। इस समय सात लोगों ने मार्बल उतारने का काम शुरू किया। इस बीच हादसे में सभी लोग चट्टानों के नीचे दब गए। वहीं बचाव की आवाज सुनकर अन्य साथियों ने किसी तरह सभी को बाहर निकाला, लेकिन तब तक दो की मौत हो चुकी थी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जारी की पीएम-किसान परियोजना की 10वीं किस्त

ऊना के एएसपी ने कहा
वहीं उनके मिनी सचिवालय भवन में ऊना के एएसपी विनोद धीमान ने हादसे की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि मिनी सचिवालय के निर्माणाधीन भवन में संगमरमर के पत्थर उतारने के दौरान यह दुर्घटना हुई. हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि बाकी घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है. एक कर्मचारी को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है। वहीं, एसपी अरिजीत सेन टैगोर ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। साथ ही एसडीएम निधि पटेल ने बताया कि मृतकों के परिजनों को 25-25 हजार रुपये और घायलों को 10-10 हजार रुपये दिए गए हैं. वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती और अन्य प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। लोक निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता राजेश कुमार ने बताया कि ठेकेदार भले ही निर्माणाधीन मिनी सचिवालय के लिए मार्बल लाया था, लेकिन मार्बल उतारने के दौरान हादसा हुआ.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जारी की पीएम-किसान परियोजना की 10वीं किस्त

 डिजिटल डेस्क : नए साल के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 10.09 करोड़ किसानों को बड़ा तोहफा दिया है. शनिवार को उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 10वीं किस्त का विमोचन किया। इसके तहत किसानों के बैंक खातों में 20,900 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आयोजित एक समारोह में लाभार्थियों को पैसे सौंपे। सभी पात्र किसानों के बैंक खाते में एक-दो दिन में 2000-2000 रुपये जमा करा दिए जाएंगे। 10वीं किस्त 1 दिसंबर 2021 से मान्य होगी। जिन किसान भाइयों और बहनों ने अभी तक इस योजना के लिए आवेदन नहीं किया है, वे भी इसके लिए आवेदन कर सकते हैं और 31 मार्च, 2022 तक 10वीं किस्त का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

प्रधान मंत्री किसान परियोजना को आधिकारिक तौर पर 1 दिसंबर 2018 को लॉन्च किया गया था। तब से अब तक कोई किश्त भेजने में देर नहीं हुई है. इस योजना के तहत अब तक किसानों को 1.80 लाख करोड़ रुपये का वितरण किया जा चुका है। आजादी के बाद पहली बार किसी सरकार ने किसानों के बैंक खातों में सीधे पैसा देना शुरू किया है।प्रधानमंत्री किसान परियोजना की 10वीं किस्त के सुपुर्दगी समारोह में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद थे. तोमर ने कहा कि पीएम-किसान कार्यक्रम किसानों को उनकी आय दोगुनी करने के प्रयासों में मदद करने के लिए शुरू किया गया है।

एफपीओ के लिए अनुदान प्रकाशित किया गया है
मोदी सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए किसान उत्पादन निगम (एफपीओ) की स्थापना पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने देश में 351 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को 14 करोड़ रुपये से अधिक के इक्विटी अनुदान की भी घोषणा की। कृषि मंत्रालय ने दावा किया है कि 1.24 लाख से ज्यादा किसानों को फायदा होगा. प्रधानमंत्री ने एफपीओ संचालक किसानों के साथ भी विचारों का आदान-प्रदान किया।

आवेदन करते समय रखें इन बातों का ध्यान
अगर आपने अभी तक अप्लाई नहीं किया है तो कर लें। इसका लाभ 31 मार्च 2022 से पहले मिलेगा। अपने रिकॉर्ड सीधे रखें। आवेदन करते समय आधार, बैंक खाते और राजस्व रिकॉर्ड का विवरण ठीक से भरें। धन प्राप्ति में आसानी होगी। यदि एक ही कृषि योग्य भूमि अभिलेख में एक से अधिक वयस्क सदस्य के नाम पंजीकृत हैं, तो प्रत्येक वयस्क सदस्य इस योजना के तहत व्यक्तिगत लाभ के लिए पात्र हो सकता है।

यह है प्रधानमंत्री किसान परियोजना की हेल्पलाइन
यदि आवेदन करने के बाद भी राशि नहीं मिलती है तो अपने लेखाकार एवं जिला कृषि अधिकारी से बात करें। अगर वहां से कोई संचार नहीं होता है, तो केंद्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा जारी हेल्पलाइन (155261 या 011-24300606) पर संपर्क करें।

हालांकि, ध्यान रखें कि जो किसान केंद्र या राज्य सरकार के अधिकारी हैं और 10,000 रुपये से अधिक की पेंशन प्राप्त करते हैं, उन्हें प्रधानमंत्री किसान योजना का लाभ नहीं मिलेगा। हालांकि, केंद्र और राज्य सरकारों के मल्टी-टास्किंग स्टाफ, चतुर्थ श्रेणी, समूह डी के कर्मचारी लाभ उठा सकते हैं।

भारत ने पाकिस्तानी जेलों में बंद 51 भारतीय नागरिक कैदियों और 577 कैदियों की सूची सौंपी

इनकम टैक्सपेयर्स को नहीं मिलेगा फायदा
केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि जिन किसानों ने पिछले वित्तीय वर्ष में आयकर का भुगतान किया है, वे योजना के लाभ से वंचित रहेंगे। पेशेवरों, डॉक्टरों, इंजीनियरों, सीए, वकीलों और वास्तुकारों को लाभ नहीं होगा। खेती न करने पर भी ये लोग कहीं भी चले जाते हैं। इसी तरह, लोकसभा, राज्यसभा के सदस्यों, पूर्व मंत्रियों, महापौरों, जिला पंचायत अध्यक्षों, विधायकों और एमएलसी को भी योजना से बाहर रखा गया है।

भारत ने पाकिस्तानी जेलों में बंद 51 भारतीय नागरिक कैदियों और 577 कैदियों की सूची सौंपी

डिजिटल डेस्क : पाकिस्तान और भारत में कैद भारतीय नागरिकों और मछुआरों की रिहाई की उम्मीद जगी है। नए साल की पूर्व संध्या पर, दोनों देशों ने एक-दूसरे को उन नागरिक कैदियों और मछुआरों की सूची सौंपी, जो एक-दूसरे की जेलों में बंद हैं और उनके परिवार लंबे समय से उनकी रिहाई का इंतजार कर रहे हैं।

भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार, पाकिस्तान ने शनिवार को भारत को 51 नागरिक कैदियों और 577 मछुआरों की सूची सौंपी। ये सभी भारतीय हैं और पाकिस्तानी जेलों में बंद कैदी हैं। इसी तरह, भारत ने 282 पाकिस्तानी नागरिक कैदियों और 73 मछुआरों की सूची सौंपी। ये सभी पाकिस्तानी हैं और भारतीय जेलों में बंद कैदी हैं।

ऐसी सूचियां साल में दो बार सौंपी जाती हैं
भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे की जेलों में बंद कैदियों और मछुआरों के बारे में जानकारी साझा करने के लिए 2008 में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत दोनों देश साल में दो बार एक-दूसरे को ऐसी सूचियां सौंपते हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों देश प्रत्येक वर्ष 1 जनवरी और 1 जुलाई को नागरिक कैदियों और मछुआरों की सूची सौंपते हैं।

शनिवार को, नए साल की पूर्व संध्या पर, भारत और पाकिस्तान ने दिल्ली और इस्लामाबाद में राजनयिक चैनलों के माध्यम से एक साथ नागरिक कैदियों और मछुआरों की सूची का आदान-प्रदान किया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि सूची में शामिल सभी नागरिक कैदी और मछुआरे सभी भारतीय हैं और उन्हें भारतीय माना जाएगा।

जुलाई 2021 में 609 भारतीयों को भी कैद किया गया था
2008 में दोनों देशों के बीच हुए एक समझौते के तहत जुलाई 2021 में दोनों देशों ने एक-दूसरे को ऐसी सूची सौंपी। विदेश मंत्रालय के अनुसार, जुलाई 2021 में भारत ने पाकिस्तान को 271 पाकिस्तानी कैदियों और 74 मछुआरों की सूची सौंपी। इसी तरह पाकिस्तान ने 51 कैदियों और 556 मछुआरों की सूची भारत को सौंपी है.

भारत ने सूची सौंपने के अलावा पाकिस्तान से ऐसे भारतीय कैदियों और मछुआरों की तत्काल रिहाई की मांग की है. इसके अलावा, विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान सरकार से भारतीय चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम को वीजा जारी करने में तेजी लाने और संभावित भारतीयों की मानसिक स्थिति की जांच के लिए संयुक्त न्यायिक समिति के दौरे की तारीख तय करने को कहा है। अलग-अलग जेलों में कैदी थे।

भिवानी में पहाड़ दरकने से 20-25 लोग दबे,  बचाव कार्य जारी

भिवानी में पहाड़ दरकने से 20-25 लोग दबे,  बचाव कार्य जारी

डिजिटल डेस्क : हरियाणा के भिवानी जिले के तोशाम एरिया में शनिवार सुबह 8:30 बजे खनन के दौरान पहाड़ दरक गया, जिसमें 20 से 25 लोगों के दब गए। फिलहाल तीन मजदूरों के शव निकाले गए हैं। पहाड़ दरकने से गिरे सैकड़ों टन वजनी पत्थरों के नीचे कई पोकलेन मशीनें, ट्रक और अन्य वाहन भी दब गए।

वहीं पहाड़ का जो हिस्सा गिरा है वह इतना बड़ा है कि उसे हटाने में दिक्कत आ रही है। पुलिस और प्रशासन ने मीडिया के घटनास्थल पर जाने पर पाबंदी लगा दी है।

NGT की रोक के कारण तोशाम के डाडम एरिया में खनन कार्य पर रोक थी। शुक्रवार को ही यहां रोक हटने के बाद खनन कार्य शुरू हुआ था। शनिवार सुबह 8:30 बजे खनन के दौरान पूरा पहाड़ दर गया और उसके नीचे करीब 20 से ज्यादा लोग नीचे दब गए।

साथ ही मौके पर मौजूद ढुलाई के लिए खड़े वाहन और खनन के लिए इस्तेमाल की जा रही मशीनें भी दब गईं। सूचना मिलने के बाद प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू करवाया। तीन लोगों के शव मलबे के नीचे से निकाले जा चुके हैं।

बचाव कार्य में आ रही है दिक्कत

घटना की सूचना के बाद प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। पहाड़ दरकने के बाद गिरे पत्थरों हटाकर लोगों की तलाश शुरू कर दी है। बड़े-बड़े पत्थर गिरने के कारण उन्हें हटाने में दिक्कत आ रही है। पत्थरों को ड्रिल मशीन से काटकर हटाने का प्रयास प्रशासन कर रहा है। दबे व्यक्तियों की संख्या को लेकर अभी कुछ स्पष्ट आंकड़ा सामने नहीं आ पाया है। घटनास्थल से दूर ही आम लोगों को रोका गया है।

कृषि मंत्री दलाल और SP मौके पर पहुंचे

तहसीलदार रविंद्र कुमार ने बताया कि पत्थरों के नीचे से तीन शव निकाले जा चुके हैं। मृतक छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मजूदर हैं। भिवानी सिविल सर्जन रघुबीर शांडिल्य ने बताया कि हादसे में काफी संख्या में कैजुअल्टी होने की आशंका है। वहीं कृषि मंत्री जेपी दलाल और भिवानी के SP अजीत सिंह शेखावत अमले के साथ मौके पर पहुंचे हैं।

फोरेस्ट एरिया की ओर दरका पहाड़

खानक-डाडम क्रशर एसोसिएशन चेयरमैन मास्टर सतबीर रतेरा ने बताया कि जिस समय घटना हुई, वहां कोई खनन कार्य नहीं हो रहा था। खनन क्षेत्र दोनों ओर से फोरेस्ट एरिया से घिरा है। फोरेस्ट एरिया क्षेत्र से हजारों टन का पहाड़ दरकर खनन क्षेत्र की तरफ आया। इसमें अभी तक पांच वाहनों के दबने की पुष्टि हो पाई है, इनकी संख्या ज्यादा भी हो सकती है।

दो दिन पहले ही जारी किए गए कनेक्शन

खनन कार्य प्रदूषण के कारण प्रशासन ने लंबे समय से बंद करवा रखा था। दो दिन पहले ही खनन कार्य के लिए बिजली कनेक्शन प्रदूषण विभाग की NOC के बाद जारी हुए थे। लंबे समय से खनन पर रोक लगी थी। इसके विरोध में खनन कार्यो से जुड़े लोग धरना-प्रदर्शन कर रहे थे।

शुक्रवार को ही शुरू हुआ था खनन

भिवानी के तोशाम क्षेत्र में खानक और डाडम में बड़े स्तर पर पहाड़ खनन कार्य होता है। प्रदूषण के कारण 2 महीने पहले खनन कार्य पर रोक लग गई थी। NGT ने गुरुवार को खनन कार्य दोबारा शुरू करने की अनुमति दी। एनजीटी से अनुमति मिलने के बाद शुक्रवार से खनन कार्य शुरू हुआ। दो महीने तक खनन कार्य बंद रहने के कारण भवन निर्माण सामग्री की किल्लत भी महसूस की जा रही थी। इस किल्लत को दूर करने के लिए बड़े स्तर पर ब्लास्ट किए जाने की आशंका भी जताई जा रही हैं।

डीजीजीआई ने क्रिप्टो और बड़ी कंपनियों पर छापा मारा, कर चोरी के सबूत मिले: रिपोर्ट

 

डीजीजीआई ने क्रिप्टो और बड़ी कंपनियों पर छापा मारा, कर चोरी के सबूत मिले: रिपोर्ट

नई दिल्ली: माल और सेवा कर खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने क्रिप्टोकुरेंसी एक्सचेंज वज़ीरएक्स पर छापे के बाद देश भर में प्रमुख क्रिप्टोकुरेंसी सेवा प्रदाताओं के कार्यालयों पर छापा मारा है। ऑपरेशन का नेतृत्व जीएसटी खुफिया अधिकारियों ने किया था। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक डीजीजीआई ने बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी का पता लगाया है. इससे पहले डीजीजीआई के अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि विभाग ने कर चोरी के लिए क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज वज़ीरएक्स पर 49.20 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।

जीएसटी मुंबई (ईस्ट कमिश्नरेट जोन) ने क्रिप्टोकुरेंसी एक्सचेंज वज़ीरएक्स की व्यावसायिक गतिविधियों की जांच करते हुए 40.5 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी का पता लगाया है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसने ब्याज और जुर्माने सहित फर्म से 49.20 करोड़ रुपये नकद वसूल किए हैं।

देश में Omicron वेरिएंट खतरा , आज से कई राज्यों में नए प्रतिबंध लगा दिए गए हैं

क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है?
क्रिप्टोक्यूरेंसी एन्क्रिप्शन द्वारा संरक्षित एक डिजिटल मुद्रा है। क्रिप्टोकरेंसी को विकेंद्रीकृत तकनीक, ब्लॉकचेन के माध्यम से बनाए रखा जाता है। भुगतान कुछ वॉलेट के रूप में इंटरनेट का उपयोग करके किया जाता है। यह सिक्का हमें नया लगता है, इसलिए यह कैशलेस भुगतान का सबसे उन्नत संस्करण है, जो डिजिटल रूप में है।

देश में Omicron वेरिएंट खतरा , आज से कई राज्यों में नए प्रतिबंध लगा दिए गए हैं

 डिजिटल डेस्क : कोरोनावायरस के साथ-साथ ओमिक्रॉन वेरिएंट का संक्रमण पूरे देश में जंगल की आग की तरह फैल गया है। भारत में ओमाइक्रोन का मामला अब बढ़कर 1431 हो गया है। संक्रमणों की बढ़ती संख्या के कारण, कई राज्यों ने सख्त कोविड प्रतिबंध लगाए हैं। जहां कुछ राज्यों ने फिर से रात्रि कर्फ्यू लगा दिया है। वहीं, अन्य राज्यों ने कोरोनावायरस महामारी की संभावित तीसरी लहर को रोकने के लिए 1 जनवरी के बाद कोविड प्रतिबंधों को बढ़ा दिया है।

दिल्ली में डीडीएमए ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तहत दिल्ली में ‘येलो अलर्ट’ घोषित किया है। जिसके अनुसार रात्रि कर्फ्यू का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए और कायरतापूर्ण व्यवहार के उल्लंघन पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा। इस हफ्ते की शुरुआत में, भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई में राज्य पुलिस ने दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत एक आदेश जारी किया, जिसमें कहा गया कि सख्त प्रतिबंध 7 जनवरी, 2022 तक लागू रहेंगे।

अहमदनगर में ‘नो वैक्सीन, नो एंट्री’ गाइडलाइन जारी

महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के स्थानीय प्रशासन ने सार्वजनिक स्थानों पर सार्वजनिक समारोहों को प्रतिबंधित करने के लिए ‘नो वैक्सीन, नो एंट्री’ निर्देश जारी किया है। राजस्थान सरकार ने बुधवार को सभी अधिकारियों को रात के कर्फ्यू को सख्ती से लागू करने और 31 जनवरी से लोगों के सार्वजनिक स्थानों पर प्रवेश करने के लिए पूर्ण टीकाकरण अनिवार्य करने का निर्देश दिया।

इस देश में 20 लाख लोगों के भूखे रहने की आशंका, UN के गोदाम को लूट

हरियाणा में बिना टीकाकरण के सार्वजनिक स्थान पर नो एंट्री

वहीं, हरियाणा सरकार ने पिछले शुक्रवार को निर्देश जारी किया कि आज से लोगों को बिना टीकाकरण के सार्वजनिक स्थानों पर प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. वहीं, रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक रात का कर्फ्यू लगाया गया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा, “सार्वजनिक स्थानों और अन्य कार्यक्रमों में 200 से अधिक लोगों को अनुमति नहीं दी जाएगी।” रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक लोगों की आवाजाही सीमित रहेगी।