Saturday, June 28, 2025
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डोनाल्ड ट्रंप से तीखी बहस के बाद हीरो बने यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ ओवल ऑफिस में तीखी बहस के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की हीरो बन गए हैं। पूरा यूरोप उनके समर्थन में खड़ा हो गया है। सोशल मीडिया पर भी लोग जेलेंस्की के साहस और धैर्य व ट्रंप को तीखा जवाब देने के लिए उनकी तारीफ कर रहे हैं। बता दें कि ट्रंप और जेलेंस्की के बीच ‘ओवल ऑफिस’ में हुई तीखी बहस के बाद यूक्रेन के यूरोपीय साझेदारों और दुनिया के अलग-अलग देशों के नेताओं ने जेलेंस्की का समर्थन किया है।

डोनाल्ड ट्रंप के साथ व्हाइट हाउस

वहीं ‘व्हाइट हाउस’ ट्रंप के साथ खड़ा दिखाई दे रहा है। बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति के अधिकारिक कार्यालय ‘ओवल ऑफिस’ में डोनाल्ड ट्रंप और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे डी वेंस के साथ अप्रत्याशित जुबानी जंग के बाद जेलेंस्की ‘व्हाइट हाउस’ से चले गए। दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस और इसके परिणामस्वरूप यूक्रेनी नेता के प्रति उमड़े समर्थन ने यूक्रेन के मुद्दे पर अमेरिका और यूरोप के बीच उभरी गहरी दरार को उजागर कर दिया है। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वोन डेर लेयेन ने ‘एक्स’ पर लिखा, “आपने जो गरिमा दिखाई, उसने यूक्रेन के लोगों की बहादुरी को दर्शाया है। मजबूत, बहादुर और निडर बने रहें, प्रिय व्लादिमिर जेलेंस्की। हम न्यायपूर्ण और स्थायी शांति के लिए आपके साथ काम करते रहेंगे।”

फ्रांस जेलेंस्की के समर्थन में उतरा

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘एक हमलावर है: रूस। एक पीड़ित है: यूक्रेन। हमारा तीन साल पहले यूक्रेन की मदद करना और रूस पर प्रतिबंध लगाना सही था और ऐसा करते रहना सही भी है।” मैक्रों ने कहा, “हमारे से मेरा तात्पर्य अमेरिकी, यूरोपीय, कनाडाई, जापानी और कई अन्य से है।” उन्होंने कहा, “उन सभी का आभार जिन्होंने मदद की और कर रहे हैं। उन लोगों के प्रति सम्मान व्यक्त करता हूं जो शुरू से ही लड़ रहे हैं। क्योंकि वे अपनी गरिमा, अपनी स्वतंत्रता, अपने बच्चों और यूरोप की सुरक्षा के लिए लड़ रहे हैं।”

जर्मनी भी जेलेंस्की के सपोर्ट में

जर्मनी के अगले संभावित चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने ‘एक्स’ पर लिखा, “प्रिय व्लादिमिर जेलेंस्की, हम अच्छे और मुश्किल समय में यूक्रेन के साथ खड़े हैं। हमें इस भयानक युद्ध में कभी हमलावर और पीड़ित को लेकर भ्रमित नहीं होना चाहिए।” एस्टोनिया के प्रधानमंत्री क्रिस्टन मिशल ने कहा कि उनका देश स्वतंत्रता की लड़ाई में जेलेंस्की और यूक्रेन के साथ एकजुट है। मिशनल ने कहा, “हमेशा। क्योंकि यह सही है, आसान नहीं है।”

कनाडा के पीएम को भी मिला ट्रंप के खिलाफ मौका

कनाडा को अमेरिका का 51 वां राज्य बनाने का ऑफर देने वाले डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ जस्टिन ट्रूडो को भी एक मौका मिल गया है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, फिनलैंड के प्रधानमंत्री पेटरी ओर्पो, लात्विया के राष्ट्रपति एडगर्स रिंकेविक्स, लग्जमबर्ग के प्रधानमंत्री लुक फ्रीडेन, पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री कैस्पर वेल्डकैंप ने यूक्रेन और जेलेंस्की के प्रति समर्थन जताया है। दूसरी ओर, ‘व्हाइट हाउस’ ने एक बयान जारी कर कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप और उपराष्ट्रपति वेंस की ‘अमेरिका फर्स्ट स्ट्रेंथ’ को समर्थन मिल रहा है। ट्रंप और वेंस ने दुनिया को स्पष्ट कर दिया है कि अमेरिका का फायदा नहीं उठाने दिया जाएगा। कैबिनेट और पूरे देश के सांसद यह भावना जाहिर कर चुके हैं।” बयान में विदेश मंत्री मार्को रुबियो और गृह सुरक्षा मंत्री क्रिस्टी नोएम समेत कई सांसदों के उद्धरण शामिल हैं।

ट्रंप की करीबी मेलोनी ने भी जेलेंस्की का दिया साथ

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की करीबी सहयोगी मानी जाने वाली इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने कहा कि वे कूटनीति को पुनः पटरी पर लाने के लिए यूरोपीय संघ और अमेरिका के बीच शिखर सम्मेलन का आह्वान करेंगी। उन्होंने एक बयान में कहा, “अमेरिका, यूरोपीय देशों और सहयोगियों के बीच तत्काल एक शिखर सम्मेलन आयोजित किए जाने की आवश्यकता है, जिसमें इस बारे में खुलकर बात की जाए कि हम आज की बड़ी चुनौतियों से कैसे निपटना चाहते हैं। इसकी शुरुआत यूक्रेन से हो, जिसका हमने हाल के वर्षों में मिलकर बचाव किया है।”

read more  :   एसबीआई के ग्राहकों पर मंडरा रहा है बड़ा खतरा, बैंक ने जारी की चेतावनी

एसबीआई के ग्राहकों पर मंडरा रहा है बड़ा खतरा, बैंक ने जारी की चेतावनी

एसबीआई (भारतीय स्टेट बैंक) मार्केट कैप के लिहाज से ही नहीं बल्कि ग्राहकों की संख्या के लिहाज से भी देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है। ये सरकारी बैंक दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों के साथ-साथ छोटे कस्बों में भी बैंकिंग सेवाएं दे रहा है। अगर आप भी भारतीय स्टेट बैंक के ग्राहक हैं तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। दरअसल, भारतीय स्टेट बैंक शुक्रवार को अपने ग्राहकों के पास एक टेक्स्ट मैसेज भेज रहा है। बैंक अपने इस मैसेज के माध्यम से अपने ग्राहकों को चेतावनी देते हुए सतर्क रहने के लिए कह रहा है।

रिवॉर्ड पॉइंट्स रिडीम करने का दे रहे हैं लालच

बताते चलें कि देश में तेजी से साइबर फ्रॉड के मामले बढ़ रहे हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों में एक्टिव अपराधी भोले-भाले लोगों को ठगने के लिए अलग-अलग और नई-नई तरकीबें अपना रहे हैं। इसी सिलसिले में अब अपराधी एसबीआई ग्राहकों को एसबीआई रिवॉर्ड पॉइंट रिडीम करने का लालच देकर जाल में फंसा रहे हैं। अगर आप एसबीआई के ग्राहक हैं और कोई व्यक्ति आपसे एसबीआई रिवॉर्ड पॉइंट रिडीम करने के लिए फोन कॉल या मैसेज के जरिए संपर्क करने की कोशिश करता है तो सतर्क हो जाएं। साइबर फ्रॉड पर लगाम कसने के लिए सरकारें कई तरह की कोशिशें कर रही है। लेकिन इससे बचने के लिए आपको खुद सतर्क रहना होगा।

एसबीआई ग्राहक को प्राप्त हुआ मैसेज
एसबीआई ग्राहक को प्राप्त हुआ मैसेज

जब एसबीआई ग्राहक को प्राप्त हुआ मैसेज

एसबीआई के ग्राहक ने बताया कि उसे बैंक की तरफ से शुक्रवार को 12.00 बजे ये टेक्स्ट मैसेज प्राप्त हुआ है। एसबीआई ने अपने ग्राहकों को टेक्स्ट मैसेज के जरिए अपराधियों द्वारा साइबर फ्रॉड के लिए अपनाई जा रही तरकीब को लेकर आगाह किया है। एसबीआई ने मैसेज में लिखा है, ”प्रिय एसबीआई ग्राहक, साइबर फ्रॉड को अंजाम देने वाले धोखेबाज मोबाइल फोन पर भेजे गए लिंक पर क्लिक करके या किसी नंबर पर कॉल करके एसबीआई रिवॉर्ड पॉइंट रिडीम करने के लिए एसएमएस भेज रहे हैं। ये एक स्कैम है, ऐसे एसएमएस का जवाब न दें।”

read more  :    नई शिक्षा नीति के तीन भाषा वाले फॉर्मूले का विरोध कर रहा तमिलनाडु ?

नई शिक्षा नीति के तीन भाषा वाले फॉर्मूले का विरोध कर रहा तमिलनाडु ?

केंद्र सरकार ने तमिलनाडु को समग्र शिक्षा योजना के तहत मिलने वाला पैसा देने से मना कर दिया है। केंद्र का कहना है कि तमिलनाडु ने नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 को लागू करने से इनकार कर दिया है। इसी वजह से राज्य को समग्र शिक्षा योजना का फंड नहीं दिया जा रहा है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा था कि केंद्र सरकार ने अब तक 2,152 करोड़ रुपये जारी नहीं किए हैं। शिक्षा का अधिकार अधिनियम को प्रावधानों को लागू करने के लिए इस फंड की जरूरत है। स्टालिन केंद्र सरकार से जल्द ही फंड रिलीज करने की मांग की थी।

हिंदी सिर्फ मुखौटा – मुख्यमंत्री एम के स्टालिन

स्टालिन ने यह भी कहा कि हिंदी सिर्फ मुखौटा है और केंद्र सरकार की असली मंशा संस्कृत थोपने की है। उन्होंने कहा कि हिंदी के कारण उत्तर भारत में अवधी, बृज जैसी कई बोलियां खत्म हो गईं। राजस्थान का उदाहरण देते हुए स्टालिन ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार वहां उर्दू को हटाकर संस्कृत थोपने की कोशिश कर रही है। अन्य राज्यों में भी ऐसा होगा। इसलिए तमिलनाडु इसका विरोध कर रहा है। दरअसल यह विवाद लगभग एक सदी से चला आ रहा है। आइए जानते हैं इसकी जड़ कहां है।

आखिर नई शिक्षा नीति में ऐसा क्या है ?

नई शिक्षा नीति में कहा गया है कि हर स्कूल में तीन भाषाएं पढ़ाई जाएंगी। 2020 की एनईपी में हिंदी का कोई उल्लेख नहीं है। नीति में कहा गया है कि बच्चों को पढ़ाई जाने वाली तीन भाषाएं राज्यों, क्षेत्रों और छात्रों की पसंद होंगी। हालांकि, तीन भाषाओं में से कम से कम दो भारत की मूल भाषाएं होना जरूरी है। इसका मतलब यह है कि एक राज्य कोई भी दो भारतीय भाषाएं सिखा सकता है, जिनमें से कोई भी हिंदी और अंग्रेजी नहीं है। तमिलनाडु में फिलहाल तमिल और अंग्रेजी पढ़ाई जाती है। शिक्षा नीति के अनुसार तीसरी भाषा के रूप में यहां हिंदी या संस्कृत, कन्नड़, तेलगू या कोई अन्य भारतीय भाषा पढ़ाई जा सकती है, लेकिन एमके स्टालिन का कहना है कि केंद्र सरकार तीसरी भाषा के रूप में संस्कृत को ही थोपेगी। इसलिए वह इसका विरोध कर रहे हैं।

क्यों मचा है विवाद ?

मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि केंद्र ने तमिल जैसी भाषाओं को खत्म करने और संस्कृत को थोपने की योजना बनाई है। मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि द्रविड़ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सीएन अन्नादुरई ने दशकों पहले राज्य में द्विभाषा नीति लागू की थी, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि ‘‘हिंदी-संस्कृत के माध्यम से आर्य संस्कृति को थोपने और तमिल संस्कृति को नष्ट करने के लिए कोई जगह नहीं है। मुख्यमंत्री स्टालिन के बयान से ही साफ है कि तमिलनाडु के नेता ‘आर्यन इन्वेजन थ्योरी’ पर यकीन करते हैं। इस थ्योरी के अनुसार दक्षिण भारतीय लोग भारत के मूल निवासी हैं और उत्तर भारत के लोग बाहरी आक्रमणकारियों के वंशज हैं, जो यहीं बस गए। ऐसे में तमिल नेता हिंदी के जरिए आर्यन संस्कृति का विरोध करते हैं।

पुरानी विरासत को खत्म करने की हो रही कोशिश

तमिलनाडु में कई नेताओं ने कहा कि संस्कृत के जरिए उनकी पुरानी विरासत को खत्म करने की कोशिश हो रही है। इसी वजह से तमिलनाडु हमेशा से ही हिंदी और संस्कृत का विरोधी रहा है। 1963 में जब हिंदी को आधिकारिक भाषा बनाने का प्रस्ताव आया तब तमिलनाडु में हिंसक आंदोलन शुरू हो गए। 70 लोगों की मौत के बाद 1967 में भाषा नीति में संशोधन हुआ और हिंदी के साथ अंग्रेजी भी आधिकारिक भाषा बनी रही। इसके बाद 1986 में राजीव गांधी की सरकार को भी इसी मुद्दे पर विरोध झेलना पड़ा।

तमिलनाडु सरकार ने नवोदय स्कूल भी ठुकराए

केंद्र सरकार ने देश के हर जिले में नवोदय विद्यालय स्थापित किए हैं। नियम के अनुसार हर नवोदय विद्यालय में छठी से नौवीं तक तीन भाषाएं पढ़ाई जाती हैं। इनमें हिंदी और अंग्रेजी अनिवार्य हैं और तीसरी भाषा कोई भी भारतीय भाषा हो सकती है। तमिलनाडु सरकार को हिंदी से इतनी आपत्ति थी कि अब तक राज्य के किसी भी जिले में कोई नवोदय स्कूल नहीं खुला है। तमिलनाडु छोड़कर देश के सभी राज्यों में छात्रों को तीन भाषाएं पढ़ाई जाती हैं, लेकिन तमिलनाडु में छात्र सिर्फ तमिल और अंग्रेजी ही पढ़ते हैं।

क्या है तीन भाषा वाला फॉर्मूला ?

1948-49 में डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की अगुआई वाले विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग ने इस विषय पर विस्तार से जांच की थी और कहा था कि अचानक से अंग्रेजी की जगह हिंदी को आधिकारिक भाषा बना देना उचित नहीं होगा। आयोग ने कहा था कि हिंदी को संघीय भाषा का दर्जा दिया जाना चाहिए और स्थानीय भाषाएं राज्यों के लिए होनी चाहिए। धीरे-धीरे करके अंग्रेजी को हटाया जा सकता है। इसके लिए पूरे देश में हिंदी का प्रचार प्रसार जरूरी है। इसी आधार पर देश की शिक्षा नीतियां तय की गईं और हर बार तमिलनाडु ने नई शिक्षा नीति का विरोध किया।

जब तीन भाषा वाले फॉर्मूले की शुरुआत हुई

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की अगुआई वाले विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग ने कहा था कि कॉलेज में पढ़ने वाले हर छात्र को अपनी क्षेत्रीय भाषा के अलावा देश की कोई दूसरी भाषा का भी ज्ञान होना चाहिए। इसके साथ ही वह अंग्रेजी पढ़ने-लिखने में भी सक्षम हो। यहीं से तीन भाषा वाले फॉर्मूले की शुरुआत हुई। इस प्रस्ताव को 1964-66 के राष्ट्रीय शिक्षा आयोग (कोठारी आयोग) ने स्वीकार किया और इसे इंदिरा गांधी सरकार द्वारा पारित राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 1968 में शामिल किया गया। राजीव गांधी सरकार द्वारा पारित 1986 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति और 2020 की नवीनतम एनईपी में भी इस फॉर्मूले को को बरकरार रखा गया है।

read more  :    समाज सेवा और कौमी एकता से ही देश करेगा विकास – साँसद राजकुमार रोत

समाज सेवा और कौमी एकता से ही देश करेगा विकास – साँसद राजकुमार रोत

हर जरूरतमंद की मदद करना ही खुदा और भगवान की सच्ची इबादत पूजा करना, में यकीन रखने वाला एक ग्रुप एम एम बी ग्रुप ने एक बार फिर हर धर्म जाति के 150 जरूरतमन्दों परिवारों की मदद कर कौमी एकता के इतिहास में एक बार फिर अपना नाम दर्ज किया और साथ ही समाज मे विभिन्न क्षेत्र में बेहतरीन काम करने वाले लोगों की हौसला अफ़ज़ाई करते हुए, उन्हें मोमेंटो भेट कर मान- सम्मान देने का कार्य किया।

एम एम बी ग्रुप विभिन्न क्षेत्रों में फैला रहा मानवता की सुगंध

वही करीब 27 सालों से विभिन्न क्षेत्रों में जरूरतमन्दों और समाज की सेवा कर चारो तरफ मानवता की सुगंध फैला रहे डूंगरपुर जिले की शान कहे जाने वाले एम एम बी ग्रुप ने गुरुवार को जिला मुख्यालय पर भामाशाह जगदीश चौधरी, रिजवान खान थाना अधिकारी धम्बोला आदि के सहयोग से एक खास कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें मुख्य अतिथि विशिष्ट सांसद राजकुमार रोत के साथ एडीजे,अजमेर शरीफ दरगाह के सदर एवम राजस्थान सरकार में राज्यमंत्री मौजूद रहे।

कार्यक्रम शुरुआत मुख्य अतिथि और विशिष्ठ अतिथियों के स्वागत से हुआ। जिसमें सभी अतिथियों का माल्यार्पण शॉल पहना एवम प्रतीक चिंह भेट कर ग्रुप सदर मकरानी ने किया। कार्यक्रम के मंचासीन अतिथियों ने बारी बारी से अपने उद्धबोधन में एम एम बी ग्रुप की टीम और उसके संचालक नूर मोहम्मद मकरानी द्वारा 27 सालो से मानवता के लिए किए गए कार्यों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की।

समाज सेवा करने वाले पत्रकार सादिक अली हुए सम्मानित

इस कार्यक्रम में उद्धबोधन के बाद मुख़्य अतिथि के साथ अतिथियों ने मंच से बांसवाड़ा और डूंगरपुर जिले में सामाजिक सरोकार को निभाते हुए विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट समाज सेवा करने वाले लोगों का माल्यापर्ण कर शॉल पहनाई और प्रतीक चिंह भेंट कर मान-सम्मान बढ़ाया गया। विभिन्न क्षेत्रों में समाज सेवा कर सम्मान पाने वाले आबीद हुसैन, इमरान व पत्रकार सादिक अली रहे। कार्यक्रम के अंत मे 150 जरूरतमंद परिवारों के प्रतिनिधियो को बारी बारी से मंच पर बुला सम्मान के साथ 1 माह की राशन सामग्री से भरे पैकेटस प्रदान किए गए।

राशन पैकेट्स प्राप्त कर रहे लोगों के चेहरो पर रमजान और होली का त्योहार अच्छा होने की खुशी साफ तौर पर झलक रही थी। कार्यक्रम के अंत मे मुख्य अतिथि साँसद राजकुमार रोत ने ग्रुप एम एम बी और नूर मोहम्मद मकरानी द्वारा मानवता के लिए किए जा रहे कार्यों की खुले दिल से प्रशंषा करने से अपने आपको रोक नही पाए। जिला राज्य और देश को मजबूत करने के लिए साँसद रोत ने कौमी एकता के मंत्र का जाप हर देशवासी को करना अनिवार्य बताया। कौमी एकता से ही देश विकास कर पाएगा और मजबूत बनेगा।

READ MORE   :  मुसलमानों को बेइज्जत और बर्बाद करने की साजिश – सपा नेता अबू आजमी

मुसलमानों को बेइज्जत और बर्बाद करने की साजिश – सपा नेता अबू आजमी

महाराष्ट्र के अहिल्यानगर जिले के पाथर्डी तालुका में ग्रामीणों ने मढ़ी कानिफनाथ महाराज की तीर्थयात्रा में मुस्लिम व्यापारियों पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव पारित किया है। ग्रमीणों के इस फैसले पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक अबू आसिम आजमी ने अफसोस जाहिर किया है। उन्होंने कहा, ‘मुझे बड़े ही दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि अब मैं रोज सुबह देखता हूं कि मुसलमानों को बेइज्जत, बर्बाद और तबाह करने की है और ऐसी साजिशें होती रहती हैं।’ उन्होंने इन सब चीजों के लिए सरकार को दोषी ठहराया है।

‘ग्राम सभा ने दुकानें लगाने से किया मना’

सपा नेता अबू आजमी ने कहा, ‘अहमदनगर के मढी गांव में कानिफनाथ महाराज की यात्रा में सालों से दुकान लगा रहे मुसलमानों को ग्रामसभा ने अब दुकान लगाने से मना कर दिया है। बांग्लादेश में हिन्दुओं पर होने वाला ज़ुल्म दिखाई देता है, लेकिन क्या देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को मुसलमानों के साथ हो रही नाइंसाफी दिखाई नहीं देती? समाज के 20 फीसदी लोगों के साथ अगर यह हो रहा है तो फिर बिल्कुल सही नहीं हो रहा। आप उन्हें आरक्षण नहीं देते, उन्हें रोजगार नहीं देते, तो वे कहां जाएंगे। हिंदुओं के त्योहार में वे सामान बेच रहे हैं तो आप कहते हैं कि वे शराब बेच रहे हैं। ये गलत है। नफरत की परंपरा को बंद कीजिए।

ग्रामीणों की भावनाएं होती हैं आहत – अबू आजमी

बता दें कि कानिफनाथ महाराज की यात्रा होली से शुरू होती है और गुड़ी पड़वा पर समाप्त होती है। पारंपरिक प्रथा के अनुसार, एक महीने पहले से ही भगवान को तेल लगाया जाता है और यह ग्रामीणों के दृष्टिकोण से दुःखद घटना मानी जाती है। लेकिन इसके बावजूद, यहां आने वाले मुस्लिम व्यापारी इससे जुड़ी परंपराओं का पालन नहीं करते हैं, जिससे ग्रामीणों की भावनाएं आहत होती हैं। गांव के सरपंच एवं अध्यक्ष कानिफनाथ देवस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष संजय मरकड ने कहा कि जिस तरह कुंभ मेले में मुस्लिम व्यापारियों को अनुमति नहीं है, उसी तरह हमने कानिफनाथ यात्रा पर भी इसी तरह का प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है।

READ MORE :    मजदूरों का होगा फयदा, AQI आधारित इंश्योरेंस पॉलिसी लॉन्च

मजदूरों का होगा फयदा, AQI आधारित इंश्योरेंस पॉलिसी लॉन्च

दिल्ली-एनसीआर में काम करने वाले कंस्ट्रक्शन मजदूरों के लिए एक अच्छी खबर आई है। राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का लेवल बढ़ने पर कंस्ट्रक्शन पर रोक लगा दी जाती है। ऐसे में दिहाड़ी पर काम करने वाले मजदूरों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। लेकिन अब प्रदूषण की वजह से काम बंद होने पर मजदूरों की दिहाड़ी नहीं मारी जाएगी। जी हां, गो डिजिट ने के.एम. दस्तूर रीइंश्योरेंस ब्रोकर्स के साथ मिलकर एक खास इंश्योरेंस स्कीम लॉन्च की है। ये इंश्योरेंस स्कीम देश की पहली हवा की गुणवत्ता (AQI) आधारित स्कीम है। जो हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ने पर मजदूरों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करेगी।

तय पैरामीटर टच होते ही मिलेंगे क्लेम के पैसे

ये एक पैरामेट्रिक इंश्योरेंस पॉलिसी होगी, जिसमें नुकसान का आकलन नहीं किया जाता, बल्कि पहले से तय किए गए पैरामीटर जैसे हवा की गुणवत्ता (AQI) के आधार पर किया जाता है। पैरामेट्रिक पॉलिसी में क्लेम सैटलमेंट का प्रोसेस काफी तेजी से होता है। क्योंकि इसमें तय किए गए पैरामीटर जैसे ही पूरे होते हैं, इंश्योर्ड व्यक्ति को क्लेम की राशि ऑटोमैटिकली मिल जाती है। इस इंश्योरेंस पॉलिसी से दिल्ली और एनसीआर में काम करने वाले हजारों प्रवासी मजदूरों को फायदा मिलेगा। जिनके पूरे परिवार का जीवन दिहाड़ी मजदूरी पर ही निर्भर करता है। इस इंश्योरेंस पॉलिसी से मजदूरों की एक बहुत बड़ी समस्या का समाधान हो जाएगा।

आईये जाने इंश्योरेंस पॉलिसी के नियम

इस इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत अगर एक दिन में हवा की गुणवत्ता (AQI) का लेवल दो बार से ज्यादा 400 के पार पहुंचता है। तो क्लेम का पेमेंट ऑटोमैटिकली शुरू हो जाएगा। यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि मजदूरों को क्लेम उन परिस्थितियों में मिलेगा। जब हवा की गुणवत्ता (AQI) लगातार पांच दिनों में से कम से कम तीन दिनों के लिए 400 से ऊपर रहता है, इस परिस्थिति को ‘स्ट्राइक’ के रूप में परिभाषित किया गया है। पॉलिसी में प्रत्येक स्ट्राइक के बीच कम से कम 25 दिनों का अंतर होना चाहिए। क्लेम की स्थिति में, कंस्ट्रक्शन मजदूरों को होने वाले सैलरी के नुकसान की भरपाई के लिए 6000 रुपये तक मिल जाएंगे।

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जामा मस्जिद की रंगाई-पुताई के लिए हाईकोर्ट ने तीन सदस्यीय बनाई समिति

उत्तर प्रदेश के संभल की शाही जामा मस्जिद में रंगाई-पुताई के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तीन सदस्यीय समिति गठित की है। यह समिति रमजान से पहले मस्जिद की रंगाई-पुताई का काम कराएगी। तीन सदस्यीय कमेटी मस्जिद परिसर का निरीक्षण करेगी। इसके बाद समिति यह तय करेगी कि मस्जिद के मूल ढांचे को नुकसान पहुंचाए बिना रंगा-पुताई कैसे की जाए। तीन सदस्यीय कमेटी कल (28 फरवरी) सुबह 10 बजे हाईकोर्ट के समक्ष रंगाई-पुताई पर विस्तार से पूरी जानकारी कोर्ट के सामने रखेगी।

मस्जिद कमेटी की तरफ से इलाहाबाद हाईकोर्ट में रमजान शुरू होने से पहले मस्जिद की रंगाई पुताई के लिए सिविल रिवीजन याचिका दाखिल की गई है। इस याचिका में मस्जिद की रंगाई-पुताई की अनुमति मांगी गई है। इलाहाबाद हाईकोर्ट इस मामले पर शुक्रवार सुबह दस बजे फिर सुनवाई करेगा।

मुस्लिम पक्ष की याचिका पर समिति का गठन

संभल की शाही जामा मस्जिद कमेटी की याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई। कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष की याचिका पर विचार करते हुए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया, जिसमें मस्जिद के मुतवल्ली को भी शामिल किया गया। कमेटी में एएसआई भी शामिल रहेगी। कमेटी गुरुवार को मस्जिद का निरीक्षण कर शुक्रवार को कोर्ट में अपनी रिपोर्ट सौपेंगी। कमेटी की रिपोर्ट पर कोर्ट अपना आदेश कल सुना सकती है।

हाईकोर्ट का बयान

गुरुवार को सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि क्योंकि रमजान का महीना शुरू होने वाला है, इसलिए मस्जिद में रंगाई पुताई की जरूरत है। इस दौरान मस्जिद में बिना किसी ढांचे को नुकसान पहुंचाए रंगाई पुताई कैसे होगी ये कमेटी की रिपोर्ट के बाद कोर्ट तय करेगा।

क्यों विवादों में है संभल मस्जिद ?

हिंदू पक्ष का दावा है कि हरि हर मंदिर को तोड़कर संभल की शाही जामा मस्जिद बनाई गई थी। इसे लेकर 19 नवंबर को स्थानीय अदालत में याचिका दाखिल की गई थी। कोर्ट ने जामा मस्जिद में एएसआई सर्वे की अनुमति दे दी थी। इसी सर्वे के दूसरे दिन बवाल हो गया था। पुलिसकर्मियों और उपद्रवियों के बीच हुई झड़प में चार लोगों की मौत हो गई थी और पुलिसकर्मी सहित बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे। इसके बाद से यह मस्जिद विवादों में बनी हुई है।

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महाकुंभ में बने कई गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, गदगद हुए सीएम योगी

प्रयागराज में 45 दिनों तक आयोजित हुए विश्व के सबसे बड़े धार्मिक एवं आध्यात्मिक समागम – महाकुंभ का महाशिवरात्रि के अवसर पर समापन हो गया। 45 दिन के इस अभूतपूर्व आयोजन की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। अभूतपूर्व इसलिए क्योंकि दुनियाभर के लोगों ने आस्था का ऐसा महासागर इससे पहले कभी किसी ने नहीं देखा। 45 दिन में 66 करोड़ तीस लाख से ज्यादा भक्तों ने संगम में डुबकी लगाई। हर दिन सवा करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु महाकुंभ में पहुंचे। 50 लाख से ज्यादा विदेशी भक्त आए। 70 से ज्यादा देशों के लोग प्रयागराज पहुंचे। पूरी दुनिया ये देखकर हैरान है कि अमेरिका से दोगुनी आबादी और दुनियाभर के 100 से ज्यादा देशों की कुल पॉपुलेशन से ज्यादा लोग प्रयागराज पहुंचे थे।

70 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी थे तैनात

बड़ी बात ये है कि ये कोई सरकारी आयोजन नहीं था, ये सनातन की पंरपरा और भारत की सांस्कृतिक शक्ति का मेला था। महाकुंभ में 37 हजार से ज्यादा पुलिसवाले तैनात किए गए थे, 14 हजार से ज्यादा होमगार्ड्स थे। सीआरपीफ के भी जवानों की तैनाती की गई। कुल 70 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात था और बड़ी बात ये है कि महाकुंभ के समापन के मौके पर श्रद्धालुओं ने सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की जमकर तारीफ की।

पीएम से लेकर मुख्यमंत्रियों, फिल्मी सितारों ने लगाई डुबकी

महाकुंभ अपनी स्वच्छता को लेकर भी चर्चा में रहा जिसमें स्वच्छता कर्मियों की अहम भूमिका रही। महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ की घटना से इसकी छवि थोड़ी धूमिल हुई, लेकिन श्रद्धालुओं की आस्था पर इस घटना का कोई खास असर नहीं पड़ा और लोगों का आगमन अनवरत जारी रहा। भगदड़ में 30 लोगों की मृत्यु हो गई थी। महाकुंभ मेले में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों, फिल्मी सितारों और खेल जगत, उद्योग जगत की हस्तियों तक ने संगम में डुबकी लगाई और प्रदेश सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं की सराहना की।

सीएम योगी ने 10 बार महाकुंभ नगर का किया दौरा

महाकुंभ के आयोजन को लेकर प्रदेश सरकार शुरू से ही गंभीर रही और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 45 दिनों में 10 बार महाकुंभ नगर आकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इसके अलावा, उन्होंने लखनऊ और गोरखपुर में नियंत्रण कक्ष से मेले पर पैनी नजर रखी। मुख्यमंत्री महाकुंभ के औपचारिक समापन की घोषणा करने आज यहां आए हैं।

रिकॉर्ड वाला महाकुंभ

>>  66.30 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु आए

>>  अमेरिका की आबादी से दोगुने लोग पहुंचे

>> 193 देशों की आबादी से ज्यादा महाकुंभ में आए

>>  सिर्फ भारत-चीन की आबादी महाकुंभ आए श्रद्धालुओं से ज्यादा

>>  120 करोड़ हिंदुओं में से 66 करोड़ से ज्यादा की डुबकी

>>  दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम से 166 गुना बड़ा मेला एरिया

>>  4 हजार हेक्टेयर में महाकुंभ मेला जोन का स्ट्रक्चर

>>  4 लाख से ज्यादा टेंट-तंबू, 1.5 लाख टॉयलेट बने

इन रिकॉर्ड्स के सर्टिफिकेट आज सौंपे गए

1 –   गंगा सफाई का रिकॉर्ड बना, 4 अलग अलग स्थानों पर 360 लोगों द्वारा सफाई करने का रिकॉर्ड

2 –  हैंड पेंटिंग में – 10,102 लोगों का रिकॉर्ड, पहले 7660 लोगों का था।

3 –  झाडू लगाने में 19000 लोगों का रिकॉर्ड बना, पहले 10,000 लोगों का था।

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भारत को छोड़ बांग्लादेश ने बढ़ाई पाकिस्तान से दोस्ती, हवाई सेवा का ऐलान

भारत से तनावों के बीच बांग्लादेश ने पाकिस्तान के साथ दोस्ती प्रगाढ़ करने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। बांग्लादेश ने पाकिस्तान के साथ अरपने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए दोनों देशों के बीच ढाका ने सीधी हवाई सेवा शुरू करने का फैसला किया है। पाकिस्तान में बांग्लादेश के उच्चायुक्त ने बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच सीधी हवाई सेवा शुरू करने की योजना की घोषणा की। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, मोहम्मद इकबाल हुसैन ने पेशावर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दोनों देशों के बीच गहरे और ऐतिहासिक संबंधों पर जोर दिया।

यात्रा और कनेक्टिविटी की सुविधा के लिए सीधी उड़ानें शुरू करने का इरादा जताया। उन्होंने कहा कि इस तरह के कदम से बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच पर्यटन, शिक्षा और व्यापार सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ेगा। हालाँकि, सीधी उड़ानों के लिए कोई समयसीमा घोषित नहीं की गई है।

बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच मजबूत होते रिश्ते

बांग्लादेश के उच्चायुक्त ने पाकिस्तान के साथ ढाका के संबंधों को आने वाले समय में और अधिक मजबूत करने का दावा किया। उच्चायुक्त ने बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच बढ़ते व्यापार और राजनयिक संबंधों पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि ये संबंध और मजबूत होते रहेंगे। उन्होंने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के प्रति बांग्लादेश की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उन्होंने रेखांकित किया कि कैसे सोशल मीडिया ने युवा पीढ़ी को अपने अधिकारों के लिए आवाज़ उठाने का अधिकार दिया है, जिससे देश में मुक्त भाषण की एक मजबूत संस्कृति में योगदान मिला है। इसी से बांग्लादेश में परिवर्तन हो सका।

स्वास्थ्य और औद्योगिक सेवा में निवेश करेगा बांग्लादेश

मोहम्मद इकबाल हुसैन ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में विशेष रूप से स्वास्थ्य सेवा और औद्योगिक क्षेत्रों में निवेश के विशाल अवसरों की ओर इशारा किया। जिससे व्यवसायों को इन मार्गों का पता लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। उन्होंने पाकिस्तान में बांग्लादेशी उत्पादों की मांग का भी उल्लेख किया। दोनों देशों के बीच चटगांव और कराची को जोड़ने वाले शिपिंग मार्गों के माध्यम से व्यापार चल रहा है, हालांकि मात्रा मामूली बनी हुई है। उच्चायुक्त ने बांग्लादेश में आगामी चुनावों पर भी बात की और प्रमुख प्राथमिकता के रूप में आर्थिक विकास पर अपने देश के फोकस को दोहराया।

रक्षा क्षेत्र में भी दोनों देश बनेंगे सहयोगी

मोहम्मद इकबाल हुसैन ने रक्षा क्षेत्र में असाधारण क्षमताओं के लिए पाकिस्तान की वायु सेना की सराहना की और उसका सहयोगी बनने का ऐलान किया। शेख हसीना वाजिद की सरकार के पतन के बाद से दोनों देशों के बीच संबंधों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। हाल ही में बांग्लादेश के एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने पाकिस्तान का दौरा किया और रक्षा क्षेत्र में सहयोग तलाशने के लिए सेवा प्रमुखों से अलग से मुलाकात की।

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यूपी : मेरठ में मारा गया 50 हजार का इनामी तांत्रिक नईम

यूपी के मेरठ से एक बड़ी खबर है। यहां पुलिस एनकाउंटर में 50 हजार का इनामी अपराधी और तांत्रिक नईम मारा गया है। नईम, 9 जनवरी को लिसाड़ी गेट के सोहेल गार्डन में हुई राजमिस्त्री मोईन और उसकी 3 बेटियों और पत्नी की हत्या का मुख्य आरोपी था। आज तड़के ही लिसाड़ी गेट समर गार्डन मे लगभग 3.45 मिनट पर नईम की पुलिस से मुठभेड़ हुई। नईम पर अन्य आपराधिक मामले दर्ज थे। महाराष्ट्र में भी हत्या के केस में वांटेड था।

कैसे हुआ एनकाउंटर ?

पुलिस को खबर मिली कि नईम को समर गार्डन इलाके में देखा गया है। इसके बाद पुलिस ने घेरा बंदी के लिए जवान भेजे। इस दौरान नईम ने भागने की कोशिश की और पुलिस पर फायरिंग कर दी। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें नईम घायल हुआ। उसे हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन उसकी मौत हो गई।

तांत्रिक नईम ने की थी हत्या

हाल ही में मेरठ में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या हुई थी। मेरठ के सुहेल गार्डन में एक ही घर में 5 लोगों की हत्या का आरोप तांत्रिक नईम पर लगा था। नईम ने सौतेले भाई, भाभी समेत तीन बच्चियों को बेरहमी से मार डाला था और फिर घर में ताला लगाकर फरार हो गया था। पुलिस ने जब इस मामले की जांच शुरू की तो पता लगा कि इस घटना में नईम का हाथ है। लेकिन तांत्रिक नईम भी काफी शातिर था और भेष बदलता रहता था।

जिसकी वजह से उसे ढूंढना मुश्किल हो रहा था। नईम बार बार अपनी लोकेशन बदल रहा था। उसे दिल्ली से महाराष्ट्र तक घूमते हुए देखा गया। उस पर पहले से भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। तांत्रिक नईम के पकड़े जाने से इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली है और पुलिस पर भरोसा जताया है।

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कोलेस्ट्रॉल कितना खतरनाक होता है और कब पैदा होती है डेंजर कंडीशन ?

आजकल हाई कोलेस्ट्रॉल के नाम से ही लोग डरने लगे हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल हार्ट अटैक और स्ट्रोक का बड़ा कारण बन रहा है। इस खतरे से बचने के लिए सबसे पहले आप ये जान लीजिए कि शरीर में कोलेस्ट्रॉल कितने प्रकार का होता है। हमारे शरीर में 2 तरह का कोलेस्ट्रॉल होता है एक गुड कोलेस्ट्रॉल और दूसरा बैड कोलेस्ट्रॉल।

गुड कोलेस्ट्रॉल को हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन (HDL) और बैड कोलेस्ट्रॉल को लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (LDL) कहते हैं। इसके अलावा ब्लड में ट्राइग्लिसराइड्स का भी नॉर्मल होना जरूरी है। जब शरीर में टोटल कोलेस्ट्रॉल की रेंज बढ़ती है और खासतौर से बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है तो इससे कई समस्याएं तेजी से पनपने लगती हैं।

क्या है कोलेस्ट्रॉल और ये कैसे बढ़ता है ?

कोलेस्ट्रॉल हमारे खून में एक तरह का चिपचिपा और मोम जैसा पदार्थ होता है। जब खून में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है तो ये खून की धमनियों में जमने लगता है। इससे धमनियां सिकुड़ जाती हैं और खून का संचार प्रभावित होता है। जब खून धीरे फ्लो होता है तो हार्ट और ब्रेन तक पहुंचने में मुश्किल आने लगती है। जो हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को बढ़ाता है। खराब खाने पीने, अनहेल्दी लाइफस्टाइल और कम फिजिकल एक्टिविटी के कारण कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है।

कोलेस्ट्रॉल की नॉर्मल और हाई रेंज क्या है ?

डॉक्टर की मानें तो बैड कोलेस्ट्रॉल 100 mg/dL से अगर कम है तो ये नॉर्मल है। अगर ये 130 mg/dL या उससे ज्यादा है तो इसे बॉर्डर लाइन माना जाता है। जब यही लेवल 160 mg/dL से भी ऊपर चला जाता है तो खतरनाक हो जाता है। वहीं गुड कोलेस्ट्रॉल 60 mg/dL या इससे ज्यादा हो तो ये नॉर्मल है। 40 mg/dL से कम है तो इसे बहुत लो माना जाता है। इससे हार्ट हेल्थ पर असर पड़ सकता है। दोनों कोलेस्ट्रॉल का टोटल 200 mg/dL या इससे कम होना चाहिए। इसे नॉर्मल रेंज माना जाता है। अगर कोलेस्ट्रॉल 240 mg/dL है तो ये आपके लिए बॉर्डर लाइन है। 240 से ज्यादा कोलेस्ट्रॉल को खतरनाक माना जाता है।

हाई कोलेस्ट्रॉल से क्या खतरा होता है ?

वही शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल 190 mg/dL से ऊपर हो तो आपको डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। ये आपके लिए डेंजर कंडीशन है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा काफी बढ़ सकता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। वहीं जिनका टोटल कोलेस्ट्रॉल 240 से ऊपर है तो ये स्थिति आपके लिए अलार्मिंग है। वहीं ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा 150 mg/dL से ज्यादा है तो ये भी खतरनाक है। इससे आपके हार्ट पर बुरा असर पड़ सकता है।

(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)

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सैफ अली खान डिस्चार्ज होने के बाद पहली बार आए नजर, बदला ठिकाना

सैफ अली खान लीलावती अस्पताल से हमले के 5 दिन बाद अपने घर लौट आए हैं। एक्टर सैफ अली खान का डिस्चार्ज होने के बाद पहला लुक सामने आया है, जिसमें पुलिस उनकी सुरक्षा करते हुए उन्हें घर के अंदर ले जाते दिखाई दे रहे हैं। एक्टर पर 16 जनवरी की रात एक शख्स ने चाकू से हमला किया था।

इस घटना में एक्टर गंभीर रूप से घायल हुए थे। अब बॉलावुड एक्टर सैफ का हमले के बाद का पहला वीडियो सोशल मीडिया पर छाया हुआ है, जिसमें वह काफी डेशिंग नजर आ रहे हैं। सैफ को आखिरकार 21 जनवरी को लीलावती अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।

रोनित रॉय पहुंचे अस्पताल

वही सैफ अली खान को जो एजेंसी सिक्योरिटी मुहैया कराती है, वो बॉलीवुड एक्टर रोनित रॉय की ही है। ऐसे में रोनित रॉय भी सैफ के डिस्चार्ज होने से पहले लीलावती अस्पताल पहुंच गए हैं। सैफ को लिलावती से उनके घर तक ले जाने का जिम्मा रोनित रॉय के सिक्युरिटी कम्पनी का ही है। पुलिस भी इस दौरान उनके साथ रहेगी। रिपोर्ट्स की मानें तो अब सैफ अली खान के साथ पुलिस की 2 गाड़ियों के साथ 3 अन्य गाड़िया शामिल होंगी। जो सैफ को घर तक लेकर जाएंगी। इससे पहले जब हमला हुआ था, उसके दो दिन पहले भी रोनित, सैफ के घर गए थे।

https://x.com/AHindinews/status/1881668671166349812

सैफ अली खान दूसरे घर में हुए शिफ्ट

सैफ अली खान के घर सतगुरु शरण अपार्टमेंट के बाहर भारी पुलिस बल तैनात की गई है। पहले कयास लगाए जा रहे थे कि सैफ छुट्टी मिलने के बाद अपने दूसरे मुंबई स्थित ‘फॉर्च्यून हाइट्स’ घर पर चले जाएंगे, लेकिन एक्टर उसी घर में गए हैं, जहां 16 जनवरी को उन पर हमला हुआ था। पहले खबर आई थी कि एक्टर की पत्नी करीना कपूर खान और उनके बच्चे तैमूर और जेह सैफ के डिस्चार्ज होने के बाद फॉर्च्यून हाइट्स में रहने वाले हैं।

डॉक्टर्स ने दी सैफ अली खान को ये सलाह

डॉक्टर्स की टीम ने सैफ को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे कोई भी भारी सामान नहीं उठा सकते हैं। उन्हें जिम जाने की रोक है और इसी के साथ जब तक वे पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते हैं, उन्हें शूटिंग करने की भी मनाही है। पूरी तरह से ठीक होने तक उन्हें रेस्ट करने की सलाह दी गई है।

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शेयर बाजार : सेंसेक्स 454 और निफ्टी 142 अंकों की बढ़त के साथ बंद

भारतीय शेयर बाजार आज अच्छी बढ़त के साथ हरे निशान में बंद हुए हैं। हफ्ते के पहले दिन बीएसई सेंसेक्स 454.11 अंकों की बढ़त के साथ 77,073.44 अंकों पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी 50 इंडेक्स भी आज 141.55 अंकों (0.61%) की तेजी के साथ 23,344.75 अंकों पर बंद हुआ। बताते चलें कि पिछले हफ्ते शुक्रवार को बाजार बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ था। शुक्रवार को सेंसेक्स 423.49 अंकों की गिरावट के साथ 76,619.33 अंकों पर बंद हुआ था और निफ्टी 50 108.61 अंकों की गिरावट के साथ 23,203.20 अंकों पर बंद हुआ था।

कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों में आयी तेजी

सेंसेक्स की 30 में से 17 कंपनियों के शेयर बढ़त लेकर हरे निशान में बंद हुए जबकि बाकी की 13 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुए। निफ्टी 50 की 50 में से 29 कंपनियों के शेयर तेजी के साथ हरे निशान में और बाकी की 21 कंपनियों के शेयर नुकसान के साथ लाल निशान में बंद हुए। आज सेंसेक्स की कंपनियों में शामिल कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर सबसे ज्यादा 9.15 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुए जबकि जोमैटो के शेयर सबसे ज्यादा 3.14 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए।

इन कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ हुए बंद

इनके अलावा, बजाज फाइनेंस के शेयर 3.58, बजाज फिनसर्व 3.18 शेयर, एनटीपीसी 2.96 शेयर, भारतीय स्टेट बैंक 1.96 शेयर, पावरग्रिड 1.29 शेयर, टाटा स्टील 1.04 शेयर, टेक महिंद्रा 1.02 शेयर, एशियन पेंट्स 0.90 शेयर, एचडीएफसी बैंक 0.89 शेयर, भारती एयरटेल 0.86 शेयर, टाइटन 0.69 शेयर, आईसीआईसीआई बैंक 0.57 शेयर, लार्सन एंड टुब्रो 0.50 शेयर, अल्ट्राटेक सीमेंट 0.36 शेयर, एचसीएल टेक 0.35 शेयर और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर 0.28 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुए।

नुकसान उठाकर बंद हुए ये सभी शेयर

अडाणी पोर्ट्स के शेयर 1.23 प्रतिशत, टीसीएस 1.18 शेयर, महिंद्रा एंड महिंद्रा 0.99 शेयर, मारुति सुजुकी 0.80 शेयर, टाटा मोटर्स 0.67 शेयर, आईटीसी 0.58 शेयर, सनफार्मा 0.57 शेयर, हिंदुस्तान यूनिलीवर 0.38 शेयर, एक्सिस बैंक 0.30 शेयर, नेस्ले इंडिया 0.30 शेयर, इंफोसिस 0.10 शेयर और इंडसइंड बैंक के शेयर 0.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए।

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डिजिटल अरेस्ट : सॉफ्टवेयर इंजीनियर से करीब ₹12 करोड़ की हुई ठगी

डिजिटल अरेस्ट के जरिये बेंगलुरु के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर से तकरीबन 12 करोड़ की ठगी करने के मामले में बेंगलुरु पुलिस ने 2 आरोपियों को अरेस्ट करने में सफलता पाई है। तरुण और करन नाम के इन आरोपियों ने ईडी और कस्टम अधिकारी बनकर टेकी विजयकुमार को पहले डिजिटल अरेस्ट किया और फिर उनके अकाउंट में मौजूद लगभग 12 करोड़ रुपये के वेरिफिकेशन के नाम पर अलग अलग बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करवाकर इस ठगी को अंजाम दिया।

क्या है पूरा मामाला ?

पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दोनों आरोपियों को इस बात की सूचना मिली थी कि विक्टिम विजयकुमार ने शेयर मार्केट में बड़ा निवेश किया हुआ है जिसके चलते उनके पास 11 करोड़ 84 लाख रुपये जमा हो गए थे। बेंगलुरु नार्थ डिवीजन के तहत जीकेवीके (GKVK) में रहने वाले इस युवक को जब तक ये पता चला कि उसके साथ डिजिटल ठगी हुई है तब तक उसकी सारी कमाई लुट गयी। इस युवक ने पुलिस की साइबर, इकोनॉमिक और नारकोटिक्स यानी सीईएन (CEN) ब्रांच में 12 दिसम्बर को एक शिकायत दर्ज करवाई। इस शिकायत में युवक ने पुलिस को बताया कि 11 नवम्बर सर 12 दिसम्बर के बीच डिजिटल ठगों ने इससे 11 करोड़ 84 लाख रुपये ऐंठ लिये।

कैसे हुई ठगी की घटना ?

पुलिस में दी गई शिकायत के मुताबिक इस युवक को 11 नवम्बर को एक आईवीआर (IVR) फोन आया। इस कॉल में कहा गया कि ये कॉल टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी ट्राई (TRAI) से है। उसके फोन नम्बर का मिस यूज हुआ है और 2 घंटे में उसका फोन कट जाएगा। उसने जब कारण पूछा तो उसे 8791120937 नंबर से एक फोन आया और सामने वाले ने कहा कि वो मुम्बई के कोलाबा से क्राइम ब्रांच का अफसर है और उसके आधार नम्बर के साथ कोलाबा में एक केस दर्ज हुआ है। उसे बताया गया कि नरेश गोयल नाम के एक व्यक्ति को 6 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के केस में पकड़ा गया है और इसमें उसके आधार कार्ड और फोन की डिटेल्स मिली है।

पुलिस अधिकारी का भेष बनाकर भी की ठगी

फोन पर ये सब सुनकर युवक डर गया जिसके बाद उसे एक ओर नम्बर 7420928275 से फोन आया। उसने खुद को कस्टम और ईडी (ED) का अधिकारी बताया और इस युवक को डिजिटल अरेस्ट करने की बात कहते हुए उससे मोबाइल फोन पर 2 एप और स्काईप डाउनलोड करने को कहा। इसके बाद पुलिस अधिकारी का भेष बनाकर एक और ठग ने 9997342801 से वीडियो कॉल किया। फिर उसे बताया कि अब ये केस सुप्रीम कोर्ट में चला गया है और न सिर्फ वो बल्कि उसके परिवार के बाकी लोगों को भी अब जिंदगी भर जेल में रहना होगा।

युवक के डर का फायदा उठाया गया

ये युवक बुरी तरह डर गया और इसका फायदा उठाते हुए ठगों ने उसके बैंक में जमा राशि की सारी जानकारी उससे ले ली। उससे कहा गया कि उसे अपने अकाउंट से पैसे आरबीआई (RBI) के अकाउंट में जमा कराने होंगे और एक बार वेरिफिकेशन हो जाने के बाद ये रुपये उसके अकाउंट में वापस भेज दिए जाएंगे। इसके बाद 11 नवम्बर को युवक ने आई सीआईसीआई (ICICI) बैंक के एक अकाउंट में 75 लाख जमा कराए। उसके अगले दिन यूको (UCO) बैंक के एक अकाउंट में 3 करोड़ 14 लाख जमा कराए।

इसके बाद उसे मनी लॉन्ड्रिंग के इस केस से बाहर निकालने के लिए और रुपयों की डिमांड की गई। चूंकि पीड़ित बुरी तरह घबराया हुआ था। इसीलिए ठगों ने इसका पूरा फायदा उठाया और सिलसिले वार तरीके से अलग-अलग बैंक अकाउंट में 97 लाख, 25 लाख, 1 करोड़, 56 लाख, 96 लाख और आखिर में 2 लाख रुपए जमा करवाये गए।

पुलिस ने शुरू की जांच

इसके बाद युवक से कहा गया कि 12 दिसम्बर की दोपहर तक सारे पैसे दुबारा उसके अकाउंट में आ जाएंगे। जब तय समय पर पैसे वापस नहीं आये तो ये युवक पैनिक हो गया। उसने उस अधिकारी से बात करने की कोशिश की तो सारे फोन फोन स्विच ऑफ हो गए। युवक ने जब बैंक को कॉल किया तब तक काफी देर हो चुकी थी। जिन 9 बैंक खातों में इंजीनियर ने पैसे ट्रांसफर किये थे, उन सभी खातों से पैसे निकाल लिए गए। थे इस वजह से बैंक उसे ब्लॉक नहीं कर पाए। इसके बाद उसे एहसास हुआ कि डिजिटल अरेस्ट के नाम पर उसके साथ इतनी बड़ी ठगी हुई है। अब बेंगलुरु साइबर क्राइम पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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लखनऊ में एचएमपीवी वायरस से संक्रमित महिला की मौत के बाद हड़कंप

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एचएमपीवी (HMPV) से संक्रमित पहली महिला की मौत हुई है। संक्रमित होने के बाद लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में महिला का इलाज चल रहा था। महिला की एचएमपीवी वायरस की पहली जांच रिपोर्ट चरक डायग्नोस्टिक में कराई गई थी। जिसमें एचएमपीवी (HMPV) पॉजिटिव पाई गई थी। लेकिन हैरान और परेशान करने वाली बात यह है कि महिला का फिर एक बार जब एचएमपीवी (HMPV) टेस्ट हुआ।

तो रिपोर्ट नेगेटिव आई, लेकिन उसके बाद भी अचानक महिला की तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। सबसे पहले बलरामपुर अस्पताल में महिला को भर्ती कराया गया था। बलरामपुर पुर अस्पताल में जांच के लिए सैंपल किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी भेजे गए थे। जहां जांच रिपोर्ट में पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, 24 घंटे के अंदर दूसरी बार नमूने भेजकर जांच कराई गई। तो एचएमपीवी वायरस की नेगेटिव रिपोर्ट आई। जिसके बाद भी इलाज के लिए लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में भर्ती बुजुर्ग महिला आशा शर्मा की मौत हो गई।

महिला की मौत पर अस्पताल के डॉक्टर क्या बोले ?

इस मामले को लेकर बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉक्टर सुशील प्रकाश ने बताया – ‘उषा शर्मा नाम की महिला दिनांक 8 तारीख को बलरामपुर अस्पताल में आई। इसके पहले यह 5 जनवरी को अपॉलो अस्पताल में एडमिट हुई थी। जहां सांस की शिकायत के साथ वहां पर एक-दो दिन भर्ती रही। लेकिन वहां से यह बिना बताए चरक चले गए 7 तारीख को चरक में रहे, फिर चरक वालों ने केजीएमयू के लिए रेफर कर दिया। केजीएमयू ने बलरामपुर अस्पताल के लिए रेफर किया। बलरामपुर अस्पताल में जब महिला आई (8 जनवरी) तो इनको भर्ती किया गया।

पहले से ही कई गंभीर बीमारियां

जो रेफर वाला पेपर था उसमें जो बीमारी लिखी हुई थी। वो वायरल निमोनाइटिस किडनी डिजीज, हाइपरटेंशन, ओल्ड टीवी और भी कई बीमारियां इसमें लिखी हुई थी और नीचे लिखा हुआ था, एचएमपीवी पॉजिटिव। लेकिन उसके सपोर्ट में कोई जांच नहीं थी। इसलिए शक हुआ तो हम लोगों ने एक सैंपल लिया और उसको केजीएमयू भेजा और 9 तारीख को सैंपल नेगेटिव आया। इसके बाद रिपोर्ट नेगेटिव के रूप में हम लोगों ने इलाज किया है। लेकिन 13 तारीख को इनको अचानक झटके आए और उल्टी हुई और बेहोश हो गईं। महिला को तुरंत आईसीयू शिफ्ट किया गया और विशेषज्ञों ने इनका इलाज किया। लेकिन इलाज के बावजूद उनकी 13 तारीख को मृत्यु हो गई। एचएमपीवी से इसका कोई लेना देना नहीं है, इनको पहले से ही कई गंभीर बीमारियां थी।

एचएमपीवी के लक्षण क्या ?

एचएमपीवी वायरस के जो लक्षण होते हैं वह सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार सांस फूलना यह लक्षण होते हैं। नॉर्मल वायरल में भी इसी तरह होता है। बच्चों और बुजुर्गों में सभी में यह लक्षण पाए जाते हैं, कोई गंभीर बीमारी नहीं है। सिंपल वायरल डिजीज है अगर पेशेंट अपनी ह्यूमैनिटी सही किए हुए तो 7 दिन में सही हो जाता है।

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आंध्र प्रदेश में अनोखा नियम! दो से ज्यादा बच्चे वाले ही लड़ सकेंगे निकाय चुनाव

आंध्र प्रदेश में अब अनोखा नियम लागू होगाा। अभी तक जनसंख्या पर लगाम लगाने के लिए कम बच्चे पैदा करने की नीतियां अपनाई जा रही थीं। लेकिन आंध्र प्रदेश में अब ज्यादा बच्चे पैदा करने पर जोर दिया जा रहा है। खुद मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि कोई व्यक्ति सरपंच, नगरपालिका का पार्षद या महापौर तभी बन सकता है, जब उसके दो से अधिक बच्चे हों। उन्होंने संकेत दिया कि इससे जनसंख्या में गिरावट को रोका जा सकेगा। मुख्यमंत्री नायडू ने कहा कि वह लोगों को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने के संबंध में नीतियां लाएंगे।

उन्होंने हाल में यहां नरवरिपल्ले में संवाददाताओं से कहा, ‘‘एक समय था जब अधिक बच्चों वाले व्यक्तियों को पंचायत (चुनाव) या स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं थी। अब मैं यह कह रहा हूं कि कम बच्चों वाले व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकते। आप सरपंच, नगर पार्षद, निगम अध्यक्ष या महापौर तभी बनेंगे जब आपके दो से अधिक बच्चे होंगे।’’ मुख्यमंत्री के अनुसार, उत्तर भारत लगभग 15 वर्षों में स्थिर प्रजनन दर का लाभ खो सकता है।

डबल इनकम नो किड्स की अवधारणा चिंताजनक

तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख ने कहा कि पुरानी पीढ़ी के लोग अधिक बच्चे पैदा करते थे, जबकि वर्तमान पीढ़ी ने इसे घटाकर एक बच्चा कर दिया है। उन्होंने इस बात को भी रेखांकित किया कि आजकल कुछ ‘स्मार्ट’ लोग डबल इनकम नो किड्स (डीआईएनके) अवधारणा को अपना रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आपके माता-पिता ने चार से पांच बच्चे पैदा किए और आपने उन्हें घटाकर एक कर दिया। अब और भी समझदार लोग कह रहे हैं कि दोहरी आय, कोई बच्चा नहीं, हमें मौज-मस्ती करने दो। अगर उनके माता-पिता ने उनकी तरह सोचा होता, तो आप इस दुनिया में नहीं आते।

कुछ दंपति दो बच्चे पैदा करने से कतराते हैं – मुख्यमंत्री नायडू

इस महीने की शुरुआत में मुख्यमंत्री नायडू ने गिरती जन्म दर पर चिंता जताई थी और कहा था कि भारत को दक्षिण कोरिया तथा जापान जैसे अन्य देशों द्वारा की गई गलतियों को नहीं दोहराना चाहिए, जहां जन्म दर में भारी गिरावट आई है। मुख्यमंत्री नायडू ने कहा कि आजकल कुछ दंपति बच्चे पैदा करने से कतराते हैं, क्योंकि वे अपनी कमाई को दूसरों के साथ साझा नहीं करना चाहते और उस पैसे का इस्तेमाल अपने आनंद के लिए करना चाहते हैं।

मुख्यमंत्री नायडू ने पिछले साल अक्टूबर में कहा था कि आंध्र प्रदेश में जनसंख्या प्रबंधन की जरूरत है। क्योंकि यहां बुजुर्गों की संख्या में वृद्धि होगी। नायडू ने कहा था, ‘‘2047 तक हमारे पास जनसांख्यिकीय लाभांश होगा, यहां अधिक युवा होंगे। 2047 के बाद, अधिक वृद्ध लोग होंगे.अगर (प्रति महिला) दो से कम बच्चे पैदा किए जाते हैं, तो जनसंख्या कम हो जाएगी। अगर आप (प्रत्येक महिला) दो से अधिक बच्चों को जन्म देती हैं, तो जनसंख्या बढ़ जाएगी।

सभी देशों ने यह गलती की – मुख्यमंत्री नायडू

मुख्यमंत्री नायडू ने कहा कि सभी देशों ने यह गलती की है और हमें सही समय पर निर्णय लेना होगा। उन्होंने कहा कि पहले अधिक बच्चे पैदा करने के महत्व पर जोर नहीं दिया गया और स्थिति अब हाथ से निकल गई है। दक्षिण कोरिया और जापान तथा यूरोपीय देशों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि उन स्थानों पर लोगों को जनसंख्या में गिरावट के खतरे का एहसास नहीं है, बल्कि उनका ध्यान सिर्फ धन सृजन करने, आय बढ़ाने तथा अपने देशों को प्रगति की राह पर आगे ले जाने पर केंद्रित है।

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बड़ी खबर ! 8वें वेतन आयोग के गठन को मोदी सरकार ने दी मंजूरी

प्रधानमंत्री ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए खास तोहफे की घोषणा की। सरकार ने 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दे दी है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह जानकारी दी। सरकार की तरफ से 8वें वेतन आयोग को मंजूरी दिए जाने की घोषणा बजट 2025 से महज कुछ ही दिन पहले हुई है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हालांकि कहा है कि, इसके कार्यान्वयन की सही तारीख अभी तक घोषित नहीं की गई है। साल 2026 में इसका गठन किया जा सकता है। उन्होंने दोहराया कि सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें पहले ही लागू की जा चुकी हैं। सरकार बाद में आयोग के बाकी डिटेल्स के बारे में जानकारी देगी। इसमें शामिल होने वाले सदस्यों की भी सूचना दी जाएगी।

राज्य सरकार के कर्मचारियों को भी है इंतजार

केंद्र के अलावा राज्य स्तरों पर भी सरकारी कर्मचारी 8वें वेतन आयोग के गठन के इंतजार में हैं। हाल की रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि फिटमेंट फैक्टर को 2.57 से बढ़ाकर 2.86 करने की संभावना है, जिसका कर्मचारियों के मूल वेतन पर अच्छा खासा असर देखने को मिलेगा।

जनवरी 2016 में लागू हुई थीं 7वें वेतन आयोग की सिफारिशें

खबर के मुताबिक, पिछले आयोगों की तरह, इससे सैलरी में बदलाव होने की उम्मीद है। इससे सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) में संशोधन भी शामिल है। इससे पहले 7वें वेतन आयोग की सिफारिशें, जिन्हें नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने जनवरी 2016 में लागू किया था, की अवधि 31 दिसंबर 2025 को खत्म हो जाएगी। करीब एक करोड़ से ज्यादा केंद्रीय सरकारी कर्मचारी और पेंशनभोगी अपने मूल वेतन, भत्ते, पेंशन और बाकी बेनिफिट्स में संशोधन के लिए 8वें वेतन आयोग के गठन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

8वें वेतन आयोग से इतना बढ़ सकता है मूल वेतन

मान लीजिए अगर फिटमेंट फैक्टर को 2.86 पर एडजस्ट किया जाता है, तो 18,000 रुपये का मौजूदा न्यूनतम मूल वेतन संभावित रूप से 51,480 रुपये तक बढ़ सकता है। यहां बता दें, सरकारी कर्मचारियों और पेंशनहोल्डर्स के संशोधित मूल वेतन और पेंशन को तय करने में फिटमेंट फैक्टर अहम भूमिका निभाता है।

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6 जगह वार, 2 जगह गहरी चोट, सैफ अली खान के पर घोंपा गया चाकू

बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान को गंभीर अवस्था में लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया गया कि एक्टर पर चाकू से हमला हुआ है। ये हादसा उनके आवास पर ही हुआ, जहां एक अज्ञात शख्स चोरी की नीयत से घुस आया था। इस दौरान उन पर धारदार चाकू से अटैक कर दिया गया। अब एक्टर का अस्पताल में उपचार जारी है। इस मामले में पुलिस ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है। अब इसी मामले पर पुलिस और अस्पताल प्रशासन ने अपना बयान जारी कर दिया है। एक्टर की टीम ने भी इससे जुड़ी जानकारी साझा की है। ये मामला देर रात लगभग 2.30 बजे का बताया जा रहा है।

पुलिस ने जारी किया बयान

सैफ अली खान के घर पर पुलिस पहुंच गई है। बांद्रा में सैफ अली खान के घर पुलिस पहुंच गई है। इस मामले में घर के स्टाफ से पुलिस पूछताछ करेगी। पुलिस ने हमलावर की पहचान कर ली है। CCTV से हमलावर की तस्वीर सामने आ गई थी। सैफ पर हमले को लेकर मुंबई पुलिस का बयान भी सामने आ गया है। पुलिस का कहना है कि एक्टर पर हुए हमले की जांच चल रही है। अज्ञात शख्स सैफ अली खान के घर में घुसा था। एक्टर के साथ हाथापाई हुई। सैफ अली खान की टीम की ओर से भी बयान जारी कर दिया गया है। टीम का कहना है कि घर में चोरी की कोशिश हुई है। फैंस से धैर्य बनाए रखने की अपील की गई है।

मेड ने दर्ज कराया बयान

मेड लीना को हाथ में चोट लगी है। ये वही मेड है जिसे सैफ अली खान बचा रहे थे। लीना जहांगीर के कमरे में ही सोती है। लीना का इलाज भी लीलावती अस्पताल में ही कराया गया और इसके बाद वो बांद्रा पुलिस स्टेशन अपना बयान दर्ज कराने भी पहुंच गई है। सैफ अली खान के घर पर पिछले दो-तीन दिनों से फर्श पॉलिशिंग का काम चल रहा है। पुलिस इन मजदूरों से भी पूछताछ कर रही है। जब पुलिस ने सैफ अली खान के घर की सीसीटीवी फुटेज चेक की कोई भी आता-जाता नजर नहीं आया।

कैसे हुई वारदात

बता दें, अभिनेता सैफ अली खान के बेटे जहांगीर के कमरे में 2 बजे एक शख्स घुस आया। उनकी हाउसकीपर अरियामा फिलिप्स उर्फ लीमा को एक अज्ञात व्यक्ति ने पकड़ लिया और वह चीखने लगीं। जब अभिनेता सैफ अली खान आगे आए तो उस व्यक्ति ने उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। वह घायल हो गए और उनकी हाउसकीपर भी घायल हो गईं। सैफ लीलावती अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। इस मामले में पुलिस ने पूछताछ का दौर शुरू कर दिया है। उनकी मेड से भी पूछताछ की जाएगी। बताया जा रहा है कि अज्ञात शख्स की पहचान भी कर ली गई है।

सैफ अली खान का हेल्थ अपडेट

सैफ अली खान पर हमले को लेकर लीलावती अस्पताल ने भी बयान जारी किया है। इसमें बताया गया है कि एक्टर की हालत कितनी गंभीर है और उन के शरीर के किन अंगों पर आरोपी ने वार किया है। अस्पताल के मुताबिक सैफ अली खान पर 6 जगह वार किया गया है और एक्टर के शरीर पर 2 जगह गहरी चोट आई हैं। गर्दन और रीढ़ की हड्डी पर चाकू से हमला किया गया है। एएनआई पर आई रिपोर्ट के अनुसार एक्टर की सर्जरी की जाएगी।

घर में लगा था काम

पुलिस को प्रारंभिक तौर पर संदेह है कि सैफ पर हमला करने वाले आरोपी चोरी के इरादे से घर में आए थे। इस संबंध में पुलिस पिछले सप्ताह घर में काम के लिए आए एक व्यक्ति से पूछताछ कर रही है। सैफ पर हमले की जांच के लिए मुम्बई पुलिस ने लोकल और क्राइम ब्रांच की कुल 10 टीम बनाई हैं। पुलिस का दावा है कि 4 से 5 घंटे में इस केस को सॉल्व कर लिया जाएगा।

घर पर थीं करीना

इस घटना के दौरान एक्टर की पत्नी करीना कपूर घर पर ही थीं। बता दें, एक्टर आखिरी बार ‘देवरा पार्ट 1’ में नजर आए थे। फिल्म में उनके साथ जूनियर एनटीआर लीड रोल में थे। एक्टर ने निगेटिव किरदार निभाया था, जिसे काफी पसंद भी किया गया।

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नई दिल्ली से बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज

नई दिल्ली में आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में दिल्ली पुलिस ने चुनाव आयोग की चिट्ठी मिलने के बाद बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा के खिलाफ जूते बांटने के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। इससे पहले भारतीय चुनाव आयोग ने नई दिल्ली से बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था।

जानकारी के अनुसार, चुनाव आयोग ने मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन के थाना प्रभारी (SHO) को पत्र लिखा था। इसमें आयोग ने पुलिस को नई दिल्ली से बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने को कहा था। चुनाव आयोग ने यह कदम मंदिर मार्ग में बाल्मीकि कॉलोनी में जूते बांटने के मामले में उठाया है।

प्रवेश वर्मा के खिलाफ की गई थी शिकायत

नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) ने कहा कि उन्हें मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन के पास वाल्मिकी मंदिर के धार्मिक परिसर में नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं को जूते बांटने के लिए प्रवेश वर्मा के खिलाफ शिकायत मिली थी। पत्र में लिखा है कि शिकायतकर्ता ने दो वीडियो भेजे हैं जिनमें प्रवेश वर्मा महिलाओं को जूते बांटते नजर आ रहे हैं। मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन के थाना प्रभारी (SHO) को भी मामले में कार्रवाई कर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।

प्रवेश वर्मा ने आज ही फाइल किया नामांकन

बता दें कि पूर्व सांसद परवेश वर्मा और दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता समेत भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले मंदिरों में पूजा-अर्चना की और हवन किया। प्रवेश वर्मा ने नयी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए विंडसर प्लेस स्थित अपने आवास से जामनगर हाउस तक पैदल मार्च निकालने से पहले अपनी पत्नी के साथ चांदनी चौक स्थित गौरी शंकर मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने अपना नामांकन दाखिल किया। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए मतदान 5 फरवरी को होना है और मतों की गिनती 8 फरवरी को होगी।

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DoT का साइबर क्राइम पर बड़ा प्रहार, हज़ारो वाट्सऐप अकाउंट्स हुए बैन

दूरसंचार विभाग नें साइबर क्राइम पर बड़ा प्रहार करते हुए करीब 35 हजार वाट्सऐप अकाउंट्स को बैन कर दिया है। साथ ही, 70 हजार से ज्यादा वाट्सऐप ग्रुप्स और कम्युनिटी पर भी एक्शन लिया गया है। पिछले महीने भी DoT ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लाखों फर्जी एसएमएस टेम्पलेट्स को ब्लॉक कर दिया था। दूरसंचार विभाग पिछले कुछ महीनों से बढ़ते साइबर क्राइम पर कार्रवाई कर रहा है। इस दौरान लाखों वाट्सऐप अकाउंट्स को बैन करने का काम किया गया है। यही नहीं, DoT और ट्राई ने अपनी कई पॉलिसी को भी रिवाइज किया है, ताकि साइबर अपराध पर लगाम लगाया जा सके।

2023 में पोर्टल को किया था लॉन्च

बता दें सरकार ने 2023 में इस पोर्टल को लॉन्च किया था। दूरसंचार विभाग के संचार साथी पोर्टल पर ऑनलाइन फ्रॉड की घटनाओं को रिपोर्ट किया जा सकता है। इसके अलावा किसी भी अनजान नंबर से आने वाले कॉल्स या मैसेज को भी रिपोर्ट करने की सुविधा मिलती है। दूरसंचार नियामक ट्राई ने पिछले दिनों सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स पर फर्जी कॉल्स को रोकने में असमर्थ रहने पर करोड़ों रुपये का जुर्माना लगया है। दूरसंचार नियामक अब तक टेलीकॉम कंपनियों पर 142 करोड़ रुपये का जुर्माना लगा चुका है। दूरसंचार विभाग को इन कंपनियों की बैंक गारंटी से इस जुर्माने की राशि को भरने का निर्देश जारी किया है।

साइबर क्राइम पर बड़ा प्रहार करते हुए करीब 35 हजार वाट्सऐप अकाउंट्स को बैन कर दिया
साइबर क्राइम पर बड़ा प्रहार करते हुए करीब 35 हजार वाट्सऐप अकाउंट्स को बैन कर दिया

वाट्सऐप अकाउंट्स हुए बंद

DoT ने अपने आधिकारिक X हैंडल से जानकारी शेयर करते हुए कहा है कि दूरसंचार विभाग और जागरुक नागरिकों की वजह से 34,951 वाट्सऐप अकाउंट को ब्लॉक किया गया है। इसके अलावा 73,789 वाट्सऐप ग्रुप और कम्यपुनिटी को भी बैन किया गया है। दूरसंचार विभाग ने जागरुक नागरिकों की सराहना करते हुए कहा है कि आपके द्वारा रिपोर्ट करना एक बड़ा अंतर पैदा कर सकता है। अगर आपको भी फ्रॉड का शक हो तो उसे फौरन सरकारी पोर्टल Sancharsaathi.gov.in पर रिपोर्ट करें।

वही लाखों सिम किए जा चुके हैं बंद

पिछले साल सरकार ने साइबर अपराध पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 78.33 लाख मोबाइल नंबर को बंद करने का आदेश दिया था। ये मोबाइल नंबर फर्जी डॉक्यमेंट्स के आधार पर लोगों को जारी किए गए थे। दूरसंचार विभाग द्वारा इंप्लिमेंट किए गए नए AI टूल की मदद से इन फर्जी नंबरों की पहचान की गई और उनके खिलाफ एक्शन लिया गया। सरकार ने साइबर क्राइम में लिप्त 6.78 लाख मोबाइल नंबर को भी बंद करने का आदेश जारी किया था।

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पीएम मोदी ने सोनमर्ग टनल का किया उद्घाटन, मिलेगी ऑल वेदर कनेक्टिविटी

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर पहुंचे, जहा उन्होंने सोनमर्ग टनल का उद्घाटन किया। इस सुरंग के शुरू होने के बाद आम लोगों के साथ ही देश के सशस्त्र बलों को भी बड़ा फायदा होने की उम्मीद की जा रही है। जेड मोड़ सुरंग श्रीनगर-लेह हाईवे (NH-1) पर बनाई गई है। ये सुरंग डबल लेन है और इसकी लंबाई 6.4 किलोमीटर तक की है। ये डबल लेन टनल श्रीनगर को सोनमर्ग से जोड़ेगी।

ऑल वेदर कनेक्टिविटी मिलेगी

ठंड के मौसम में बर्फबारी के कारण इस क्षेत्र में हाईवे 6 महीने बंद रहता है। हालांकि, अब जेड मोड़ सुरंग का उद्घाटन होने के बाद लोगों को टनल से ऑल वेदर कनेक्टिविटी मिलेगी। इस परियोजना से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलने और क्षेत्र में बेरोजगारी खत्म करने में मदद मिलने की उम्मीद है।

सोनमर्ग टनल से सेना को भी होगा फायदा

जेड-मोड़ सुरंग की मदद से श्रीनगर और सोनमर्ग के बीच यात्रा का समय भी काफी कम हो गया है। इस सुरंग की मदद से सेना को भी फायदा मिलेगा। पहले इस रूट पर गाड़ियां घुमावदार सड़कों पर 30 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलती थीं। हालांकि, अब वाहन 70 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से चलेंगे। इसके साथ ही जेड-मोड़ सुरंग से प्रति घंटे 1000 वाहन गुजर सकते हैं। सुरंग बनने के बाद द्रास और कारगिल जैसे क्षेत्र भी साल भर मुख्य क्षेत्र से जुड़े रहेंगे।

दुनियाभर में मशहूर होगा सोनमर्ग टनल

दरअसल, सर्दियों में सोनमर्ग का नजारा बहुत खूबसूरत होता है, लेकिन सड़क बंद होने की वजह से पर्यटकों को यहां आने में समस्या होती है। हालांकि, अब जेड मोड़ सुरंग की मदद से श्रीनगर और सोनमर्ग के बीच साल भर की कनेक्टिविटी इस जगह की वैश्विक अपील को बढ़ाएगी। अब पर्यटक सालभर सोनमर्ग आ सकते हैं। माना जा रहा है कि सोनमर्ग देश में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में मशहूर होगा। इस जगह पर विदेशी सैलानियों के भी आने की उम्मीद है।

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महाकुंभ 2025: श्रद्धालुओं के लिए 300 से ज्यादा ट्रेन चलाएगा उत्तर मध्य रेलवे

महाकुंभ के मेले में लगभग 50 करोड़ लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। दुनिया का सबसे बड़ा मेला 13 जनवरी को शुरू हो रहा है और पहले दिन से ही प्रयागराज में लाखों भक्तों के पहुंचने उम्मीद है। अगले एक महीने तक कुंभ में लोग पहुंचते रहेंगे। इनमें से अधिकतर लोग ट्रेन के जरिए ही यात्रा करेंगे। उत्तर मध्य रेलवे ने महाकुंभ में आने वाले तीर्थयात्रियों के आवागमन के लिए पूरी तैयारी कर ली है।

प्रयागराज पहुंचने वाले भक्तों की सुविधा के लिए 80 स्पेशल ट्रेन सहित 300 से ज्यादा ट्रेनें चलाने की योजना है। महाकुंभ शुरू होने से कुछ घंटे पहले, एनसीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशि कांत त्रिपाठी ने बताया कि रेलवे अधिकारियों ने भीड़ प्रबंधन, टिकट बुकिंग काउंटर, ट्रेन सेवाएं और सुरक्षा व्यवस्था सहित सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं।

उत्तर मध्य रेलवे छोटी दूरी की नियमित ट्रेनें भी करेगा शुरू

ट्रेन सेवाओं के बारे में जानकारी देते हुए, सीपीआरओ ने कहा कि उत्तर मध्य रेलवे सोमवार से छोटी दूरी की नियमित ट्रेनें भी शुरू करेगा। शशि कांत त्रिपाठी ने कहा, “हमने महाकुंभ के लिए अपनी तैयारियां दो साल पहले ही शुरू कर दी थीं। अब हमारी तैयारियां उस स्तर पर पहुंच गई हैं, जहां हम अपने सभी यात्रियों का आत्मविश्वास से स्वागत कर सकते हैं। हमारी लंबी दूरी की विशेष ट्रेनें एक जनवरी से शुरू हुईं, जिनमें 50 परिचालन शामिल हैं।

हमारी रिंग रेल सेवाएं 10 जनवरी को शुरू हुईं, और अनारक्षित छोटी दूरी की नियमित रेलगाड़ियां कल से शुरू होंगी, जो महाकुंभ के पहले दिन से मेल खाती हैं।” उन्होंने कहा, “कल 80 से अधिक मेला स्पेशल ट्रेनें चलेंगी, जिससे कुल ट्रेनों की संख्या लगभग 300 हो जाएगी। ये यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में सुविधा प्रदान करेंगी। मकर संक्रांति परसों है, इसलिए हमने इनवर्ड स्पेशल ट्रेन सेवाएं भी शुरू की हैं।

महाकुंभ के लिए रेलवे स्टेशन की सुविधाओं में इजाफा

लाखों श्रद्धालुओं की सुविदा के लिए कुंभ मेला स्थलों के पास के रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। कुमार ने आश्वासन दिया, “यात्री सुविधाओं में सुधार किया गया है और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए हर संभव उपाय किए जा रहे हैं।” हर 12 साल में एक बार मनाए जाने वाले महाकुंभ में लगभग 50 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। इस आयोजन के दौरान तीर्थयात्री संगम पर पवित्र डुबकी लगाने के लिए एकत्रित होते हैं।​​ महाकुंभ का समापन 26 फरवरी को होगा, जिसमें 14 जनवरी (मकर संक्रांति), 29 जनवरी (मौनी अमावस्या) और 3 फरवरी (बसंत पंचमी) को प्रमुख स्नान अनुष्ठान (शाही स्नान) होंगे।

महाकुंभ के लिए एक से ज्यादा भाषाओं में अनाउंसमेंट

भाषा संबंधी परेशानियों को दूर करने के लिए एक से ज्यादा भाषाओं में घोषणाएं की जा रही हैं। टोल-फ्री नंबर और सूचना स्क्रीन भी हैं। कर्मचारियों को देश के विभिन्न हिस्सों में ट्रेनिंग दी गई है और मेला क्षेत्र में तैनात किया गया है। ये लोग तीर्थयात्रियों को उनकी मूल भाषाओं में जानकारी देंगे। इससे पहले, 2 जनवरी को, रेलवे बोर्ड के सूचना और प्रचार के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने कहा कि रेलवे कुंभ मेले के दौरान बड़ी संख्या में आगंतुकों को समायोजित करने के लिए लगभग 13,000 ट्रेनें चलाएगा। कुमार ने कहा, “रेलवे ‘दिव्य कुंभ, भव्य कुंभ, डिजिटल महाकुंभ’ के नारे के साथ काम कर रहा है। इसमें करीब 40 करोड़ लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। हमने कुंभ के दौरान 13,000 ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है।

एंट्री और एग्जिट के लिए अलग रास्ते

महाकुंभ में भीड़ प्रबंधन उपायों पर चर्चा करते हुए त्रिपाठी ने कहा कि अधिकारियों ने मेला क्षेत्र में समर्पित एंट्री-एग्जिट प्वाइंट और चालू टिकट काउंटर सहित कई उपाय अपनाए हैं। उन्होंने कहा “भीड़ को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए, हमने कुछ प्रतिबंध लगाए हैं। नागरिक अब शहर की ओर (लीडर रोड) से स्टेशन में प्रवेश कर सकते हैं और सिविल लाइंस की ओर से बाहर निकल सकते हैं, जिससे एकतरफा आवाजाही सुनिश्चित होगी और क्रॉसिंग से बचा जा सकेगा। यात्रियों की सहायता के लिए मेला क्षेत्र में टिकट काउंटर और यात्री आश्रय शेड चालू हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि तीर्थयात्री आसानी और सरलता से अपने गंतव्य तक पहुंचें।

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