Sunday, June 29, 2025
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महाकुम्भ के लिए योगी सरकार ने खोला खजाना, सुविधाओं पर रहेगा ध्यान

13 जनवरी से प्रयागराज की धरती पर महाकुंभ लगने जा रहा है। जिसके लिए सरकार ने उच्च स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को प्रयागराज में कुंभ के लिए एक प्रोजेक्ट भी लॉन्च किया। जिसके तहत उन्होंने 237.38 करोड़ रुपए देने की घोषणा की। ये पैसे महाकुंभ में स्नान के लिए आने वाले लोगों की सुरक्षा, स्वच्छता और उनकी सुविधाओं पर खर्च किए जाएंगे।

4000 हेक्टेयर तक की जमीन पर लगेगा मेला

सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह ऐलान किया कि 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी के बीच कुंभ में आने वालों के लिए 6 विशाल स्नान कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जिसके लिए मेले का प्रांगण भी बड़ा किया जाएगा। मेले का क्षेत्रफल बढ़ाकर 4000 हेक्टेयर तक कर दिया जाएगा। लोगों की सुविधाओं के लिए 25 सेक्टर्स, विशाल पार्किंग, 14 फ्लाईओवर्स, 550 बसें और 12 किलोमीटर तक स्नान के लिए घाट बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हम किसी को भी गंगा नदी के अंदर कचरा नहीं फेंकने देंगे। लोगों के शौच के लिए करीब डेढ़ लाख टॉयलेट बनवाए जाएंगे। साथ ही 67 हजार LED बल्ब्स, 200 वॉटर यूनिट और 85 कुंए बनाए जाएंगे।

सीएम योगी बनाएंगे डिजिटल महाकुंभ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रयागराज महाकुंभ दिव्य और भव्य महाकुंभ के साथ डिजिटल महाकुंभ का मानक बनेगा। उन्होंने कहा है कि मां गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन संगम में अविरल और निर्मल गंगा के दर्शन और पवित्र कुम्भ स्नान से कोई भारतवासी वंचित नहीं होना चाहेगा। इस बार का महाकुंभ प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन, संतों के आशीर्वाद, आम जनमानस की सहभागिता के नये मानक गढ़ने वाला होगा। मुख्यमंत्री ने बुधवार को प्रयागराज का दौरा कर महाकुंभ 2025 की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने महाकुंभ को सामाजिक समता और जनभागीदारी का आदर्श उदाहरण बनाने का संकल्प जताया।

प्रधानमंत्री मोदी करेंगे मां गंगा का पूजन

मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज आएंगे और मां गंगा का पूजन करेंगे। उन्होंने गंगा को स्वच्छ बनाने के लिए ‘बिजनौर से बलिया तक’ गंगा स्वच्छता समितियों को सक्रिय करने की अपील की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि गंगा को पूरी तरह स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए जनसहयोग को प्राथमिकता दी जाए।

सुरक्षा और यातायात व्यवस्था पर विशेष ध्यान

मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए विशेष योजनाओं पर जोर दिया। पुलिस को सहयोगात्मक व्यवहार अपनाने का निर्देश देते हुए उन्होंने ड्रोन से निगरानी, साइबर सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विशेष स्नान तिथियों के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई जाए और आपदा मित्रों की तैनाती सुनिश्चित की जाए।

वैश्विक स्तर पर होगा महाकुंभ का प्रचार

इस महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कुम्भ के महत्व को वैश्विक स्तर पर प्रचारित किया जाए। हर वर्ग के लोगों को महाकुंभ से जोड़ा जाए, ताकि यह आयोजन ‘ग्रीन प्रयागराज-ग्रीन महाकुंभ’ के लक्ष्य के साथ विश्व पटल पर अपनी छाप छोड़े। उन्होंने कहा कि 2019 में कुम्भ के सफल आयोजन के बाद हमसे अपेक्षाएं और अधिक हैं।

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क्या अजमेर की दरगाह शरीफ का भी होगा सर्वे ? कोर्ट ने भेजा नोटिस

संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के बाद हुई हिंसा का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि राजस्थान के अजमेर जिले में दरगाह शरीफ के सर्वे को लेकर बुधवार को कोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई हुई। कोर्ट ने हिंदू पक्ष की याचिका को स्वीकार कर लिया। याचिका में अजमेर शरीफ दरगाह को हिंदू मंदिर बताया गया है। यह याचिका हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता की ओर से दायर की गई थी। कोर्ट ने संबंधित पक्षों को नोटिस जारी करने का आदेश दिया और अगली सुनवाई की तारीख 20 दिसंबर तय की।

बता दें कि हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने दरगाह से संबंधित मुद्दों को उठाते हुए कानूनी हस्तक्षेप की मांग की थी। उन्होंने कहा कि यह मामला धार्मिक भावनाओं और सामाजिक सौहार्द से जुड़ा हुआ है। जिसके समाधान के लिए कोर्ट का हस्तक्षेप आवश्यक है। कोर्ट द्वारा वाद को स्वीकार करने के बाद यह मामला और अधिक गंभीरता से देखा जा रहा है। कोर्ट ने संबंधित पक्षों को नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया है।

अब 20 दिसंबर को होगी अगली सुनवाई

अब मामले की अगली सुनवाई 20 दिसंबर को होगी, जहां पक्षों के तर्क और दस्तावेज प्रस्तुत किए जाएंगे। इस विवाद ने सामाजिक और धार्मिक स्तर पर व्यापक चर्चा को जन्म दिया है। हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कहना है कि यह मामला हिंदू समाज की धार्मिक आस्थाओं से जुड़ा है। वहीं दरगाह के प्रतिनिधियों की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। कोर्ट के फैसले के बाद आगे की कार्यवाही पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।

दरगाह शरीफ में शिव मंदिर होने का दावा

इससे पहले हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता की याचिका पर बीते मंगलवार को सुनवाई हुई थी, तब कोर्ट ने 27 नवंबर यानि आज की तारीख दी थी। विष्णु गुप्ता की ओर से दाखिल की गई याचिका में दरगाह शरीफ में शिव मंदिर होने का दावा किया गया है। कोर्ट में पिछली सुनवाई के दौरान सबूत के तौर पर एक खास किताब पेश की गई थी। इस किताब के हवाले से यह दावा किया गया था कि दरगाह में एक हिंदू मंदिर था।

दरगाह के तहखाने में गर्भगृह

यह किताब अजमेर निवासी हर विलास शारदा द्वारा वर्ष 1911 में लिखी गई थी। इस किताब का हवाला देते हुए हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने अपनी याचिका में कहा कि दरगाह की जमीन पर पहले भगवान भोलेनाथ का एक मंदिर था। इस शिव मंदिर में पूजा और जलाभिषेक होता था। दरगाह परिसर में मौजूद 75 फीट लंबे बुलंद दरवाजे के निर्माण में मंदिर के मलबे के अंश हैं। यही नहीं दरगाह के तहखाने में गर्भगृह है।

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मलाई में मिलाकर रात में लगा लें ये चीज, मक्खन सी मुलायम रहेगी त्वचा

सर्दियों में लोग सबसे ज्यादा ड्राई स्किन की समस्या से परेशान रहते हैं। रूखी, बेजान त्वचा न सिर्फ चेहरे का ग्लो कम करती है बल्कि इससे काफी परेशानी भी होने लगती है। ड्राई स्किन वालों की त्वचा पर जल्दी झुर्रियां भी आने लगती हैं। इसलिए अपनी त्वचा को हमेशा मॉइश्चराइज करके रखें। सर्दियों में अगर त्वचा फटने लगती है तो इसके लिए मलाई का इस्तेमाल करें। दूध पर जमी मलाई चेहरे, हाथ और पैरों पर लगाने से आपकी त्वचा मक्खन जैसी सॉफ्ट हो जाएगी। मलाई त्वचा को सॉफ्ट और ग्लोइंग बनाने में मदद करती है। ये नेचुरल चीज और भी असरदार हो जाती है अगर आप मलाई में शहद मिलाकर इस्तेमाल करते हैं।

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जी हां, शहद और मलाई मिलकर त्वचा के अंदर से पोषण और नमी देते हैं। इससे सर्दियों में फटी त्वचा हील हो जाकी है और स्किन की ड्राइनेस भी दूर हो जाती है। मलाई लगाने से चेहरे पर इंस्टेंट ग्लो आता है और इससे दाग-धब्बे भी दूर हो जाते हैं। रोजाना मलाई लगाने से रंग भी साफ होने लगता है। आइये जानते हैं चेहरे पर मलाई और शहद को मिलाकर कैसे लगाएं ?

मलाई और शहद मिलाकर लगाएं

जिन लोगों की स्किन बहुत ज्यादा ड्राई रहती है उन्हें मलाई में शहद मिलाकर लगाना चाहिए। मलाई को शहद के साथ मिलाने से इसकी नमी और बढ़ जाती है। इसके लिए आपको 1 चम्मच मलाई लेनी है और उसमें 1 चम्मच शहद मिलाना है। दोनों चीजों को अच्छी तरह से मिक्स करके फेस पर लगाएं और कुछ देर रहने दें। 20 मिनट के बाद चेहरे को पानी से धो लें। मलाई और शहद लगाने से आपकी त्वचा कुछ दिनों में ही एकदम मुलायम और चमकदार हो जाएगी।

चेहरे पर मलाई लगाने के फायदे

अगर आपको शहद मिलाकर मलाई नहीं लगानी तो सिर्फ मलाई को ही फेस पर लगा सकते हैं। हाथ पर मलाई लेकर अच्छी तरह फेस पर लगाएं। आप चाहें तो मलाई को रगड़ते हुए छुड़ा दें और आधा घंटे बाद त्वचा को गुनगुने पानी से धो लें। इससे आपको रात में कोई क्रीम या लोशन लगाने की भी जरूरत नहीं होगी। आप चाहें तो फेस को बिना धोए भी सो सकते हैं और सुबह चेहरे को पानी सो धो लें।

(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)

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सेंसेक्स 230 और निफ्टी 80 अंकों की बढ़त के साथ बंद

भारतीय शेयर बाजार में आज एक बार फिर ठीक-ठाक रिकवरी देखने को मिली। बुधवार को बीएसई सेंसेक्स 230.02 अंकों की बढ़ोतरी के साथ 80,234.08 अंकों पर बंद हुआ। इसी तरह, निफ्टी 50 भी 80.40 अंकों की तेजी के साथ 24,274.90 अंकों पर आकर बंद हुआ। आज कारोबार के दौरान सेंसेक्स 80,511.15 अंकों के इंट्राडे हाई तक पहुंचा, तो निफ्टी भी 24,354.55 अंकों के इंट्राडे हाई तक पहुंचा था।

बताते चलें कि आज शेयर बाजार ने मामूली बढ़त के साथ हरे निशान में कारोबार शुरू किया था। मंगलवार को बीएसई सेंसेक्स 105.79 अंकों की गिरावट के साथ 80,004.06 अंकों पर बंद हुआ था और निफ्टी 27.40 अंकों की गिरावट के साथ 24,194.50 अंकों पर बंद हुआ था।

कुछ कंपनियों के शेयर में दिखी गिरावट

वहीं दूसरी ओर, टाइटन के शेयर आज सबसे ज्यादा 0.77 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ। स्टेट बैंक के शेयर 0.57 प्रतिशत, एशियन पेंट्स 0.54 प्रतिशत, टीसीएस 0.47 प्रतिशत, सनफार्मा 0.41 प्रतिशत, इंडसइंड बैंक 0.39 प्रतिशत, एचसीएल टेक 0.24 प्रतिशत, आईसीआईसीआई बैंक 0.24 प्रतिशत, कोटक महिंद्रा बैंक 0.19 प्रतिशत, पावरग्रिड 0.12 प्रतिशत, लार्सन एंड टुब्रो 0.09 प्रतिशत, रिलायंस इंडस्ट्रीज 0.08 प्रतिशत, आईटीसी 0.06 प्रतिशत और भारती एयरटेल के शेयर 0.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए।

निफ्टी के कुछ स्टॉक्स हरे निशान और कुछ लाल निशान में बंद

हफ्ते की तीसरे दिन आज सेंसेक्स की 30 में से 16 कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ हरे निशान में बंद हुए और बाकी की 14 कंपनियों के शेयर नुकसान के साथ लाल निशान में बंद हुए। इसी तरह, निफ्टी 50 की भी 50 में से 25 कंपनियों के शेयर तेजी के साथ हरे निशान में बंद हुए और बाकी की 25 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुए।

अडाणी के शेयरों में तूफानी तेजी

सेंसेक्स की कंपनियों में शामिल अडाणी पोर्ट्स के शेयर आज सबसे ज्यादा 5.91 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुए। एनटीपीसी के शेयर 2.31 प्रतिशत, एचडीएफसी बैंक 1.38 प्रतिशत, बजाज फाइनेंस 1.31 प्रतिशत, मारुति सुजुकी 1.24 प्रतिशत, जेएसडब्लू स्टील 0.74 प्रतिशत, एक्सिस बैंक 0.53 प्रतिशत, टेक महिंद्रा 0.49 प्रतिशत, महिंद्रा एंड महिंद्रा 0.37 प्रतिशत, बजाज फिनसर्व 0.35 प्रतिशत, हिंदुस्तान यूनिलीवर 0.31 प्रतिशत, नेस्ले इंडिया 0.28 प्रतिशत, अल्ट्राटेक सीमेंट 0.23 प्रतिशत, टाटा मोटर्स 0.22 प्रतिशत, इंफोसिस 0.21 प्रतिशत और टाटा स्टील के शेयर 0.10 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुए।

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योगी सरकार आ गई फुल एक्शन में, पोस्टर लगेंगे और वसूली भी होगी

उत्तर प्रदेश के संभल में कोर्ट के आदेश पर हुए जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के बाद पुलिस प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रही है। इस मामले में 27 आरोपी पकड़े जा चुके हैं। इनमें से 3 नाबालिग भी हैं। 74 अन्य दंगाइयों की पहचान की गई है जो कि फरार हैं। इनकी तलाश जारी है।

इस बीच उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार संभल में उपद्रव करने वाले आरोपियों पर सख्त एक्शन लेने के मूड में है। संभल के पत्थरबाजों और उपद्रवियों पर योगी सरकार कैसे एक्शन लेगी इसकी जानकारी सामने आई है।

लिया जाएगा एक्शन

संभल के पत्थरबाजों और उपद्रवियों पर योगी सरकार सख्त रूप से एक्शन लेने की तैयारी में है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, सार्वजनिक स्थानों पर इन पत्थरबाजों और उपद्रवियों के पोस्टर लगेंगे। इनसे नुकसान की वसूली भी होगी। इसके साथ ही इनपर इनाम भी जारी किया जा सकता है। यूपी सरकार पहले से ही उपद्रवियों और अपराधियों के खिलाफ नुकसान की वसूली और पोस्टर का अध्यादेश जारी कर चुकी है।

कैसे हैं संभल के हालात ?

संभल के मौजूदा हालात पर एसपी कृष्ण कुमार ने कहा है कि रविवार को हुई हिंसा के बाद इंटरनेट बंद करने का फैसला हुआ था जो अब भी जारी है। इसके अलावा स्थिति सामान्य है और बाकी सभी चीजें बहाल कर दी गई हैं। एसपी ने बताया है कि पुलिस ने घटना में शामिल लोगों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं। 100 से ज्यादा लोगों की पहचान कर ली गई है और वे जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे। एसपी ने ये भी बताया कि संभल के सांसद जिया-उर-रहमान बर्क को 23 नवंबर को BNS की धारा 168 के तहत नोटिस जारी किया गया है।

पुलिस ने योगी सरकार को सौंपी रिपोर्ट

संभल पुलिस और जिला प्रशासन ने उत्तर प्रदेश सरकार को संभल में हुई हिंसा के मामले में एक रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट में संभल पुलिस और जिला प्रशासन ने योगी सरकार को पूरी डिटेल के साथ यह बताया है कि सर्वे की टीम कब आई और उसके बाद हिंसा कहां से और किस समय शुरू हुई। संभल पुलिस और जिला प्रशासन की रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि हिंसा के समय कितने लोगों की भीड़ मौके पर मौजूद थी और पत्थरबाजी के साथ हिंसा कैसे शुरू हुई।

इसके अलावा जिला पुलिस और प्रशासन ने यूपी सरकार को रिपोर्ट में हिंसक भीड़ पर पुलिस एक्शन के बारे में भी बताया है। इतना ही नहीं सम्भल पुलिस और प्रशासन ने राज्य सरकार को आगे की कार्रवाई, पुलिस जांच और पुलिस के एक्शन की रूपरेखा के बारे में जानकारी दी है। यूपी सरकार को भेजी गई इस रिपोर्ट पर सम्भल के डीएम राजेंद्र पेंसियां और एसपी कृष्ण बिश्नोई के हस्ताक्षर भी है।

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संभल जामा मस्जिद मामला : बैर बढ़ाते मंदिर मस्जिद, ये झगड़े बंद होने चाहिए

इस वक्त उत्तर प्रदेश के संभल में जबरदस्त तनाव है। जामा मस्जिद के सर्वे के विरोध में रविवार को जो हिंसा हुई, उसमें 4 नौजवानों की मौत हो चुकी है। पुलिस ने 25 लोगों को गिरफ्तार किया है। एक हज़ार से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ 7 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। संभल के सांसद ज़िया उर रहमान बर्क और संभल के विधायक इक़बाल महमूद के बेटे सोहेल इक़बाल समेत कुल 15 लोगों के खिलाफ नामज़द एफआईआर दर्ज हुई है। 24 पुलिसवाले घायल हुए हैं।

सिर्फ फोटोग्राफी हो रही थी

संभल में 4 लोगों की मौत दुखद है, दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा लगता है इस मामले में हर स्तर पर, हर मोड़ पर शरारत हुई। पहले तो सर्वे का ऑर्डर जल्दबाजी में आया। फिर सर्वे भी जल्दबाज़ी में शुरू हुआ। फिर सर्वे को लेकर अफवाह फैलाई गई। मस्जिद में जहां सिर्फ फोटोग्राफी हो रही थी, वहां खुदाई की बात फैलाई गई। अफवाह की वजह से पत्थर और हथियार लेकर भीड़ इकट्ठा हुई। इलाके के लोग कहते हैं कि ये नकाबपोश बाहर से आए थे। कुछ लोगों ने इस भीड़ को भड़काया। भीड़ ने पुलिस को घेरकर हमला किया और पुलिस का दावा है कि उन्होंने अपनी जान बचाने के लिए एक्शन लिया।

अगर प्रशासन ने सावधानी बरती होती, तो इतनी भीड़ इकट्ठी नहीं होती और भीड़ को मज़हब के नाम पर भड़काया न गया होता, तो वो पुलिस पर हमला न करती। सर्वे का काम शांति से हो सकता था। उस पर जंग अदालत में लड़ी जा सकती थी, पर जो हुआ वो बिलकुल उसका उल्टा था। अब जांच हो जाएगी। दंगा करने वालों की पहचान हो जाएगी। भड़काने वालों को पकड़ा जा सकता है। उन पर केस भी चलाया जा सकता है लेकिन जिन 4 नौजवानों की मौत हुई, उन्हें वापस नहीं लाया जा सकता। ये इस मामले का सबसे शॉकिंग पहलू है।

ये झगड़े बंद होने चाहिए

अब दोनों तरफ के लोग एक दूसरे पर साजिश के इल्जाम लगा रहे हैं। इन्हें कितने भी सबूत दिखा दिए जाएं, कितने भी बयान सुनवा दिए जाएं, कोई नहीं मानेगा। दोनों पक्ष अपनी बात पर अड़े रहेंगे। दोनों एक दूसरे को दोषी ठहराएंगे। मेरा तो ये कहना है कि मंदिर, मस्जिद के नाम पर रोज़-रोज़ के ये झगड़े बंद होने चाहिए। टकराव से कभी किसी का भला नहीं हुआ। जब भी रास्ता निकला है तो आपसी बातचीत से निकला है।

बैर बढ़ाते मंदिर मस्जिद……

बरसों पहले डॉ हरिवंशराय बच्चन ने लिखा था, “बैर बढ़ाते मंदिर मस्जिद…।” धार्मिक स्थलों के विवाद से किसी का उपकार नहीं होता। RSS प्रमुख मोहन भागवत ने थोड़े दिन पहले कहा था ‘हर मस्जिद के नीचे शिवलिंग ढूंढना उचित नहीं है।’ हमारा कानून भी यही कहता है कि जो धार्मिक स्थल बन चुके हैं, उनको लेकर नये सिरे से विवाद उठाने की जरूरत नहीं। जब मज़हब के नाम पर लोग लड़ते हैं, एक दूसरे के खून के प्यासे हो जाते हैं, तो नेताओं को अपनी लीडरी चमकाने का मौका मिलता है। संभल में जो कुछ हुआ, उसका नुकसान आम जनता को हुआ और राजनीतिक दलों ने उसका पूरा पूरा फायदा उठाया।

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फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम : कहां, कब और कितना करें निवेश ?

अगर आप अपने पैसे को सुरक्षित रखना चाहते हैं और थोड़ी सी कमाई भी करना चाहते हैं, तो बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) स्कीम आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकती है। यह एक ऐसी स्कीम है, जिसमें आप बैंक को एक तय समय के लिए अपना पैसा जमा करते हैं और बदले में आपको ब्याज मिलता है। अब सवाल ये है कि यह स्कीम कितनी फायदेमंद है, कहां और कब निवेश करना चाहिए, और कितना निवेश करना सही रहेगा ? आइए, इन सभी सवालों का आसान तरीके से जवाब समझते हैं।

फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) क्या है ?

एफडी यानी फिक्स्ड डिपॉजिट एक ऐसी स्कीम है, जिसमें आप बैंक में अपनी रकम जमा करते हैं और बैंक आपको उस पर एक तय ब्याज देता है। ब्याज की दर पहले से तय रहती है और यह पूरी अवधि के लिए समान रहती है, चाहे बाजार में ब्याज दरें ऊपर-नीचे हों। फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) को आमतौर पर कुछ महीनों से लेकर 5 साल तक के लिए खोला जा सकता है।

फिक्स्ड डिपॉजिट के फायदे

1. सुरक्षा : एफडी का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह बहुत ही सुरक्षित है। जब आप अपना पैसा बैंक में जमा करते हैं, तो आपका पैसा सुरक्षित रहता है। इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नियमों के तहत, 5 लाख रुपये तक की जमा राशि को बीमा भी मिलता है, यानी अगर बैंक किसी कारण से दिवालिया हो जाता है तो भी आपका पैसा सुरक्षित रहेगा।

2. निश्चित ब्याज और रिटर्न : एफडी में जो ब्याज मिलता है, वह पहले से तय होता है और यह तय समय तक नहीं बदलता। इस कारण से आपको पहले से पता होता है कि आप किसे रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए अच्छा है जो अपनी भविष्य की योजनाओं के लिए एक सुनिश्चित रिटर्न चाहते हैं, जैसे बच्चों की पढ़ाई या शादी के लिए कर सकते है।

3. आसान प्रक्रिया : एफडी में निवेश करना बहुत ही आसान है। आप किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में जा सकते हैं, अपनी राशि और समय तय कर सकते हैं और जमा कर सकते हैं। इसके बाद आपको एक प्रमाण पत्र मिलेगा, जो आपके निवेश का सबूत होगा।

4. लिक्विडिटी : हालांकि एफडी को एक तय समय के लिए लॉक किया जाता है, लेकिन अगर आपको अचानक पैसे की जरूरत पड़ जाए। तो आप एफडी को पहले भी तुड़वा सकते हैं। हालांकि, ऐसा करने पर आपको कुछ ब्याज की कटौती हो सकती है। लेकिन फिर भी आपका पैसा वापस मिल जाएगा।

5. कर लाभ : कुछ खास प्रकार की एफडी स्कीम्स जैसे 5 साल की टैक्स सेविंग एफडी, आयकर में छूट दिलाती हैं। इस स्कीम में निवेश करने पर आपको 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट मिल सकती है।

कहां करें निवेश ?

बैंक : एफडी में निवेश करने का सबसे आम तरीका बैंक है। चाहे सरकारी बैंक हो या निजी बैंक, दोनों में एफडी के अच्छे विकल्प होते हैं। सरकारी बैंकों के मुकाबले निजी बैंकों में ब्याज दरें थोड़ी ज्यादा हो सकती हैं।

पोस्ट ऑफिस : भारतीय पोस्ट ऑफिस भी एफडी की सुविधा देता है। यहां एफडी की ब्याज दरें बैंकों से थोड़ी अधिक होती हैं और यह भी एक सुरक्षित विकल्प है।

नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां (NBFCs) : कुछ नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां (NBFCs) भी एफडी की पेशकश करती हैं। लेकिन इनकी सुरक्षा बैंक एफडी जैसी नहीं होती। इसलिए इनका चुनाव करते वक्त थोड़ा ध्यान रखना चाहिए।

कब करें निवेश ?

ब्याज दरें बढ़ने पर : अगर आपको लगता है कि ब्याज दरें बढ़ने वाली हैं। तो आप लंबी अवधि के लिए एफडी में निवेश कर सकते हैं, ताकि ज्यादा ब्याज मिले।

बाजार की अस्थिरता : जब शेयर बाजार या अन्य निवेश विकल्प अस्थिर होते हैं, तो एफडी एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है। इसके अलावा अगर आप जोखिम से बचना चाहते हैं तो एफडी एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

संकट के समय : अगर आपको लगता है कि आने वाले समय में आपको पैसों की जरूरत पड़ सकती है, तो एफडी में निवेश करना सुरक्षित रहेगा। यह आपको भविष्य में एक तय रिटर्न देगा।

कितना निवेश करें ?

एफडी में कितना निवेश करना चाहिए, यह आपके वित्तीय लक्ष्य और जरूरतों पर निर्भर करता है।

रिटायरमेंट के लिए निवेश : अगर आप रिटायरमेंट के बाद अपनी आय को सुनिश्चित करना चाहते हैं, तो एफडी में निवेश करना अच्छा हो सकता है। आप अपनी रिटायरमेंट की जरूरतों के हिसाब से एफडी में पैसा जमा कर सकते हैं। हालांकि, लंबी अवधि के लिए भी अन्य विकल्प जैसे म्यूचुअल फंड्स या शेयर बाजार को भी देख सकते हैं।

आपातकालीन निधि : एफडी एक अच्छा आपातकालीन कोष बनाने के लिए भी उपयोगी है। अगर आप किसी आकस्मिक परिस्थिति में फंस जाएं, तो आप एफडी से पैसा निकाल सकते हैं। हालांकि, आपको यह ध्यान रखना होगा कि यदि आप एफडी जल्दी तुड़वाते हैं। तो आपको थोड़ी सी ब्याज की कमी हो सकती है।

निवेश राशि : कितना निवेश करना चाहिए, यह आपकी वित्तीय स्थिति पर निर्भर करता है। आमतौर पर लोग अपनी बचत का 10% से 20% हिस्सा एफडी में निवेश करते हैं। ताकि उन्हें सुरक्षा के साथ कुछ रिटर्न भी मिल सके। इसके अलावा आपको यह भी देखना चाहिए कि आपकी बाकी बचत और निवेश कहां हैं और एफडी में कितना निवेश करना आपको बेहतर लगता है।

फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश से पहले ध्यान रखें ये बातें

ब्याज दर : एफडी में निवेश करने से पहले यह जरूर देखें कि वर्तमान में बैंक की ब्याज दरें क्या हैं। बाजार में उतार-चढ़ाव के हिसाब से ब्याज दरों में बदलाव हो सकता है, इसलिए समय-समय पर इसे चेक करें।

कंपाउंडिंग का फायदा : एफडी में ब्याज कंपाउंड होता है यानी ब्याज पर ब्याज मिलता है। अगर आप चाहें तो ब्याज का भुगतान मासिक, त्रैमासिक या वार्षिक करवा सकते हैं। कंपाउंडिंग से आपके रिटर्न में बढ़ोतरी हो सकती है।

कर की बातें : एफडी पर मिलने वाली ब्याज राशि पर टैक्स लगता है। अगर आपकी ब्याज आय 40,000 रुपये से ज्यादा है। तो आपको टैक्स चुकाना पड़ सकता है।

लॉक-इन अवधि : एफडी की लॉक-इन अवधि तय होती है। इसलिए निवेश करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आपको अपनी रकम को कितने समय तक लॉक करना ठीक लगेगा।

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उन्नाव जिले में गिरा अंग्रेजों के जमाने का पुल, गंगा नदी में समाया

उन्नाव: यूपी के उन्नाव जिले में मंगलवार की भोर में अचानक एक पुल गिर गया। बताया जा रहा है कि ये पुल अंग्रेजों के जमाने में बना था। हालांकि इस पुल पर कई सालों से यातायात को बंद कर दिया गया था, जिससे कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। ब्रिटिश कालीन इस पुल को चार साल पहले ही बंद कर दिया गया था। ये पुल कानपुर और उन्नाव को जोड़ने के लिए गंगा नदी पर बनाया गया था। मंगलवार तड़के पुल का एक हिस्सा अचानक गंगा नदी में गिर गया। इससे कोई जनहानि नहीं हुई है।

चार साल पहले बंद कर दिया गया पुल

आपको बता दे मंगलवार सुबह दो बजे के बाद पुल के दो खंभों के बीच का हिस्सा गंगा नदी में गिर गया। स्थानीय निवासियों का दावा है यह पुल 1874 में अवध एंड रूहेलखंड रेलवे लिमिटेड कंपनी द्वारा बनाया गया था। वहीं स्थानीय निवासियों ने बताया कि पुल को 2021 में दरारें आने के बाद यातायात के लिए बंद कर दिया गया था। कानपुर की तरफ से 2, 10, 17 और 22 नंबर की कोठियों में गहरी दरारें पाई गई थीं। जिसके चलते सुरक्षा के लिहाज से प्रशासन ने 5 अप्रैल 2021 को इस पुल को पूरी तरह से बंद कर दिया था। पुल बंद करते समय पुल के दोनों ओर दीवारें बनाकर इसे सील किया गया था।

सामने आया गिरे हुए पुल का वीडियो

पुल का गिरा हुआ हिस्सा मंगलवार की सुबह गंगा नदी में समा गया। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने गिरे हुए पुल का वीडियो भी बना लिया। ये वीडियो अब काफी वायरल हो रही हैं। गंगा नदी के पास रहने वाले स्थानीय निवासियों ने बताया कि कुछ अधिकारी सुबह आए थे जिन्होंने टूटे हिस्से के पास जाकर कुछ देर रुक कर मुआयना किया। इसके बाद वह लोग वापस चले गए।

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जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में टीम इंडिया ने जीत के साथ तोड़े कई रिकॉर्ड

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। इस मुकाबले में टीम इंडिया के कप्तान जसप्रीत बुमराह ने कमाल का प्रदर्शन किया। रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में टीम इंडिया ने यह मुकाबला खेला। वहीं दूसरी ओर शुभमन गिल भी इंजरी के कारण इस मुकाबले में नहीं खेल सके। जब टीम इंडिया पहले दिन इस मुकाबले में खेलने के लिए उतरी तब वह काफी कमजोर नजर आ रहे थे, लेकिन भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहले टेस्ट मैच को एकतरफा अंदाज में 295 रनों से जीत लिया।

भारतीय टीम के कप्तान जसप्रीत बुमराह पहले टेस्ट मैच के हीरो रहे। उनके शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया। उन्होंने इस मैच की दोनों पारियों को मिलकर कुल 8 विकेट झटके। मैच की पहली पारी में तो उन्होंने 5 विकेट हॉल भी हासिल किया था। जिसके दम पर टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ 104 रनों पर ऑलआउट कर दिया। इस मैच में कप्तान बुमराह समेत टीम इंडिया ने कई बड़े रिकॉर्ड बनाए। ऐसे में आइए उन बड़े रिकॉर्ड पर एक नजर डालते हैं।

टीम इंडिया ने की इस रिकॉर्ड की बराबरी

वही भारतीय टीम ने इस मुकाबले को जीतकर इस सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में सीरीज के पहले मुकाबले को जीतना किसी भी टीम के लिए आसान काम नहीं रहता है। भारतीय टीम ने ऐसा दूसरी बार किया है। इससे पहले टीम इंडिया ने साल 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के पहले मुकाबले को एडिलेड में जीता था। साउथ अफ्रीका ने साल 2008 और 2016 में पर्थ (वाका) में ऐसा किया था। अब साउथ अफ्रीका के अलावा टीम इंडिया भी ऐसा दो बार करने वाली टीम बन गई है।

टीम इंडिया के लिए ऐतिहासिक रही ये जीत

भारतीय टीम के लिए यह जीत काफी ऐतिहासिक रही है। भारत ने इससे पहले कभी भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में इतने बड़े अंतर से टेस्ट मैच नहीं जीता था। यह जीत भारतीय टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया में सबसे बड़ी टेस्ट जीत है। वहीं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह टीम इंडिया की दूसरी सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले मोहाली में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 320 रनों से हराया था।

बुमराह बने प्लेयर ऑफ द मैच

भारतीय टीम के स्टार गेंदबाज और पहले टेस्ट मैच के कप्तान जसप्रीत बुमराह ने प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब जीता। यह उनका टेस्ट क्रिकेट में तीसरा प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब है। वह ऑस्ट्रेलिया में दूसरा सबसे बेस्ट प्रदर्शन करने वाले भारतीय कप्तान है। इससे पहले बिशन सिंह बेदी ने पर्थ में 194 रन देकर 10 विकेट लिए थे। वहीं बुमराह ने 72 रन देकर 8 विकेट झटके हैं।

       ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया की सबसे बड़ी जीत (रनों के मामले में)

>> 320 रन से – मोहाली, 2008

>> 295 रन से – पर्थ, 2024

>> 222 रन से – मेलबर्न, 1977

>> 179 रन से – चेन्नई, 1998

>> 172 रन से – नागपुर, 2008

        एशिया के बाहर टीम इंडिया की दूसरी सबसे बड़ी जीत (रनों के मामले में)

>> 318 रन से बनाम वेस्टइंडीज, नॉर्थ साउंड, 2019

>> 295 रन से बनाम ऑस्ट्रेलिया, पर्थ, 2024

>> 279 रन से बनाम इंग्लैंड, हेडिंग्ले, 1986

>> 272 रन से बनाम न्यूज़ीलैंड, ऑकलैंड, 1968

>> 257 रन से बनाम वेस्टइंडीज, किंग्स्टन, 2019

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संभल शाही जामा मस्जिद : सपा सांसद और विधायक के बेटे पर FIR दर्ज

संभल: जिले में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर बवाल हो गया। इस दौरान हुई पत्थरबाजी की घटना और पुलिस की ओर से किए गए लाठीचार्ज में चार लोगों की मौत हो गई है। वहीं अब हंगामे के बाद संभल में बाहरी लोगों के आने पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा इलाके में स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है। अब पुलिस ने पूरे मामले को लेकर संभल कोतवाली में एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में सपा सांसद जिया उर रहमान और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल के खिलाफ साजिश का मुकदमा दर्ज किया गया है।

2500 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

संभल में हुई हिंसा मामले में अब तक सात एफआईआर दर्ज की गई है। इन सभी एफआईआर में कुल मिलाकर 2500 से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा, “हमारे सब-इंस्पेक्टर दीपक राठी जो कल घायल हुए थे, उन्होंने 800 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। जिया उर रहमान बर्क और सोहेल इकबाल को आरोपी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने भीड़ को उकसाया था।” बर्क को पहले भी नोटिस दिया गया था, इसके बावजूद उन्होंने लोगों को भड़काया, जिस वजह से लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया था। बर्क को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

सपा सासंद जिया उर रहमान के खिलाफ केस दर्ज

दरअसल, रविवार को जिले में हुए बवाल के बाद संभल कोतवाली में दंगे को लेकर FIR दर्ज की गई है। इसमें सुनियोजित साजिश, दंगा भड़काने और भीड़ इक्कठा करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि समाजवादी पार्टी के स्थानीय सांसद जिया उर रहमान और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल के खिलाफ साजिश का मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके साथ ही पुलिस के हाथ दंगा भड़काने वाले कुछ वीडियो पोस्ट भी लगे हैं, जिनकी जांच की जा रही है।

चार की मौत, 21 लोग घायल

बता दें कि रविवार की सुबह जामा मस्जिद का सर्वे किया गया। हालांकि सर्वे की टीम जैसे ही पहुंची, तभी वहां पर भीड़ इकट्ठा हो गई। इसके बाद भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। वहीं देखते ही देखते बवाल बढ़ गया और भीड़ उग्र हो गई। इस दौरान भीड़ ने पत्थरबाजी भी की। इस पूरी घटना में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 21 लोग घायल बताए जा रहे हैं। वहीं पुलिस ने इस मामले में अब कार्रवाई करते हुए 24 लोगों को हिरासत में ले लिया है। वहीं अब पुलिस ने संभल कोतवाली में एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है।

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पीटीआई का गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने का ऐलान, आतंकी हमले की चेतावनी

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ’ (पीटीआई) ने एक बार फिर से देश में बड़े आंदोलन का बिगुल बजा दिया है। इससे पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। इमरान खान की ओर से यह संदेश दिया गया है कि अब गुलामी की बेड़ियों को नहीं सहन करेंगे और इसे उखाड़ फेकेंगे। इससे इस्लामाबद में प्रस्तावित प्रदर्शन के मद्देनजर सरकार ने रविवार को सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने जनता से ‘‘गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने’’ के लिए एकजुट होने का आह्वान किया है। पाकिस्तान सरकार ने ‘पीटीआई’ द्वारा इस्लामाबाद में किए जाने वाले प्रदर्शन को रोकने के लिए राष्ट्रीय राजधानी की ओर जाने वाले राजमार्गों को बंद कर दिया। इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं को आंशिक रूप से निलंबित कर दिया। सार्वजनिक परिवहन पर रोक लगा दी तथा महत्वपूर्ण सड़कों को कंटेनर खड़े कर अवरुद्ध कर दिया। इसके साथ ही भारी संख्या में सुरक्षाबलों को भी तैनात किया गया है।

पंजाब के मुख्यमंत्री का ऐलान

मुख्यमंत्री ने मार्च में शामिल होने के इच्छुक पार्टी कार्यकर्ताओं को अपराह्न तीन बजे तक स्वाबी पहुंचने का भी निर्देश दिया है। पीटीआई दो महीने में दूसरी बार प्रदर्शन करने जा रही है। प्रदर्शन स्थगित करने के सरकार के आह्वान को नजरअंदाज करते हुए पार्टी ने इस्लामाबाद की ओर बढ़ने की घोषणा की है। वहीं, अधिकारियों ने इस प्रदर्शन के दौरान संभावित खतरे की चेतावनी जारी की है।

इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने अपनी तीन मांगों को लेकर इस्लामाबाद तक एक लंबा मार्च करने की पिछले सप्ताह घोषणा की थी। पार्टी जेल में बंद खान और अन्य नेताओं को रिहा करने, आठ फरवरी के चुनावों में पीटीआई की जीत को मान्यता देने के अलावा 26वें संविधान संशोधन को निरस्त करने की मांग कर रही है। 26वें संविधान संशोधन ने न्यायाधीशों और मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति की प्रक्रिया को बदल दिया था।

प्रदर्शन करने पर आमादा पीटीआई

पीटीआई’ के नेतृत्व ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि योजनानुसार रविवार को प्रदर्शन किया जाएगा तथा इसे न तो स्थगित किया जाएगा और न ही लक्ष्य हासिल होने से पहले इसे समाप्त किया जाएगा। जियो न्यूज की खबर के मुताबिक, ‘पीटीआई’ के नेताओं ने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री आवास पर रविवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें प्रदर्शन करने के लिए रणनीति को अंतिम रूप दिया गया। खबर में बताया गया कि खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने कहा कि वह प्रस्तावित प्रदर्शन की तैयारियों का निरीक्षण करने और इस्लामाबाद तक पार्टी के मार्च का नेतृत्व करने के लिए अपराह्न तीन बजे स्वाबी पहुंचेंगे।

पाकिस्तान में आतंकी हमले की चेतावनी

एक पाकिस्तानी न्यूज चैनल ‘एक्सप्रेस न्यूज टीवी’ की खबर के अनुसार, राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक प्राधिकरण (एनएसीटीए) ने इस्लामाबाद में पीटीआई के प्रदर्शन के दौरान संभावित आतंकवादी हमले की चेतावनी देते हुए सुरक्षा अलर्ट जारी किया है। इसने चेतावनी दी कि पीटीआई की सार्वजनिक सभा को आतंकवादी निशाना बना सकते हैं। इस्लामाबाद में 18 नवंबर से धारा-144 लागू है, जिसके तहत लोग एकत्र नहीं हो सकते। दूसरी ओर, पंजाब सरकार ने भी 23 नवंबर से 25 नवंबर तक पूरे प्रांत में धारा 144 लागू कर दी है। जिसके तहत विरोध प्रदर्शन, सार्वजनिक सभाएं, रैलियां और धरने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। कड़ी सुरक्षा और प्रतिबंधों के बावजूद, पीटीआई अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने पर अड़ी हुई है।

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संभल में बवाल, उग्र भीड़ ने वाहनों में लगाई आग, कई पुलिसकर्मी घायल

उत्तर प्रदेश के संभल में आज फिर एक बार शाही जामा मस्जिद का सर्वे हुआ। सर्वे करने टीम सुबह 6 बजे पहुंच गई है। मौके पर डीएम-एसपी के अलावा एसडीएम-सीओ और पीएसी-आरआरएफ को तैनात कर दिया गया। हालांकि इस दौरान मस्जिद के बाहर बवाल भी देखने को मिला और अचानक से पुलिस की टीम पर पथराव किया गया। वहीं हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और कुछ लोगों पर लाठीचार्ज भी करना पड़ा। बता दें कि आज सुबह से ही इलाके में भारी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया है। वहीं शाही जामा मस्जिद से सर्वे की टीम निकल चुकी है। पुलिस प्रशासन ने सुरक्षित रास्ते से सर्वे टीम को बाहर निकाला है।

डीएम और एसपी मौके पर मौजूद

आज एक बार फिर संभल की जामा मस्जिद में सर्वे का काम किया गया। इसी बीत सर्वे को लेकर भीड़ आक्रोशित हो गई और इसके बाद संभल में तनाव का माहौल है। इस बीच पुलिस और भीड़ के बीच जमकर धक्का मुक्की हुई। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई और डीएम डॉ राजेंद्र पेंसिया ने मोर्चा संभाला। वहीं आक्रोशित भीड़ को भगाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए। डीएम और एसपी आक्रोशित भीड़ को समझाने के लिए पहुंचे तो आक्रोशित भीड़ ने नारेबाजी की।

वहीं हंगामा कर रही आक्रोशित भीड़ पर बमुश्किल काबू पाने में एसपी और डीएम जुटे हुए हैं। वहीं पत्थरबाजी की घटना के बाद हर गली में ड्रोन कैमरे से की जा रही निगरानी। घरों की छतों पर भी पुलिस बल तैनात किया गया है। फिलहाल जो गाड़ियां आग की चपेट में आई हैं, उनकी आग बुझाई जा रही है। वहीं इलाके में घरों के दरवाजे बंद हैं।

संभल जिले में जामा मस्जिद का सर्वेक्षण

संभल के एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने कहा, “कोर्ट के आदेश के अनुसार, संभल जिले में जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। सर्वेक्षण के विरोध में कुछ लोग एकत्र हुए और सर्वेक्षण के समय पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने इस पर जवाबी कार्रवाई की और जामा मस्जिद के परिसर के पास खड़ी उप-निरीक्षकों की कुछ गाड़ियों को आग लगा दी गई। कानून-व्यवस्था नियंत्रण में है। हर जगह शांति और व्यवस्था कायम है। फिर से ड्यूटी लगाई जा रही है और सर्वेक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। ड्रोन से वीडियोग्राफी की गई है और सीसीटीवी कैमरों की मदद से इन सभी लोगों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”

सर्वे का काम हुआ पूरा

वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने बताया कि “19 नवंबर को पारित न्यायालय के आदेश के अनुपालन में आज एडवोकेट कमिश्नर द्वारा दूसरे दिन का सर्वेक्षण सुबह 7:30 बजे से 10:00 बजे तक किया गया। इस सर्वेक्षण के दौरान सभी विशेषताओं का अध्ययन किया गया। न्यायालय द्वारा निर्देशित वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी का अनुपालन किया गया है और अब यह सर्वेक्षण पूरा हो गया है। रिपोर्ट 29 नवंबर से पहले या 29 नवंबर को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी।”

पुलिस का कर्तव्य……..

वहीं संभल में हुई पत्थरबाजी की घटना पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “न्यायालय के निर्देश का पालन करना सरकार और पुलिस का कर्तव्य है और जो भी इसमें बाधा डालेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’ इसके अलावा राज्य मंत्री जयवीर सिंह का कहना है, धर्म विशेष के लोग खुद को संविधान, कानून और न्यायपालिका से ऊपर समझ रहे हैं। पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार सभी से कानून का पालन कराएगी। इस तरह की गुंडागर्दी और कोर्ट के आदेश का अनादर नहीं चलेगा। किसी को भी अपने धर्म के नाम पर इस तरह की हरकत करने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए।

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सावधान ! कार हो या बाइक, अब कटेगा मोटा चालान, बदल गया नियम

बाइक, थ्री व्हीलर और कार चलाने वालों के लिए ये खबर काम की है। बढ़ते प्रदूषण की वजह से अब ट्रैफिक पुलिस ने बड़ा कदम उठाते हुए ट्रैफिक नियम में बड़ा बदलाव हुआ है। पकड़े जाने पर आपका 10000 रुपये का चालान कट सकता है। आपकी एक छोटी सी लगती आपको मुश्किल में डाल सकती है। आपको बता दे दिल्ली-NCR में बीते कुछ दिनों से मौसम का मिजाज काफी बदल सा गया है। ठंड बढ़ने लगी है, सर्द हवाओं के बीच वायु प्रदूषण (Air pollution) काफी बढ़ गया है जिसकी वजह से लोगों को सांस लेने में भी काफी परेशानी हो रही है। घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। जहरीली हवा का स्तर काफी बढ़ चुका है। स्मॉग और प्रदूषण में कोई कमी नहीं आई है।

कट सकता है मोटा चालान

दिल्ली में गाड़ियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। ट्रैफिक पुलिस हर छोटे-बड़े वाहन की जांच कर रही है। ताकि किसी भी तरह दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति न बढ़े। इस दौरान उन वाहनों के चालान काटे जा रहे हैं जिनके पास PUC नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक एक हफ्ते में ही ट्रैफिक पुलिस ने 4855 वाहनों के चालान काटे हैं और इसके साथ ही 4.85 करोड़ रुपये की वसूली की गई है। सिर्फ PUC न होने की वजह से वाहन चालकों की परेशानी बढ़ सकती हैं।

सरकार ने दिल्ली में ग्रैप-4 किया लागू

इस समय दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स बहुत ज्यादा खराब हो चुका है। कई इलाकों में हालात बहुत खराब हैं। लोगों को सांस लेने में काफी दिक्कतें हो रही है जिसकी वजह से सरकार ने दिल्ली में ग्रैप-4 लागू कर दिया है। दिल्ली में भारी वाहनों की एंट्री बंद कर दी गई है। यही नहीं इसके साथ ही स्कूल-कॉलेज बंद करने के साथ कई ऑफिस में भी वर्क फ्रॉम होम दिया जा रहा है।

इन बातों का रखें ध्यान

सबसे पहले अपनी गाड़ी की जांच जरूर करा लें। इतना ही नहीं जिन लोगों के पास PUC नहीं है वो लोग PUC भी करवा लें और इसका सर्टिफिकेट भी अपने पास रखें। क्योंकि पुलिस ने पकड़ा और आपके पास यह नहीं मिला तो आपका मोटा चालान कटेगा ये चालान 10 हजार रुपए तक का हो सकता है। इतना ही नहीं अपनी गाड़ी की सर्विस भी करवा लें..इतना ही नहीं इंजन oil, एयर फ़िल्टर की सफाई भी जरूरी है। ऐसा करने से गाड़ी प्रदूषण नहीं करेगी। और आपकी वजह से एयर क्वालिटी भी बेहतर होगी।

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भारत में हैं एमएसएमई जॉब, केवल 15 महीनों में जुड़ी 10 करोड़ नौकरियां……

भारत में माइक्रो, स्मॉल और मीडियम बिजनेस (एमएसएमई) ने रोजगार में बढ़ोतरी देखी है। जानकारी मिली है कि एमएसएमई जॉब्स ने 23 करोड़ के आंकड़े को पार कर लिया है। इसकी जानकारी एमएसएमई मंत्रालय के माध्यम से मिली है, जिन्होने ऑफिशियल आंकड़े शेयर किए हैं। ये आंकड़े बताते हैं कि उद्यम पोर्टल पर रजिस्टर्ड 5.49 करोड़ एमएसएमई ने नवंबर 2024 तक 23.14 करोड़ जॉब्स जनरेट की हैं। बता दें कि पिछले साल अगस्त में 2.33 करोड़ एमएसएमई 13.15 करोड़ जॉब्स जनरेट की थी। यह एक बड़ी उपलब्धि है।

15 महीने में 10 करोड़ नई नौकरियां

एमएसएमई के आंकड़ों से पता चला है कि केवल 15 महीनों में 10 करोड़ नई नौकरियां जनरेट की गई हैं। रजिस्टर्ड एमएसएमई की संख्या पिछले साल अगस्त में 2.33 करोड़ से बढ़कर अब 5.49 करोड़ हो गई है। इस टाइम लाइन में इन बिजनेस से जनरेट नौकरियों की संख्या 13.15 करोड़ से बढ़कर 23.14 करोड़ हो गई है। बता दें कि कुल एम्प्लॉयमेंट में उद्यम सर्टिफिकेट से सरकार के साथ रजिस्टर्ड 2.38 करोड़ इनफॉर्मल यूनिट ने 2.84 करोड़ नौकरियां जनरेट की हैं। इसके अलावा 5.23 करोड़ वुमन एम्प्लॉयमेंट भी शामिल हुई हैं। कुल रजिस्टर्ड यूनिट में से 5.41 करोड़ माइक्रो इंटरप्राइज हैं। वहीं स्मॉल एंटरप्राइजेज 7.27 लाख और मीडियम एंटरप्राइजेज केवल 68,682 हैं।

एमएसएमई को बजट में मिली प्राथमिकता

इसके साथ ही बजट में भी एमएसएमई को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी गई है। क्योंकि उनमें बड़ी संख्या में रोजगार जनरेट करने की क्षमता है। यूनियन बजट 2024-25 में एमएसएमई मंत्रालय को 22,137.95 करोड़ रुपये अलॉट किए गए, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 41.6% ज्यादा रहा। इसके अलावा एमएसएमई को सपोर्ट करने के लिए बजट में कई इनीशिएटिव शामिल किए जाते हैं। सरकार लोगों को अपना बिजनेस शुरू करने के लिए लोन देती है। ऐसी बहुत सी स्कीम हैं, जिसमें बिना किसी कोलैटरल या थर्ड पार्टी गारंटी के आप लोन लेकर अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं।

बजट में एमएसएमई के लिए डिजिटल चेज के महत्व को भी मान्यता दी गई, जिसमें 6% एमएसएमई ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर एक्टिव बिजनेस कर रहे हैं। वित्त मंत्री ने बताया है कि एक नई योजना शुरू की जाएगी, जिसके तहत एमएसएमई को मशीनरी और टूल्स की खरीद के लिए बिना किसी कोलैटरल और गारंटी के टर्म लोन की सुविधा मिलेगी। यह गारंटी फंड 100 करोड़ रुपये तक की गारंटी देगा।

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गौतम अडानी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट और प्रत्यर्पण की हो सकती है कोशिश

गौतम अडानी और सात अन्य के खिलाफ करोड़ों डॉलर के रिश्वतखोरी मामले में अमेरिका द्वारा दीवानी व आपराधिक आरोप दायर किए गये हैं। न्यूयॉर्क के एक प्रमुख वकील का कहना है कि मामला काफी आगे बढ़ सकता है और इसके बाद गिरफ्तारी वारंट और यहां तक ​​कि प्रत्यर्पण के प्रयास भी हो सकते हैं। अमेरिकी न्याय विभाग ने गौतम अडानी तथा उनके भतीजे सागर अडानी सहित सात अन्य पर महंगी सौर ऊर्जा खरीदने के लिए आंध्र प्रदेश और ओडिशा के अधिकारियों को रिश्वत देने का आरोप लगाया गया है। हालांकि, इसमें अधिकारियों के नाम का खुलासा नहीं किया गया है।

दुर्लभ परिस्थितियों में होता है प्रत्यर्पण

भारतीय-अमेरिकी वकील रवि बत्रा ने कहा कि प्रत्यर्पण “अत्यंत दुर्लभ परिस्थितियों में” होता है, जैसा कि चिली के पूर्व राष्ट्रपति ऑगस्टो पिनोशे के मामले में हुआ था। ब्रिटेन ने उन्हें केवल मानवीय आधार पर प्रत्यर्पित नहीं किया। उन्होंने कहा, “अडानी और सात अन्य लोगों से जुड़े इस मामले में पिनोशे की मिसाल लागू होते देखना मुश्किल है।” भारत-अमेरिका प्रत्यर्पण संधि पर 1997 में हस्ताक्षर किए गए थे। न्यूयॉर्क के पूर्वी जिले के अमेरिकी अटॉर्नी पीस ने 62 वर्षीय अडानी, उनके भतीजे अडानी ग्रीन एनर्जी के डायरेक्टर सागर अडानी तथा कंपनी के पूर्व सीईओ विनीत एस जैन के खिलाफ पांच-अनुसूचित आपराधिक अभियोग की घोषणा की है।

गौतम अडानी के प्रत्यर्पण की हो सकती है कोशिश

इन परियोजनाओं से समूह को 20 साल में दो अरब डॉलर से अधिक लाभ होने का अनुमान है। हालांकि, अडानी समूह ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि अमेरिकी अभियोजकों द्वारा लगाए गए आरोप ‘निराधार’ हैं और समूह ‘सभी कानूनों का अनुपालन करता है।’ भारतीय-अमेरिकी वकील रवि बत्रा ने बताया कि अमेरिकी अटॉर्नी ब्रायन पीस को अडानी और सात अन्य के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने और उन देशों में मामला आगे बढ़ाने का अधिकार है, जहां वे रहते हैं। उन्होंने कहा अगर उस देश के पास जैसा कि भारत के पास है, प्रत्यर्पण संधि है। तो संप्रभु राष्ट्रों के बीच द्विपक्षीय अनुबंध के अनुसार, निवासी राष्ट्र को अमेरिका द्वारा प्रत्यर्पित व्यक्ति को सौंपना चाहिए। एक प्रक्रिया है जिसका निवासी राष्ट्र को अपने कानूनों के अनुरूप पालन करना चाहिए।

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शाही जामा मस्जिद: अपील, सुनवाई और सर्वे का आदेश, साजिश है या संयोग?

 संभल में सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य सिंह की अदालत ने मंगलवार को एक बड़ा आदेश दे दिया। सिविल जज आदित्य सिंह ने संभल जिले के 550 साल पुरानी एक शाही जामा मस्जिद का सर्वे कराने का आदेश दिया। कोर्ट के आदेश के बाद देर शाम सर्वे टीम मस्जिद पहुंच गई। सर्वे टीम में एडवोकेट कमिश्नर रमेश सिंह राघव के साथ डीएम राजेंद्र पेसिया, एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन सहित अन्य लोग मौजूद थे। मस्जिद के चारों तरफ भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात थी और किसी को भी आसपास भटकने नहीं दिया जा रहा था।

संभल में सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य सिंह ने शाही जामा मस्जिद का सर्वे कराने का आदेश कैलादेवी मंदिर के महंत ऋषिराज गिरि महाराज की याचिका पर दिया। महंत ऋषिराज गिरि महाराज की तरफ से सुप्रीम कोर्ट के वकील विष्णु शंकर जैन कोर्ट में पेश हुए। विष्णु शंकर जैन ने दावा किया कि शाही जामा मस्जिद श्री हरिहर मंदिर है। यहीं पर भगवान विष्णु के दशावतार कल्कि का अवतार होना है।

शाही जामा मस्जिद: अपील, सुनवाई और सर्वे का आदेश
शाही जामा मस्जिद: अपील, सुनवाई और सर्वे का आदेश

शाही जामा मस्जिद का सर्वे

बता दें किशाही जामा मस्जिद का सर्वे के लिए एक कोर्ट कमिश्नर नियुक्त किया गया था। स्थानीय पुलिस एसडीम की मौजूदगी में देर रात जब संभल की शाही जामा मस्जिद पहुंचे तो हड़कंप मच गया। इस दौरान कोर्ट कमिश्नर भी मौजूद थे। इस आदेश के बाद स्थानीय लोगों कहना है कि एक ही दिन में यह अपील तैयार की गई और फिर उसकी उसी दिन सुवाई करते हुए सर्वे के आदेश दिए गए, जो कि गलत है।

शाही जामा मस्जिद को श्री हरिहर मंदिर बताया

बता दें कि शाही जामा मस्जिद को श्रीहरिहर मंदिर बताने को लेकर पहली बार कोई याचिका दाखिल की गई थी. याचिक पर सुनवाई करते हुए पहले ही दिन मस्जिद का सर्वे कराने का आदेश दे दिया गया. सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य सिंह की अदालत ने कहा कि सर्वे से न्याय करना आसान होगा. कोर्ट के आदेश पर वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि सिविल कोर्ट से कमिश्नर सर्वे का आदेश हो गया है. वीडियो-फोटो के साथ रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया गया है.

याचिकाकर्ता महंत को मस्जिद में नहीं मिली एंट्री

वहीं, जिला प्रशासन की तरफ से पांच सदस्यीय कमेटी बनाई गई थी, जो सर्वे टीम के साथ थी। मुस्लिम पक्ष की तरफ से अदालत में कोई नहीं था। सर्वे का परवाना उन्हें रिसीव कराया गया। वकील विष्णु शंकर भी मस्जिद के भीतर सर्वे टीम के साथ गए थे, जबकि याचिकाकर्ता महंत ऋषिराज गिरि को मस्जिद में एंट्री नहीं मिली है। वे बाहर ही खड़े रहे, मस्जिद के आसपास दो सर्किल संभल और असमौली के सीओ तैनात किए गए थे।

सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने खड़े किए सवाल

शाही जामा मस्जिद सदर कोतवाली क्षेत्र के कोट पूर्वी में स्थित है। जैसे ही जामा मस्जिद में सर्वे कराने की बात पता चली, वहां पर हलचल मच गई। मुस्लिम समाज के लोग मस्जिद के पास पहुंच गए, लेकिन इस दौरान भारी संख्या में पुलिस फोर्स लगाई गई थी। लोगों को वहां से हटा दिया गया, संभल के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कहा कि हम अदालत के फैसले का सम्मान करते हैं। हजारों की संख्या में लोग जामा मस्जिद के पास इकट्ठा होना चाहते थे, लेकिन हमने उन्हें मना किया। कम से कम सात दिन का नोटिस मिलना चाहिए था। आज ही सुनाई हुई और आज ही सर्वे का आदेश दे दिया गया।

माहौल खराब करने की कोशिश

स्थानीय लोगों को कहना है कि कई पीढियां से यहां पर नमाज पढ़ी जा रही है। इस मस्जिद के अंदर एक पत्थर लगा हुआ है, जिस पर पूरी हिस्ट्री लिखी हुई है कि मस्जिद कब बनी और किसने इसे बनवाया। इसके बावजूद भी मस्जिद को मंदिर बताकर ऐसी हरकत करना माहौल खराब करने की कोशिश है। इलाकाई लोगों का कहना है कि पहले भी इस मस्जिद में कुछ शरारती तत्व घुसने की कोशिश कर चुके हैं। लेकिन, मामले को पुलिस और स्थानीय लोगों ने शांत कराया था।

सर्वे टीम का पूरा सहयोग किया गया- मुतवल्ली जामा मस्जिद

वहीं शाही जामा मस्जिद के मुतवल्ली एडवोकेट जफर अली ने कहा कि जमा मस्जिद का सर्वे किया गया है। करीब दो घंटे तक सर्वे किया गया, हमने सर्वे टीम का पूरा सहयोग किया। हमें उम्मीद है कि यह हमारी जामा मस्जिद है। यह 1991 प्लेस आफ वरशिप एक्ट का सीधे तौर पर उल्लंघन है। मामले पर नजर बनाए हुए हैं। कोर्ट के ऑर्डर की कॉपी लेने के बाद सभी पहलुओं पर गौर किया जाएगा। उसके बाद इसका कानूनी जवाब दिया जाएगा। शाही जामा मस्जिद का निर्माण साल 1528 में मीर हिंदू बेग के जरिए करवाया था। वह मुगल सेनापति और बाबर और हुमायूं दोनों की सेवा करने वाले एक भरोसेमंद दरबारी मेंबर थे। उन्होंने सम्राट बाबर के आदेश पर मस्जिद का काम अपने हाथ में लिया था।

जामा मस्जिद का इतिहास शताब्दियों पुराना

शाही जामा मस्जिद और दो दूसरी मस्जिदों की तामीर बाबर के समय में हुआ था। जामा मस्जिद का इतिहास कई शताब्दियों पुराना है। साउथ विंग में एक पत्थर पर इसकी तारीख के बारे में लिखा है कि रुस्तम खान दकानी ने 1657 में मस्जिद की मरम्मत की थी। उत्तरी विंग में एक समान पट्टिका 1626 में सैयद कुतुब द्वारा बनवाई गई थी। वहीं डीएम राजेंद्र पेसिया ने कहा कि जिस तरह से कोर्ट का आदेश आया, उसको देखते हुए शहर में पुलिस बल को तैनात किया गया गया, जिससे कानून-व्यवस्था न बिगड़े।

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कैलाश गहलोत ने छोड़ा ‘आप’ का साथ, अब किधर जाएंगे……..

अगले साल दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने रविवार को पार्टी का साथ छोड़ दिया और पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। ‘आप’ के संयोजक अरविंद केजरीवाल को लिखे अपने इस्तीफे में गहलोत ने पार्टी के सामने मौजूद ‘‘गंभीर चुनौतियों’’ की ओर इशारा किया। पार्टी के अहम नेता गहलोत ने केजरीवाल पर कटाक्ष करते हुए ‘‘शीशमहल’’ जैसे कुछ ‘‘शर्मनाक’’ विवादों को भी उठाया और कहा कि इससे सभी को संदेह होता है कि क्या ‘‘हम अब भी खुद को ‘आम आदमी’ मानते हैं।

भाजपा और कांग्रेस में मची खलबली

दिल्ली के मंत्री कैलाश गहलोत के आप से इस्तीफे पर बीजेपी नेता प्रदीप भंडारी का कहना है। कैलाश गहलोत का पत्र वही कहता है जो दिल्ली के लोग हमेशा से कहते रहे हैं। कैलाश गहलोत का पत्र दिल्ली के मूड का खुलासा करता है। यह सब सिद्धांतों के बारे में है, आप भ्रष्टाचार, कुशासन और ‘शीशमहल’ का प्रतीक है। अरविंद केजरीवाल के आवास में बहुत सारे एयर प्यूरीफायर हैं लेकिन उन्होंने दिल्ली के लोगों को इस प्रदूषण से मरने के लिए छोड़ दिया है।

Kailash Gehlot resigns from Primary Membership of AAP
Kailash Gehlot resigns from Primary Membership of AAP

दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आप को यह जानकारी थी कि ईडी और सीबीआई के कारण कैलाश गहलोत पद छोड़ देंगे तो उन्होंने (आप) उन्हें मंत्री पद पर क्यों बने रहने दिया ? उन्हें उन्हें पहले ही हटा देना चाहिए था। कैलाश गहलोत ने आप के भ्रष्टाचार को उजागर किया है और भ्रष्ट अरविंद केजरीवाल का असली चेहरा भी दिखाया है। संजय सिंह बौखला गए हैं और वह कुछ भी बोलेंगे। बीजेपी नेताओं के आप में शामिल होने पर वीरेंद्र सचदेवा कहते हैं। मैं अरविंद केजरीवाल को बताना चाहता हूं कि जो लोग आप में शामिल हो रहे हैं, वे अभी भी हमारे संपर्क में हैं।

कैलाश गहलोत ने कुछ गंभीर मुद्दे उठाए

दिल्ली के मंत्री कैलाश गहलोत के आम आदमी पार्टी से इस्तीफे पर बीजेपी नेता नलिन कोहली का कहना है। कैलाश गहलोत ने अपने इस्तीफे में कुछ गंभीर मुद्दे उठाए हैं। वह बता रहे हैं कि आम आदमी पार्टी के शासनकाल में यमुना में प्रदूषण की स्थिति और खराब हुई है और इसका तथाकथित शासन मॉडल जिसका उन्होंने जो वादा किया था और जो किया है। उसमें बहुत बड़ा अंतर है, जब उनकी जवाबदेही पर सवाल उठाया जाता है। तो वे तुरंत बहाने बनाना शुरू कर देते हैं और मुद्दे से भटक जाते हैं।

कांग्रेस नेता देवेंद्र यादव बोले ………

दिल्ली के मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता कैलाश गहलोत के आप से इस्तीफे पर दिल्ली कांग्रेस प्रमुख देवेन्द्र यादव का कहना है, ”इसका मतलब साफ है कि कैलाश गहलोत कई राज खोल सकते हैं। यही कारण है कि राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व सीएम ने सवालों का जवाब नहीं दिया। विधायक ने इसका जवाब देने का प्रयास किया। इससे साफ पता चलता है कि केजरीवाल डरे हुए हैं और सवालों से बच रहे हैं। कैलाश गहलोत के दिल और दिमाग में ऐसे कौन से राज छिपे हैं, जो अरविंद केजरीवाल खुलकर सामने आने से डर रहे हैं।

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40 कुंवारी लड़कियों को एक मैसेज से बनाया प्रेग्नेंट, घोटाला या गलती…….

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में आंगनबाड़ी कर्मचारियों की लापरवाही का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां सरकारी रिकॉर्ड में 40 कुंवारी लड़कियों को गर्भवती बता दिया गया। कुंवारी लड़कियों के पास गर्भवती होने या उनके बच्चे के रजिस्ट्रेशन का मैसेज आया है। उन्हें बधाई के साथ – साथ गर्भवती महिलाओं को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी भी दी गई है। मैसेज पाने वाली लड़कियों ने जब शिकायत की, तो इसकी जांच हुई। जिसके बाद एक्शन लिया गया।

जब 40 कुंवारी लड़कियों को किया गर्भवती घोषित

जानकारी के मुताबिक, मामला वाराणसी के मलहिया गांव का है। यहां महिला व बाल विकास मंत्रालय की ओर से 40 कुंवारी लड़कियों को गर्भवती घोषित कर दिया गया। इन लड़कियों को मंत्रालय की तरफ से बाकायदा डिटेल मैसेज किया गया था। उन्हें बताया गया कि पोषण ट्रैकर में उनका सफलतापूर्वक रजिस्ट्रेशन हो गया है। अब वो आंगनबाड़ी केंद्र से विभिन्न सेवाएं ले सकती हैं।

40 कुंवारी लड़कियों को एक मैसेज से बनाया प्रेग्नेंट
40 कुंवारी लड़कियों को एक मैसेज से बनाया प्रेग्नेंट

 प्रशासन ने बताया मानवीय भूल

रमना गांव के ग्राम प्रधान अमित पटेल बताते हैं कि मोबाइल पर आए इस मैसेज को देख लड़कियों और उनके परिवारों में हड़कंप मच गया। ग्राम प्रधान के माध्यम से मुख्य विकास अधिकारी (CDO) से शिकायत की गई। इसके बाद इस मामले की जांच शुरू की गई। जांच में पाया गया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की गलती के कारण यह मैसेज 40 लड़कियों को भेज दिया गया था। वाराणसी के CDO हिमांशु नागपाल कहते हैं कि फिलहाल इस घटना से गांव में हड़कंप मचा है। हालांकि प्रशासन ने इसे मानवीय भूल बताकर कर्मचारी को नोटिस दिया है। लेकिन आंगनबाड़ी कर्मचारी के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

read more : पीएम मोदी के विमान में आई तकनीकी खराबी, देवघर एयरपोर्ट पर रुकना पड़ा

पीएम मोदी के विमान में आई तकनीकी खराबी, देवघर एयरपोर्ट पर रुकना पड़ा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विमान में तकनीकी खराबी आ गई जिसके चलते उन्हें देवघर हवाई अड्डे पर ही कुछ देर रुकना पड़ा। विमान में खराबी की वजह से उनकी दिल्ली वापसी में कुछ देरी हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज झारखंड-बिहार सीम से लगते जमुई के दौरे पर थे और उन्हें देवघर एयरपोर्ट से वापस दिल्ली लौटना था। लेकिन, ऐन वक्त पर उनके विमान में तकनीकी खराबी आ गई जिसके चलते उन्हें कुछ देर देवघर एयरपोर्ट पर रुकना पड़ा।

जनजातीय गौरव दिवस’’ समारोह में लिया हिस्सा

इससे पहले पीएम मोदी ने आदिवासी नायक बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर बिहार के जमुई से 6,640 करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। पीएम मोदी ने जमुई जिले के एक सुदूर गांव में ‘‘जनजातीय गौरव दिवस’’ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। वर्ष 2021 से बिरसा मुंडा की जयंती को ‘‘जनजातीय गौरव दिवस’’ के रूप में मनाया जाता है।

बिरसा मुंडा गर्व और प्रेरणा के स्रोत – पीएम मोदी

इससे पहले पीएम मोदी ने बिरसा मुंडा की जयंती पर सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया कि भगवान बिरसा मुंडा जी के आदर्श न केवल जनजातीय बल्कि देश के सभी समुदायों के युवाओं के लिए गर्व और प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने मुंडा के सम्मान में एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट का अनावरण भी किया।

राहुल गांधी का हेलीकॉप्टर गोड्डा में फंसा

जहां एक ओर देवघर में पीएम मोदी के विमान में तकनीकी खराबी आ गई। वहीं लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी का हेलीकॉप्टर झारखंड के गोड्डा में फंस गया। एटीएस ने उनके हेलीकॉप्टर को उड़ान भरने की इजाजत नहीं दी। करीब आधे घंटे तक उनका हेलीकॉप्टर खड़ा रहा। कांग्रेस ने इसके लिए भारतीय जनता पार्टी को जिम्मेदार ठहराया है।

read more : जो राम का नहीं वो किसी काम का नहीं – सीएम योगी आदित्यनाथ

जो राम का नहीं वो किसी काम का नहीं – सीएम योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर की कटेहरी विधानसभा में होने वाले उपचुनाव के लिए जनसभा को संबोधित करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अलग अंदाज देखने को मिला। सीएम योगी ने भारत माता की जय और वंदे मातरम् से अपना संबोधन की शुरुआत की। सीएम योगी ने कहा कि 10 साल से पीएम मोदी की ऐसी सरकार देखी है, जो लगातार कार्य कर रही है। कांग्रेस सरकार देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करती थी, जब आवाज उठाते थे तो ये लोग कहते थे आवाज मत उठाओ पाकिस्तान से संबंध खराब हो जाएगा। ये नया भारत है ये छेड़ता नहीं है और यदि कोई छेड़ता है फिर छोड़ता नहीं, आतंकवाद देश से समाप्त होगा।

सपा की विरासत खान मुबारक और मुख्तार अंसारी – सीएम योगी

वहीं सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर भी जमकर हमला बोला। सीएम योगी ने कहा कि सपा-कांग्रेस के लोग गुमराह करने आएंगे। सपा – कांग्रेस के लोग भगवान प्रभु राम का विरोध करने वाले लोग हैं। इनको आगे नहीं बढ़ने देना है, इनकी वास्तविक विरासत खान मुबारक, मुख्तार अंसारी हैं। सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी सरकार पूरी मजबूती के साथ अयोध्या में पीड़ित के साथ खड़ी रही है। बेटी के साथ कोई अत्याचार करेगा तो हमारा संकल्प है कि उसका स्थान सिर्फ और सिर्फ जहन्नुम है।

हमारी सरकार ने तय किया है कि गरीबी उन्मूलन का कार्य करेंगे, बिना भेद भाव के सबका साथ सबका विकास करेंगे। हर गरीब को सशक्त बनाकर स्वालम्बन की तरफ बढ़ेंगे, इसके लिए सर्वे का कार्य चल रहा है।

जो राम का नहीं वो किसी काम का नहीं – सीएम योगी

इसके साथ ही उन्होंने कहामहाराजा सुहेल देव भारत के बड़े योद्धाओं में से हैं। मुस्लिम वोट बैंक खिसकने के डर से कोई सुहेलदेव की स्मारक पर नहीं जाता था हमने उनका भव्य स्मारक बनाया है। गांव गांव की कनेक्टविटी जुड़ रही है, जो राम का नहीं वो किसी काम का नहीं है। जो भगवान राम के प्रति श्रद्धा भाव नहीं रख सकता, उसे वैसे ही छोड़ देना चाहिए फिर वो कोई अपना सगा ही क्यों न हो।

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UPPSC RO-ARO: अभ्यर्थियों के समर्थन में उतरीं बसपा सुप्रीमो मायावती

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की ओर से आयोजित कराए जा रहे पीसीएस प्री 2024 और RO / ARO प्रारंभिक परीक्षा 2023 को लेकर प्रयागराज में हजारों की संख्या में छात्र प्रदर्शन कर कर रहे हैं। छात्र यूपी लोक सेवा आयोग के कार्यालय के गेट पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और परीक्षा को वन डे और वन पेपर में कराने की मांग कर रहे हैं। इस बीच अब बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती भी छात्रों के समर्थन में उतर आई हैं। आइए जानते हैं कि उन्होंने इस मुद्दे पर क्या कहा है।

यूपी के पास सुविधाओं का अभाव – बसपा सुप्रीमो मायावती

बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश संघ लोक सेवा आयोग द्वारा पीसीएस तथा आरओ-एआरओ की भी प्रारंभिक परीक्षा-2024 एक समय में कराने में विफलता को लेकर आक्रोशित छात्रों पर पुलिस कार्रवाई से उत्पन्न स्थिति की खबर का व्यापक चर्चा में रहना स्वाभाविक है। मायावती ने सवाल उठाया कि क्या यूपी के पास एक समय में परीक्षा कराने की बुनियादी सुविधाओं का इतना अभाव है कि पीसीएस आदि जैसी विशिष्ट परीक्षा दो दिन में करानी पड़ रही है। पेपर लीक पर रोक व परीक्षाओं की विश्वसनीयता अहम मुद्दा है जिसके लिए एक बार में ही परीक्षा व्यवस्था जरूरी है। मायावती ने कहा कि सरकार इस ओर ध्यान दे।

सरकार का रवैया क्रूर नहीं होना चाहिए – बसपा सुप्रीमो मायावती

बसपा प्रमुख मायावती ने आगे कहा कि गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई आदि की जबरदस्त मार झेल रहे छात्रों के प्रति सरकार का रवैया क्रूर नहीं बल्कि सहयोग एवं सहानुभूति का होना चाहिए। इसको लेकर सरकार खाली पड़े सभी बैकलॉग पर जितनी जल्दी भर्ती की प्रक्रिया पूरी करे उतना बेहतर है। मायावती ने कहा कि लोगों को रोजी-रोजगार की सख्त जरूरत है।

अभ्यर्थियों के समर्थन में उतरीं बसपा सुप्रीमो मायावती
अभ्यर्थियों के समर्थन में उतरीं बसपा सुप्रीमो मायावती

नार्मलॉइजेशन का फैसला वापस लेने की मांग

प्रयागराज में छात्रों के बडे़ स्तर पर विरोध प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए पुलिस फोर्स के साथ ही रैपिड एक्शन फोर्स की भी तैनाती की गई है। छात्रों का कहना है कि उनका यह विरोध प्रदर्शन अनिश्चितकालीन है। जब तक कि आयोग की ओर से उन्हें एक दिन और एक शिफ्ट में ही परीक्षा कराने का आश्वासन नहीं मिल जाता तब तक उनका विरोध प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने आयोग से नार्मलॉइजेशन का फैसला वापस लेने की भी मांग कर रहे हैं।

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महाराष्ट्र, झारखंड : क्या पीएम मोदी, सीएम योगी के नारेबाज़ी पलट पाएंगे ?

सीएम योगी आदित्यनाथ ने नारा दिया – ‘बंटोगे तो कटोगे’. बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नारा दिया – ‘एक हैं, तो सेफ हैं’। अब ये दोनों नारे महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावों में सबसे बड़े मुद्दे बन गए हैं। उद्धव ठाकरे हों, शरद पवार हों, मल्लिकार्जुन खरगे हों, या कांग्रेस के दूसरे नेता, किसी को इनका जवाब नहीं सूझ रहा है। इसीलिए कोई योगी को गाली दे रहा है, तो कोई योगी को कोस रहा है। योगी आदित्यनाथ का ये अंदाज कांग्रेस के नेताओं को बिल्कुल पसंद नहीं आ रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सोमवार को झारखंड में थे। पलामू की रैली में खरगे ने योगी आदित्यनाथ की तुलना आतंकवादियों से कर दी। खरगे ने कहा कि योगी आदित्यनाथ साधू हैं, गेरुआ वस्त्र पहनते हैं लेकिन बांटने-काटने की बात करते हैं, ये सनानत का अपमान है, बांटने-काटने की बात तो आतंकवादी करते हैं।

गंदी राजनीति करते हैं योगी – मलिकार्जुन खरगे

खरगे ने रविवार को नागपुर में भी कहा था कि ‘योगी का चोला तो संत का है लेकिन भगवा वस्त्र की आड़ में वह गंदी राजनीति करते हैं, इसलिए उन्हें भगवा वस्त्र उतारकर नेताओं के सफेद कपड़े पहनने चाहिए’। खरगे यही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि ‘अगर योगी जैसे नेता चुनाव जीतते रहे तो वो एक दिन संविधान खत्म कर देंगे, मनु स्मृति को लागू कर देंगे और खुद महंत बनकर देश चलाएंगे।’

सनातन विरोधी देश भक्त नहीं हो सकते – आचार्य प्रमोद कृष्णम

इस पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ‘खरगे के बयान से साफ हो गया है कि कांग्रेस भगवा से, सनातन से कितनी नफरत करती है।’ कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि ‘जो भगवा के विरोधी है, वो सनातन विरोधी हैं, और जो सनातन के विरोधी हैं, वो देश भक्त हो ही नहीं सकते, इसलिए अब हिन्दू समाज कांग्रेस को सबक सिखाएगा।

पीएम मोदी का नारा, ‘ एक हैं तो सेफ हैं’

सोमवार को बीजेपी ने महाराष्ट्र के अखबारों में फ्रंट पेज पर एक विज्ञापन दिया. इसमें प्रधानमंत्री मोदी का नारा, ‘ एक हैं तो सेफ हैं’ लिखा हुआ था। इस विज्ञापन में एकता दिखाने के प्रतीक के तौर पर समाज के अलग अलग वर्गों की टोपियों की तस्वीर इस्तेमाल की गई है। लेकिन इसमें मुस्लिमों की जालीदार टोपी गायब थी। इसको महाविकास आघाडी के नेताओं ने मुद्दा बना लिया। संजय राउत ने कहा कि बीजेपी के पास सिर्फ एक ही टोपी है और वो है RSS की काली टोपी। जवाब में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश के 140 करोड़ लोगों की बात की है।

महा विकास आघाड़ी के कुछ नेताओं को …………

वैसे महा विकास आघाड़ी के कुछ नेताओं को लगता है कि अगर बीजेपी हिन्दू वोटों को एकजुट करने की कोशिश कर रही है, तो जवाब में मुस्लिम वोटर अपने आप गोलबंद होंगे और इसका फायदा मोदी विरोधी मोर्चे को मिलेगा और ऐसा हो भी रहा है। वक्फ संशोधन बिल को लेकर पूरे देश में बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है। जगह-जगह मौलाना और मुस्लिम संगठनों के नेता कॉन्फ्रैंस कर रहे हैं। वक्फ संशोधन बिल को मुसलमानों की संपत्ति हड़पने की बीजेपी की साजिश बताई जा रही है। मुस्लिम संगठनों ने 24 नंबवर को ‘दिल्ली चलो’ की कॉल दी है।

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